आज से शुरू हो रहा संसद का विशेष सत्र, विपक्ष तैयार, इन मुद्दों पर होगा प्रहार
#special_session_of_parliament
आज से संसद का 5 दिवसीय विशेष सत्र शुरू हो रहा है। संसद के 75 साल के सफर पर चर्चा और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति समेत चार विधेयकों पर चर्चा होगी।ऐसी संभावना है कि मोदी सरकार इस विशेष सत्र में कई अहम बिलों को हरी झंडी दे सकती है।विशेष सत्र का पहला दिन पुराने संसद भवन में ही आयोजित होगा, लेकिन दूसरे दिन से सत्र की कार्यवाही नए संसद भवन में की जाएगी। संसद भवन की बिल्डिंग भले ही नई हो, लेकिन मुद्दे वही पुराने रहने वाले हैं।
सरकार ने विशेष सत्र का एजेंडा भी जारी कर दिया है। सत्र के पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा में 75 सालों में संसद की यात्रा पर होगी चर्चा। इस दौरान संविधान सभा से लेकर आज तक संसदीय यात्रा पर चर्चा होगी।इसके अलावा प्रिविलेज कमेटी की तरफ से छह रिपोर्ट रखी जाएगी। पीएम मोदी लोकसभा में और पीयूष गोयल राज्यसभा में चर्चा की शुरुआत कर सकते हैं।
18 से 22 सितंबर यानी पांच दिन के इस विशेष सत्र के पहले 17 सितंबर को नए संसद भवन के गज द्वार पर राष्ट्रध्वज फहराया गया। यह संसद की नई इमारत में पहला और औपचारिक ध्वजारोहण था। इससे पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संसदीय ड्यूटी ग्रुप ने उपराष्ट्रपति धनखड़ और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया।
विशेष सत्र से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी, जिसमें संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व किया। वहीं, विपक्षी की ओर से कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एचडी देवेगौड़ा, डीएमके सांसद कनिमोझी, टीडीपी नेता राम मोहन नायडू, टीएमसी के डेरेक ओब्रायन, आप से संजय सिंह, बीजेडी के सस्मित पात्रा, बीआरएस नेता के केशव राव, वाईएसआर कांग्रेस से केवी विजयसाई रेड्डी, आरजेडी के मनोज झा और सपा के रामगोपाल यादव ने शिरकत की थी।
31 अगस्त को केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर के बीच संसद का विशेष सत्र बुलाने की घोषणा की। केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक्स पर पोस्ट में ये जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि संसद के विशेष सत्र में पांच बैठकें होंगी। इसके बाद एक देश एक चुनाव, महिला आरक्षण, समान नागरिक संहिता सहित कई अहम विधेयकों को लेकर अटकलें शुरू हो गईं। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बयान में कहा कि अमृत काल के समय में होने वाले इस सत्र में संसद में सार्थक चर्चा और बहस होने को लेकर आशान्वित हूं। 18 से 22 सितंबर तक चलने वाले इस सत्र में पहले दिन को छोड़कर बाकी दिन की कार्यवाही नए संसद भवन में होगी। गणेश चतुर्थी के दिन यानी 19 सितंबर को नए भवन में कार्यवाही की शुरुआत होगी।
Sep 18 2023, 11:14