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समाधान दिवस में फरियादी को लेखपाल ने जड़ा थप्पड़, पुलिस ने कर दिया धारा 151 में चालान

गोरखपुर- गीडा थाना मुख्यालय पर शनिवार को समाधान दिवस के दौरान गीडा थाना के कैली गांव के चक्रवर्ती पुत्र अदालती ने थाना दिवस पर अपनी जमीन का मामला लेकर पहुंचा था। वही मौजूद हल्का लेखपाल कृष्णानंद पांडेय से जमीनी विवाद के मामले में उलझ गए, जिस पर लेखपाल ने फरियादी को ही थप्पड़ जड़ दिया। मौके पर मौजूद अन्य लेखपाल और पुलिसकर्मियों ने दोनों लोगों को बीच बचाव करके मामले को शांत कराया ।इसी बीच एसडीएम के आदेश पर गीडा एस ओ ने फरियादी का चालान कर दिया।

बताते चले कि गीडा थाना के कैली गांव के चक्रवर्ती पुत्र अदालती जो मकान बनवा रहे थे, और उसके बगल में परती जमीन थी, जिसमें उन्होंने पिलर गडवा दिया था, मौके पर हल्का लेखपाल जाकर उस अवैध निर्माण को गिरवाए थे। इसी बात को लेकर के हल्का लेखपाल और फरियादी और लेखपाल से वाद विवाद हो गया। जिसको लेकर शनिवार को गीडा थाने पर आयोजित समाधान दिवस पर ही मारपीट हो गई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते तब तक लेखपाल ने फरियादी को कई थप्पड़ रसीद कर दिए। मामले को समझने के बाद उल्टे ही गीडा पुलिस ने फरियादी का ही चालान कर दिया।

इस संबंध में हल्का लेखपाल कृष्णानंद पांडेय ने बताया की जमीन के संबंध में विवाद था। फरियादी अक्सर उनसे उलझता रहता था । शनिवार को थाने पर पुलिस कर्मियों के सामने भी वह उलझ गया ।जिससे पुलिस ने उसे दंडित किया।गीडा एस ओ रतन कुमार पांडेय ने बताया कि जमीन के संबंध में विवाद था ,फरियादी लेखपाल से मारपीट पर उतर आया जिसकी वजह से धारा 151 में उसका चालान कर दिया गया ।

थाना समाधान दिवस पर आए 28 मामले, 1 का हुआ निस्तारण

गोरखपुर- शनिवार को थाना समाधान दिवस के अवसर पर सहजनवा थाने में समाधान दिवस की अध्यक्षता तहसीलदार राकेश कन्नौजिया ने किया । इस दौरान 12 राजस्व के मामले आए थे। लेकिन किसी का निस्तारण नहीं हुआ।

हरपुर बुदहट थाने में समाधान दिवस की अध्यक्षता नायब तहसीलदार भानु प्रताप सिंह ने किया।यहां 8 मामले आए थे, जो राजस्व से संबंधित थे। 1 मामले का मौके पर निस्तारण किया गया।

गीडा थाने में समाधान दिवस की अध्यक्षता एसओ रतन पांडेय ने किया यहां 8 मामले आए थे। जिसमे 6 राजस्व 2 पुलिस के थे। लेकिन किसी मामले का निस्तारण नहीं हो सका। राजस्व संबंधित मामले के निस्तारण के लिए राजस्व टीम गठित की गई है। तथा पुलिस के मामले के निस्तारण के लिए जांच कर कारवाई करने का निर्देश दिया गया है।

इस दौरान सीओ चकबंदी साकेत कुमार सिंह एसओ इत्यानंद पाण्डेय, एसओ महेंद्र मिश्र, सहित अन्य राजस्व कर्मी मौजूद थे।

*शक्तिपूजा के लिए तैयार गुरु गोरक्षनाथ की तपोभूमि, *15 अक्टूबर की शाम शक्ति मंदिर में सीएम योगी करेंगे कलश स्थापना*

