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संसद के विशेष सत्र पर पी मोदी की टिप्पणी, कहा- सत्र छोटा, लेकिन लिए जाएंगे ऐतिहासिक निर्णय

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मोदी सरकार ने आज से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है।सत्र में भाग लेने के लिए पीएम मोदी संसद पहुंचे। यहां उन्होंने प्रेस से बातचीत के दौरान चंद्रयान-3 मिशन पर बात की। पीम ने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन भारत के लिए गौरव का विषय है। चंद्रयान-3 मिशन नई प्रेरणा का स्रोत बना। भारत चांद पर भी तिरंगा फहरा रहा है। शिव शक्ति पॉइंट भारत के लिए प्रेरणा का केंद्र बना है। 

जी-20 आयोजन को बताया गौरव का क्षण

पीएम मोदी ने जी-20 के आयोजन पर भी बात की। उन्होंने कहा कि जी20 में हम ग्लोबल साउथ की आवाज बने। जी-20 की अभूतपूर्व सफलता देश के लिए गर्व का विषय है। जी20 की सफलता भारत की विविधता का सेलिब्रेशन बन गया है. देश के उज्ज्वल भविष्य का संकेत दे रही है. भारत के गौरव को बढ़ाने वाला माहौल बन रहा है।

सत्र छोटा जरूर, लेकिन समय के हिसाब से बहुत बड़ा-पीएम मोदी

इस दौरान पीएम मोदी ने किसी का नाम लिए बिना विपक्ष पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा, ये सत्र छोटा जरूर है, लेकिन समय के हिसाब से बहुत बड़ा है।ऐतिहासिक निर्णयों का ये सत्र है।75 साल की यात्रा नए मुकाम से आरंभ हो रही है। ये ऐतिहासिक निर्णयों का सत्र होगा।

पुरानी बुराइयों को छोड़ नए संसद में अच्छाइयों को लेकर चलें-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि नए स्थान पर संसद की यात्रा को बढ़ाते हुए 2047 में इस देश को विकसित राष्ट्र बनाकर रहना है। ये सत्र अनेक प्रकार से महत्वपूर्ण है। मैं आग्रह करता हूं कि सभी सांसदों को ज्यादा से ज्यादा समय मिले। जीवन में कुछ ऐसे पल होते हैं जो उतासह और उमंग से भर देते हैं। पुरानी बुराइयों को छोड़ नए संसद में अच्छाइयों को लेकर चलें।

पश्चिमी देश बुरे हैं"इस सिन्ड्रोम से बाहर निकलने की जरूरत, जानें विदेशमंत्री एस जयशंकर ने ऐसा क्यों कहा

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भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सलाह दी है कि हमें ‘पश्चिम बुरा है’ वाले ‘सिंड्रोम’ से बाहर आने की जरूरत है।विदेश मंत्री जयशंकर का कहना है कि पश्चिमी देशों को लेकर बेहद नकारात्मक धारणा बनी हुई है।पश्चिमी देशों को नकारात्मक रूप से देखने के सिंड्रोम से बाहर निकलने की जरूरत है।प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के उद्घाटन के सिलसिले में तिरुअनंतपुरम पहुंचे जयशंकर ने मलयालम न्यूज़ चैनल 'एशियानेट' को रविवार को दिए इंटरव्यू के दौरान ये बात कही। उन्होंने इंटरव्यू में यह भी साफ़ किया कि वह पश्चिमी देशों की वकालत नहीं कर रहे हैं।

