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खून के आंसू रुलाने लगा प्याज, महिलाओं ने रसोई से किया दूर, जाने वजह

गोरखपुर। प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते रसोई का स्वाद बिगाड़ दिया है। इसके बावजूद, लोग प्याज की महंगाई के कारण अपने पसंदीदा व्यंजनों से दूर रह रहे हैं प्याज की कीमतों के बढ़ते दाब के कारण, आम लोगों के पास इसका उपयोग कम करने के लिए कठिनाइयाँ हो रही हैं। खासकर, गरीब वर्ग के लोग प्याज की कीमतों के बढ़ते प्रभाव का अधिक अहसास कर रहे हैं।

वैसे तो सरकार ने घरेलू बाजार में प्याज की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। केंद्र सरकार ने घरेलू उपलब्धता बनाए रखने के लिए प्याज के निर्यात पर 800 अमेरिकी डॉलर (लगभग 67 हजार रुपये) प्रति मीट्रिक टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) तय किया है। अधिसूचना के मुताबिक सरकार ने यह कदम प्याज की बढ़ती बाजारो में प्याज की खुदरा कीमतें बढ़कर 65-80 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। स्थानीय विक्रेता 80 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर प्याज बेच रहे हैं।

*सपा के युवा नेता पिन्टू यादव को विधानसभा सचिव पद की मिली जिम्मेदारी*

खजनी/गोरखपुर। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार गौतम के निर्देश पर विधान सभा अध्यक्ष खजनी सुनिल यादव ने चर्चित सपा के युवा नेता व समाज सेवी पिपरा हेमा (सुरसी) निवासी पन्टू यादव को विधानसभा खजनी के सचिव पद पर नियुक्त किया है।

इसके बाद उम्मीद जताई है कि आगामी लोग सभा चुनाव में सपा प्रत्याशी को जीत दिलाने में अहम भूमिका अदा करेंगे। इसके साथ ही नवनियुक्त सचिव के मनोनयन पर पार्टी कार्यकर्ता एवं समर्थकों में भारी उत्साह दिखा तथा पूर्व विधायक सहजनवां यशपाल सिंह रावत जिला उपाध्यक्ष गिरीश यादव जिला महासचिव रामनाथ यादव, विधानसभा अध्यक्ष खजनी सुनिल यादव,राजेंद्र यादव दूधनाथ मौर्य मुरारी मौर्य, जयप्रकाश यादव,पिपरा हेमा प्रधान उमेश यादव आदि ने प्रसन्ना जाहिर की।

*पाली सहजनवां में कांग्रेस ने लगाई दलित चौपाल: दलितों को उनके अधिकार दिलाएगी पार्टी*

गोरखपुर। सहजनवां विधानसभा के पाली ब्लॉक के ब्लॉक अध्यक्ष ऋषिचंद गुप्ता ने पाली के ग्राम पंचायत डोहरिया कला के दलित बस्ती में जाकर दलित अधिकार मांग पत्र भरवाया और दलित सवांद कार्यक्रम का आयोजन किया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्लॉक अध्यक्ष ऋषिचंद गुप्ता ने कहा कि प्रदेश काँग्रेस कमेटी पूरे प्रदेश में दलित वर्ग की प्रमुख मांगों की जानकारी प्राप्त कर उस पर काम करने के लिए जगह जगह चौपाल आयोजित कर दलित वर्ग के लोगों के प्रमुख मांगों की जानकारी प्राप्त कर रहीं हैं ।

जब से भाजपा की सरकार आई है बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने दलित समाज को जो अधिकार दिए थे उसे समाप्त करने का कुचक्र रचा जा रहा है। जिसे काँग्रेस पार्टी हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी। काँग्रेस पार्टी दलित समाज के लोगों को उनके अधिकार दिलाने के लिए लगातर संघर्ष कर रही है और उन्हें उनके अधिकार दिलाने तक काँग्रेस पार्टी रुकेंगी नहीं।

कार्यक्रम के दौरान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सुभाष जी,विष्णु कन्नौजिया,जयराम,रामबहादुर,रामदयाल,हरीराम,राजकरन सहित अन्य ग्राम पंचायत के लोग मौजूद रहे