गोरखपुर- नाथपंथ के अधिष्ठाता गुरु गोरखनाथ की तपोभूमि गोरक्षपीठ मां शक्ति की पूजा के लिए तैयार है। शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा रविवार, 15 अक्टूबर को गोरखनाथ मंदिर में गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाम 5 बजे शक्ति मंदिर में कलश स्थापना करेंगे। इसके साथ ही विशेष अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे।

गुरु गोरक्षनाथ, जहां भगवान शिव के अवतार हैं। लिहाजा नाथपंथी योगी शैव मतावलम्बी हैं, लेकिन गोरक्षपीठ में शिव के साथ शक्ति की आराधना की अद्भुत परंपरा है। मठ के प्रथम तल पर स्थित शक्ति मंदिर में पूरे नवरात्र अनवरत साधना चलती है। नवरात्र की पूर्णाहुति पर राघव अर्थात भगवान राम का राजतिलक करने की परंपरा अन्यत्र नहीं दिखती। विजयादशमी (दशहरा) पर राघव का राजतिलक करने के लिए गोरक्षपीठाधीश्वर खुद मौजूद रहेंगे।

गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ बताते हैं कि शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा पर रविवार शाम 5 बजे गोरखनाथ मंदिर में परम्परागत कलश यात्रा निकलेगी। यह यात्रा मंदिर के परम्परागत सैनिकों की सुरक्षा में निकलेगी जिसमें सभी साधु-संत, पुजारी, योगी, वेदपाठी बालक, पुरोहित एवं श्रद्धालु शामिल होंगे। कलश यात्रा में शिव, शक्ति और बाबा गोरखनाथ के अस्त्र त्रिशूल को मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ लेकर चलते हैं। परंपरा के अनुसार त्रिशूल लेकर चलने वाले को 9 दिन मंदिर में ही रहना होता है। भीम सरोवर के जल से मठ के प्रथम तल पर कलश की स्थापना कर सीएम योगी आदित्यनाथ मां भगवती की उपासना करेंगे।

रोज होगी श्रीमददेवीभागवत की कथा

मंदिर के प्रधान पुजारी ने बताया कि मठ में शारदीय नवरात्र में श्रीमददेवीभागवत की कथा एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ प्रतिपदा से पूरे नवरात्र प्रतिदिन सुबह एवं शाम 4 बजे 6 बजे तक चलेगा। देवी-देवताओं के आह्वान के साथ पूजन-आरती होती रहेगी। अष्टमी की रात्रि 22 अक्टूबर को सीएम योगी आदित्यनाथ महानिशा पूजन एवं हवन करेंगे।

मातृ स्वरूप में कन्याओं के पांव पखारेंगे योगी

नौ दिन व्रतोपासना की पूर्णाहुति हवन और कन्या पूजन से होती है। 23 अक्टूबर को सुबह 8:30 बजे गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ कन्याओं का मातृ स्वरूप में पूजन कर उनके पांव पखारेंगे। बटुक भैरव के रूप में कुछ बालक भी इस पूजन अनुष्ठान में शामिल होंगे।

तिलकोत्सव के बाद निकलेगी विजय शोभायात्रा

विजयादशमी के दिन 24 अक्टूबर को सुबह 9 बजे गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ, श्रीनाथ जी (गुरु गोरखनाथ) का विशिष्ट पूजन करेंगे। उसके बाद सभी देव विग्रह एवं समाधि पर पूजन होगा। अपराह्न 1 बजे से 3 बजे तक तिलकोत्सव का कार्यक्रम चलेगा। उसके बाद 4 बजे से सीएम योगी रथ पर सवार होकर मानसरोवर मंदिर में देव विग्रहों का पूजन एवं अभिषेक करेंगे। उसके बाद मानसरोवर रामलीला मैदान में प्रभु श्रीराम का राजतिलक करेंगे। गोरक्षपीठाधीश्वर विजयादशमी के दिन साधु-संतों के आपसी विवादों के समाधान के लिए दंडाधिकारी की भी भूमिका में होंगे।

