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दयानिधि के सनातन धर्म पर दिए गए विवादित बयान पर बोले पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी, सनातन धर्म मिटाने वाले खुद मिट जायेंगे

डेस्क : डीएमके नेता उदयनिधि स्टॅलिन द्वारा सनातन धर्म पर दिए गए विवादित बयान को लेकर पूरे देश भर से प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। खासकर बीजेपी इस मामले को लेकर ज्यादा मुखर और देश की विपक्षी पार्टियों पर हमलावार है। इसी बीच बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने दयानिधि के बयान पर तीखा पलटवार किया है।

भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि 800 साल में जिस सनातन धर्म को मुगल शासक तलवार के जोर से और अंग्रेज तोप-तालीम की दोहरी ताकत से नहीं मिटा सके, उसे मिटाने में भ्रष्ट और वंशवादी दलों का गठबंधन कभी सफल नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि सनातन धर्म तो सदियों से है और रहेगा, लेकिन इसे मिटाने की मंशा रखने वाले दल 2024 के बाद अवश्य मिट्टी में मिल जाएंगे। गठबंधन में शामिल द्रमुक-नेता उदय गिरि स्टालिन के सनातन धर्म विरोधी बयान के 48 घंटे बाद भी राहुल गांधी, लालू प्रसाद और नीतीश कुमार ने इस पर चुप्पी क्यों नहीं तोड़ी?

सुशील मोदी ने सवाल किया है कि क्या उदयगिरि के बयान पर बड़े नेताओं की चुप्पी सनातन धर्म को मिटाने के विपक्ष के अघोषित कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का मौन समर्थन है? उदयगिरि के बाद कर्नाटक के विधायक और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पुत्र प्रियांक खड़गे ने भी हिंदू धर्म को निशाना बनाते हुए टिप्पणी की है। ऐसे बयान एक धर्म के विरुद्ध असहिष्णुता और हेट-स्पीच है, इसलिए इस पर न्यायपालिका को स्वत संज्ञान लेना चाहिए।

शिक्षक दिवस पर शिक्षकों के लिए आई बड़ी राहत वाली खबर, शिक्षा विभाग ने हाल में की गई छुट्टी कटौती के आदेश को लिया वापस

डेस्क : शिक्षक दिवस पर बिहार के सरकारी शिक्षकों को लिए बड़ी राहत वाली खबर है। शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों के लिए हाल में की गई छुट्टी कटौती के आदेश को वापस ले लिया है। 29 अगस्त को जारी आदेश को सोमवार को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है। पहली से लेकर 12वीं तक के स्कूलों में छुट्टी की पुरानी व्यवस्था बहाल कर दी गई है।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने अधिसूचना जारी की है। इसके तहत राजकीय, राजकीयकृत, प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में छुट्टी की पुरानी व्यवस्था ही प्रभावी रहेगी। निदेशक ने इसकी जानकारी सभी जिला पदाधिकारियों, क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशकों, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव, सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ स्कूलों को भी दे दी है। 

बताते चलें कि माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने विद्यालयों में छुट्टी की पुरानी व्यवस्था में बदलाव कर दिया था। इसमें दिसम्बर तक छुट्टी में कटौती का आदेश जारी किया गया था। 31 अगस्त को रक्षा बंधन पर छुट्टी समाप्त कर दी गई थी। दिसम्बर तक कई त्योहारों पर 23 छुट्टियां थीं, जिसे घटाकर 11 कर दी गई थी। 

तब छुट्टी कटौती आदेश जारी करते हुए विभाग ने कहा था कि शिक्षा का अधिकार कानून 2009 में से पांचवीं तक कम-से-कम 200 दिन तथा छठी से आठवीं तक 220 दिनों के कार्यदिवस का प्रावधान है। इसी के मद्देनजर यह कटौती की गई है। 

दुर्गापूजा-छठ पर्व जैसी छुट्टियों में कटौती के फैसले पर शिक्षक संगठनों ने अपनी नाराजगी जाहिर की थी।

डेंगू से संक्रमित पटना डीएम को देखने अस्पताल पहुंचे सीएम नीतीश कुमार, स्वास्थ्य की ली जानकारी

