/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/1505036062313766.png/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/1505036062313766.png StreetBuzz विधायकों के बाद अब अगले तीन दिनों तक सांसदों से मिलेंगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सांसदों का मन टटोलेंगे Bihar
विधायकों के बाद अब अगले तीन दिनों तक सांसदों से मिलेंगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सांसदों का मन टटोलेंगे

डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार आज रविवार से अगले तीन दिनों तक अपने दल के लोकसभा व राज्यसभा के सांसदों से मिलेंगे। उनकी यह मुलाकात एकांत में और अलग-अलग होगी। बताया जाता है कि वन-टू-वन होने वाली इस मुलाकात को लेकर ज्यादातर सांसदों को मुख्यमंत्री का बुलावा जा चुका है। सांसदों की पटना में उपलब्धता के मुताबिक सीएम से मुलाकात के लिए समय निर्धारित हुआ है।  

जहानाबाद सांसद चंदेश्वर प्रसाद चन्द्रवंशी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि वे पटना में हैं और सूचना मिली है, उनका संदेश आते ही वे मिलने पहुंचेंगे। वहीं सीतामढ़ी के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने पूछने पर बताया कि मुख्यमंत्री जी से बात हुई है। दो दिन वे अपने क्षेत्र में व्यस्त हैं। मंगलवार को अपने नेता से मिलने सीएम हाउस जायेंगे। 

गौरतलब है कि फिलहाल जदयू के लोकसभा में 16 जबकि राज्यसभा में 5 सांसद हैं। इनमें से एक को छोड़कर शेष सभी के तीन दिनों के दरम्यान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के आसार हैं।

विधायकों के बाद अब सांसदों से मिलेंगे नीतीश

पहले अपने विधायकों, विधान पार्षदों, ज्यादतर मंत्रियों और अब सांसदों से नीतीश कुमार के मिलने को लेकर भले ही सियासी गलियारे में कई तरह की चर्चाएं हैं, लेकिन पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो जदयू के बड़े से लेकर छोटे कार्यकर्ताओं की चाहत सीएम से मिलने की रहती है। इसी को लेकर यह पहल की गई है। पिछले दो-तीन दिनों में जो भी विधायक और विधान पार्षद मुख्यमंत्री से मिलकर आये उन्होंने पत्रकारों को यही बताया कि क्षेत्र का हाल-चाल लेने के लिए मुख्यमंत्री जी ने बुलाया था। विकास कार्यों की भी चर्चा हुई तथा उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर भी मुस्तैद किया। सीएम ने अपने विधायकों, विधान पार्षदों से कहा कि कोई भी समस्या हो तो तुरंत सीधे मुझे बताइए, तत्काल समाधान किया जाएगा।

विपक्षी एकजुटता को लेकर देशभर की पार्टियों को एक मंच पर लाने में आरंभिक तौर पर सफल होने के बाद नीतीश कुमार की अपने दल के सभी स्तर के निर्वाचित प्रतिनिधियों से मुलाकात को जानकार भी खास बता रहे हैं। यह अपने विधायकों, विधान पार्षदों तथा सांसदों का मन टटोलने का भी अवसर माना जा रहा है। 

जानकारी के मुताबिक आसन्न लोकसभा चुनाव को लेकर भी मुख्यमंत्री सांसदों से बातचीत कर सकते हैं। अपने-अपने क्षेत्र में किये संबंधित सांसदों की पहल से किये गये कार्यों तथा उस क्षेत्र की समस्याओं की भी इस दौरान चर्चा होगी। साथ ही घटक दलों के नेताओं से समन्वय और संवाद बनाने का भी निर्देश सांसदों को मिल सकता है।

मौसम अलर्ट : राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में आज हो सकता है भारी बारिश, गरज के साथ हो सकता है वज्रपात

डेस्क : पिछले चार-पांच दिनों से राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में मानसून मेहरबान है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन-चार दिनों तक यह जारी रहेगी। इस दौरान राज्यभर में चार जुलाई तक गरज तड़क और वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग ने आज दो जुलाई को पांच जिलों जबकि तीन जुलाई को आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस दौरान पटना सहित अन्य जिलों में भी आंशिक से मध्यम बारिश होगी। 

जिन जिलों के लिए रविवार को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है उनमें सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज शामिल हैं। वहीं तीन जुलाई को इन पांच जिलों के अलावा पूर्णिया, कटिहार और मधेपुरा में भारी बारिश के आसार हैं। 

