*डीएम की चौपाल में जनता का भौकाल,हालकान रहे अधिकारी, दो गांवों की महिला प्रधान गायब*
नवाबगंज (गोंडा)। क्षेत्र के 06 गाँवो में जिलाधिकारी के चौपाल के ताबड़तोड़ कार्यक्रम में जहां आम जनता का भौकाल दिखाई दिया वहीं अधिकतर समस्याओं का गाँव में ही समाधान हुआ।
जनसमस्याओं के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को जिलाधिकारी की नाराजगी भी भुगतानी पड़ी। मंगलवार को गाँव की समस्या गाँव में समाधान कार्यक्रम के तहत क्षेत्र के परसापुर,लौव्वावीरपुर,कनकपुर,
खंडौंवा,कल्यानपुर और वन क्षेत्र के गांव परसापुर थनवा में चौपाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में आम जन और जनपद के सभी विभागों के आला अधिकारी मौजूद रहे।
परसापुर गाँव में कार्यक्रम का समय 11 बजे नियत किया गया था लेकिन जिलाधिकारी नेहा शर्मा 11:45 पर पूर्व माध्यमिक विद्यालय के पास खेत में आयोजित चौपाल कार्यक्रम में पंहुची ।कार्यक्रम की शुरुआत में एडीओ पंचायत रवि प्रकाश मिश्रा ने बुके देकर जिलाधिकारी का स्वागत किया। आंगनबाड़ी कार्यकत्रीयों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में 100 से अधिक शिकायतें आई।अधिकतर मामले राजस्व के थे।
यहां व्यस्था में कमी भी दिखाई पड़ी। आवास, पेंशन, साफ-सफाई, ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि, रास्ते आदि मामलों की शिकायत भी लोगों ने की।
दूसरा कार्यक्रम ग्राम सभा लौव्वावीरपुर के पंचायत भवन पर आयोजित किया गया था। यहां भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। लेकिन गाँव की ग्राम प्रधान लक्ष्मी देवी नदारद रहीं ।प्रधान के पति और बेटे कार्यक्रम में मौजूद रहे। यहां 100 से अधिक शिकायतें आईं जिसमें से अधिकतर मामले चकबन्दी के बाद कब्जा परिवर्तन,चकमार्ग की पैमाइश, चकमार्ग पर अवैध कब्जे, फौजदारी आदि के थे जिनके लिए उन्होंने एसडीएम और प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार राय को समन्वय बनाकर निस्तारण के निर्देश दिए ।
आवास के लिए भी काफी लोगों ने मांग की साथ ही गाँव में अपात्र लोगों को दिए गए दर्जनों आवासों के भौतिक सत्यापन किए जाने की मांग की। गांव के 06 मजरों में विद्युतीकरण, पेयजल, सामुदायिक शौचालय के बंद होने की समस्या पर जिलाधिकारी ने जिम्मेदार अधिकारियों को जमकर लताड़ा और जल्द से जल्द समस्या के निस्तारण के निर्देश दिए। सफाई कर्मी की मनमानी और पंचायत सहायक के नदारद रहने की समस्या पर उन्होंने एडीओ पंचायत को कड़े शब्दों में कारवाई के निर्देश दिए ।उन्होंने गांव के हरिजन युवक दिलीप और अनिल तिवारी की जमीन पर अवैध हस्तक्षेप के मामले में प्रभारी निरीक्षक को निश्पक्ष निस्तारण के लिए कहा।
तीसरी चौपाल में वह कनकपुर पंहुची यहां ग्रामीणों की शिकायतें सुनकर त्वरित निस्तारण के निर्देश जारी किए।
कल्यानपुर गाँव में जिलाधिकारी पर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रीयों ने पुष्प वर्षा की,यहां प्राथमिक विद्यालय के सामने सड़क निर्माण और जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त करने ,आवास के लिए पात्रों का सत्यापन करने, दिव्यांग जनों की पेंशन की समस्या के त्वरित निस्तारण की हिदायत संबधित अधिकारियों को दी। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान झिन्ना देवी अनुपस्थित रहीं उनके प्रतिनिधि के तौर पर डाॅ हाफिज अली ने उनकी जिम्मेदारी का निर्वाहन किया।
खंडौंवा गाँव में सबसे ज्यादा शिकायतें अवैध खनन की आईं जिसके लिए उन्होंने उपजिलाधिकारी और प्रभारी निरीक्षक को नियमानुसार कठोर कार्रवाई करने के लिए कहा। सड़क की समस्या, बाढ, आवास के मामले भी आए। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी अवैध खनन, निजी और सरकारी भूमि पर अवैध कब्ज़े में संलिप्त मिलता है तो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वन क्षेत्र के परसापुर थनवा गाँव में आयोजित कार्यक्रम में लंगूर बंदर के आतंक की शिकायत महिलाओं ने की जिस पर उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया।
गांव में छुट्टा मवेशियों की समस्या पर उन्होंने कहा कि गौ-आश्रय केंद्र के लिए जमीन का चिन्हांकन कर लिया गया है जल्द से जल्द गुणवत्ता पूर्ण तरीके से निर्माण शुरू होगा।विभिन्न प्रकार की शिकायतों का त्वरित संज्ञान लेकर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समय सीमा में निस्तारित करने के लिए कड़े निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि अब जनता प्रशासन के द्वार नहीं प्रशासन जनता के द्वारा जा रहा है। लोगों की समस्याओं का निस्तारण जिम्मेदार निस्पक्ष रूप से अपने स्तर से ही कर दें नहीं तो खैर नहीं है।
जिलाधिकारी द्वारा शुरू की गई इस असरदार और अनोखी पहल से जनता का प्रशासन के प्रति विश्वास बढता दिख रहा है।

Jul 20 2023, 18:10