*पडौली का मेला हुआ सकुशल सम्पन्न, दुर्व्यवस्था से लोगों को होना पड़ा दो- चार*

गोरखपुर, गोला क्षेत्र के ग्राम सभा बरईपुरा उर्फ पड़ौली स्थित आनन्द विद्या पीठ इण्टर कालेज के पीछे बाग में शनिवार को असत्य पर सत्य के विजय का पर्व दशहरा मेला का आयोजन पूर्णिमा के दिन मेला के आयोजक मेला समिति के अध्यक्ष लोकनाथ पाण्डेय की देख रेख में सम्पन्न हुआ।मेले में उमड़ी भीड़ ने मेला के निमित्त जगह भरपूर उपलब्ध न होने के कारण दर्शको को कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। अंत मे रावण के पुतला का दहन हुआ।पुतला दहन होते ही सत्य की जय हो असत्य का नाश हो इस नारे के साथ पूरा मेला प्रांगड़ गूंज उठा।

प्राप्त बिबरण के अनुसार गोला थाना क्षेत्र का सुप्रसिद्ध पडौली का मेला सैकड़ो बर्षो के इतिहास को जीवंत रखते हुए शनिवार को सम्पन्न हुआ ।राम रावण का घोर युद्ध संग्राम हुआ। राम के बाणों से रावण का अंत होते ही रावण रूपी बने पुतले का दहन हुआ।और राम के जयकारों के साथ पूरा परिसर गूंज उठा। स्थानीय मेला होने के कारण गांव व क्षेत्र से लोगो की अपार भीड़मेला देखने के लिए उमड़ पड़ी। मेला परिसर में उमड़ी भीड़ के सामने मेला में आये ब्यवसायियो का दिखना दूभर हो गया।दुकानदार उमड़ी भीड़ से पूरी त्रस्त दिखे ।

मेला में समान बेचने के उद्देश्य से गए लोग समान की बिक्री भरपूर न हों पाने के कारण घर मायूस होकर लौटे। मेले में उमड़ी भीड़ की आपेक्षा मेला परिसर की जमीन ऊंट के मुंह मे जीरा के रूप में दिखी। पुलिस प्रशासन भी शांति ब्यवस्था कायम रखने के लिए मौजूद दिखा। सब कुछ के बाद मेले में उमड़ी भीड़ ने मेले की ब्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया। मेला दर्शको को कहना था कि पडौली का मेला सुप्रसिद्ध मेला है ।मेला के लिए आयोजको द्वारा जो स्थान चयन किया गया वह बहुत ही कम रहा।जिससे मेले में आने वाले दर्शको को भी कठिनाई का सामना करना पड़ा।

*रूद्रपुर खजनी की शिक्षिका अलीगढ़ में सम्मानित,प्रदेश स्तरीय शैक्षणिक आयोजन में मिला सम्मान*

खजनी गोरखपुर।रूद्रपुर ग्रामसभा की मूल निवासी खजनी बीआरसी कार्यालय परिसर में स्थित कंपोजिट स्कूल में कार्यरत शिक्षिका सुषमा त्रिपाठी को बेसिक शिक्षा विभाग अलीगढ़ और मिशन शिक्षण संवाद उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक प्रादेशिक शिक्षक समागम के आयोजन में अलीगढ़ में सम्मानित किया गया।

दो दिवसीय शैक्षिक समागम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से पहुंचे शिक्षक इसमें सम्मिलित हुए।

गोरखपुर जिले से इस कार्यशाला के लिए कुल 5 शिक्षक पहुंचे थे। खजनी में स्थित कंपोजिट विद्यालय रूद्रपुर की सहायक अध्यापिका के पद पर कार्यरत सुषमा त्रिपाठी भी इस समागम में शामिल हुईं तथा उनके द्वारा अपने विद्यालय में किए गए शैक्षिक उन्नयन के कार्यों का शानदार प्रस्तुतीकरण भी किया गया। जिसकी वहां पर उपस्थित अधिकारियों और शिक्षकों के द्वारा बेहद सराहना की गई। शिक्षिका सुषमा त्रिपाठी के शानदार प्रस्तुतिकरण पर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह तथा अलीगढ़ जिले के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह के द्वारा शिक्षिका को उनकी शानदार प्रस्तुतियों के लिए सम्मानित किया गया।

