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जनता के दरबार में हाजिर है सीएम नीतीश कुमार, फरियादियों की शिकायत सुन उसपर कार्रवाई का दे रहे निर्देश

डेस्क : आज महीने के पहले सोमवार को एकबार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के दरबार में हाजिर होकर फरियादियों की शिकायत सुन रहे है। 

वहीं फरियादियों की शिकायत पर संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दे रहे है।  

आज महीने का पहला सोमवार होने के नाते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष गृह, पुलिस, राजस्व एवं भूमि सुधार, सामान्य प्रशासन आदि विभागों से जुड़ी समस्याएं लोग रखें रहो है। जिसपर सीएम तत्काल समस्याओं का निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश पदाधिकारियों को दे रहे है।

महाराष्ट्र में एनसीपी की टूट पर बिहार में सियासी घमासान, बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच बयानबाजी का दौर शुरु

डेस्क : बीते रविवार को महाराष्ट्र में बड़ा सियासी उलट फेर हुआ। शरद पवार की पार्टी एनसीपी में बड़ा टूट हुआ। पार्टी के वरिष्ठ नेता व शरद पवार के भतीजे अजित पवार पार्टी की बड़ी संख्या में विधायको को लेकर प्रदेश की शिंदे सरकार में शामिल हो गए। उन्हें डिप्टी सीएम का पद मिला है। 

इधर एनसीपी में टूट पर बिहार में सियासी वार-पलटवार शुरू हो गया है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने कहा है कि प्रधानमंत्री का जो विरोध करेंगे, उनका यही हश्र होगा। दूसरी ओर महागठबंधन के नेताओं ने पलटवार किया कि भाजपा को लोकतंत्र में विश्वास नहीं रहा। वह जनता के भरोसे नहीं, बल्कि जोड़-तोड़ के सहारे सत्ता हासिल करना चाहती है।

महाराष्ट्र में एनसीपी की टूट पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व बीजेपी के राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि शरद पवार की पार्टी एनसीपी में विद्रोह विपक्षी एकता की पटना बैठक का परिणाम है, जिसमें राहुल गांधी को प्रोजेक्ट करने की जमीन तैयार की जा रही थी। उन्होंने दावा किया कि बिहार में भी महाराष्ट्र-जैसी स्थिति बन सकती है, इसे भांपकर नीतीश कुमार ने विधायकों से अलग-अलग (वन-टू-वन) बात करना शुरू कर दिया। जदयू के विधायक-सांसद न राहुल गांधी को स्वीकार करेंगे, न तेजस्वी यादव को। पार्टी में भगदड़ की आशंका है। जदयू यदि महागठबंधन में रहा, तो टिकट बंटवारें में उसके हिस्से लोकसभा की 10 से ज्यादा सीटें नहीं आएंगी और कई सांसदों पर बेटिकट होने की तलवार लटकती रहेगी।

वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में एनसीपी की टूट को लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुंगेर सांसद ललन सिंह ने भाजपा को निशाने पर लिया है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि भाजपा का यही खेल होता है। वह जनता की ताकत पर भरोसा नहीं करती है। जोड़-तोड़ पर विश्वास करती है। पर जनता की ताकत पर सब दिन उनको झटका लगेगा। इस सवाल पर कि क्या बिहार में भी भाजपा इस तरह की कोशिश करेगी, ललन सिंह ने कहा कि बहुत कोशिश कर चुके हैं। भाजपा को सबदिन झटका ही लगेगा।

राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने महाराष्ट्र में हुए राजनीतिक घटनाक्रम पर कहा कि प्रधानमंत्री को विपक्षविहीन लोकतंत्र चाहिए। रविवार को वीडियो संदेश जारी कर उन्होंने कहा कि अजीत पवार का उपमुख्यमंत्री बनना और नौ मंत्री बनाया जाना किसी व्यक्ति का निर्णय नहीं है। ये तो स्पष्ट हो गया कि एक बड़ी स्क्रिप्ट लिख रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और उनकी कोर टीम खुद जिम्मेवार है। उन्होंने भोपाल से इशारा किया था कि एक भी भ्रष्टाचारी छोड़ा नहीं जाएगा। तो, ये इनका तरीका है भ्रष्टाचार के आरोप में घेरकर, एजेंसी से दबाव बनवाकर, यही काम उन्होंने भोपाल से किया और इसकी परिणति आज हम महाराष्ट्र में देख रहे हैं। इडी-आईटी का दबाव बनाकर राजनीतिक फैसले बदलवाते हैं, ये स्वयं प्रधानमंत्री के लिए चिंता का विषय होना चाहिए, क्योंकि रथ का पहिया पलट रहा है। इन एजेंसियों की किस तरह की कार्यशैली हो गयी है। यह सब कुछ तबाह कर देंगी।

*मौसम अलर्ट : राज्य के छह जिलों में भारी व छह जिलों में होगी अतिभारी बारिश, पूरे राज्य में गरज के साथ हो सकता है वज्रपात

डेस्क : पिछले चार-पांच दिनों से राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में मानसून मेहरबान है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन-चार दिनों तक यह जारी रहेगी। इस दौरान राज्यभर में चार जुलाई तक गरज तड़क और वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग ने छह जुलाई तक बारिश और वज्रपात की गतिविधियां बने रहने के आसार जताए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार सोमवार को राज्य के छह जिलों में भारी व छह जिलों में अतिभारी बारिश होगी। इस दौरान राज्यभर में आंशिक से मध्यम बारिश हो सकती है। 

राज्यभर के लिए वज्रपात और मेघ गर्जन का अलर्ट है। कहीं-कहीं हवा की गति 30 से 40 किमी प्रतिघंटे रह सकती है। पटना जिले में भी मंगलवार तक बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी। मौसम विभाग की ओर से देर शाम अरवल, औरंगाबाद, बांका, गया, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, लखीसराय, मुंगेर, नालंदा, नवादा, पटना, रोहतास और शेखपुरा में मेघ गर्जन, वज्रपात और बारिश का तीन घंटे का तात्कालिक अलर्ट जारी किया गया।

बताते चले कि पिछले तीन दिनों से पटना सहित राज्य के कई जिलों में मानसूनी बादल झमाझम बरस रहे हैं। उत्तर बिहार में कहीं अतिभारी तो कहीं भारी बारिश का सिलसिला 27 जून से ही बना हुआ है। बादलों का प्रसार होने से अब दक्षिण बिहार में भी बारिश की स्थिति बेहतर हुई है। इससे खेती की गतिविधियां तेज हुई हैं। हालांकि अब भी राज्य भर में बारिश की 31 प्रतिशत कमी बनी हुई है।

दरभंगा में तटबंध सुरक्षा में बालू की जगह मिट्टी भरे बोरे पाये जाने पर गरमाई प्रदेश की सियासत, विपक्ष ने सरकार पर बोला हमला

डेस्क : दरभंगा में बाढ़ से बचान को लेकर तटबंध की सुरक्षा के लिए बालू की जगह बोरों में मिट्टी भरी पाई गई थी। जिसके बाद विभाग द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए दो इंजनियर को सस्पेंड कर दिया गया था। इधर बालू की जगह मिट्टी भरे बोरे मिलने के बाद प्रदेश की सियासत गरम हो गई है। विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाते हुए सरकार पर हमला बोला है।

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने दरभंगा में तटबंध सुरक्षा में बालू की बोरे की जगह मिट्टी के बोरे पाये जाने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार के दावों की पोल खुल गई है।

उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष बरसात शुरू होने के पहले राज्य के सभी तटबंधों पर मरम्मती और बाढ़ निषेधात्मक कार्य कराये जाते हैं। इसमें करोड़ों रुपये व्यय होता है। लेकिन दरभंगा में तटबंध निरीक्षण में वास्तविक स्थिति का पता चला है। बालू की जगह मिट्टी औऱ पत्थर के जगह दूसरे सामग्री का उपयोग अन्य जगहों पर भी किया जा रहा है। लेकिन सरकार इससे सबक लेने के बदले काम अच्छा होने का ढिढोरा पीट रही है। अभी तो बाढ़ आना बाकी है। राज्य की जनता उस समय देखेगी कि किस प्रकार का लूट जल संसाधन विभाग के लोगों द्वारा किया गया है।