विदेश मंत्री जयशंकर रविवार को केरल पहुंचे। वह राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम में 'पीएम विश्वकर्मा' योजना के लॉन्च के कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने एक मलयालम न्यूज चैनल एशियानेट को इंटरव्यू दिया।विदेशमंत्री ने कहा, पश्चिम देश एशिया और अफ़्रीका में बड़े पैमाने पर सामान नहीं भर रहे हैं। मेरे खयाल से हमें अतीत के इस सिन्ड्रोम से उबरने की ज़रूरत है कि पश्चिमी देश बुरे हैं, और विकासशील देशों के ख़िलाफ़ हैं।दुनिया बहुत जटिल है, और दिक्कतें उससे भी ज़्यादा जटिल हैं। इस दौरान विदेश मंत्री का निशाना चीन पर था, जहां उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि हमें इस सोच को पीछे छोड़ देना चाहिए जहां पश्चिम को बुरा और दूसरी तरफ अन्य देशों को विकासशील मानते हैं। उन्होंने साफ किया कि वह ऐसा कहकर पश्चिम के लिए बैटिंग नहीं कर रहे हैं।

जब उनसे पूछा गया कि क्या चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग इस वजह से नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुए, क्योंकि वह भारत को ग्लोबल साउथ के नेता के रूप में नहीं देखना चाहते थे, जयशंकर ने कहा कि अटकलें तो बहुत लग रही थीं। उन्होंने कहा कि आज मुद्दा ये है कि कैसे एक मजबूत भावना की शुरुआत हो, जहां वैश्वीकरण में पिछले 15-20 सालों में असमानताएं देखी गई हैं। वैश्वीकरण में विनिर्माण का केंद्रीकरण हो गया है, जिसका फायदा भी हो रहा है और सब्सिडी दी जा रही है और इससे विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्थाएं भी प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने ग्लोबल साउथ को लेकर सवाल पर कहा कि आज जिस तरह से भारत ने भारत ने विनिर्माण, कृषि, चंद्रयान-3 मिशन जैसी उब्लब्धियां हासिल की है, ग्लोबल साउथ का भारत में विश्वास जगा है।

विदेश मंत्री ने जी 20 के सफल आयोजन पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि भारत की अध्यक्षता में जी20 शिखर सम्मेलन की उपलब्धियों और कनाडा द्वारा खालिस्तान समूह शह देने को लेकर खुले तौर पर बात हुई। उन्होंने कहा कि भारत की अध्यक्षता में प्रभावशाली समूहों को जी20 से जोड़ा गया और ग्लोबल साउथ पहल पर अपना ध्यान केंद्रित किया। जयशंकर ने कहा कि जी20 के जरिए भारत ने एक अलग कूटनीति अपनाने की कोशिश की और सम्मेलन की मदद से बाल्टिक के बारे में देश में और ज्यादा दिलचस्पी पैदा हुई। जयशंकर ने कहा कि भारत अब अलग स्तर का आत्मविश्वास और अलग नेतृत्व वाला एक अलग देश है और जिस तरह से जी20 आयोजित किया गया उससे देश को फायदा ही हुआ है।

आज से शुरू हो रहा संसद का विशेष सत्र, विपक्ष तैयार, इन मुद्दों पर होगा प्रहार

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आज से संसद का 5 दिवसीय विशेष सत्र शुरू हो रहा है। संसद के 75 साल के सफर पर चर्चा और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति समेत चार विधेयकों पर चर्चा होगी।ऐसी संभावना है कि मोदी सरकार इस विशेष सत्र में कई अहम बिलों को हरी झंडी दे सकती है।विशेष सत्र का पहला दिन पुराने संसद भवन में ही आयोजित होगा, लेकिन दूसरे दिन से सत्र की कार्यवाही नए संसद भवन में की जाएगी। संसद भवन की बिल्डिंग भले ही नई हो, लेकिन मुद्दे वही पुराने रहने वाले हैं।

सरकार ने विशेष सत्र का एजेंडा भी जारी कर दिया है। सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा में 75 सालों में संसद की यात्रा पर होगी चर्चा। इस दौरान संविधान सभा से लेकर आज तक संसदीय यात्रा पर चर्चा होगी।इसके अलावा प्रिविलेज कमेटी की तरफ से छह रिपोर्ट रखी जाएगी। पीएम मोदी लोकसभा में और पीयूष गोयल राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत कर सकते हैं।

