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कांग्रेस ने कहा, मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार 18 साल में बेरोजगारों को नौकरी नहीं दे सकी, अब कर रही झूठा वादा

मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की तारीखों का बेशक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन चुनावी माहौल बन चुका है। सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी कांग्रेस जनता से लोक लुभावन वादे कर रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वादा किया है कि अगर बीजेपी की राज्य में सत्ता बरकरार रहती है तो वह हर घर को नौकरी देगी। यह घोषणा कांग्रेस की लगातार आलोचना के बीच आई है कि चौहान के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार बेरोजगारी के मुद्दे को एड्रेस करने में विफल रही है। कांग्रेस ने सीएम के ऐलान पर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने इसे युवाओं को धोखा देने वाला बताया है।

सीएम चौहान ने कहा, 'मैं (राज्य के लोगों के) आपके जीवन की कठिनाइयों को दूर कर दूंगा। अगर मैं दोबारा सत्ता में आया तो हर परिवार से एक व्यक्ति को रोजगार दिया जाएगा ताकि उन्हें पलायन न करना पड़े। चाहे वह स्वयं सहायता समूहों के जरिए, उद्यम क्रांति योजना के जरिए या सरकारी नोतरी के माध्यम से हो। हर परिवार से एक व्यक्ति को नौकरी दी जाएगी।' यह बातें उन्होंने शुक्रवार को आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहीं। 

चौहान ने कहा कि वह मध्य प्रदेश की धरती की पूजा करने और जनता की सेवा करने के लिए मुख्यमंत्री बने हैं, और उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों के जीवन को बदलने के लिए दिन-रात काम किया। सीएम द्वारा की गई घोषणा के बारे में पूछे जाने पर, राज्य कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि ऐसे बयान केवल युवाओं को गुमराह करने के लिए दिए जा रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया, 'शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पिछले 18 सालों में बेरोजगारों को नौकरी देने में विफल रही है। वह भविष्य में नौकरियां कैसे सुनिश्चित कर सकते हैं? वह फिर से बेरोजगार युवाओं को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं।' बता दें कि मध्य प्रदेश में इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में बड़ा हादसा, मालगाड़ी के 4 डिब्बे पटरी से उतरे, पनवेल-वसई मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन प्रभावित

महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में शनिवार को एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई, जिसके कारण पनवेल-वसई मार्ग पर परिचालन प्रभावित हो गया। समाचार एजेंसी पीटीआई ने मध्य रेलवे के हवाले से यह जानकारी दी है। मध्य रेलवे के मुताबिक, इस हादसे में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।

मालगाड़ी के चार डिब्बे पटरी से उतरे

मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क कार्यालय (CPRO) शिवराज मानसपुरे ने बताया कि मालगाड़ी रायगढ़ जिले के पनवेल से पालघर जिले के बसई की ओर जा रही थी। उन्होंने बताया कि शनिवार दोपहर तीन बजकर पांच मिनट पर मालगाड़ी के ब्रेक वैन सहित चार डिब्बे पनवेल-कालंबोली खंड पर पटरी से उतर गए।

दुर्घटना राहत ट्रेनों को घटनास्थल पर भेजा गया

उन्होंने बताया कि कल्याण और कुर्ला स्टेशनों से दुर्घटना राहत ट्रेनों (एआरटी) को दुर्घटनास्थल पर रवाना किया जा राह है। हालांकि, पनवेल से एक रोड एआरटी को दुर्घटनास्थल पर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि इस हादसे के बाद पनवेल-वसई मार्ग पर परिचालन को फिर से शुरू करने का काम जल्द शुरू किया जाएगा।

पांच यात्री ट्रेनों को रोका गया

शिवराज मानसपुरे ने बताया कि इस घटना के बाद कोंकण-मुंबई मार्ग पर कई जगहों पर करीब पांच यात्री टेनों को रोक दिया गया है। उन्होंने बताया कि रेलवे अधिकारियों ने डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के तहत दो नई लाइनें बिछाने के लिए हार्बर और ट्रांस-हार्बर कॉरिडोर के पनवेल और बेलापुर स्टेशनों के बीच शनिवार रात से 38 घंटे के मेगा ब्लॉक की योजना बनाई है।

देश में फेस्टिव सीजन से पहले महंगाई का बड़ा झटका, 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतें एक अक्टूबर से 209 रुपये बढ़ी

