अक्साई चिन में चीन ने खोदी सुरंग, बना रहा बंकर, सैटेलाइट तस्वीरों से सामने आई ड्रैगन की चालबाजियां
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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग जल्द ही भारत दौरे पर आने वाले हैं। दरअसल, चीन दिल्ली में आयोजित जी-20 सम्मेलन में शामिल होने वाला है। हालांकि इससे पहले भी वो अपनी चालाकियों से बाज नहीं आ रहा है।अभी हाल ही में चीन ने नया नक्शा जारी कर भारत के अरूणाचल प्रदेश और अक्साई चिन पर अपना दावा ठोका है। जिसके बाद देश में सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच विभिन्न मीडिया रिपोट्स में ऐसा दावा किया जा रहा है कि चीन विवादित अक्साई चिन क्षेत्र में सुरंग भी बना रहा है।मैक्सार टेक्नोलॉजीज सैटेलाइट इमेज के ज़रिए चीन की नई साजिश का खुलासा हुआ है।
लद्दाख के देपसांग क्षेत्र से करीब 60 किमी पूरब में चीन की सेना ने सुरंग बनाना शुरू कर दिया है। सैनिकों और हथियारों के शेल्टर के तौर पर घाटी से लगती पहाड़ी में कई बंकर और शाफ्ट तैयार किए जा रहे हैं।इनका इस्तेमाल सैनिकों और हथियारों को रखने के लिए किया जा सकता है। यह क्षेत्र अक्साई चिन में पड़ता है, जो वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पूर्व में है। यह इलाका वैसे तो भारत का है लेकिन अभी चीन के कब्जे में है।
तीन जगहों पर बंकरों और तीन जगहों पर सुरंग बनाया जा रहा
मैक्सार टेक्नोलॉजीज सैटेलाइट इमेज से स्पष्ट होता है कि 6 दिसंबर 2021 और 18 अगस्त 2023 के बीच, चीन ने तीन जगहों पर बंकरों का निर्माण किया है और तीन अन्य स्थानों पर सुरंग बनाने की गतिविधि की है। सभी छह स्थान लगभग 15 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में हैं। इससे पहले मई में यह पता चला था कि चीन ने नए रनवे, विमानों के खड़े होने के लिए बेस और नए समर्थन और सैन्य संचालन भवनों का निर्माण करके एयरबेस का विस्तार किया है। अक्साई चिन वह हिस्सा है जिस पर चीन ने 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान कब्ज़ा कर लिया था।
चीन को लेकर पहले भी हो चुके हैं ऐसे खुलासे
यह पहली बार नहीं है जब चीन की हरकतें सामने आई हैं। इससे पहले, ब्रिटेन स्थित एक थिंक टैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि बीजिंग भारतीय सीमा के पास सेना की सुचारू तैनाती के लिए इन गतिविधियों में लिप्त है।
चैथम हाउस की रिपोर्ट में कहा गया कि मई 2020 में भारत के साथ सैन्य गतिरोध शुरू होने के बाद से चीनी पीएलए ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी पक्ष पर चौकियों, शिविरों और विस्तारित सड़कों का एक नेटवर्क बनाया है। यह अक्टूबर 2022 के बाद से छह महीनों में ली गई उपग्रह छवियों के व्यापक अध्ययन पर आधारित थी।
नए नक्शे में अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन पर किया दावा
इससे पहले चीन ने सोमवार को नया नक्शा जारी कर अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपनी सीमा में दिखाया। इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दो टूक कहा कि सिर्फ बेतुके दावे करने से दूसरों के क्षेत्र आपके नहीं हो जाते। उन्होंने कहा कि बीजिंग ने पहले भी उन क्षेत्रों पर दावा करते हुए ऐसे नक्शे जारी किए थे, जो उसके नहीं हैं। यह चीन की पुरानी आदत है।
Aug 30 2023, 19:49