*150 वर्ष से भी अधिक पुरानी भरोहियां गांव की रामलीला, शरद पूर्णिमा पर निकलेगी मनमोहक झांकी*

गोरखपुर- क्षेत्र के भरोहिया गाँव के जएश्वरनाथ महादेव शिव मंदिर परिसर में बीते 150 वर्षों से भी पहले से शारदीय नवरात्र में रामलीला होती चली आ रही है। परंपरा के अनुसार इस वर्ष भी रामलीला मंचन की सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। तमाम संकटों,अवरोधों और कठिनाईयों के बाद भी यहां पर होने वाली रामलीला कभी बंद नहीं हुई। क्षेत्र के बुजुर्गवार बताते हैं कि गांव में रामलीला कब से हो रही है इसकी सटीक जानकारी किसी को भी नहीं है। गाजर जगदीश गांव के निवासी 79 वर्षीय दयाशंकर तिवारी और रूद्रपुर गांव के निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक शारदा प्रसाद शुक्ल (78 वर्ष) ने बताया कि हमारे दादा जी बताते थे कि उनके भी जन्म से पहले से भरोहियां में रामलीला हो रही है।

ग्रामवासियों का कहना है कि कभी मामूली खर्च में ही रामलीला का कार्यक्रम हो जाता था,लेकिन अब यह बढ़ कर लाखों में पहुंच गया है। यहां के रामलीला की ख़ास बात यह है कि गाँव के सभी पढ़े लिखे लोग इसमें शामिल होते है। और गांव के लोग ही रामलीला के सभी पात्रों की भूमिका निभाते हैं। इस प्रकार यहां की रामलीला मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के प्रति भक्त श्रद्धालुओं की अगाध भक्ति, श्रद्धा और आस्था की प्रतीक बनी हुई है। मंदिर के महंत शिवनाथ दास ने बताया कि यहां की रामलीला बहुत ही मशहूर है और आसपास क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। वरिष्ठ लोकगायक बृजकिशोर उर्फ गुलाब त्रिपाठी ने बताया कि जएश्वरनाथ महादेव शिव मंदिर अति प्राचीन है इसका उल्लेख अग्नि पुराण में भी मिलता है। प्रति वर्ष शारदीय नवरात्र में यहां पर होने वाली रामलीला पूरे क्षेत्र में मशहूर है।

इस साल यह 15 अक्टूबर से प्रारम्भ होकर दशहरे के दिन रावण वध और राम राज्याभिषेक के साथ सम्पन्न होगा। यहाँ रावण का पुतला दहन नहीं किया जाता है।इस वर्ष शरद पूर्णिमा के अवसर पर गाजे-बाजे के साथ भगवान श्रीराम दरबार की मनमोहक झांकी भरोहियां मंदिर से खजनी कस्बे में स्थित भारत मा मंदिर तक निकाली जाएगी।

रामलीला समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र त्रिपाठी,मंत्री इंजीनियर हरीश त्रिपाठी एवं एडवोकेट अरविंद राम त्रिपाठी ने बताया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आयोजन मण्डल में दीपनारायण त्रिपाठी,राजेश त्रिपाठी,संतोष त्रिपाठी,श्रवण कुमार त्रिपाठी, अभय त्रिपाठी आशुतोष उर्फ़ गगन,विपिन कुमार त्रिपाठी,विनोद तिवारी,बंशु यादव प्रसून,मनीष पाठक,सत्यम,संदीप उर्फ़ सानू, अखिलेश त्रिपाठी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हैं।

*पितृ विसर्जन और सूर्य ग्रहण आज, शरद पूर्णिमा को नहीं खा सकेंगे खीर का अमृत प्रसाद*