देश में फेस्टिव सीजन से पहले महंगाई का बड़ा झटका लगा है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने कमर्शियल LPG गैस सिलेंडर के दाम बढ़ा दिए हैं। इसके चलते 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतें 1 अक्टूबर से 209 रुपये बढ़ गई हैं। अगर दिल्ली की बात करें तो यहां अब ऐसे सिलेंडर का खुदरा बिक्री दाम आज से 1731.50 रुपये हो गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई से सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। 

इससे पहले 30 अगस्त को सरकार ने आम लोगों को महंगाई से राहत दी थी। इसके तहत घरों में इस्तेमाल वाले एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम 200 रुपये घटा दिए गए थे। इस फैसले के बाद राजधानी दिल्ली में 14.2 किलो का एलपीजी सिलेंडर की लागत 903 रुपये हो गई, जो इससे पहले 1,103 रुपये थी। साथ ही उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को कुल 400 रुपये की गैस सब्सिडी का ऐलान हुआ था। उन्हें पहले से 200 रुपये की सब्सिडी मिल रही थी। इससे उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को एलपीजी सिलेंडर अब 703 रुपये में मिल रहा है।

चुनावी मुद्दा बनीं LPG गैस सिलेंडर की कीमतें

गौरतलब है कि सरकार ने जून, 2020 में एलपीजी पर सब्सिडी देना बंद कर दिया था। देशभर में रसोई गैस की कीमत का निर्धारण बाजार आधारित था। पिछले एक-दो साल में रसोई गैस की कीमतें बढ़ी हैं और यह एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बन गया है। कांग्रेस पार्टी ने एलपीजी की ऊंची कीमतों के कारण लोगों की जेब पर पड़ रहे असर को भांपते हुए इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है। कर्नाटक में संपन्न विधानसभा चुनावों में इसे प्रमुखता से उठाया गया। पार्टी ने मध्य प्रदेश में सत्ता में आने पर 500 रुपये की कीमत में एलपीजी देने का वादा किया है। कांग्रेस राजस्थान में भी इसी कीमत पर एलपीजी उपलब्ध करा रही है। दोनों राज्यों में नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने हैं।

भरतपुर के कुम्हेर में हुए नरसंहार में 31 वर्ष के बाद 9 आरोपियों न्यायालय ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा, 41 को बरी किया, कांड ने देश में मचा दिया

राजस्थान के भरतपुर की जिला एससी/एसटी कोर्ट ने शनिवार को कुम्हेर नरसंहार में फैसला दिया। अदालत ने 9 आरोपियों को दोषी करार देते हुए उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई जबकि 41 को बरी कर दिया। भरतपुर के नवगठित जिले डीग के पुलिस थाना कुम्हेर के अंतर्गत 6 जून 1992 को हुए इस हत्याकांड में अनुसूचित जाति के 16 लोगों की हत्या कर दी गई थी जबकि 40 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। जाट और जाटव समुदाय के कुछ लोगों के बीच के विवाद ने नरसंहार का रूप ले लिया था। हमले में मारे गए और घायल सभी लोग जाटव समुदाय से थे। 

इस नरसंहार की वारदात ने देश की सियासत में तहलका मचा दिया था। सीबीआई को इस हत्याकांड की जांच के आदेश दिए गए थे। सीबीआई ने इस केस में जाट समुदाय के 83 लोगों के खिलाफ चाजशीट दाखिल की थी। ट्रायल के दौरान 33 आरोपियों की मौत हो चुकी है। कोर्ट ने 50 लोगों पर फैसला सुनाया है। इस हत्याकांड में 9 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है जबकि 41 बरी कर दिए गए हैं।

वकील राजेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस ने 6 जून 1992 को कुम्हेर थाने में अनुसूचित जाति के लोगों की हत्या के मामले में जाट समुदाय के लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। 

इसमें जाट समुदाय के 83 लोगों के खिलाफ धारा 302, एससी/एसटी एक्ट, 354,380 के तहत सीबीआई द्वारा कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया गया था। अदालत ने 283 चश्मदीदों के बयान दर्ज किए थे। नरसंहार के 31 साल बाद अब फैसला सुनाया है जिसमें 9 आरोपियों को दोषी ठहराया गया है जबकि 40 लोगों को बरी कर दिया गया है। प्रेम सिंह, लक्खो सिंह, मान सिंह, राजवीर सिंह, प्रीतम सिंह, पारस जैन, चेतन सिंह, चेतन, शिव सिंह, गोपाल सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। 