डेस्क : राजधानी पटनावासियों के लिए सावधान रहने की खबर है। पटना में धीरे-धीरे डेंगू का प्रकोप भयावह रुप ले रहा है। पटना में डेंगू पीड़ितों का आंकड़ा 100 के पार हो गया है। सोमवार को बांकीपुर अंचल के चार समेत कुल छह पीड़ित मिले। सरकारी आंकड़े के अनुसार अब कुल डेंगू पीड़ितों की संख्या 102 हो गई है।

वहीं पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह भी डेंगू से संक्रमित हैं और उनका पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी हालत अब पहले से बेहतर है।  

इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अस्पताल जाकर जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह का हाल चाल जाना। उन्होंने डीएम से बातचीत की और उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों से भी उनके इलाज के संबंध में जानकारी ली।

पटना में डेंगू पीड़ितों का आंकड़ा पहुंचा 100 के पार, सीएम नीतीश कुमार ने दिए स्वास्थ्य विभाग को दिए यह सख्त निर्देश

डेस्क : राजधानी पटनावासियों के लिए सावधान रहने की खबर है। पटना में धीरे-धीरे डेंगू का प्रकोप भयावह रुप ले रहा है। पटना में डेंगू पीड़ितों का आंकड़ा 100 के पार हो गया है। सोमवार को बांकीपुर अंचल के चार समेत कुल छह पीड़ित मिले। सरकारी आंकड़े के अनुसार अब कुल डेंगू पीड़ितों की संख्या 102 हो गई है।

पटना का बांकीपुर अंचल डेंगू का हॉट स्पॉट बना हुआ है। यहां पिछले 15 दिनों में 36 डेंगू पीड़ित मिल चुके हैं। इसके बाद अजीमाबाद अंचल और कंकड़बाग भी सर्वाधिक प्रभावित इलाके में शामिल हो गए हैं। जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद ने बताया कि अजीमाबाद अंचल का बाजार समिति इलाका पूरे शहर में डेंगू का सर्वाधिक प्रभावित मोहल्ला बन गया है। बताया कि प्रभावित इलाके में निगम के माध्यम से सघन फॉगिंग और लार्वासाइड का छिड़काव कराया जा रहा है।

इधर डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अस्पतालों और ब्लड बैंकों को पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री सोमवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में डेंगू को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से दो टूक कहा कि डेंगू पीड़ितों के इलाज और बीमारी की रोकथाम में कोई कोताही न हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट रहे। अस्पतालों में सभी जरूरी चीजों का इंतजाम रखें। अस्पतालों में बेड, चिकित्सा और दवा की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। जिलों में भी पदाधिकारी इस पर नजर बनाए रखें ताकि कोई मामला सामने आने के बाद तुरंत इलाज की व्यवस्था की जा सके। 

सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अस्पतालों में बेडों की पर्याप्त संख्या उपलब्ध रहे और इसका ध्यान रखा जाए कि मरीजों को इलाज में किसी प्रकार की असुविधा न हो। ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं ताकि मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। सभी जगहों पर डेंगू रोधी दवा का छिड़काव नियमित रूप से कराएं। डेंगू रोधी दवा के छिड़काव में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। सभी जगह साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था रखें। लोगों को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं। होर्डिंग, समाचार पत्रों एवं अन्य प्रचार माध्यमों का उपयोग कर लोगों को डेंगू से बचाव के लिए सचेत करें।

शिक्षक दिवस पर सीएम नीतीश कुमार, राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को किया नमन, शिक्षकों को दी बध

डेस्क : आज देश के पूर्व राष्ट्रपति व प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिवस है। इसे देश शिक्षक दिवस के रुप में मनाता है। इस मौके पर बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन करते हुए शिक्षकों को बधाई और शुभकामना दिया है। 

राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा है कि राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। प्राचीन काल से आजतक जो भारत बना है वह हमारे आचार्यों और शिक्षकों की देने है। उन्होंने विद्या दान कर इस समाज को तैयार किया है। मैं सभी शिक्षकों से अपील करता हूं कि वे राज्य के सर्वागीण विकास एवं राज्य निर्माण के लिए वर्तमान और भावी पीढ़ियों की भूमिका सुनिश्चित करें। 