गोरखपुर- आज आश्विन मास पितृपक्ष अमावस्या पितृ ‌विसर्जन,ज्ञाताज्ञात सभी देव तुल्य पित्रों की विदाई, श्राद्ध,तर्पण दान एवं क्षमा प्रार्थना का पवित्र दिन है। मान्यता है कि पितृदेवों की विदाई के अवसर पर उनसे श्रद्धा पूर्वक मांगी गई क्षमा याचना और आशीर्वाद प्राप्त करने का अति पावन और पुनीत पर्व है।विदा हो रहे पितृदेव अपने वंशजों को सुख समृद्धि आरोग्य का शुभाशीष देते हैं। साथ ही आज साल का आखिरी सूर्य ग्रहण आज सर्व पितृ अमावस्या पर लगने जा रहा है। 

ये सूर्य ग्रहण साल का दूसरा ओर आखिरी सूर्य ग्रहण रहेगा। पंचांग के अनुसार यह सूर्य ग्रहण आश्विन मास की अमावस्या तिथि पर लग रहा है। आज रात 8 बजकर 34 मिनट पर साल के आखिरी सूर्य ग्रहण की शुरुआत होगी, जो मध्य रात्रि 2 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। आज लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा। यह सूर्यग्रहण अमेरिका,मैक्सिको,कोलंबिया, ब्राजील आदि देशों में दिखाई देगा। भारत में कहीं भी यह ग्रहण नहीं दिखेगा। भारतीय समय के अनुसार रात्रि 08:34 बजे इस ग्रहण की शुरुआत होगी और 15 अक्टूबर रात्रि 02:26 बजे समाप्त होगा। भौगोलिक स्थिति के अनुसार,यह कंकणाकृत सूर्य ग्रहण भारत में कहीं पर भी दिखाई नहीं देगा। 

वहीं आश्विन मास की शरद पूर्णिमा इस बार 28 अक्‍टूबर शनिवार को पड़ रही है। शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में खुले आसमान तले रखी हुई खीर को खाने से पुण्य और आरोग्य प्राप्त होता है। इस पायस प्रसाद को अमृत के समान माना गया है। किंतु इस बार लोग इसे नहीं खा सकेंगे। क्योंकि इस बार चंद्र ग्रहण है। सनातन धर्म के अनुसार ग्रहण लगने के 9 घंटे पहले और समाप्त होने के 9 घंटे बाद तक सूतक काल रहता है। जिससे इस बार खीर अशुद्ध हो जाएगी। 

शरद पूर्णिमा की चांदनी रात में खीर बनाकर रखने की परंपरा है। मान्‍यता है कि शरद पूर्णिमा की रात को चंद्रमा की किरणों से अमृत वर्षा होती है। इसलिए गाय के दूध में खीर बनाकर कुछ घंटों के लिए चंद्रमा की शीतल रोशनी में रखनी चाहिए और फिर उसका सेवन करना चाहिए।पौराणिक कथा के अनुसार शरद पूर्णिमा की रात में ही भगवान श्रीकृष्‍ण ने महारास किया था। और भगवान श्रीकृष्ण ने बंसी बजा कर गोपियों को ईश्वरीय अमृत का पान कराया था। अतः शरद पूर्णिमा की रात्रि का विशेष महत्‍व है। इस रात को चन्द्रमा अपनी 16 कलाओं के साथ पृथ्वी पर शीतलता,पोषक शक्ति एवं शांतिरूपी अमृत की वर्षा करता है।

पंडित प्रेमचंद राम त्रिपाठी के अनुसार इस बार खग्रास चंद्र ग्रहण है जो भारत समेत कई विश्व के देशों में दिखाई देगा। रात 1.05 बजे शुरू होगा जो 2.23 बजे रात को समाप्त होगा। यह ग्रहण मेष राशि वालों को अशुभ एवं बाकी सभी राशियों के लिए शुभ साबित होगा।

