सक्सेस स्टोरी: अहिल्या महतो नें तिल्ला आजीवका महिला ग्राम संगठन से जुड़कर आज चला रही है अपना दुकान,आत्मनिर्भर होकर जी रही है सम्मानजनक जिंदगी
प्रखंड - नीमडीह
पंचायत /गांव - तिल्ला
समूह का नाम - सरस्वती आजीवका समूह
ग्राम संगठन का नाम - तिल्ला आजीवका महिला ग्राम संगठन
सदस्य का नाम - अहिल्या महतो, व्यापार - राशन दूकान
ऋण की राशि - 25,000
सफलता की कहानी अहिल्या की जुबानी.
सरायकेला :समूह में जुड़ने से पहले की स्थिति-जब मैं समूह में नहीं जुड़ी थी तब घर में पति अकेले ही कमाते थे,और परिवार में कुल 5 सदस्य हैं जिस कारण बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च में दिक्कत आ रहा था,और मूलभूत जरूरत को भी पूरा नहीं कर पाते थे।
फिर हमने घर पर ही देसी शराब बेचना शुरू कर दिया जिससे हमें कुछ आमदनी होने लगी।इसी तरह अपने परिवार का गुजर बसर कर रहे थे।
क्योंकि हम अपने घर पर ही शराब बेचते थे इसलिए वहां शराबियों का जमावड़ा रहता था और गाली-गलौज मारपीट होती थी।सभी गांव वाले हमें बुरा-भला कहते थे और गांव में भी हमें कोई सम्मान की दृष्टि से नहीं देखता था।हम जानते थे कि शराब का सेवन किसी भी दृष्टिकोण से लाभदायक नहीं होता इसका सेवन सिर्फ और सिर्फ अपने और दूसरों के घर को उजाड़ने के लिए सहायक होती है लेकिन मजबूरी में यह काम करना पड़ता था।
समूह से जुड़ने के बाद की स्थिति - मजबूर औरतें आर्थिक तंगी के कारण वह अपना घर चलाने के लिए मजबूर हरिया दारु का बेचने का कार्य करती थी।
इस योजना के तहत ऐसी महिलाएं जो कार्य करती थी उन्हें चिन्हित कर महिलाओं को योजना के तहत सम्मानजनक आजीविका के लिए व्यवसाय के अन्य विकल्प प्रदान किए जाने लगे, अब राज्य के किसी भी महिला को हडीया-दारु बेचने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार आएगा वह निर्भर बन पाएंगे।
एक सम्मान जनक आजीविका के लिए एक अच्छा अवसर था इसलिए मैंने शराब बेचने का कार्य छोड़नें का फैसला किया। अब नया व्यवसाय शुरू करने के लिए मुझे इस योजना के तहत समूह से ₹10000 का ऋण मिला कुछ पैसे अपने पास से लगाकर मैंने किराना की दुकान खोली कुछ हि दिनों में यह व्यवसाय तेजी से बढ़ने लगा आगे चलकर मैं समूह से ₹15000 और ऋण ले लिया इस प्रकार में कुल ₹25000 का ऋण लेकर अपने ही गांव में सम्मान की दृष्टि से देखी जाती हूं और मैं इस व्यवसाय से बहुत खुश हूं।
मैं जेएसएलपीएस के सीसी, पीआर, बीपीएम अन्य सभी लोगों को धन्यवाद देती हूं,जिन्होंने योजना से जुड़ने के पश्चात आजीविका के लिए सम्मानजनक कार्य करने का अवसर दिया और अंत में मैं सभी हड्डियां दारू बेचने वाली दीदिओ से आग्रह करना चाहती हूं कि वह इस कार्य को छोड़कर आजीविका के लिए सम्मानजनक कार्य करें।
Oct 31 2023, 18:58