मौसम विभाग ने पूर्वानुमान कर बताया है कि अगले तीन-चार दिनों तक राज्य भर में बारिश की स्थिति बनी रहेगी। हालांकि मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने पूर्वानुमान कर बताया है कि जुलाई में सूबे में सामान्य से कम बारिश होगी। जून में बिहार में सामान्य से 48 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 

शनिवार को सुबह और शाम में पटना समेत दर्जनभर जिलों में झमाझम बारिश हुई। लोगों की सुबह बारिश के साथ हुई जबकि शाम ढलते ही आसमान में काले बादलों का बसेरा रहा। पटना के कुछ इलाके में एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई।

बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से निकलने लगा धुआं, आधा दर्जन गाड़ियों का परिचालन बाधित

डेस्क: शनिवार की सुबह दरभंगा से थलवारा हायाघाट रेलखंड पर दरभंगा से नई दिल्ली जा रही गाड़ी संख्या 12565 बिहार संपर्क क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के एक बोगी के नीचे चक्के के पास धुआं उठने से यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गई।

इसकी जानकारी यात्रियों ने ट्रेन के ड्राइवर को दी। तो तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका गया। कुछ ही मिनटों में ट्रेन पूरी खाली हो गई। सभी अपनी-अपनी बागियों से बाहर आकर उठते धुएं की लपटों को देख रहे थे। मौके पर जीआरपी और आरपीएफ के जवान पहुंचे।

इसके बाद रेलवे कर्मचारियों की मदद से सुरक्षा बलों ने जैसे-तैसे इंजन की तरफ से चौथी बोगी के नीचे उठते धुएं को नियंत्रित कर लिया। इसके बाद ट्रेन को आगे की गंतव्य के लिए रवाना किया गया।

इधर, रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन में आग नहीं लगी थी। ब्रेक बाइंडिंग से धुआं निकला था। बता दें कि इस दौरान रूट प्रभावित होने से लगभग आधे घंटे तक लगभग आधे दर्जन ट्रेनों का आवागमन बाधित रहा।

पटना के गांधी मैदान में उतरे शिक्षक अभ्यर्थी, पुलिस के साथ हाथापाई, दंगा नियंत्रण वाहन तैनात

डेस्क: बिहार में शिक्षक भर्ती के नए नियम पर बवाल छिड़ा हुआ हुआ है. दरअसल बिहार में शिक्षक बहाली प्रक्रिया में डोमिसाइल को खत्म करने से प्रदेश के शिक्षकों में काफी आक्रोश है. बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी शिक्षक बहाली प्रक्रिया में डोमिसाइल नीति को फिर से लागू करने की मांग कर रहे हैं. अपनी इस मांग को लेकर प्रदेशभर के शिक्षक शनिवार को पटना के गांधी मैदान में गोलबंद हुए हैं. बड़ी संख्या में गांधी मैदान पहुंचे शिक्षक अभ्यर्थी यहां से राजभवन मार्च की तैयारी में हैं. अभ्यर्थियों इस संबंध में पहले ही राज्य सरकार को चेतावनी दी थी.

हालांकि इस दौरान गांधी मैदान के पास जेपी गोलंबर से लेकर डाक बंगला चौराहा तक काफी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. इसके साथ ही हंगामे की स्थिति से निपटने के लिए मौके पर दंगा नियंत्रण वैन भी लगाई गई है. पुलिस शिक्षक अभ्यर्थियों को जेपी गोलंबर पर रोकने का प्रयास करेगी. हालांकि, डाकबंगला चौराहा पर भी दूसरे छोर से अभ्यर्थी पहुंचेंगे. ऐसे में पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच गांधीमैदान में हाथापाई भी शुरू हो गयी है.

हालांकि, फिलहाल अभ्यर्थियों को गांधी मैदान से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा. प्रशासन ने गांधी मैदान के सभी गेटों को बंद करा दिया है. लेकिन, शिक्षक अभ्यर्थी मानने को तैयार नहीं है और लगातार बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं. शिक्षक अपनी मांगों को लेकर लगातार आवाज उठा रहे हैं और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी कर रहे हैं.

बता दें, इसी बीच शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दे दिया है. दरअसल शिक्षा विभाग ने शिक्षक बहाली को लेकर आंदोलन करने पर कार्रवाई की बात कही है. प्राईमरी और सेकेंडरी डायरेक्टर ने सभी आरडीडीई और डीईओ को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है. कार्यालय के समक्ष आंदोलन करनेवालों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी. बता दें, बिहार के शिक्षकों ने 11 जुलाई को विधानसभा घेराव की चेतावनी दे रखी है.