ज्ञात हो कि सुषमा त्रिपाठी के द्वारा शैक्षणिक गतिविधियों के प्रसार के लिए लंबे समय से काम किया जा रहा है। उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए

राष्ट्रीय,प्रदेश और जिले स्तर पर पहले भी दर्जनों बार सम्मानित किया जा चुका है। कोरोना काल में भी उन्होंने व्हाट्स एप और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जुड़े रहकर बच्चों में शिक्षा के प्रति स्वाभाविक रूचि को निखारने का कार्य किया था।

सम्मान मिलने पर सुषमा त्रिपाठी ने बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए वे नियमित शिक्षण-प्रशिक्षण के साथ ही उन्हें नैतिक शिक्षा,खेल,ललित कलाओं नाटक,एकांकी,कविताएं,गीत,प्रेरक कहानियों, चित्र कथाओं,चित्रकला आदि विभिन्न माध्यमों से निरंतर शिक्षा को रूचिकर और बच्चों की नैसर्गिक प्रतिभा को निखारने पर विशेष जोर देती हैं। यद्यपि इसमें समय अधिक लगता है किंतु इससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। उन्होंने कहा कि बच्चे पढ़ लिख कर आगे बढ़े देश प्रदेश में अपना और क्षेत्र का नाम रौशन करें यही उनके लिए सबसे बड़ा सम्मान होगा।

*नगर पंचायत गोला पर डूडा में कार्यरत कर्मियों द्वारा पीएम आवास दिलाने का चल रहा खेल, स्थानीय लोगों में आक्रोश*

गोरखपुर। देश के प्रधानमंत्री व सूबे के मुखिया का स्पष्ट निर्देश है कि सभी को आवास मुहैया कराया जाय। कोई भी पात्र व्यक्ति आवास से वंचित न होने पाय। इस क्रम में जनपद के दक्षिणांचल में स्थित 19 वार्डो को समेटे जिले की दूसरे नम्बर की नगर पंचायत गोला पर डूडा बिभाग में कार्यरत कर्मियों का पी एम आवास में बड़ा खेल चल रहा है। पात्र होते हुए व्यक्ति को आवास तब तक नही मिल सकता जब तक डूडा कर्मियों की उनके ऊपर मेहरवानी नही होगी। डूडा कर्मियों का आशिर्वाद लेने के लिए हर वार्डो में डूडा कर्मियों के चहेते लगे हुए है।

इस व्यवस्था से लोगों भारी असन्तोष व्याप्त है ।नगर वासियों का कहना है कि पीएम आवास योजना के अंतर्गत यदि आवास लेना है तो धन सरकार का होते हुए मेहरबानी डूडा कर्मियों का होना चाहिए। नगर पंचायत गोला केअनुसार डूडा कर्मियों के कार्य प्रणाली पर यक्ष प्रश्न खड़ा कर दिया है। आवास का फार्म वही कम्प्यूटर में फीड होगा। जिस फार्म पर डूडा कर्मियों की मेहरबानी होगी। अन्यथा फार्म बंडल बांधकर ठंडे बस्ते में हमेशा के लिए पड़ जायेगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पंचायत गोला के सभी वार्डो में जरूरत मंद पात्र व्यक्तियों को शासन के निर्देशानुसार पी एम आवास मुहैया कराया जा रहा है।आवास फार्म फीडिंग व जांच पड़ताल के लिए डूडा कर्मियों को लगाया गया है । यह डूडा कर्मी वार्ड के सभासदों द्वारा दिये गए फार्म को फीड कर जांच पड़ताल कर शासन द्वारा आवास के लिए धन उपलब्ध कराने का कार्य कर रहे है। लेकिन सभासदों के अतिरिक्त डूडा कर्मियों के चहेते वार्डो में लगे हुए है।

