*लखनऊ में जुटेगा वैश्य समाज, करेगा शंखनाद: शैलेंद्र अग्रहरि*
मिर्जा़पुर। वैश्य समाज उपेक्षित और ठगा सा महसूस कर रहा है, सरकार के रवैये में वैश्य समाज के प्रति उदासीन भावना है। कभी अठ्ठासी विधायकों वाला समाज आज ठगी का शिकार हो अड़तीस पर आ गया है। समाज को जागरूक हो वोटों से होने वाले परिवर्तन की असलियत को समझना होगा। वैश्य समाज को नाराजगी जताना आना होना हमारी उदासीनता मात्र सरकार का नक्शा बदल सकता है। उक्त बातें नगर के डंकीनगंज स्थित एक रेस्टोरेंट में पत्रकार वार्ता के दौरान अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश महामंत्री शैलेंद्र अग्रहरि ने कही।
श्री अग्रहरि ने नाराजगी जताते हुए जिले की स्थानीय मंत्री दम्पति को वैश्य विरोधी मानसिकता का बताया उन्होंने कहा कि आखिर कब तक वैश्य समाज सहेगा। हमारे उपवर्ग उमर ओमर वैश्य समाज के प्रतिष्ठित विद्यालय श्री माता प्रसाद माता भीख इंटर कालेज सहित तमाम धर्मशालाओं और विद्यालयों की जमीनों पर मंत्री दम्पति के गुर्गों की नज़र है। नगर के तरकापुर स्थित विद्यालय के मैदान पर अपना दल एस के नेता द्वारा मंत्री की धमक के दम पर कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर कब्जा करने की साजिश रची गयी।
शासन सत्ता का दुरूपयोग करके भू माफियाओं को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। समाज के लोगों ने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल से मुलाकात की जहां शिकायत ना सुनकर उन्होंने समाज के लोगों और उनकी भावना का अपमान किया। जिसका खामियाजा उनको आगामी चुनावों में भुगतना होगा। मामले में दोषी तहसील के अधिकारियों- कर्मचारियों को भी इनके इशारे पर बचाया जा रहा है। शिक्षा माफियाओं के इशारे पर अन्य जगहों की जमीनों पर भी प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष कब्जा किया जा रहा है।
पूर्व में ड्रामंडगंज में वैश्य व्यापारी समाज पर बंदूक की बट से प्रहार कर उलटा मुकदमा मंत्री के दबाव में लादा गया। हाल ही में जिलाधिकारी रही दिव्या मित्तल के साथ भी उनका रवैया निराशाजनक रहा।
मिर्जा़पुर में मंत्री दम्पति की नाराजगी का दंश झेलने वाली जिलाधिकारी रहीं दिव्या मित्तल का तबादला बस्ती हुआ और फिर वहां से निरस्त करते हुए प्रतिक्षारत कर दिया गया। मंत्री दम्पति का दबाव शासन पर इस कदर रहा कि कामकाज में पारंगत, ईमानदार व संवेदनशील अधिकारी को दंडित करने के उद्देश्य से उनकी नये जिले में की गयी तैनाती भी जिले के लिए खुद को जनसेवक ना समझ राजा रानी समझने वाले मंत्री दम्पति को रास ना आयी और जबरन दबाव बना कर तबादला निरस्त कराते हुए प्रतिक्षारत करा दिया। यह उनकी हमारे समाज के आम लोगों के अलावा अधिकारियों तक को अहमीयत ना देने की मानसिकता को उजागिर करता है यह समाज से नाराजगी पर खीज से उत्पन्न कार्यवाही के समान है। जिसे समाज नहीं भूलेगा।
वैसे ये राजा रानी काम करने वालों से ज्यादा जी हजूरी करने वाले अफसरों को पसंद करते हैं। ऐसे अफसर या तो मिर्जा़पुर में सालों साल टिका दिये जाते हैं या तो फिर से बुला लिये जाते हैं। आने वाले चुनाव में हार के डर से बौखलाये राजा रानी के इस निर्णय से आम जनमानस में भारी आक्रोश है।
इसी प्रकार तमाम जिलों में वैश्य समाज के लोगों के साथ यही रवैया अपनाया जा रहा है। जिससे समाज में भारी आक्रोश है। पूर्व में कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान चंदन गुप्ता की हत्या के बाद आरापियों की मदद करके और गवाहों को पुलिस के दम पर परेशान करके सरकार ने वैश्य समाज के लोगों की नाराजगी को बढा़या है। चंदन के परिवार से किये गये वायदे भी पूरे नहीं किये गये।
इन सब बातों को लेकर आगामी अक्टूबर माह में संकल्प रैली के माध्यम से लाखों की संख्या में वैश्य समाज लखनऊ में जुटेगा और अपनी आवाज बुलंद करेगा।
इस दौरान नगर अध्यक्ष नयन जायसवाल, महामंत्री आनंद अग्रवाल, अतिन गुप्ता, अनिल गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
Sep 06 2023, 18:38