राजधानी पटना में भीषण सड़क हादसा : तेज रफ्तार कार डिवाडर को पार करते हुए दूसरी कार से टकराई, 10 लोग घायल

डेस्क : राजधानी पटना में रफ्तार कर कहर देखने को मिला है। राजधानी के अतिव्यस्त नेहरु पथ (बेली रोड) पर बीते गुरुवार की रात एक तेज रफ्तार कार डिवाडर से टकरा कर दूसरी लेन में चली गई और एक कार से टकरा गई। इस घटना में दोनो कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं इस घटना में 10 लोग घायल हो गए। 

मिली जानकारी के अनुसार पटना हाईकोर्ट के सामने नेहरू पथ पर बीते गुरुवार की शाम सात बजकर 20 मिनट पर एक बेकाबू गाड़ी ओवरटेक करने के चक्कर में डिवाइडर के दूसरी ओर उछलकर चली गई। इस दौरान विपरीत दिशा से आ रही एक कार और बाइक गाड़ी से टकरा गए। हादसा इतना जबरदस्त था कि दोनों कारें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। सड़क दुर्घटना में दोनों कार व बाइक सवार 10 लोग जख्मी हो गए। हालांकि सभी की हालत खतरे से बाहर है।

बेलगाम रफ्तार से आयकर गोलंबर की ओर जा रही एक कार इस हादसे की वजह बनी, जिसपर तीन किशोर सवार थे। टक्कर के दौरान डिवाइडर की दूसरी ओर जाने वाली गाड़ी की अगली सीट पीछे की ओर चली गई। इस कारण पीछे बैठे परसा बाजार के रहने वाले उत्सव नाम के किशोर का पैर सीट के नीचे बुरी तरह फंस गया। वहीं कार सवार अन्य दो लड़के वहां से निकलकर अस्पताल चले गए जबकि किशोर को एक घंटा 57 मिनट की मशक्कत के बाद गाड़ी से बाहर निकाला गया। पास के ही गैराज में काम करने वाले मैकेनिकों ने अगली सीट और कार की बॉडी को काटा। तब कहीं जाकर किशोर बाहर निकल सका। 

इधर, हादसे की खबर मिलते ही यातायात डीएसपी अनिल कुमार, कोतवाली थानेदार संजीत कुमार व अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। घायल किशोर को तुरंत निजी अस्पताल भेजा गया।

मानसून की पहली बारिश ने ही राजधानी की बिगाड़ी सूरत, कई इलाको में हुआ जल जमाव

डेस्क : बीते कई दिनों से प्रचंड गर्मी की मार झेल रहे राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में बीते गुरुवार की देर रात झमाझम बारिश ने बड़ी राहत दी। लेकिन इस बारिश से कई शहरो में जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई। 

 

राजधानी पटना में गुरुवार को हुई झमाझम बारिश से लोगों को सड़कों पर कीचड़ और कई जगह जलजमाव से फजीहत झेलनी पड़ी। मुख्य सड़कों से पानी निकल गया लेकिन गली-मोहल्लों की सड़कों पर पानी लगा रहा।

गांधी मैदान जेपी गोलंबर के पास पानी लग गया। रामगुलाम चौक के पास हर साल जलजमाव होता था लेकिन नगर निगम ने यहां अतिरिक्त पंप से पाइप के जरिए बांकरगंज नाले में पानी पहुंचाया। आरबीआई के पास जलजमाव रहा। इसके अलावा कंकड़बाग अंचल में चिड़ैयाटाड़ पुल के नीचे जलजमाव हुआ। यहां एक फीट तक पानी लग गया। नगर निगम की दो शकर मशीन से यहां पानी की निकासी की गई। वहीं आर ब्लॉक गोलंबर के पास भी सड़क के किनारे बारिश का पानी निकलने में थोड़ा समय लगा। 

कुल मिलाकर स्थिति यह रही की अधिंकाश जगहों से दो घंटे के अंदर बारिश का पानी निकल गया। जेपी गोलंबर, गांधी मैदान, कंकड़बाग जैसे इलाके में जलजमाव की समस्या बनी रही। दो पहिया वाहन चालक पानी में फंस भी गए। बारिश छूटने के बाद अचानक सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ गया। इससे लोग घंटों जूझते रहे। 