स्थिति इस कदर आ गयी है डूडा कर्मियों के चहेतों से अगर सम्पर्क हो गया गया तो डूडा कर्मियों की मेहरवानी बन जा रही है और उनका आवास स्वीकृत होकर धन खाते में आ जा रहा है ।अन्यथा आवास के लिए नगर पंचायत से लेकर सभासद के दरवाजे पर चक्कर काटने के बाद भी आवास का सपना पूरा होना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। इस व्यवस्था से आम जनों में भारी असन्तोष व्याप्त है। जब इस प्रकरण पर अधिशासी अधिकारी गोला से जानने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल अनरीचेबल मिला।इस प्रकरण पर जब पी ओ डूडा से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं उठा।

राजकीय बौद्ध संग्रहालय के उपनिदेशक की मौजूदगी में मनी महर्षि वाल्मीकि जयन्ती, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन

गोरखपुर- शासन के निर्देशानुसार महर्षि वाल्मीकि जयन्ती के अवसर पर पंचमुखी हनुमान मन्दिर, तारामण्डल, गोरखपुर में महर्षि वाल्मीकि जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन करते हुए विद्वतगण एवं जन सामान्य के द्वारा रामायण पाठ एवं भजन का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन में काफी लोगों ने सहभागिता की।

इस अवसर पर संग्रहालय के उप निदेशक डाॅ0 यशवन्त सिंह राठौर ने अपने सम्बोधन में कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी हमारी भारतीय संस्कृति के महान व्यक्तित्व थे। जिनके द्वारा रामायण की रचना कर जन-जन तक भारतीय संस्कृति के मूल तत्वों एवं मान्यताओं को सुरक्षित, संरक्षित एवं प्रचारित किया गया। जिसकी वजह से सामाजिक, मानवीय एवं राष्ट्रीय मूल्यों का व्यापक प्रचार प्रसार हो सका। आज पूरे विश्व में श्री राम एवं रामायण की महत्ता को कोई भुला नहीं सकता है।

अवसर पर मन्दिर के मुख्य महन्त श्री संजय दूबे सहित श्री के0के0 तिवारी, श्री भालचन्द्र मिश्र, श्री ओमप्रकाश शुक्ला, श्री देवेन्द्र देव शुक्ल, श्री वेद प्रकाश पाण्डेय, श्री शिवनाथ, श्री सन्तोष यादव, श्री शिवम यादव, श्री राममणि तिवारी, श्री फरसा बाबा एवं श्री अनिल कुमार पाण्डेय आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

‘डीटीपी टीडी माह’’ में शत फीसदी बच्चों और किशोर-किशोरियों के टीकाकरण का निर्देश

गोरखपुर- जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में शनिवार की देर शाम तक चली। बैठक के दौरान जिले में संचारी रोगों की स्थिति और डेंगू नियंत्रण के प्रयासों की समीक्षा के साथ साथ नवम्बर में प्रस्तावित डीटीपी टीडी माह के बारे में खासतौर से चर्चा हुई । मुख्य विकास अधिकारी ने स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि आपसी समन्वय के साथ शत फीसदी बच्चों और किशोरों का टीकाकरण सुनिश्चित कराया जाए।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने कहा कि जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश के निर्देशन में एक से दस नवम्बर तक जिले में स्कूल आधारित टीकाकरण कार्यक्रम चलना है। इसके तहत बुधवार और शनिवार के अतिरिक्त कार्यदिवसों पर राजकीय और निजी स्कूलों में टीकाकरण सत्र आयोजित किये जाएंगे। कक्षा एक में पढ़ने वाले पांच वर्ष के बच्चों को डीपीटी टू बूस्टर डोज, कक्षा पांच में पढ़ने वाले दस वर्ष के विद्यार्थियों को टीडी दस और कक्षा दस में पढ़ने वाले सोलह वर्ष तक के किशोर किशोरियों को टीडी सोलह वैक्सीन लगाई जाएगी। अभियान के दौरान बुधवार और शनिवार के नियमित टीकाकरण दिवसों पर स्कूल न जाने वाले उन बच्चों व किशोर किशोरियों को भी यह टीके लगाए जाएंगे जो किसी कारणवश इनसे वंचित हैं।

