*उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली सांस्कृतिक दल को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने पर 51 हजार, 21 हजार तथा 11 हजार की धनराशि दी जायेगी*
लखनऊ। प्रदेश की ग्राम पंचायतों को वादयंत्र उपलब्ध कराये जाने हेतु तैयार की गई कार्ययोजना के तहत एक सेट वाद्ययंत्र के क्रय हेतु 30 हजार रूपये की धनराशि दी जायेगी।
इन वाद्ययंत्रों का उपयोग प्रदेश के सांस्कृतिक उन्नयन, सांस्कृतिक विरासत का रक्षण, पर्यटन संवर्द्धन, स्वच्छ भारत मिशन, सर्वशिक्षा अभियान, महिला सशक्तिकरण, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ तथा ग्रामीण संस्कृति को अच्छुण रखने एवं सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए उपयोग किया जायेगा।
यह जानकारी आज यहां प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि उत्कृष्ट प्रस्तुतीकरण करने वाले दल को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान धारक को पुरस्कृत किया जायेगा। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले दल को 51 हजार, द्वितीय को 21 हजार तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले दल को 11 हजार रूपये की धनराशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जायेगी।
इन टीमों के चयन हेतु एक प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी तथा पुरस्कारों के चयन हेतु एक समिति का गठन किया जायेगा जो पुरस्कारों के लिए समस्त कार्यवाही पूर्ण करेगी।
जयवीर सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी/जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद उप्र की संस्तुति के क्रम में सराहनीय प्रस्तुतीकरण देने वाले टीम को यह पुरस्कार दिया जायेगा।
पुरस्कार के लिए गठित समिति में निदेशक संस्कृति निदेशालय उप्र अध्यक्ष, वित्त नियंत्रक संस्कृति निदेशालय उप्र सदस्य, जिला सूचना अधिकारी लखनऊ सदस्य तथा निदेशक संस्कृति द्वारा नामित सहायक निदेशक संस्कृति सदस्य/सचिव होंगे। उन्होंने बताया कि लोक कलाकारों को संस्कृति विभाग से जोड़ने से लोक कलाओं का संवर्द्धन एवं लोक विरासत का संरक्षण भी होगा और कलाकारो को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर भी प्राप्त होगा।
Jul 12 2023, 09:12