18 से 22 सितंबर यानी पांच दिन के इस विशेष सत्र के पहले 17 सितंबर को नए संसद भवन के गज द्वार पर राष्ट्रध्वज फहराया गया। यह संसद की नई इमारत में पहला और औपचारिक ध्वजारोहण था। इससे पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संसदीय ड्यूटी ग्रुप ने उपराष्ट्रपति धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया।

विशेष सत्र से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी, जिसमें संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व किया। वहीं, विपक्षी की ओर से कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एचडी देवेगौड़ा, डीएमके सांसद कनिमोझी, टीडीपी नेता राम मोहन नायडू, टीएमसी के डेरेक ओब्रायन, आप से संजय सिंह, बीजेडी के सस्मित पात्रा, बीआरएस नेता के केशव राव, वाईएसआर कांग्रेस से केवी विजयसाई रेड्डी, आरजेडी के मनोज झा और सपा के रामगोपाल यादव ने शिरकत की थी।

31 अगस्त को केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर के बीच संसद का विशेष सत्र बुलाने की घोषणा की। केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक्स पर पोस्ट में ये जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि संसद के विशेष सत्र में पांच बैठकें होंगी। इसके बाद एक देश एक चुनाव, महिला आरक्षण, समान नागरिक संहिता सहित कई अहम विधेयकों को लेकर अटकलें शुरू हो गईं। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बयान में कहा कि अमृत काल के समय में होने वाले इस सत्र में संसद में सार्थक चर्चा और बहस होने को लेकर आशान्वित हूं। 18 से 22 सितंबर तक चलने वाले इस सत्र में पहले दिन को छोड़कर बाकी दिन की कार्यवाही नए संसद भवन में होगी। गणेश चतुर्थी के दिन यानी 19 सितंबर को नए भवन में कार्यवाही की शुरुआत होगी।

इटली में उड़ान भरते वक्त हवा में आग का गोला बना विमान, पायलट ने कूदकर बचाई जान, 5 साल की बच्ची की मौत

इटली के तुरीन में सैन्य अभ्यास के दौरान एक सैन्य जेट हादसे का शिकार हो गया, जिसके चपेट में आने के बाद एक लड़की की मौत हो गई। इस घटना की भयावह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इतालवी सैन्य जेट दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद एक कार से जा टकराया, जिससे कार में बैठी पांच साल की एक लड़की की मौत हो गई।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह हादसा ट्यूरिन शहर में हुआ। जब अभ्यास के दौरान पायलट ने अपना नियंत्रण खो दिया और प्लेन जमीन से जा टकराई। वीडियो में देखा जा सकता है कि विमान में आग लगने से कुछ क्षण पहले पायलट ने खुद को इजेक्ट कर अपनी जान बचाई। जिसके बाद विमान, एक कार से टकराई, जिसमें एक परिवार मौजूद था।

मृत बच्ची का भाई भी गंभीर रूप से घायल

रिपोर्ट के अनुसार, इस हादसे में मृतक का एक आठ वर्षीय भाई गंभीर रूप से घायल हो गया है। जबकि उनके माता-पिता झुलस गए हैं। हालांकि वे फिलहाल खतरे से बाहर हैं। वहीं, जेट पायलट की स्थिति ठीक है। स्थानीय इतालवी मीडिया के अनुसार, शुरुआती जांच से पता चलता है कि विमान पक्षियों के झुंड से टकरा गया, जिससे संभवत: कोई जानवर इंजन में घुस गया और इंजन फेल हो गया।

रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त विमान फ़्रीसे ट्राइकोलोरी प्रदर्शन टीम का हिस्सा था, जिसे रविवार को इतालवी वायु सेना के 100 साल पूरे होने के अवसर पर एक कार्यक्रम में भाग लेना था। रॉयटर्स के मुताबिक, यह इवेंट अब रद्द कर दिया गया है। इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो ने कहा कि मंत्रालय परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है।

हवाई किराया इस फेस्टिवल और सर्दियों में भर सकता है ऊंची उड़ान, इस वजह से पड़ेगा जेब पर असर