बिगड़ैल हाथी के पटकने से महावत घायल, बीआरडी में इलाजरत

गोरखपुर। एम्स इलाके के कुसम्ही जंगल स्थित विनोद वन में रखी गई हाथी एक बार फिर से विदक गई। शुक्रवार की सुबह जिस महावत के देख रेख में हाथी वन में रखी गई थी उसी पर हमलावर हो गयी। हाथी के पटकने से बड़हलगंज थाना क्षेत्र के साऊखोर बैदौली निवासी महावत इस्तिकार अहमद उर्फ मंगू 26 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गया।

जबकि महावत के दूसरे साथी मुस्तफा को हल्की चोटें आई है। घायल मंगू को एंबुलेंस 108 से बीआरडी मेडिकल कालेज भर्ती कराया गया है। जिसके बाए कंधे की हड्डी टूट गई है वही दाहिने आंख पर भी चोट लगा है। वन विभाग के रेंजर एवं दरोगा घायल महावत का इलाज करा रहे है। हाथी के दहसद से घंटो कसया मार्ग के आवागमन को रोक दिया गया था।

तहसील स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

गोरखपुर। शासन के निर्देशानुसार प्रतिवर्त माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों में शारीरिक विकास एवं चरित्र निर्माण हेतु प्रतिवर्ष खेलकूद का आयोजन किया जाता है इसी क्रम में 13 अक्टूबर दिन शुक्रवार को सहजनवा तहसील क्षेत्र के रेश्मा रावत इंटर कॉलेज भीटी रावत में तहसील स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।

इस खेल प्रतियोगिता में दौड़ एवं लम्बी कूद सहित आदि खेल आयोजित हुए। जिसमें 100 मी.दौड़ के बालिका वर्ग में श्रीमती रेशम रावत कृषक इंटर कॉलेज भीटी रावत कि छात्रा नेहा पाल ने प्रथम स्थान वही 200मी.राजव्धर्न प्रथम स्थान भोलाराम म.इ.कालेज तथा रूद्राक्ष चौहान तृतीय स्थान और 200मी.वर्ग में नेहा पाल प्रथम अंकिता पांडे व्दितीय तथा रेन मौर्या तृतीय स्थान प्राप्त कि वही गोला प्रेक्षण में वालिया वर्ग में आंशिक यादव स्नेहा द्वितीय प्रिया तृतीय स्थान प्राप्त कि।

लम्बी कूद स्तुति यादव प्रथम चांदनी द्वितीय तथा हर्षिता तृतीय स्थान प्राप्त कि इस तहसील स्तरीय खेल के समन्वयक प्रभारी प्रधानाचार्य अश्विनी प्रताप सिंह रहे वहीं खेल कार्यक्रम के संचालक हिर्देश रावत, जे.पी यादव,मनोज सिंह,रवि मिश्रा, उपेन्द्र सिंह, अवधेश यादव,आदि तहसील स्तरीय खेल शिक्षक मौजूद रहे।

*अज्ञात तिथिनाम श्राद्ध तर्पण का होगा आयोजन: बृजेश राम त्रिपाठी*

गोरखपुर। जंगे-आजादी में मां भारती के असंख्य संतानों को अंग्रेजों ने फांसी देकर और गोली मारकर, घोर यातनाओं द्वारा अकाल मृत्यु दिया था। देश के उन सभी महापुरुषों, क्रांतिवीरों, बलिदानियों का श्राद्ध तर्पण अमावस्या तिथि 14 अक्तूबर दिन शनिवार को पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के अंत्येष्टि स्थल राप्ती नदी के तट पर दिन में 11बजे से विधि विधान द्वारा अज्ञात तिथिनाम श्राद्ध तर्पण करके पितृ विसर्जन किया जाएगा।

उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के पूर्व क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी बृजेश राम त्रिपाठी ने कही। वे गोरखपुर विश्वविद्यालय स्थित पंत पार्क में आयोजित अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा द्वारा आहूत योजना बैठक को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के क्रांतिवीर बंधू सिंह, मंगल पांडे, बिस्मिल, भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद सरीखे बलिदानियों को तर्पण देंगे और श्राद्ध द्वारा अपने पूर्वजों को कृतज्ञ राष्ट्र के नागरिकों द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किया जायेगा।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हमारे पूर्वज हैं हमारे पितृ भी हैं। हम भारतीय उनके वंशज होने के नाते हमारी सामाजिक जिम्मेदारी भी है और कर्तव्य भी।

सामाजिक सरोकारों में अग्रणी भूमिका निभाने वाला संस्थान गुरुकृपा संस्थान विगत 14 वर्षों से परंपरागत ढंग से बलिदानियों को श्रद्धांजलि देने का कार्य कर रहा है। ऐसे क्रांतिकारी जिनका बलिदान तिथि अज्ञात है, जिनकी अकाल मृत्यु हुई है।

अमावस्या के दिन तर्पण कर उनका श्राद्ध भी अमावस्या के दिन किया जायेगा।श्री त्रिपाठी ने कहा कि सनातन परंपराओं में मानव जाति पर शास्त्रों के मुताबिक जन्म से ही पांच प्रकार के मातृ ऋण, पितृ ऋण, देव ऋण, ऋषि ऋण और मनुष्य ऋण होते हैं जिसमे पितृ ऋण से मुक्ति मोक्ष का मार्ग पितृ पक्ष अमावस्या है।

बैठक की अध्यक्षता अनिरूद्ध पांडेय एडवोकेट ने किया जबकि संचालन श्रद्धानंद त्रिपाठी ने किया।

बैठक में प्रमुख रूप से

उमेश राय, महेश चंद्र, शंकर शरण दूबे, शुभम् त्रिपाठी, अजय , हरि गोविंद सिंह, अभिषेक, प्रदीप, प्रमोद, सुनील, घनश्याम, अजीत, विष्णु , अभय जुगुनू, आदि मौजूद रहे।

*निशा किन्नर ने कुलपति से की मुलाकात*

गोरखपुर।दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो पूनम टंडन से आज न्यू इंडिया हेल्प फाउंडेशन ट्रस्ट की निशा किन्नर ने मुलाकात की।

मुलाकात के दौरान निशा किन्नर ने कुलपति को ट्रांसजेंडर समाज के लिए निशुल्क उच्च शिक्षा प्रदान किये जाने के लिए प्रत्यावेदन दिया।

कुलपति ने इस मांग पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।

प्रत्यावेदन में निशा किन्नर ने कहा है कि अल्पसंख्यक ट्रांसजेंडर समाज में शिक्षा के अभाव के कारण समाज में कुरीतियों एवं गलत कामों में लिप्त है।

हमारे समाज में अब कुछ बच्चे शिक्षा ग्रहण कर समाज में एक नई पहचान स्थापित करना चाहते हैं। निवेदन है कि निशुल्क शिक्षा ट्रांसजेंडर समाज के लिए दिया जाए।

जो आपके माध्यम से समाज में एक नेक संदेश एवं ट्रांसजेंडर समाज के उत्थान एवं मुख्य धारा से जुड़ने में सहयोग प्रदान हो सके।

*शहर में सरकारी तंत्र में उपलब्ध हैं परिवार नियोजन की गुणवत्तापूर्ण सेवाएं*

गोरखपुर, परिवार नियोजन की सभी स्थायी और अस्थायी सेवाएं शहरी क्षेत्र में ही सरकारी तंत्र के पास उपलब्ध हैं। जरूरत इस बात की है कि लोगों तक इन गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित हो । लोगों को बताया जाए कि परिवार नियोजन की स्थायी या अस्थायी सेवाएं उनके नजदीकी जगह पर कहां मिलेंगी ।