न्यायालय से बरी किए गए एक शख्स ने अपना नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया है कि घटना की शुरुआत एक मामूली झगड़े से हुई थी। कुम्हेर कस्बे के बड़ा मोहल्ले के मूल निवासी जाटव समाज के कुछ असामाजिक तत्वों ने जाट समाज के कुछ लोगों के साथ मारपीट की थी। इसके बाद दलित समाज के लोगों द्वारा जाट समाज के लोगों पर हमला करने के विरोध में थाना कुम्हेर के पेंगौर गांव में चामड़ माता मंदिर पर जाट समाज ने महापंचायत बुलाई थी। इसमें करीब 50 हजार लोग जमा हुए थे। 

न्यायालय से बरी किए गए शख्स ने बताया कि दलित समुदाय के लोगों ने कुम्हेर के महाराज सिंह, सुरेंद्र सिंह पर हमला किया था। जब पुलिस ने दलित समाज के लोगों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की तो जाट पंचायत ने बड़ा मोहल्ले पर हमला करने और बदला लेने का फैसला लिया। जाट इतिहासकार रामवीर वर्मा ने कहा कि मैंने कुम्हेर हत्याकांड पर एक किताब लिखी थी, जिसे सीबीआई को सौंप दिया गया था। कुछ जाटव गुंडों ने कई बार जाट लोगों पर हमला किया था और तब जाटों ने एक पंचायत करके पुलिस को उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया था। पुलिस ने जब कार्रवाई नहीं की तब जाटों और जाटवों के बीच बवाल हुआ। पुलिस ने छापेमारी के दौरान बड़ा मोहल्ले से अवैध हथियार बरामद किये थे।

पढ़िए, देश के तीन राज्यों में चुनावों को लेकर चित्रकूट स्थित तुलसी पीठाधीश्वर पद्म विभूषण जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने की ये बड़ी भविष्यवाणी

 एक बार फिर से चित्रकूट स्थित तुलसी पीठाधीश्वर पद्म विभूषण जगतगुरु रामभद्राचार्य ने भविष्यवाणी की है। जगद्गुरु रामभद्राचार्य की भविष्यवाणी इस बार 3 प्रदेशों के लिए हुई है। राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के लिए उन्होंने कहा है कि इस बार बीजेपी की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि जो हिन्दू धर्म के साथ है, उनके लिए मेरा आशीर्वाद है।

कहा कि जब तमिलनाडु के मंत्री उदय निधि सनातन धर्म के खिलाफ अनर्गल बातें कही थी, तब किसी पार्टी के नेता ने विरोध नहीं किया था। भारत के पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा विरोध किया गया था। इसके अतिरिक्त रामभद्राचार्य महाराज ने विरोध जताया था। उन्होंने कहा जो हिन्दू धर्म के सिलसिले में अनर्गल बातें करते हैं, उनका अंत निश्चित है। आपको बता दें कि होने वाले आगामी विधानसभा चावन के लिए भविष्यवाणी जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कर दी है। इसके साथ उन्होंने चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र मध्य प्रदेश में कांग्रेस के गढ़ पर भी कहा कि बीजेपी उम्मीदवार सुरेंद्र गहीरवार की जीत होगी। बता दें कि यह कोई जगतगुरु रामभद्राचार्य की पहली भविष्यवाणी नहीं है। 

उन्होंने भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भविष्यवाणी की थी। तत्पश्चात, वह राष्ट्रपति बने थे। जगद्गुरु ने 2020 विधानसभा चुनाव यूपी में योगी आदित्यनाथ के लिए भी भविष्यवाणी की थी कि दोबारा सीएम योगी आदित्यनाथ बनेंगे। हाल में चंद्रयान 3 के लिए भी भविष्यवाणी के साथ उन्होंने आगामी 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भी मोदी को तीसरी बार पीएम होने की भविष्यवाणी कर चुके हैं। गुरु रामभद्राचार्य ने चित्रकूट में तुलसी पीठ की स्‍थापना की थी। वह 2 महीने की आयु से ही दृष्टिहीन हैं। वह रामकथा वाचक के रूप में बहुत लोकप्रिय हैं। छोटी उम्र से ही दृष्टिहीन होने के पश्चात् भी रामभद्राचार्य 22 भाषाओं के जानकार हैं तथा अब तक 80 ग्रंथों की रचना कर चुके हैं।