डेस्क: फेस्टिवल सीजन दस्तक दे रहा है। आप फ्लाइट से घर जाने की प्लानिंग कर रहे होंगे। लेकिन इस साल फेस्टिवल में घर जाना या सर्दियों में फ्लाइट से सफर करना महंगा भी पड़ सकता है। किराये में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। इसके पीछे की बड़ी वजह है गो फर्स्ट एयरलाइन कंपनी। 

एयरलाइन अधिकारियों ने कहा कि गो फर्स्ट के अंतरराष्ट्रीय उड़ान अधिकारों पर कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक भारतीय एयरलाइन्स को पॉपुलर रूट पर ज्यादा फ्लाइट्स तैनात करने से रोक रही है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में खासकर आगामी फेस्टिवल सीजन और सर्दियों के मौसम में आपको हवाई यात्रा करने के लिए ज्यादा पैसा देना पड़ सकता है। 

लिमिट से ज्यादा फ्लाइट का ऑपरेशन नहीं

उड़ान अधिकार सरकारों की तरफ से अपने देशों की एयरलाइनों को द्विपक्षीय पारस्परिक आधार पर अलॉट किए जाते हैं। इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, कोई भी एयरलाइंस अलॉट किए गए लिमिट से ज्यादा फ्लाइट का ऑपरेशन नहीं कर सकतीं। एविएशन इंडस्ट्रीज एग्जिक्यूटिव के मुताबिक, घरेलू एयरलाइन गो फर्स्ट ने अपने दिवालिया होने को लेकर एप्लीकेशन फाइल करने से पहले कई इंटरनेशनल रूट के लिए फ्लाइंग राइट्स हासिल कर लिए थे। 

गो फर्स्ट के नाम अलॉट की हुई हैं ये सीटे

खबर के मुताबिक, गो फर्स्ट ने प्रति सप्ताह थाइलैंड के लिए 8000 सीट्स, मलेशिया के लिए 3000 सीट्स, अबू धाबी के लिए 9000 सीट्स, सिंगापुर के लिए 1200 सीट्स अलॉट करा लिया था। इसमें बताया गया कि भारतीयों के लिए ये एयर रूट्स काफी पॉपुलर रहे हैं और इनके डिमांड में भी बड़ा उछाल देखने को मिला है। लेकिन सरकार अब दूसरी एयरलाइन कंपनियों को गो फर्स्ट के राइट्स को रीलोकेट करने पर सहमत नहीं है। नतीजा यह है कि एयरलाइन कंपनियां इन रूट्स पर अपनी फ्लाइट्स तैनात नहीं कर पा रही हैं। 

ये फैक्टर भी बढ़ा सकते हैं एयर फेयर

हवाई किराए में बढ़ोतरी की और वजह है एयर टर्बाइन फ्यूल यानी एटीएफ की कीमत में उछाल का आना। बता दें, एयरलाइन कंपनियों के ऑपरेशन में सबसे ज्यादा लागत में एटीएफ की हिस्सेदारी होती है। मासिक आधार पर एटीएफ की कीमत में 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है। एग्जिक्यूटिव का कहना है कि अगले महीने भारत में आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड होने जा रहा है। ऐसे में डिमांड और सप्लाई में मिसमैच होगा।

IND Vs SL : भारत ने श्रीलंका को एशिया कप के फाइनल में 10 विकेट से हराया, 19 दिनों में इस टूर्नामेंट में 13 मैच खेले गए

आखिरकार एशिया कप 2023 अपने अंजाम तक पहुंच गया है। 19 दिनों के इस टूर्नामेंट में 13 मैच खेले गए। फाइनल में भारत ने श्रीलंका को 10 विकेट से हराकर खिताब जीत लिया है। श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। भारतीय गेंदबाजों के आगे श्रीलंकाई पारी 50 रन पर सिमट गई। भारत ने 6.1 ओवर में मैच 10 विकेट से जीत लिया। भारत ने श्रीलंका को एशिया कप के फाइनल में 10 विकेट से हरा दिया है।