इस कार्य में आशा कार्यकर्ता और एएनएम की अहम भूमिका है । यह बातें अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच डॉ एके चौधरी ने 23 शहरी पीएचसी और 36 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्ल्यूसी) पर उपलब्ध परिवार नियोजन की अस्थायी सेवाओं की समीक्षा बैठक के दौरान कहीं ।

बैठक का आयोजन स्वयंसेवी संस्था पीएसआई इंडिया के सहयोग से प्रेरणा श्री सभागार में गुरूवार को किया गया ।

बैठक के दौरान एसीएमओ आरसीएच ने इस बात पर जोर दिया कि नसबंदी, पीपीआईयूसीडी और पीएआईयूसीडी के इच्छुक व पात्र लाभार्थियों को जिला महिला अस्पताल, प्रकाश सर्जिकल और सूर्या क्लिनिक पर सरकारी प्रावधानों के तहत उपलब्ध सुविधा के बारे में जानकारी दी जाए ।

उन्होंने बताया कि सभी 23 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर अस्थायी साधन कंडोम, माला एन, साप्ताहिक गोली छाया, त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन, इमर्जेंसी पिल्स और आईयूसीडी की सुविधा उपलब्ध है। शहरी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्ल्यूसी) पर कंडोम, माला एन और साप्ताहिक गोली छाया मौजूद है । योग्य दंपति को जागरूक किया जाए कि उन्हें यह साधन बाजार से खरीदने की आवश्यकता नहीं है । यह सभी चीजें सरकारी तंत्र से इन केंद्रों पर पहुंच कर ले सकते हैं ।

डॉ एके चौधरी ने कहा कि नियोजित परिवार का आशय है कि शादी के बाद पहला बच्चा कम से कम दो साल बाद ही प्लान किया जाए । ऐसे नव दंपति को आशा कार्यकर्ता शगुन किट के जरिये परिवार नियोजन के साधन उपलब्ध कराएं ।

गर्भावस्था के दौरान ही दंपति को प्रसव पश्चात परिवार नियोजन के मनपसंद साधन के लिए प्रेरित किया जाए । दो बच्चों में कम से कम तीन साल अंतर रखने के लिए प्रसव के पश्चात दंपति द्वारा साधन का चुनाव आवश्यक है ।

दंपति को समझाया जाए कि ऐसा करने से मां और बच्चे दोनों सुपोषित रहते हैं और पहले बच्चे का सम्पूर्ण विकास हो पाता है । जिन दंपति को दूसरा बच्चा होने वाला हो, उन्हें पहले से ही स्थायी साधन नसबंदी या दीर्घकालीन गर्भनिरोधन के साधन पीपीआईयूसीडी या आईयूसीडी के लिए तैयार करें।

बैठक को पीएसआई इंडिया संस्था की प्रतिनिधि कृति पाठक और शहरी स्वास्थ्य मिशन के समन्वयक सुरेश सिंह चौहान ने भी संबोधित किया । इस मौके पर मंडलीय स्वास्थ्य मिशन की समन्वयक डॉ प्रीति सिंह, क्वालिटी सहायक विजय श्रीवास्तव और संस्था की जिला प्रतिनिधि प्रियंका सिंह समेत सभी केंद्रों के चिकित्सा अधिकारी मौजूद रहे ।

शहरी क्षेत्र में स्थिति

डॉ चौधरी ने बताया कि शहरी क्षेत्र में इस साल अप्रैल से लेकर अगस्त माह तक लाभार्थियों ने 2.94 लाख कंडोम, 6140 साप्ताहिक गोली छाया, 9859 माला एन, 3433 आईयूसीडी, 3429 डोज त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन और 5973 इमर्जेंसी पिल्स का इस्तेमाल किया है । अभी तक 134 महिलाओं ने सरकारी प्रावधानों के तहत नसबंदी की सुविधा प्राप्त की है।