दो हजार के नोट बदलने की बढ़ी तारीख, अबतक 96% नोट जमा हो चुके, यहां जानिए, कब तक का बढ़ाया गया समय और क्या है पूरी प्रक्रिया

दो हजार रुपये के नोट बदलने की तारीख बढ़ा दी गई है। जारी सूचना के अनुसार, अब जितने भी लोग अभी तक 2 हजार के नोट जमा नहीं कर पाए है या बैंक से नहीं बदलवा पाए है इसे आगे भी बदल सकेंगे। बताया जा रहा है कि अब 7 अक्टूबर तक 2 हजार के नोट बदले जा सकेंगे या बैंक में जमा किए जा सकते है। बताया गया कि अबतक 96% नोट जमा हो चुके है। जानिए, कि इन नोटों को आप कैसे बदल सकते है।

29 सितंबर तक 3.42 लाख करोड़ रुपये के 2,000 रुपये के नोट वापस

आरबीआई ने 2,000 रुपये के नोट वापस लेने के आखिरी दिन जारी एक बयान में कहा कि जनता ने 19 मई से 29 सितंबर तक कुल 3.42 लाख करोड़ रुपये के 2,000 रुपये के नोट वापस किए हैं। केंद्रीय बैंक ने कहा कि अब तक बदले गए नोट इस मूल्य वर्ग में कुल प्रचलित मुद्रा का 96 प्रतिशत है। आरबीआई ने कहा कि 2,000 रुपये के नोट सात अक्टूबर के बाद भी वैध मुद्रा बने रहेंगे, लेकिन इन्हें केवल आरबीआई कार्यालयों में ही बदला जा सकेगा।

दिल्ली में छिपे हुए हैं इस्लामिक स्टेट के आतंकी मोहम्मद शाहनवाज, रिज़वान अली और अब्दुल्ला फैयाज, सूचना देने वाले को 3 लाख इनाम !

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने छिपे हुए संदिग्ध ISIS आतंकवादियों की तलाश में दिल्ली भर में छापेमारी की एक श्रृंखला शुरू की है। उनका पता लगाने के लिए NIA ने उन्हें पकड़ने में मदद करने वाली जानकारी देने वाले को तीन लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है। वांछित आतंकवादियों में मोहम्मद शाहनवाज आलम, जिन्हें शफी उज्जमा या अब्दुल्ला के नाम से भी जाना जाता है, रिजवान अब्दुल हाजी अली और अब्दुल्ला फैयाज शेख का नाम शमिल हैं। ये ऑपरेशन NIA और पुणे पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे हैं और खालिस्तानी तत्वों पर नकेल कसने के एजेंसी के व्यापक प्रयासों के हिस्से के रूप में आते हैं।

NIA की कार्रवाई दिल्ली से आगे तक फैली हुई है, हाल ही में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-NCR, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न क्षेत्रों में छापे मारे गए हैं। कुल 53 स्थानों को लक्षित किया गया है, जिसका प्राथमिक उद्देश्य विभिन्न चरमपंथी समूहों से जुड़े व्यक्तियों के साथ-साथ गैंगस्टर नेटवर्क, हथियार आपूर्तिकर्ताओं, फाइनेंसरों और अवैध सामान व्यापार से जुड़े लोगों को निष्क्रिय करना है। 

खालिस्तान के खिलाफ NIA की ताबड़तोड़ कार्रवाई

NIA ने संदिग्ध खालिस्तानी तत्वों के ठिकानों से आग्नेयास्त्र, विस्फोटक, बड़ी मात्रा में डिजिटल उपकरण और अवैध सामग्री सहित कई चीजें जब्त कीं। पांच केस दर्ज होने के बाद अगस्त 2022 में NIA के प्रयास शुरू हुए। तब से यह पता चला है कि भारत में इन समूहों का नेतृत्व करने वाले कई प्रमुख लोग विदेश भाग गए हैं और विदेशों से अपनी आतंकवादी और हिंसक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।