भारत ने तीन ओवर के बाद बिना विकेट गंवाए 32 रन बना लिए हैं। फिलहाल शुभमन गिल आठ गेंदों में 18 रन और ईशान किशन 10 गेंदों में 13 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे हैं। भारतीय टीम आठवीं बार एशियाई चैंपियन बनने के करीब है। भारत के लिए कप्तान रोहित शर्मा ओपनिंग के लिए नहीं आए हैं। ईशान किशन और शुभमन गिल ओपनिंग के लिए आए हैं। पहले ओवर में इन दोनों ने सात रन जोड़े।

उत्तराखंड : एसटीएफ ने नोएडा से दबोचा पारदी गैंग का गुलेलबाज बदमाश, हरिद्वार में सिपाही की फोड़ी थी आंख, छह पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार

एसटीएफ ने पारदी गैंग के गुलेलबाज बदमाश को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है। इस बदमाश ने हरिद्वार में सिपाही की गुलेल से हमला कर आंख फोड़ दी थी। बदमाश पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इस गिरोह के छह बदमाशों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

एसएसपी एसटीएफ आशोक कुमार ने बताया कि घटना 26 मई 2022 की है। हरिद्वार के रानीपुर क्षेत्र में लगातार चोरी की घटनाएं हो रही थीं। बदमाशों की धरपकड़ के लिए चीता पुलिस के दो सिपाही क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। गश्त के दौरान उन्होंने एक संदिग्ध युवक को पकड़कर पूछताछ शुरू की तो पीछे से तीन बदमाश और आ गए।

इनमें से एक ने गुलेल से हमला कर एक सिपाही की आंख फोड़ दी। जबकि, दूसरे के सीने पर हमला कर वहां से भाग गए। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज आरोपियों की तलाश शुरू की। हरिद्वार पुलिस ने इस मामले में कुल छह बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था।

हरिद्वार जिले में ही छह मुकदमे दर्ज

यह आगरा की पारदी गैंग के सदस्य थे। जबकि, गुलेल चलाने में माहिर विक्रम निवासी मेहताब पार्क आगरा फरार चल रहा था। पहले हरिद्वार पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। इसके बाद आईजी रेंज की ओर से इनाम बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया।

ऑपरेशन प्रहार के तहत एसटीएफ लगातार इनामी बदमाशों की धरपकड़ कर रही है। इस बीच टीम को सूचना मिली कि विक्रम इन दिनों नोएडा के दादरी इलाके में रह रहा है। सब इंस्पेक्टर उमेश कुमार की टीम ने दादरी से गिरफ्तार कर लिया गया। न्यायालय के आदेश पर आरोपी विक्रम को जेल भेज दिया गया है। उसके खिलाफ हरिद्वार जिले में ही छह मुकदमे दर्ज हैं।

एमपी के बदमाशों को देखकर सीखी गुलेल

पारदी गैंग आगरा और इसके आसपास सक्रिय रहता है। यह जनजातीय लोग हैं जो कि लूट और चोरी की घटनाओं में शामिल रहते हैं। इनके पास हथियार भी होते हैं। लेकिन, गुलेलबाज विक्रम ने मध्य प्रदेश में सक्रिय कुछ बदमाशों को देखकर गुलेल चलाना सीखा था। वह जहां भी घटना करने के लिए जाता अपनी कमर पर गुलेल बांध लेता था। ताकि, समय आने पर इसका उपयोग कर सके। इस गिरोह के कुछ सदस्यों को जनता ने भी सिडकुल में पकड़ा था। लेकिन, उस वक्त ये बदमाश हवा में फायर झोंकते हुए वहां से भाग गए थे।

बीजेपी पर भड़के अरविंद केजरीवाल, बोले- 140 करोड़ लोगों का है INDIA, तुम्हारे पिताजी का नहीं

मध्य प्रदेश समेत देश के पांच राज्यों में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गईं हैं। आज दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोला।

