सुवर्णरेखा बहुद्देशीय परियोजना के विभिन्न विभागों में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी को नही मिला सात माह से वेतन
सरायकेला : कोल्हान के चांडिल अनुमंडल स्थित सुवर्णरेखा बहुद्देशीय परियोजना के विभिन्न विभागों में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी 25/30 कर्मियों को विगत सात माह से मानदेय नहीं मिला है ।
मानदेय नहीं मिलने से नाराज कर्मियों ने गुरुवार को सुवर्णरेखा परियोजना अंचल एवं प्रमंडल कार्यालय के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर दी। तालाबंदी करने के कारण कोई भी पदाधिकारी व कर्मी कार्यालय के अंदर नहीं जा सके। किसी को भी कार्यालय परिसर के अंदर नहीं जाने दिया गया।
परियोजना के अंतर्गत रेडियल गेट मेंटेनेंस, गैलरी मेंटेनेंस, डैम आईबी मेंटेनेंस, बिजली मेंटेनेंस, पानी सप्लाई मेंटेनेंस, अंचल कार्यालय सह प्रमंडल कार्यालय सफाई कर्मचारी समेत अन्य विभागों में दैनिक वेतनभोगी 29 कर्मचारियों को अप्रैल माह से वेतन नहीं मिला है. इससे दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है।
वार्ता विफल, कर्मियों ने कहा नहीं खोलेंगे ताला
दैनिक वेतनभोगी कर्मियों के तालाबंदी करने की सूचना मिलने के बाद सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता पास्कस टोप्पो वार्ता करने पहुंचे.
उनके साथ कई अन्य पदाधिकारी भी मोजूद थे. पदाधिकारियों की आंदोलनरत कर्मियों से लंबी वार्ता चली. इस दौरान कर्मियों ने बताया कि वेतन नहीं मिलने के कारण दो कर्मियों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई थी. बीमारी का सही इलाज नहीं करा पाने के कारण दो कर्मियों की मृत्यु हो चुकी है. कई अन्य कर्मियों की पारिवारिक स्थिति विकट हो चुकी है. कर्मियों ने कहा कि पदाधिकारियों को वेतन निकाली की प्रक्रिया पूरी करने में आखिर क्या दिक्कत हो रही है. पदाधिकारी व कर्मियों का आखिरकर विफल रहा और कर्मियों ने गेट का ताला खोलने से इंकार कर दिया.
इसके कारण शाम तक कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला लटका रहा।
विभाग द्वारा हर बार मिलते रहे आश्वासन
कर्मियों ने बताया कि विभाग के पदाधिकारी हर बार वेतन देने का आश्वासन देते हैं, लेकिन सात माह से कर्मियों को वेतन नहीं मिला है. दुर्गा पूजा के पहले भी कर्मियों को आश्वासन दिया गया था. वेतन की मांग पर 20 अक्टूबर को भी कर्मियों ने कार्यालय में तालाबंदी की थी. उस समय बताया गया था कि बड़े अधिकारी ने मानदेय की फाइल पर हस्ताक्षर नहीं किया है,
जिसके कारण मानदेय नहीं दिया जा सकता. लंबे समय से वेतन नहीं मिलने से परिवार के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है. बताया गया कि सभी कर्मी परियोजना से विस्थापित हैं. ऐसे में लंबे समय से वेतन का नहीं मिलना उचित नहीं है।
Oct 27 2023, 21:29