सीएमओ ने बताया कि प्रदेश के कुछ जिलों में डिप्थीरिया बीमारी के मामले प्रकाश में आने के कारण शासन द्वारा पूरे प्रदेश में यह पहल की गयी है । अभियान से पहले संबंधित स्कूलों के शिक्षकगण, अभिभावक बैठक और स्कूल डायरी के जरिये अभिभावकों से टीकाकरण के लिए सहमति लेंगे। जो अभिभावक सहमति नहीं देंगे उन्हें प्रेरित कर उनके बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा । लोगों को यह संदेश अवश्य दें कि टीकाकरण के बाद कुछ बच्चों में बुखार और इंजेक्शन वाली जगह पर लालिमा या सूजन की दिक्कत हो सकती है । यह सामान्य प्रतिक्रिया है और इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। ऐसा होने पर एएनएम से सलाह लेना है।

बैठक के दौरान डेंगू की रोकथाम और प्रबन्धन के लिए प्रयास जारी रखने का सभी संबंधित को निर्देश दिया गया और दस्तक पखवाड़े की समीक्षा की गयी । जन जन तक यह संदेश पहुंचाने को कहा गया कि बुखार के रोगी 108 एम्बुलेंस की सहायता से सरकारी अस्पताल पहुंच कर ही इलाज कराएं । सरकारी अस्पतालों में डेंगू जांच और इलाज की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है । इस मौके पर मातृ शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, परिवार नियोजन कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम, राष्ट्रीयकृत कार्यक्रमों और आयुष्मान भारत योजना की विस्तृत समीक्षा भी की गयी ।

सहयोगी संस्था डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और सीफार ने भी बैठक में अपना फीडबैक प्रस्तुत किया। संचालन मंडलीय कार्यक्रम प्रबंधक अरविंद पांडेय ने किया। इस मौके पर जिला महिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ जय कुमार,जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अम्बुज, एसीएमओ डॉ एके चौधरी, डॉ नंदलाल कुशवाहा, डॉ गणेश यादव, डीसीएमओ डॉ अश्वनी चौरसिया, डीडीएचईआईओ सुनीता पटेल, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक पंकज आनंद, डीसीपीएम रिपुन्जय पांडेय, डीडीएम पवन गुप्ता, डैम पवन कुमार, जेई एईएस कंसल्टेंट सिद्धेश्वरी सिंह और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से विजय श्रीवास्तव, आदिल फखर, चाई, जपाइगो, पाथ और यूएनडीपी संस्था के प्रतिनिधि प्रमुख तौर पर मौजूद रहे ।

श्री कृष्ण को दिया शीश का दान- तो कहलाए शीश के दानी श्याम

गोरखपुर- श्री श्याम गुणगान समिति द्वारा आयोजित चार दिवसीय श्री श्याम शरद महोत्सव के तृतीय दिवस में श्री श्याम कथा के यजमान द्वारा व्यास पीठ व कथा व्यास का पूजन किया। पूजन पश्चात श्याम रतन खाटू धाम राजस्थान निवासी श्री पप्पू जी शर्मा ने श्री श्याम कथा का वर्णन करते हुए कहा कि बर्बरीक को देवी देवताओं से शक्ति प्राप्त के उपरांत महाभारत युद्ध की घोषणा होती है और बर्बरीक युद्ध में हिस्सा लेने की अभिलाषा रखते हुए अपनी मां से महाभारत युद्ध में जाने की अनुमति लेते हैं।

माँ इस वचन के साथ अनुमति प्रदान करती हैं कि जो पक्ष हार रहा होगा अथवा हारेगा तुम उसकी तरफ से युद्ध करोगे। बर्बरीक कुरुक्षेत्र में पहुंचते हैं और भगवान श्री कृष्णा उन्हें देखकर कहते हैं कि तुम अभी बालक हो युद्ध करने क्यों आए हो, बर्बरीक अपने तीन वाणो को प्रदर्शित कर भगवान श्री कृष्ण से कहते हैं कि इस तीनों वाणों के माध्यम से मैं महाभारत के सारे योद्धाओं को एक क्षण में मार सकता हूँ। भगवान कृष्ण ससंकित होते हैं की कहीं बर्बरीक कौरव के पक्ष से युद्ध न कर ले। भगवान श्री कृष्ण बर्बरीक से कहते हैं कि तुम वीर हो, मगर दानी नहीं हो। यह बात सुनकर बर्बरीक भगवान श्री कृष्ण से कहते हैं कि आप ऐसा ना कहें, आप बताएँ मैं आपको क्या दान दे सकता हूँ भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि तुम मुझे शीश का दान दे दो। वीर बर्बरीक भगवान श्री कृष्ण को अपनी कटार से अपने शीश को काटकर शीश का दान देते हैं।

