चंद्रयान-3 के बाद ISRO ने लॉन्च किया आदित्य एल 1, पीएम मोदी ने दी बधाई
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23 अगस्त की शाम को जब भारत के चंद्रयान-3 ने चांद के दक्षिणी हिस्से में सफल लैंडिंग की थी, तब हर कोई भावुक था क्योंकि ऐसा करने वाला भारत दुनिया का पहला देश था। अब ठीक 11 दिन बाद भारत ने अपने पहले सूर्य मिशन ‘आदित्य एल-1’ को लॉन्च किया।ये लॉन्चिंग आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से की गई है। ये मिशन भारत के लिए ऐतिहासिक है क्योंकि सूर्य की स्टडी करने के लिए ये भारत का पहला मिशन है। वैसे तो अभी तक अमेरिका समेत कई देशों ने सूर्य के अध्ययन के लिए सैटेलाइट भेजे हैं, लेकिन इसरो का आदित्य एल वन अपने आप में अनोखा है।
शनिवार को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर श्रीहरिकोटा के लॉन्चिंग पैड से भारत ने आदित्य एल-1 मिशन की सफल लॉन्चिंग की।आदित्य एल-1 की लॉन्चिंग के बाद कई चरणों में इसे पृथ्वी की कक्षा से बाहर किया जाएगा और सूरज की ओर भेजा जाएगा। श्रीहरिकोटा के सेंटर में इसरो चीफ एस. सोमनाथ, केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह समेत इसरो के तमाम बड़े वैज्ञानिक मौजूद रहे थे। श्रीहरिकोटा से आदित्य-एल1 को लेकर इसरो के पीएसएलवी रॉकेट के उड़ान भरने के दौरान भीड़ ने 'भारत माता की जय' के नारे लगाए।
महीने भर के भीतर दूसरा बड़ा मिशन सफल
एक घंटे से ज्यादा की यात्रा के बाद इसे निर्धारित कक्षा में स्थापित किया गया। अगले लगभग चार महीनों में करीब 15 लाख किलोमीटर की यात्रा कर यह एल1 पॉइंट तक पहुंचेगा।आदित्य-एल1 के सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित होने के के बाद इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने छोटी सी स्पीच दी। उन्होंने बताया कि स्पेसक्राफ्ट तय ऑर्बिट में प्लेस किया जा चुका है। पीछे तालियां बजती रहीं। सोमनाथ के चेहरे पर महीने भर के भीतर दूसरे बड़े मिशन के सफल होने की खुशी साफ झलक रही थी।
पीएम मोदी ने बधाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मिशन को लेकर इसरो को बधाई दी है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा जारी रखी है। भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य -एल1 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो के हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए ब्रह्मांड की बेहतर समझ विकसित करने के लिए हमारे अथक वैज्ञानिक प्रयास जारी रहेंगे।'
इसरो चीफ के साथ वैज्ञानिकों की पूरी टीम ने तिरुपति में पूजा की
आदित्य एल-1 मिशन की लॉन्चिंग से पहले इसरो चीफ एस सोमनाथ के साथ वैज्ञानिकों की पूरी टीम तिरुपति पहुंची थी और तिरूपति बालाजी मंदिर में मिशन की सफलता के लिए उन्होंने प्रार्थना की थी। इसके पहले इसरो की टीम ने आदित्य मिशन की सफलता के लिए आंध्र प्रदेश के चेंगलम्मा परमेश्वरी मंदिर में भी विशेष पूजा की थी। मिशन चंद्रयान की तरह इसरो के मिशन सूर्ययान को लेकर भी पूरे देश में उत्साह दिख रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों से आदित्य एलवन मिशन की कामयाबी के लिए पूजा-अर्चना की जा रही है।
Sep 02 2023, 14:36