नेता प्रतिपक्ष ने सरकार के तकरीबन सभी योजनाओं में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि नल जल, गंगा जल, जल जीवन हरियाली, अस्पतालों का मिशन 60,प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास ,भवन निर्माण,शराब वंदी, बालू खनन सहित राज्य की सभी योजनाओं में भ्रष्टाचार का बोलबाला हो गया है और कार्य में खानापूरी कर राशि की निकासी कर ली जाती है। उपर से नीचे तक राशि का बंदरबांट होता है। आज सरकार अपने किसी भी योजना के बारे में यह बताने में सक्षम नहीं है कि अमुक योजना में शत प्रतिशत राशि व्यय हुआ है और इसमें भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। 

उन्होंने कहा कि बिहार के लोग अवगत हैं कि किस प्रकार 2015-17 की महागठबंधन सरकार में चूहों ने बाँध में छेद कर दिया था। जिससे बाढ़ आ गई थी। थाने में जप्त कर रखी शराब की बोतल में से चूहों ने शराब पी ली थी। वही महागठबंधन सरकार फिर से बिहार में है। यहाँ अपराधियों औऱ भ्रष्टाचारियों में कम्पटीशन है।

सिन्हा ने कहा कि योजनाओं की देखभाल और निगरानी करने बाले लोग खुद एजेंसी और अभिकर्ता से मिलकर कार्य की गुणवत्ता से समझौता कर लेते हैं। अभी सुल्तानगंज अगवानिघाट पुल ध्वस्त होने के जिम्मेदार अधिकारी को तो पहले सरकार द्वारा हटा दिया गया। लेकिन कुछ दिन के बाद उन्हें पुल निगम में ही निगरानी का प्रभार सौंपा गया। यह दर्शाता है कि सरकार इन मामलों में लीपापोती में लगी है। मुख्यमंत्री जनता दरबार में शिकायतों का अंबार लगा रहता है पर समाधान नहीं हो पाता है।

सिन्हा ने कहा कि राज्य की जनता इस सरकार से निराश और परेशान है। यदि सरकार में थोड़ी भी नैतिकता बची है तो आगामी लोकसभा चुनाव के साथ बिहार विधानसभा का चुनाव कराये। ताकि राज्य को राजनीतिक अस्थिरता से मुक्ति मिल सके। अभी चोर दरवाजे से आकर सरकार बनाने के कारण इनका इकबाल धराशायी हो गया है।

बड़ी खबर : राजधानी पटना और दरभंगा में पीएफआई के ठिकानों पर एनआईए और एटीएस की रेड

डेस्क : अभी-अभी एक बड़ी खबर सामने है। राजधानी पटना से सटे इलाके फुलवारीशरीफ और दरभंगा में एक बार फिर एनआइए ने रेड डाली है। एनआइए की टीम पटना के फुलवारीशरीफ और दरभंगा में एक साथ छापेमारी कर रही है। 

टीम द्वारा पीएफआइ के ठिकानों पर छापेमारी की गयी है। इस छापेमारी में आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) भी शामिल है। यह छापेमारी दरभंगा में बहेरा थाना क्षेत्र में की गयी है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीएफआई की देशविरोधी गतिविधियों के सिलसिले में यह छापेमारी हुई है। पटना में यह छापेमारी फुलवारी शरीफ के पास इमारत सरिया के पास एक मकान चल रही है।

दरभंगा में बहेरा थाना क्षेत्र के छोटकी बाजार से एक संदिग्ध युवक को एनआईए की टीम ने गिरफ्तार किया है। 

कहा जा रहा है कि युवक पटना में रहकर पढ़ाई करता था। दरभंगा पुलिस की मदद से NIA की टीम ने गिरफ्तार किया है। दरभंगा के एसएसपी अवकाश कुमार ने इसकी पुष्टि की है।

