नेपाल में बारिश के बाद बिहार की 17 नदियां लाल निशान के पार, कई जिलों में मंडरा रहा बाढ़ का खतरा
डेस्क : नेपाल में बारिश के बाद प्रदेश की नदियों में जबरदस्त उफान है। हाल यह है कि सूबे की 17 नदियां लाल निशान के पार पहुंच गयी हैं। उधर, कोसी-गंडक अत्यधिक जलस्राव से दोनों के बराजों पर स्थिति गंभीर हो गयी है। कोसी के वीरपुर बराज पर 4.62 लाख क्यूसेक पानी आ गया तो गंडक के वाल्मीकिनगर बराज पर 3.14 लाख क्यूसेक पानी आ गया। कोसी में वर्ष 1989 के बाद पहली बार इतना पानी आया है। यह इस साल का भी रिकार्ड जलस्तर है।
कोसी बराज के सभी 56 गेट तो गंडक बराज के 36 गेट पूरी तरह खोल दिए गए हैं। इससे बिहार के क्षेत्र में भारी मात्रा में पानी का प्रवेश हो रहा है। इसके कारण बड़े इलाके में बाढ़ का पानी फैल गया है। निचले इलाकों में भी तेजी से पानी भरने लगा है। नए-नए क्षेत्र में पानी का फैलाव हो रहा है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है।
यही नहीं, नदियों में उफान के बाद जल संसाधन विभाग ने पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया है। तटबंधों की चौकसी बढ़ा दी गयी है। 24 घंटे तटबंधों की निगरानी करने को कहा गया है।
जल संसाधन विभाग के अनुसार गंगा नदी भागलपुर, कहलगांव, कटिहार में लाल निशान के पार पहुंच गयी है। गंडक गोपालगंज, कोसी नेपाल के साथ-साथ सुपौल, कटिहार और खगड़िया तथा बागमती सीतामढ़ी, शिवहर और मुजफ्फरपुर में लाल निशान के ऊपर पहुंच गयी है।
इसी तरह बूढ़ी गंडक खगड़िया, अधवारा दरभंगा, कमला बलान मधुबनी व लखनदेई दरभंगा व मुजफ्फरपुर, महानंदा पूर्णिया व कटिहार, लाल बकेया सीतामढ़ी तथा घोघा भागलपुर में लाल निशान को पार कर चुकी है। घाघरा सारण, वाया वैशाली, माही-गंडकी भी सारण में खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चली गई है। इन सबके जलस्तर में फिलहाल तेजी है।
जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने अफसरों-इंजीनियरों को कोसी नदी की निगरानी बढ़ाने और 24 घंटे अलर्ट रहने को कहा है। कोसी में अप्रत्याशित जलस्राव के बाद मंत्री सोमवार को सुपौल के कोसी महासेतु पहुंचे और नदी का जायजा लिया और कहा कि तटबंधों की रात गश्ती की जीपीएस लोकेशन के साथ रियल टाइम फोटो मुख्यालय भेजें।
Aug 16 2023, 18:53