बिहार में लागू नहीं होगी समान नागरिक संहिता : नीतीश कुमार
डेस्क : बिहार में समान नागरिक संहिता लागू नहीं होगी। यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते शनिवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, दिल्ली के प्रतिनिधिमंडल से कही। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर इस मुद्दे पर ज्ञापन भी सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में शामिल शख्सियतों ने मुख्यमंत्री से समान नागरिक संहिता को लागू नहीं करने की पुरजोर अपील की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर उनका स्टैंड पुराना है। आज भी वे अपने उस स्टैंड पर कायम हैं। उन्होंने वर्ष 2017 में ही केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर कह दिया था कि इसे लागू नहीं किया जाए।
प्रतिनिधिमंडल में हजरत मौलाना ओबैदुल्लाह असादी सब शेखुल, हदीस जामिया अरबिया हथोरा बांदा, यूपी और सदस्य ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ, हजरत मौलाना अतीकुर्रहमान बस्तवी, उस्ताद हदीस दारुल उलूम नदवतुल उलेमा लखनऊ और सदस्य ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ, हजरत मौलाना बद्र अहमद, खानकाह मोजिबिया फुलवारीशरीफ और सदर जमीतुल उलेमा बिहार और सदस्य ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ, हजरत मौलाना अनीसुर रहमान कासमी, सदस्य ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ शामिल थे।
गौरतलब है कि सीएम नीतीश कुमार ने जनवरी, 2017 में अपने एक बयान में समान नागरिक संहिता को लेकर जल्दबाजी नहीं करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि समान नागरिक संहिता एक गंभीर मसला है और इस पर सदन से लेकर सड़क तक चर्चा होनी चाहिए। चर्चा की शुरुआत संसद से होनी चाहिए। विधि आयोग ने जिस तरीके से समान नागरिक संहिता पर राज्य सरकार से 16 सूत्री सवाल पूछे थे, वह आपत्तिजनक है।
Jul 16 2023, 09:41