एक सप्ताह पहले तक सुखाड़ के थे हालात, अब तीन दिन की बारिश से मंडराने लगा बाढ़ का खतरा

डेस्क : एक सप्ताह पहले जलस्तर नीचे चले जाने से पानी के लिए हाहाकार मचा था। आहर-पईन व नदियां सूख् गई थीं। पिछले तीन दिन की बारिश के कारण सूखे से राहत मिली है। लेकिन, एक सप्ताह पूर्व तक सूबे में जहां सूखे के हालात थे, अब बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कई जिलों में नदियां उफनाने लगी हैं। वह भी तब जबकि वर्षा पूरी तरह से नहीं हुई है।

जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार गड़क बराज से शुक्रवार के दिन के दो बजे 45,600 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया। वहीं, कोसी नदी के वाराहक्षेत्र में इस दौरान 77,000 क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया। जबकि कोसी नदी के वीरपुर बराज डाउन स्ट्रीम में डिस्चार्ज 1,06,940 क्यूसेक था। कोसी व गंडक दोनों में पानी के डिस्चार्ज में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। 

हालांकि, सोन नदी के इंद्रपुरी बराज में मात्र 6769 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। वहीं, फ्लगू नदी में उदेरास्थान बराज और उत्तर कोयल नदी मोहम्मदगंज बराज में पानी की कमी अभी भी बनी हुई है।

जिलों की रिपोर्ट के अनुसार नेपाल के तराई इलाके सहित नदी के जलग्रहण इलाके में हो रही बारिश से गोपालगंज में गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। वाल्मीकिनगर बराज से शनिवार को नदी में 1.30 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पिछले 24 घंटे के दौरान नदी के जलस्तर में 27 सेंटीमीटर वृद्धि दर्ज की गई है। बराज के सभी 36 गेटों से पानी का बहाव हो रहा है। पंद्रह दिन पूर्व नदी में पानी की कमी से इसकी धारा पतली हो गई थी। जगह-जगह बालू के टीले दिख रहे थे। अब पानी छोड़े जाने से दोनों किनारे को छू कर नदी की धारा बह रही है। जलस्तर और बढ़ा तो बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है। एहतियात के तौर पर होमगार्ड के जवान तटबंधों पर कैंप कर रहे हैं। 

बेगूसराय में भीषण गर्मी और वर्षा की कमी के कारण नदी व तालाब का जलस्तर काफी नीचे था, वहां पिछले चार दिनों में हुई अच्छी बारिश के बाद जलस्तर में कुछ वृद्धि हुई है। जून के पहले तीन सप्ताह में लगभग सुखाड़ की स्थिति रही लेकिन अंतिम चार दिनों में ही औसत 82 एमएम बारिश दर्ज की गई है। हालांकि जून में 144.2 एमएम बारिश होने की उम्मीद रहती है। गंगा के जलस्तर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। 

सीवान में पिछले 15 दिनों पहले और अब के मौसम में भारी फर्क आ गया है। सरयू नदी का जलस्तर सामान्य चल रहा है। जल संसाधन विभाग के अनुसार गंडक नदी का रेवा घाट व हाजीपुर में, कोसी का बलतारा व कुरसेला में, बागमती का हायाघाट में, बुढ़ी गंडक का सिकंदरपुर, रोसड़ा व खगड़िया में, गंगा फरक्का को छोड़कर सभी स्थानों पर, पुनपुन श्रीपालपुर व अधवारा नदी का जलस्तर सुंदरपुर में बढ़ा हुआ है। महानंदा व घाघरा के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है।

विधायकों के बाद अब अगले तीन दिनों तक सांसदों से मिलेंगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सांसदों का मन टटोलेंगे

डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार आज रविवार से अगले तीन दिनों तक अपने दल के लोकसभा व राज्यसभा के सांसदों से मिलेंगे। उनकी यह मुलाकात एकांत में और अलग-अलग होगी। बताया जाता है कि वन-टू-वन होने वाली इस मुलाकात को लेकर ज्यादातर सांसदों को मुख्यमंत्री का बुलावा जा चुका है। सांसदों की पटना में उपलब्धता के मुताबिक सीएम से मुलाकात के लिए समय निर्धारित हुआ है।  