शिक्षक दिवस के अवसर पर मैं राज्य के सभी शिक्षकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।  

को नमन करते हुए राज्य के शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। अपने शुभकामना संदेश में उन्होंने कहा है कि समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है।

वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शिक्षक समाज के मेरुदंड हैं। इनको हर स्तर पर आदर एवं सम्मान मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि सभी शिक्षक राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। वे देश की भावी पीढ़ी को इस तरह तैयार करें कि उनके मन में देश प्रेम, भाईचारा और सद्भाव की भावना विकसित हो। उनके अंदर देश के लिए कुछ कर गुजरने की तमन्ना विकसित हो और वे अपनी योग्यता, ज्ञान विज्ञान एवं व्यक्तित्व के सहारे देश का नाम उज्ज्वल करें।

मुख्यमंत्री जनता दरबार : फरियादी की शिकायत सुनकर दंग रह गए सीएम नीतीश कुमार, फौरन विभाग के अपर सचिव से मांगा जवाब

डेस्क : आज एकबार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के दरबार में हाजिर होकर फरियादियों की शिकायत सुन रहे है और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश दे रहे है। 

आज महीने का पहला सोमवार होने के नाते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गृह, पुलिस, राजस्व एवं भूमि सुधार, मद्य निषेध, निबंधन एवं उत्पाद, खान एवं भूतत्व और सामान्य प्रशासन आदि विभागों से जुड़ी लोगों की समस्याएं सुन रहे है। साथ ही इन समस्याओं के तत्काल निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश वह संबंधित पदाधिकारियों को दे रहे है।

वहीं जनता के दरबार में अरवल से आये एक युवक ने सीएम नीतीश से कहा कि हम धानुक जाति से हैं। हमारी जाति का प्रमाण पत्र 2019 से ही नहीं बनाया जा रहा। हम हर जगह दौड़ कर थक गए लेकिन धानुक जाति का प्रमाण पत्र नहीं बनाया जा रहा। 

युवक की शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री दंग रह गए। कहा कि धानुक जाति का जाति प्रमाण पत्र क्यों नहीं बन रहा। इसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाया और कहा कि जाति प्रमाण पत्र क्यों नहीं बन रहा। तुरंत देखिए। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने अपने प्रधान सचिव दीपक कुमार को बुलाया और कहा कि क्या हो रहा है। धानुक जाति का प्रमाण पत्र बनाने में क्या दिक्कत है। हम तो आपको सब देखने के लिए कहे हुए हैं। 

वहीं सहरसा से आई एक महिला फरियादी की शिकायत सुनकर सीएम नीतीश ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को तलब किया। डॉ. एस सिद्धार्थ मुख्यमंत्री के पास पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा कि देखिए...यह बच्ची है। इसका पति इसको घर से निकाल दिया है। इसे एक बच्ची भी है। दिखवाइए इसको। देखिए कितना कम उम्र है इसका। इसकी मदद करवाइए।

सावधान : राजधानी पटना में बढ़ रहा डेंगू का प्रकोप, पटना डीएम डॉ. चन्द्रशेखर भी हुए इसके शिकार

डेस्क : राजधानी पटनावासियों के लिए सावधान रहने की खबर है। पटना में धीरे-धीरे डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। पटना के बांकीपुर के बाद अब कंकड़बाग भी हॉट स्पॉट बन गया है। सरकारी आंकड़ों की मानें तो पिछले डेढ़ माह में अबतक कुल 96 डेंगू संक्रमितों में से 30 से ज्यादा बांकीपुर अंचल के बाजार समिति और इसके आसपास के मोहल्ले के हैं। वहीं कंकड़ाबग से भी 10 से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं। 