भगवान श्री कृष्ण शीश के दान से अति प्रसन्न होकर शक्तियों को आदेशित करते हैं कि बर्बरीक के शीश को अमृत से संचित किया जाए और यह शीश सदैव अजर-अमर रहेगा। वही शीश राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू ग्राम में प्रकट हुआ जो लाखों करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र है और भक्तों की सभी मनोकामना उनकी चोखट पर पूर्ण होती है। जो श्री खाटू श्याम जी के नाम से जाना जाता है और उन्हें शीश का दानी भी कहा जाता है। श्री श्याम कथा के पूर्ण होने पर उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने श्री श्याम प्रभु की सामूहिक आरती की और भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। श्री शंकर लाल खाटू वाला, डॉ आर0 ए0 अग्रवाल, रश्मि अग्रवाल, विकास केजरीवाल, पवन सिंघानिया, चंद्र प्रकाश अग्रवाल, अतुल सराफ, संजय जी लक्ष्मीगंज श्री श्याम गुणगान समिति के समस्त सदस्य शहर व सुदूर क्षेत्र से आए श्री श्याम प्रेमियों ने कथा का श्रवण किया।

आईटीएम कॉलेज गीडा में खादी महोत्सव का हुआ आयोजन

गोरखपुर- इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट गीडा, गोरखपुर मे सूक्ष्म, लघु और मध्यम मंत्रालय के खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के द्वारा खादी महोत्सव माह के अंतर्गत एक जागरूकता और खादी से जुड़े विषयों पर एक वाद -विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोरखपुर परिक्षेत्र के सहायक निदेशक एवं कार्यक्रम समन्यवक संजीव राणा ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि खादी एक वस्तु नही विचार हैं | इसका मूल उद्देश्य है देश के दूर-दराज गांव के लोगों को रोजगार मुहैया कराना, इससे हम स्वयं सेवी संस्थाओं की मदद से लोगों को रोजगार से जोड़ते हैं। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों को तकनीकी प्रशिक्षण, वित्तीय सुविधा, विपणन सुविधा उपलब्ध कराते हैं। इस वित्तीय वर्ष में कुम्हारी सशक्तिकरण, हनी मिशन, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत मत्स्य पालन, पोल्ट्री फार्म जैसी योजनाएं भी चलाई जा रही हैं. जिससे जुड़कर लोग आत्मनिर्भर और स्वरोजगार की ओर उन्मुख हो रहे हैं। आज के वर्तमान समय मे बढ़ते हुए तकनीकी का प्रयोग करके केवीआईसी के सहयोग से अपना स्टार्टअप शुरू करके उद्यमी बन सकते हैं और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने मे महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। संस्थान के निदेशक डॉ0 एन.के.सिंह ने कहा कि जब हम खादी ग्राम उद्योग से कोई सामान खरीदते हैं उसका सीधा लाभ किसान भाइयों को मिलता है। खादी के प्रति युवाओं का झुकाव दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है, यह एक अच्छा संदेश है। हम जितना ज्यादा से ज्यादा घरेलू उत्पादों का उपयोग करेंगे हमारे देश के किसान भाई आत्मनिर्भर बनेंगे और साथ ही उन्होंने मुख्य वक्ता के प्रति आभार भी प्रकट किया। कार्यक्रम के अंत मे केवीआईसी के द्वारा खादी के प्रयोग और उसको बढ़ावा देने के लिए संस्थान मे उपस्थित सभी लोगों को शपथ भी दिलाया गया।

इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल, संकायाध्यक्ष डॉ आर पी सिंह,डॉ ए आर त्रिपाठी, डॉ मनोज कुमार मिश्रा, प्रदीप कुमार चौधरी, संतोष शर्मा, अभिनव त्रिपाठी, अनुराग श्रीवास्तव सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं छात्र -छात्राएं मौजूद रहे।