जहानाबाद सांसद चंदेश्वर प्रसाद चन्द्रवंशी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि वे पटना में हैं और सूचना मिली है, उनका संदेश आते ही वे मिलने पहुंचेंगे। वहीं सीतामढ़ी के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने पूछने पर बताया कि मुख्यमंत्री जी से बात हुई है। दो दिन वे अपने क्षेत्र में व्यस्त हैं। मंगलवार को अपने नेता से मिलने सीएम हाउस जायेंगे। 

गौरतलब है कि फिलहाल जदयू के लोकसभा में 16 जबकि राज्यसभा में 5 सांसद हैं। इनमें से एक को छोड़कर शेष सभी के तीन दिनों के दरम्यान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के आसार हैं।

विधायकों के बाद अब सांसदों से मिलेंगे नीतीश

पहले अपने विधायकों, विधान पार्षदों, ज्यादतर मंत्रियों और अब सांसदों से नीतीश कुमार के मिलने को लेकर भले ही सियासी गलियारे में कई तरह की चर्चाएं हैं, लेकिन पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो जदयू के बड़े से लेकर छोटे कार्यकर्ताओं की चाहत सीएम से मिलने की रहती है। इसी को लेकर यह पहल की गई है। पिछले दो-तीन दिनों में जो भी विधायक और विधान पार्षद मुख्यमंत्री से मिलकर आये उन्होंने पत्रकारों को यही बताया कि क्षेत्र का हाल-चाल लेने के लिए मुख्यमंत्री जी ने बुलाया था। विकास कार्यों की भी चर्चा हुई तथा उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर भी मुस्तैद किया। सीएम ने अपने विधायकों, विधान पार्षदों से कहा कि कोई भी समस्या हो तो तुरंत सीधे मुझे बताइए, तत्काल समाधान किया जाएगा।

विपक्षी एकजुटता को लेकर देशभर की पार्टियों को एक मंच पर लाने में आरंभिक तौर पर सफल होने के बाद नीतीश कुमार की अपने दल के सभी स्तर के निर्वाचित प्रतिनिधियों से मुलाकात को जानकार भी खास बता रहे हैं। यह अपने विधायकों, विधान पार्षदों तथा सांसदों का मन टटोलने का भी अवसर माना जा रहा है। 

जानकारी के मुताबिक आसन्न लोकसभा चुनाव को लेकर भी मुख्यमंत्री सांसदों से बातचीत कर सकते हैं। अपने-अपने क्षेत्र में किये संबंधित सांसदों की पहल से किये गये कार्यों तथा उस क्षेत्र की समस्याओं की भी इस दौरान चर्चा होगी। साथ ही घटक दलों के नेताओं से समन्वय और संवाद बनाने का भी निर्देश सांसदों को मिल सकता है।

मौसम अलर्ट : राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में आज हो सकता है भारी बारिश, गरज के साथ हो सकता है वज्रपात

डेस्क : पिछले चार-पांच दिनों से राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में मानसून मेहरबान है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन-चार दिनों तक यह जारी रहेगी। इस दौरान राज्यभर में चार जुलाई तक गरज तड़क और वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग ने आज दो जुलाई को पांच जिलों जबकि तीन जुलाई को आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस दौरान पटना सहित अन्य जिलों में भी आंशिक से मध्यम बारिश होगी। 

जिन जिलों के लिए रविवार को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है उनमें सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज शामिल हैं। वहीं तीन जुलाई को इन पांच जिलों के अलावा पूर्णिया, कटिहार और मधेपुरा में भारी बारिश के आसार हैं। 

मौसम विभाग ने पूर्वानुमान कर बताया है कि अगले तीन-चार दिनों तक राज्य भर में बारिश की स्थिति बनी रहेगी। हालांकि मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने पूर्वानुमान कर बताया है कि जुलाई में सूबे में सामान्य से कम बारिश होगी। जून में बिहार में सामान्य से 48 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 