खालिस्तानी आतंकवादी, पहले समर्थक विदेश भागे

NIA के मुताबिक, ये समूह पाकिस्तान, UAE, कनाडा, पुर्तगाल और अन्य देशों में ड्रग तस्करों और आतंकवादियों के साथ सहयोग कर रहे हैं। इसके अलावा, ऐसे भी दावे हैं कि ये व्यक्ति हत्या और बदले की कार्रवाई सहित गंभीर अपराधों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने के लिए भारतीय जेलों में कैद अपराधियों के साथ गठजोड़ कर रहे हैं।

NIA ने DMK वार्ड पार्षद के आवास पर मारा छापा

इसी तरह की एक घटना में, NIA ने कोयंबटूर में अक्टूबर 2022 के कार विस्फोट मामले के संबंध में तलाशी ली। DMK पार्षद मुबसेरा एम और DMK युवा विंग के सचिव तमीमुन अंसारी के आवास पर छापेमारी जारी है। दोनों से पूछताछ की गई और कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। संदिग्धों का संबंध कोयंबटूर अरबी कॉलेज से है, जहां पिछले अक्टूबर में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए थे। तलाशी के दौरान DMK पार्षद मुबासीरा एम के रिश्तेदारों की पुलिस से झड़प हो गई। कोट्टई संगमेश्वर मंदिर के सामने हुए कार विस्फोट में मुख्य संदिग्ध जेम्स मुबीन की मौत हो गई, जब सिलेंडर से भरे वाहन-जनित इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (VB-IED) में विस्फोट हो गया था।

उत्तरप्रदेश के मैनपुरी में गलत इंजेक्शन लगाने से युवती की मौत, लाश को छोड़कर भागे अस्पतालकर्मी और डॉक्टर

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से लापरवाही और असंवेदनशीलता की एक चौंकाने वाली घटना में, एक निजी अस्पताल के डॉक्टर द्वारा कथित तौर पर गलत इंजेक्शन देने के बाद 17 वर्षीय लड़की की मौत हो गई। पीड़िता के परिवार का आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारियों ने उसके शव को बाहर खड़ी एक मोटरसाइकिल पर फेंक दिया और उन्हें यह बताए बिना कि उसकी मौत हो गई है, वहां से भाग गए।

लोगों के गुस्से के डर से डॉक्टर और हॉस्पिटल स्टाफ सभी भाग गए हैं और लड़की का परिवार न्याय की मांग कर रहा है। अस्पताल के बाहर का एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें लड़की मोटरसाइकिल पर बेजान पड़ी दिख रही है। पीड़िता भारती को मंगलवार को बुखार होने पर घिरोर इलाके में करहल रोड पर स्थित राधा स्वामी अस्पताल ले जाया गया, उसकी चाची मनीषा ने कहा कि, बुधवार को वह "बिल्कुल ठीक" थी। डॉक्टर ने फिर उसे एक इंजेक्शन दिया, जिसके बाद उसकी हालत खराब हो गई।'

चाची ने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने उसे भारती को एक अलग अस्पताल में ले जाने के लिए कहा क्योंकि उसकी हालत बिगड़ रही थी और वे इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते थे। उसने कहा कि जब डॉक्टर ने उन्हें यह बात कही, तब तक भारती पहले ही मर चुकी थी। पीड़ित परिवार ने अभी तक पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया है, जब उनके द्वारा मौके पर भेजे गए एक नोडल अधिकारी ने पाया कि वहां कोई डॉक्टर या प्रशासनिक कर्मचारी नहीं था।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसी गुप्ता ने कहा कि, अस्पताल में एक मरीज मौजूद था, जिसकी सर्जरी हुई थी। उसे नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया और अस्पताल को सील कर दिया गया। वहीं, एक डॉक्टर, इसलिए उसका लाइसेंस रद्द कर दिया गया है।

महिला आरक्षण के नाम पर अब लिपस्टिक और बॉब कट वाली महिलाएं पहुंचेंगी संसद', RJD नेता ने दिया विवादित बयान

महिला आरक्षण बिल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अनुमति अवश्य मिल गई है, मगर अभी भी इस मुद्दे पर आपत्तिजनक बयानों का दौर जारी है। राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने महिला आरक्षण को लेकर अजीबोगरीब बयान दे दिया है। महिला आरक्षण को लेकर अब तक सियासी पार्टियों के अपने-अपने तर्क और बयान थे मगर राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी का महिला पर दिया गया बयान इन सब से परे है। उन्होंने तो महिला आरक्षण में पिछड़े एवं अति पिछड़े को आरक्षण देने की वकालत की मगर इसके लिए उन्होंने जो कारण दिए वो बेहद आपत्तिजनक थे।

राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि महिला आरक्षण के नाम पर लिपस्टिक और बॉब कट वाली आ जाएंगी। यदि देना है तो पिछड़ा और अत्यंत पिछड़ा महिलाओं को आरक्षण दें। अत्यंत पिछड़ा का भी कोटा तय कर दीजिए तब तो ठीक है। नहीं तो महिला के नाम पर बॉब कट और लिपिस्टिक वाली नौकरी में आ जाएंगी, तब आपकी महिलाओं को कुछ मिलेगा क्या।

गौरतलब है कि इस के चलते राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने इस दौरान अपने कार्यकर्ताओं की कसम भी खिलाई कि वो टीवी और सोशल मीडिया से भी दूर रहें। अब्दुल ने कहा कि अपना दिमाग लगाए बिना टेलीविज़न और सोशल मीडिया न्यूज़ देखिएगा तथा उसके चक्कर में पड़िएगा तो ना ही आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी तथा ना ही राज पाठ बढ़ेगा। अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि हमारे टेलीविज़न वाले भाई जो आते हैं उनकी भी मजबूरी होती है। उनकी नौकरी का सवाल होता है उनके जो मालिक हैं वो प्रधानमंत्री मोदी के इशारे पर चलते हैं। जितने भी समाजवादी हैं वो कसम खाएं कि कम से कम लोकसभा चुनाव तक टेलीविज़न का बहिष्कार करेंगे।

'मैं पोस्टर-बैनर नहीं लगाऊंगा, जिसे वोट देना है देगा, वरना नहीं...', 2024 चुनाव के लिए गडकरी का बड़ा ऐलान

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान उनके लोकसभा क्षेत्र नागपुर में उनके कोई बैनर या पोस्टर नहीं होंगे और लोगों को चाय नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि "जो लोग उन्हें वोट देंगे" वो दें, वरना न दें। महाराष्ट्र के वाशिम में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के उद्घाटन के दौरान, केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि वह रिश्वत नहीं लेंगे और किसी को भी ऐसा करने की अनुमति नहीं देंगे।

उन्होंने कहा कि, 'इस लोकसभा चुनाव के लिए, मैंने फैसला किया है कि कोई बैनर या पोस्टर नहीं लगाया जाएगा। लोगों को चाय नहीं दी जाएगी। जिन्हें वोट देना है वे वोट देंगे और जिन्हें नहीं देना है, वे नहीं देंगे। न ही मैं रिश्वत लूंगा। न ही मैं किसी को अनुमति दूंगा। लेकिन, मुझे विश्वास है कि मैं ईमानदारी से आप सभी की सेवा कर सकूंगा।' इससे पहले जुलाई में, गडकरी ने एक निजी किस्सा साझा किया था और कहा था कि उन्होंने एक बार चुनाव के दौरान मतदाताओं को मटन उपलब्ध कराया था, लेकिन फिर भी वह हार गए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मतदाताओं के प्रति विश्वास और प्यार पैदा करके चुनाव जीता जा सकता है।

उन्होंने नागपुर में महाराष्ट्र राज्य शिक्षक परिषद (MSTC) के समारोह में बोलते हुए यह टिप्पणी की। गडकरी ने कहा कि मतदाता बहुत होशियार हैं और उन्हें हर उम्मीदवार से चुनावी सौगात मिली है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोग उस उम्मीदवार को वोट देते हैं जो उन्हें लगता है कि उनके लिए सही है। गडकरी ने कहा कि, "लोग अक्सर पोस्टर लगाकर और चुनावी मदद देकर चुनाव जीतते हैं। हालांकि, मैं ऐसी रणनीतियों में विश्वास नहीं करता हूं। मैंने एक बार एक प्रयोग किया और एक प्रदान किया मतदाताओं को एक किलोग्राम साओजी मटन दिया गया। लेकिन हम चुनाव हार गए। मतदाता बहुत होशियार हैं।'' गडकरी 2014 से नागपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उन्होंने 2019 के आम चुनाव में अपनी सीट बरकरार रखी थी।