कंकड़बाग के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पास स्थित एक बड़े निजी पैथ लैब की मानें तो अब प्रतिदिन 100 बुखार पीड़ितों की जांच में 12 से 15 लोग डेंगू पीड़ित मिलने लगे हैं। बाजार समिति, कुम्हरार, पटना सिटी के लोहरवाघाट, दानापुर, स्टैंडरोड, मसौढ़ी, पटना ग्रामीण, फुलवारीशरीफ, पाटलिपुत्रा अंचल, नया गांव, बांसकोठी, दीघा, गुलजारबाग, इंद्रपुरी, कुम्हरार, एक्जीबिशन रोड, जक्कनपुर आदि जगहों से डेंगू पीड़ित मिल चुके हैं। 

जलजमाव से प्रभावित इन मोहल्लों में पिछले वर्ष भी डेंगू का प्रकोप था। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के नौबतपुर, मसौढ़ी, बख्तियारपुर से भी डेंगू पीड़ितों का मिलना जारी है।

वहीं पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह डेंगू से संक्रमित हो गए हैं। वे पिछले चार दिनों से नेहरू पथ के एक बड़े निजी अस्पताल में भर्ती हैं। वहां उनका इलाज चल रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डीएम के प्लेटलेट्स में काफी कमी आ गई थी। एफेरेसिस मशीन से प्लेटलेट्स निकालकर चढ़ाया गया है। अब उनकी हालत पहले से बेहतर है।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का पीएम मोदी पर बड़ा हमला, लगाए कई गंभीर आरोप

डेस्क : जदयू सांसद व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पीएम मोदी पर देश की जनता के साथ वायदा खिलाफी के साथ-साथ कई गंभीर आरोप लगाए है। ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2014 में दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था। हर गरीब के खाते में 15-15 लाख रुपए भेजने का वादा किया था। 

उन्होंने कहा कि रोजगार मिलने की बात तो दूर, केंद्रीय नौकरियों में 2014 के बाद से पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई। ठीक उसी प्रकार काला धन तो वापस नहीं आया मगर केन्द्र सरकार की नाक के नीचे से देश के तीन बड़े पूंजीपति हजारों करोड़ रुपए लेकर विदेश भाग गए।

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने कहा था, न खाएंगे न खाने देंगे, मगर आज वास्तविक स्थिति ठीक इसके विपरीत है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के वैज्ञानिकों द्वारा चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग कराई गई लेकिन प्रधानमंत्री ने वैज्ञानिक की इस मेहनत पर अपना प्रचार शुरू कर दिया। श्री सिंह ने बिहार की विकास दर के 11 फीसदी पहुंचने का श्रेय राज्य के अन्नदाताओं को दिया। 

कहा कि एक तरफ नीतीश कुमार वादानुसार काम कर रहे हैं तो दूसरी तरफ नरेन्द्र मोदी चुनाव बाद अपने वादों को जुमला करार देते हैं।

बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ का बड़ा एलान, शिक्षा विभाग के नई नीतियों के खिलाफ शिक्षक दिवस के दिन निकाला जायेगा प्रतिरोध मार्च

डेस्क : अध्यापक नियुक्ति नियमावली 2023 की विसंगतियों, दण्डात्मक कार्रवाईयों एवं मनमाने तरीके से अवकाश की कटौती के विरुद्ध बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षक दिवस को प्रतिरोध दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया है। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य सचिव मंडल ने 5 सितंबर की संघ्या 4 बजे के बाद ‘प्रतिरोध मार्च’ निकालने का भी फैसला लिया है। वहीं बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए समय की मांग की है।

बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव व पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि सरकार के कुछ अधिकारियों द्वारा शिक्षक, कर्मचारी एवं शिक्षार्थी विरोधी रवैये से बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ आहत एवं अपमानित महसूस कर रहा है। अवैधानिक तरीके से शिक्षकों पर दण्डात्मक कार्रवाईयां की जा रही है। साथ ही पूर्व घोषित अवकाश तालिका में मनमाने तरीके से कटौती कर शिक्षा विभाग द्वारा एक साथ शिक्षक, शिक्षार्थी एवं अभिभावक तीनों को अपमानित किया जा रहा है। सर्वत्र इसकी निन्दा हो रही है। सरकार अविलम्ब दण्डात्मक कार्रवाई, अवकाश कटौती आदि के आदेश वापस लेने एवं बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देने की सरकार शीघ्र घोषणा करे।

शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी मुख्यमंत्री को गुमराह कर रहे हैं। शिक्षा अधिकार कानून माध्यमिक विद्यालयों पर लागू नहीं होता जबकि मुख्यमंत्री को बताया जा रहा है कि इस कानून के तहत माध्यमिक विद्यालयों में 220 दिन कार्यदिवस होना चाहिये जो माध्यमिक विद्यालयों में पूरा नहीं हो रहा है। सिंह ने कहा कि हमारे माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक 220 दिन ही नहीं, 252 दिन कार्य करते हैं। इसलिए पर्वों - त्योहारों के अवकाश में कटौती करना सरासर गलत है।

उन्होंने कहा कि शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देने की दिशा में बिहार सरकार के स्तर से सकारात्मक संदेश के बाबजूद ठोस निर्णय में बिलम्ब होने के चलते शिक्षकों में आक्रोश बढ़ रहा है। साथ ही उन्होंने राज्य के तमाम शिक्षकों से अपील की है कि शिक्षक दिवस 05 सितम्बर 2023 को विद्यालय अवधि में बाँह पर काली पट्टी लगायेंगे। संघ भवन में पूर्व राष्ट्रपति डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्प-अर्पण कर मुँह पर भी काली पट्टी लगाकर ‘मौन प्रतिरोध’ के लिए स्थान का निर्धारण करना चाहिए। उसके बाद जिला एवं प्रमंडल के नेतृत्वकारी साथी प्रेस के माध्यम से मुख्यमंत्री, बिहार सरकार को अपने प्रतिरोध के प्रति ध्यान आकर्षित करेंगे। प्रतिरोध कार्यक्रम में विरादराना संगठन को भी शामिल करेंगे।

ऑटो चालक संघ ने 5 सितंबर को पटना बंद का किया एलान, 3 दिनों से ऑटो चालकों के जारी हड़ताल से राजधानी पटना में यात्री हलकान

डेस्क : पटना जंक्शन स्थित टाटा पार्क ऑटो स्टैंड को हटाने के विरोध में शुक्रवार से ही पटना के ऑटो चालक हड़ताल पर हैं। रविवार को भी ऑटो चालकों की हड़ताल जारी है जिससे पटना सिटी और पटना जंक्शन के बीच आने जाने में यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं ऑटो चालकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 5 सितम्बर को पटना बंद का ऐलान किया है।

हड़ताल की वजह से पिछले तीन दिनों से पूर्वी पटना के सभी इलाकों में ऑटो परिचालन ठप है। इससे पटना जंक्शन से पटना सिटी, राजेन्द्र नगर, गुलजारबाग, कंकड़बाग, नाला रोड, हनुमान नगर, बाजार समिति, अगमकुआं जैसे इलाकों में आने जाने के लिए लोगों को भारी परेशानी हो रही है। 

ऑटो रिक्शा चालक संघ के अध्यक्ष पप्पू यादव के अनुसार सरकार और प्रशासन की ओर से ऑटो चालकों को प्रताड़ित किया जा रहा है। स्टैंड हटा देने से उनकी रोजीरोटी पर असर हुआ है। वे कहां से ऑटो चलाएंगे और पार्किंग में लगाएं इसकी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। उन्होंने इसे प्रशासन की मनमानी करार दिया है जिससे हजारों लोगों की आजीविका छीन गई है। 

यादव ने कहा कि हम ऑटो स्टैंड को पूर्ववत करने की मांग करते हैं। इसी कारण शुक्रवार से ही हमारी हड़ताल जारी है। सोमवार को भी इस मांग को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा। अगर सरकार और प्रशासन ने हमारी मांगों को नहीं माना। स्टैंड की उचित व्यवस्था नहीं की गई तो मंगलवार को पटना बंद किया जाएगा। इस दौरान किसी प्रकार के वाहनों की आवाजाही नहीं होने दी जाएगी। आम लोगों की ओर से भी हमारी मांगों का समर्थन किया जा रहा है।