राम मंदिर पर खुद बमबारी करके दोष मुस्लिमों पर डालेगी भाजपा..', कर्नाटक कांग्रेस में मंत्री बीआर पाटिल का दावा, मचा बवाल
कई दशकों की कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में श्री राम मंदिर का पक्ष में फैसला सुनाया था, इसके बाद से ही यह मंदिर आतंकियों के निशाने पर है। इस्लामिक स्टेट (ISIS), अल कायदा जैसे संगठन तो मंदिर पर हमला करने और वहां वापस मस्जिद बनाने की धमकी तक दे चुके हैं। भारत में भी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी लगातार कहते रहते हैं कि, अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी और क़यामत तक रहेगी। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) भी बिलकुल ओवैसी जैसा ही बयान दे चुका है। यानी, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी एक समुदाय में राम मंदिर को लेकर निरंतर नफरत भरी जा रही है। हालाँकि, अब श्री राम मंदिर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और उद्घाटन की तैयारियां तेज हो रहीं हैं। इस बीच विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. द्वारा लगातार राम मंदिर पर हमले को लेकर बयान दे रहे हैं।
शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और संजय राउत द्वारा बार-बार राम मंदिर उद्घाटन के समय गोधरा जैसा कांड होने की आशंका जताए जाने के बाद अब एक कांग्रेस नेता का भी बयान इस मामले में सामने आया है। कर्नाटक कांग्रेस के विधायक बीआर पाटिल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसी आशंका है कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनावों के लिए हिंदू वोटों को मजबूत करने के लिए "राम मंदिर पर बमबारी" कर सकती है और इसका दोष मुस्लिम समुदाय पर मढ़ सकती है। कर्नाटक भाजपा द्वारा एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किए गए एक वीडियो में, कांग्रेस विधायक कहते दिख रहे हैं कि, "मोदी को अपना अगला लोकसभा चुनाव जीतने के लिए, संभावना है कि वे (भाजपा) राम मंदिर पर बमबारी करेंगे और हिन्दुओं को जोड़ने के लिए इसका दोष मुसलमानों पर डालेंगे।" हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि पाटिल ने यह टिप्पणी कब की।
भाजपा ने पाटिल की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है और हिंदू-मुस्लिम तनाव को बढ़ावा देने के लिए पार्टी की आलोचना की है। भाजपा ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, "हिंदू धर्म की नींव पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस सदस्यों ने पहले ही राम मंदिर पर अपनी बुरी नजर डाल दी है। राम मंदिर को अस्थिर करने का प्रयास करके और हिंदू मुस्लिम तनाव को बढ़ावा देकर, कांग्रेस ने पहले ही सरकार को दोषी ठहराने के लिए जमीन तैयार कर ली है। यह पार्टी के मंत्री बीआर पाटिल ने गलती से इसका उल्लेख कर दिया है।"
बता दें कि, 26/11 को मुंबई में आतंकी हमला हुआ था। जिसमे 175 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। जब पाकिस्तान में स्थित एक इस्लामी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के 10 आतंकियों ने चार दिन तक मुंबई में मौत का तांडव मचाया था। इसमें से 9 आतंकी मारे गए थे और 1 आतंकी अजमल कसाब को मुंबई पुलिस के तुकाराम ओम्ब्ले ने 20 से अधिक गोलियां खाकर भी जिन्दा दबोच लिया था। पाकिस्तान चाहता था कि, इस हमले का दोष हिन्दुओं पर आए, इसलिए उसने आतंकियों के हाथ में 'कलावा' बांध दिया था और उनकी जेबों में हिन्दू नाम वाले ID कार्ड रख दिए थे। सभी आतंकियों को अधिक से अधिक लोगों को मारने के बाद खुद भी हमले में मर जाने का आदेश था, लेकिन कसाब को जिन्दा पकड़ लिया गया।
जांच होती, सच्चाई सामने आती, उससे पहले ही कुछ कांग्रेस नेताओं द्वारा 'हिन्दू आतंकवाद' शब्द उछाल दिया गया।
कांग्रेस के दिग्गज नेता और रणनीतिकार दिग्विजय सिंह ने फिल्म निर्माता महेश भट्ट के साथ मिलकर 26/11 हमला- RSS की साजिश नाम से किताब लॉन्च कर दी। यहाँ तक हिन्दुओं पर आतंकी हमले का दोष डालने का पाकिस्तानी प्लान सफल हो चुका था। लेकिन, जिन्दा पकड़े गए कसाब ने पूछताछ में कबूल लिया कि, 'उसे पाकिस्तान ने हूरों की लालच देकर भारत में जिहाद करने भेजा था।'
कसाब के कबूलनामे का वीडियो आज भी यूट्यूब पर उपलब्ध है। उसके कबूलनामे के बाद पाकिस्तान का पूरा प्लान फेल हो गया और दिग्विजय द्वारा लॉन्च की गई किताब भी। अब कर्नाटक कांग्रेस के नेता बीआर पाटिल शायद यही कह रहे हैं कि, भाजपा राम मंदिर पर हमला कराकर दोष मुस्लिमों पर डाल सकती है, जैसे अतीत में कांग्रेस ने 26/11 आतंकी हमले का दोष हिन्दुओं पर डालने की कोशिश की थी और अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान की मदद की थी। वैसे ये भी गौर करें कि, कई आतंकी संगठनों ने पहले से ही राम मंदिर पर हमले की धमकी तो दे ही रखी है, ऐसे में उद्धव, संजय राउत, कांग्रेस नेता पाटिल के बयान उन आतंकियों को अभी से क्लीन चिट दे रहे हैं और एक तरह से आमंत्रण भी। क्योंकि, यदि आतंकी हमला करते भी हैं, तो ये तमाम नेता पूरा दोष सरकार पर डालने के लिए अभी से तैयार हैं और आतंकी खुले बच जाएंगे।
Sep 26 2023, 18:53