शनिवार को सुबह और शाम में पटना समेत दर्जनभर जिलों में झमाझम बारिश हुई। लोगों की सुबह बारिश के साथ हुई जबकि शाम ढलते ही आसमान में काले बादलों का बसेरा रहा। पटना के कुछ इलाके में एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई।

बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से निकलने लगा धुआं, आधा दर्जन गाड़ियों का परिचालन बाधित

डेस्क: शनिवार की सुबह दरभंगा से थलवारा हायाघाट रेलखंड पर दरभंगा से नई दिल्ली जा रही गाड़ी संख्या 12565 बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के एक बोगी के नीचे चक्के के पास धुआं उठने से यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गई।

इसकी जानकारी यात्रियों ने ट्रेन के ड्राइवर को दी। तो तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका गया। कुछ ही मिनटों में ट्रेन पूरी खाली हो गई। सभी अपनी-अपनी बागियों से बाहर आकर उठते धुएं की लपटों को देख रहे थे। मौके पर जीआरपी और आरपीएफ के जवान पहुंचे।

इसके बाद रेलवे कर्मचारियों की मदद से सुरक्षा बलों ने जैसे-तैसे इंजन की तरफ से चौथी बोगी के नीचे उठते धुएं को नियंत्रित कर लिया। इसके बाद ट्रेन को आगे की गंतव्य के लिए रवाना किया गया।

इधर, रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन में आग नहीं लगी थी। ब्रेक बाइंडिंग से धुआं निकला था। बता दें कि इस दौरान रूट प्रभावित होने से लगभग आधे घंटे तक लगभग आधे दर्जन ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा।

पटना के गांधी मैदान में उतरे शिक्षक अभ्यर्थी, पुलिस के साथ हाथापाई, दंगा नियंत्रण वाहन तैनात

डेस्क: बिहार में शिक्षक भर्ती के नए नियम पर बवाल छिड़ा हुआ हुआ है. दरअसल बिहार में शिक्षक बहाली प्रक्रिया में डोमिसाइल को खत्म करने से प्रदेश के शिक्षकों में काफी आक्रोश है. बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी शिक्षक बहाली प्रक्रिया में डोमिसाइल नीति को फिर से लागू करने की मांग कर रहे हैं. अपनी इस मांग को लेकर प्रदेशभर के शिक्षक शनिवार को पटना के गांधी मैदान में गोलबंद हुए हैं. बड़ी संख्या में गांधी मैदान पहुंचे शिक्षक अभ्यर्थी यहां से राजभवन मार्च की तैयारी में हैं. अभ्यर्थियों इस संबंध में पहले ही राज्य सरकार को चेतावनी दी थी.

हालांकि इस दौरान गांधी मैदान के पास जेपी गोलंबर से लेकर डाक बंगला चौराहा तक काफी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. इसके साथ ही हंगामे की स्थिति से निपटने के लिए मौके पर दंगा नियंत्रण वैन भी लगाई गई है. पुलिस शिक्षक अभ्यर्थियों को जेपी गोलंबर पर रोकने का प्रयास करेगी. हालांकि, डाकबंगला चौराहा पर भी दूसरे छोर से अभ्यर्थी पहुंचेंगे. ऐसे में पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच गांधीमैदान में हाथापाई भी शुरू हो गयी है.

हालांकि, फिलहाल अभ्यर्थियों को गांधी मैदान से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा. प्रशासन ने गांधी मैदान के सभी गेटों को बंद करा दिया है. लेकिन, शिक्षक अभ्यर्थी मानने को तैयार नहीं है और लगातार बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं. शिक्षक अपनी मांगों को लेकर लगातार आवाज उठा रहे हैं और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं.

बता दें, इसी बीच शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दे दिया है. दरअसल शिक्षा विभाग ने शिक्षक बहाली को लेकर आंदोलन करने पर कार्रवाई की बात कही है. प्राईमरी और सेकेंडरी डायरेक्टर ने सभी आरडीडीई और डीईओ को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है. कार्यालय के समक्ष आंदोलन करनेवालों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी. बता दें, बिहार के शिक्षकों ने 11 जुलाई को विधानसभा घेराव की चेतावनी दे रखी है.