भाजपा वाले इतने बौखला गए कि बोले अब देश का नाम बदलेंगे

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कुछ दिन पहले 28 विपक्षी पार्टियों ने एक गठबंधन बनाया। उसका नाम रखा इंडिया रखा. इससे भाजपा वाले इतने बौखला गए कि बोले अब देश का नाम बदलेंगे। क्या इंडिया तुम्हारे पिताजी का है, 140 करोड़ लोगों का है इंडिया, 140 करोड़ लोगों का है भारत।

नर्मदा जिले में बाढ़ का खतरा, सोमवार को बंद रहेंगे सभी शैक्षणिक संस्थान

डेस्क: गुजरात के नर्मदा जिले में बाढ़ जैसे हालात बनने से हर तरफ चिंता छाई हुई है। प्रशासन बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए तैयारियां करने में जुटा है। इसी बीच जिला प्रशासन ने जिले के स्कूल और कॉलेज समेत सभी शैक्षणिक संस्थान सोमवार को बंद रखने के आदेश दिए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि नर्मदा बांध से पानी छोड़े जाने के बाद नर्मदा जिले के कई गांवों में बाढ़ की रिपोर्ट के मद्देनजर यह आदेश जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने सोमवार को सभी स्कूलों, कॉलेजों और आईटीआई को बंद रखने की अधिसूचना जारी की है।

इससे पहले नदी में जल स्तर बढ़ने के कारण नर्मदा भरूच और वडोदरा जिलों में नर्मदा नदी के किनारे के कई गांवों को अलर्ट पर रखा गया है। बता दें कि भारी बारिश के बाद केवड़िया कॉलोनी में सरदार सरोवर नर्मदा बांध के 30 में से 23 गेट शनिवार को 5.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने के लिए खोल दिए गए थे। इस बीच, नर्मदा में जल स्तर में वृद्धि के बीच जिले में एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही प्रशासन नर्मदा निगम बांध में जल स्तर बनाए रखने और बाढ़ के प्रभाव को लगातार कम करने के लिए सावधानीपूर्वक प्रयास कर रहा है।

अधिकारियों द्वारा भरूच नर्मदा की लगातार निगरानी की जा रही

इसके अलावा, वडोदरा जिले के अधिकांश कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा भरूच नर्मदा की लगातार निगरानी की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि निचले इलाके बाढ़ से प्रभावित न हों। इससे पहले एक अधिकारी ने बताया कि आज 16 सितंबर को देर रात नर्मदा बांध से 19 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना है, जिसके संबंध में जिला प्रशासन ने नदी के किनारे से सटे निचले इलाकों के लोगों से जानकारी मांगी है. नर्मदा नदी जैसे दभोई, शिनोर और कर्जन तहसील के गांवों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए कहा गया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव-2024 के दावेदार विवेक रामास्वामी ने खेला बड़ा दांव, कहा-"मैं सत्ता में आया तो H1B वीजा को खत्म कर दूंगा"

डेस्क: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में दावेदारी ठोक रहे भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने बड़ा दांव खेलते हुए नया ऐलान किया है। विवेक रामास्वामी ने एच-1 बी वीजा कार्यक्रम को "गिरमिटिया" कहते हुए सत्ता में आने पर इस व्यवस्था को खत्म करने का ऐलान किया है। भारतीय-अमेरिकी रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार विवेक रामास्वामी ने कहा कि अगर वह 2024 में व्हाइट हाउस की दौड़ जीतते हैं तो लॉटरी-आधारित एच1-बी वीजा प्रणाली को "खत्म" करके इसके स्थान पर योग्यता को वरीयता देंगे। उन्होंने एच-1बी वीजा कार्यक्रम को खत्म करने के साथ ही प्रवेश के लिए योग्यता को अहमियत देने की कसम खाई है।

भारतीय आईटी पेशेवरों के बीच बहुप्रतीक्षित एच-1बी वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को विशेष व्यवसायों में नियुक्त करने की अनुमति देता है, जिनके लिए सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस पर निर्भर हैं। 

