नवादा: आईसीडीएस से संचालित विभिन्न योजनाओं की मासिक समीक्षात्मक बैठक आयोजित
नवादा: जिलाधिकारी नवादा श्री आशुतोष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में आज आईसीडीएस से संचालित विभिन्न योजनाओं की मासिक समीक्षात्मक बैठक हुई। उन्होंने कहा कि पोषाहार की राशि का सदुपयोग करना सुनिश्चित करें। केन्द्रों से किसी प्रकार की शिकायते न हो। लापरवाही और अनियमितता की शिकायते मिलने पर सुपरवाईजर और सीडीपीओ पर विधि-सम्मत कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने डीपीओ को स्पष्ट कहा कि राशि का दुरूपयोग न हो और बच्चे जो देश के भविष्य हैं, उनके पोषाहार की किसी प्रकार की अनियमितता नहीं हो। जिले के कुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान दें। विभाग के सभी कार्यक्रमों का पारदर्शिता के साथ वांछित लाभुकों को सुलभ करायें।
डीपीओ आईसीडीएस से संचालित विभिन्न योजनाओं के संबंध में फिडबैक प्राप्त किये। डीपीओ ने बताया कि जिले में कुल 2335 आॅगनबाड़ी केन्द्र संचालित है। कुल आंगनबाड़ी केन्द्रों की संख्या जिले में 2663 है। जिले में 38 सुपरवाईजर कार्यरत हैं, जबकि कुल सीटों की संख्या 75 है।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी सुपरवाईजर और सीडीपीओ विभाग द्वारा निर्धारित प्रत्येक माह में 25 आॅगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण करना सुनिश्चित करें और जाॅच प्रतिवेदन दें। उन्होंने सुपरवाईजर के नियोजन से संबंधित समीक्षा किये और डीपीओ को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना में दो बच्चे तक डीबीडी के माध्यम से लाभुक के खाते में 05 हजार की राशि दी जाती है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत् 02 बच्चियों के जन्म में 02 हजार रूपये की राशि उनके लाभुकों के खाते में दी जाती है। नये आॅगनबाड़ी केन्द्रों के लिए 107 जगहों पर भूमि चिन्हित किया गया है।
जिलाधिकारी ने डब्लूबीएनपी, टीएचआर आदि पारदर्शिता के साथ क्रियान्वित करने के लिए कई आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आॅगनबाड़ी केन्द्रों के पोषक क्षेत्र में अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित करें और सरकार के द्वारा दी गयी योजनाओं से लाभान्वित करना सुनिष्चित करें। बच्चों का ग्रोथ चार्ट शत-प्रतिशत करने का निर्देश दिया गया। महिलाओं में रक्तहीनता, एनिमिया के रोगियों को आयरन और पाॅलिक एसिड स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
वीएचएसएमडी के बारे में सीडीपीओ और डीपीओ से पूछा गया लेकिन किसी ने जानकारी नहीं दी। आॅगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन साढ़े सात बजे से साढ़े ग्यारह बजे पूर्वा0 में किया जाता है। एक वर्ष में 300 दिनों तक आॅगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन होता है। संचालित योजनाओं का सोशल आॅडिट भी कराने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि प्रखंडों के वरीय पदाधिकारी भी अपने-अपने प्रखंड क्षेत्रों के संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों का भी जाॅच करेंगे।
आज की बैठक में मो0 जफर हसन डीसीएलआर रजौली, श्रीमती अनुपम सिंह जिला भूअर्जन पदाधिकारी, श्री सत्येन्द्र प्रसाद डीपीआरओ, सीडीपीओ आदि उपस्थित थे।
Sep 09 2023, 19:14