रामास्वामी ने स्वयं 29 बार वीज़ा कार्यक्रम का उपयोग किया है। 2018 से 2023 तक, अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवाओं ने एच-1बी वीजा के तहत कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए रामास्वामी की पूर्व कंपनी, रोइवंत साइंसेज के 29 आवेदनों को मंजूरी दी। पोलिटिको ने रामास्वामी के हवाले से कहा फिर भी, एच-1बी प्रणाली "इसमें शामिल सभी लोगों के लिए खराब है। उन्होंने कहा, "लॉटरी प्रणाली को वास्तविक योग्यता प्रवेश द्वारा प्रतिस्थापित करने की आवश्यकता है।

गुलामी का प्रतीक है गिरमिटिया

रामास्वामी ने कहा कि यह गिरमिटिया दासता का एक रूप है जो केवल उस कंपनी के लाभ के लिए होता है, जिसने एच -1 बी आप्रवासी को प्रायोजित किया था। मैं इसे खत्म कर दूंगा।" अमेरिका को श्रृंखला-आधारित प्रवासन को समाप्त करने की आवश्यकता है। "जो लोग परिवार के सदस्यों के रूप में आते हैं और जो इस देश में कौशल-आधारित योगदान देते हैं, वे योग्यता आधारित आप्रवासी नहीं हैं । रामास्वामी ने फरवरी 2021 में रोइवंत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में पद छोड़ दिया, लेकिन जब उन्होंने अपने राष्ट्रपति अभियान की घोषणा की तब इस साल फरवरी तक कंपनी के निदेशक मंडल के अध्यक्ष बने रहे ।

घुसपैठियों के बच्चों को बाहर करेंगे रामास्वामी

रामास्वामी के प्रेस सचिव ट्रिसिया मैकलॉघलिन ने कहा कि एक नीति निर्माता की भूमिका "वह करना है जो समग्र रूप से देश के लिए सही है। यह प्रणाली टूट गई है और इसे ठीक करने की आवश्यकता है।" उन्होंने एक बयान में कहा, "विवेक का मानना ​​है कि अमेरिकी ऊर्जा क्षेत्र की देखरेख करने वाले नियम बुरी तरह ध्वस्त हुए हैं, लेकिन वह अभी भी पानी और बिजली का उपयोग करते हैं। 

रामास्वामी, जो स्वयं आप्रवासियों की संतान हैं, ने अपने प्रतिबंधवादी आप्रवासन नीति एजेंडे के लिए सुर्खियाँ बटोरी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह सीमा को सुरक्षित करने के लिए सैन्य बल का उपयोग करेंगे और बिना दस्तावेज वाले आप्रवासियों के अमेरिका में जन्मे बच्चों को निर्वासित करेंगे। एच-1बी वीजा की अत्यधिक मांग है और इन श्रमिकों की मांग लगातार बढ़ रही है।

अमेरिका प्रतिवर्ष देता है इतने एच1-बी वीजा

अमेरिका प्रतिवर्ष 65,000 एच-1बी वीजा देता है जो सभी के लिए खुला है और 20,000 उन्नत अमेरिकी डिग्री वाले लोगों के लिए है। जुलाई में, भारतीय-अमेरिकी कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति ने भारतीय पेशेवरों द्वारा प्रतिष्ठित एच-1बी कार्य वीजा पर उच्च कुशल विदेशी श्रमिकों की वार्षिक संख्या को दोगुना करने का प्रस्ताव करते हुए एक विधेयक पेश किया।

 एच-1बी वीजा की संख्या को 65,000 से दोगुना कर 130,000 करने का भी प्रावधान है, ताकि महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी क्षेत्रों सहित अमेरिकी नियोक्ताओं को दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को आकर्षित करने की अनुमति मिल सके। वर्तमान में, लगभग तीन-चौथाई एच-1बी वीजा भारतीय पेशेवरों को जारी किए जाते हैं।