पटना के सबसे बड़े कपड़ा बाजार खेतान मार्केट में पानी लग गया था। सड़क के अलावा कई दुकानों में भी बारिश का पानी घुस गया। इससे दुकानदार पानी निकालने में परेशान रहे। जलजमाव की समस्या से कई फुटपाथी दुकानदारों ने अपनी दुकानें नहीं खोली। स्थानीय दुकानदार रिंकू ने कहा कि बारिश से काफी नुकसान हो गया है। सावन की खरीदारी करने पहुंचे ग्राहक लौट गए।

राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में हुई झमाझम बारिश ने प्रचंड गरमी से दी राहत, आज राज्य के इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

डेस्क : बीते कई दिनों से प्रचंड गर्मी की मार झेल रहे राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में बीते गुरुवार की देर रात झमाझम बारिश ने बड़ी राहत दी। पटना में गुरुवार को इस मानसून में पहली बार झमाझम बारिश हुई। 

लगभग एक से डेढ़ घंटे तक बरसे बादलों ने उमस और गर्मी से भारी राहत दी है। पटना में 26.3 मिमी वर्षा हुई जबकि गया, भागलपुर, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों में भी अच्छी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार पांच जुलाई तक पटना में कभी तेज तो कभी मध्यम बारिश की स्थिति बनी रहेगी। शुक्रवार को भी आंशिक बारिश के आसार हैं।

बारिश के कारण गुरुवार को पटना के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट आई है। गुरुवार को पटना का तापमान 29.4 डिग्री रहा। गया के अधिकतम तापमान में 3.9 डिग्री, औरंगाबाद 3.1 डिग्री, डेहरी 1.6 डिग्री, नवादा 0.8 डिग्री, बांका 2.1 डिग्री, जमुई 0.1 डिग्री, भागलपुर 0.8 डिग्री, बेगूसराय 3.2 डिग्री, दरभंगा 5.8, मुजफ्फरपुर 2.9 डिग्री, सुपौल 2.8 डिग्री, कटिहार 0.4 डिग्री, भागलपुर 0.8 डिग्री की गिरावट आयी है।

वहीं मौसम विभाग के अनुसार, अररिया के रानीगंज में सर्वाधिक 104.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। पटना सहित 26 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट आयी है। पूर्व पश्चिम ट्रफ उत्तर पश्चिम राजस्थान व उत्तरी मध्यप्रदेश के आसपास बने होने के साथ एक निम्न दबाव का क्षेत्र झारखंड, गांगेय पश्चिम बंगाल, पूर्वी नगालैंड तक बना हुआ है। इनके प्रभाव से पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, कटिहार, मधेपुरा, भागलपुर, बांका, खगड़िया जिले में भारी वर्षा जबकि सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी है। अगले तीन दिनों तक पटना समेत प्रदेश के शेष जिलों में हल्की वर्षा व एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है।

गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का पलटवार, बीजेपी को बताया बड़का झूट्ठा पार्टी

डेस्क : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज एकदिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे। जहां उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के संसदीय क्षेत्र मुंगेर लखीसराय में जनसभा में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा।

अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पैदाईश भ्रष्टाचार के विरोध से हुई थी। इंदिरा गांधी का विरोध कर नीतीश कुमार राजनीति में आए थे। लेकिन अब तो पीएम बनने के लिए कांग्रेस की चौखट पर बैठे हैं। शाह ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार के लिए कुछ भी नहीं किया।

इधर गृह मंत्री के हमले पर जदयू की ओर से पलटवार किया गया है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने सोशल मीडिया के ट्वीटर अकाउंट के जरिए बीजेपी और गृह मंत्री अमित शाह पर करारा पलटवार किया है।

ललन सिंह ने बीजेपी को बड़का झूट्ठा पार्टी बताते हुए लंबे-चौड़े ट्वीट में लिखा है...बड़का झुट्ठा पार्टी (B.J.P) के बड़का झुट्ठा गृह मंत्री माननीय अमित शाह जी, लखीसराय में जुमलेबाज़ी करने से पहले आपको अपना ज्ञानवर्धन करना चाहिए था...! आपको चुनौती है- साबित कीजिए कि मुंगेर में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज खुलवाने में केंद्र सरकार का एक रुपया भी लगा है ! मुंगेर इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज श्री नीतीश कुमार जी की सरकार की योजना का प्रतिफल है और इसमें सत् प्रतिशत राज्य सरकार का रुपया लगा है, इसमें केंद्र सरकार का एक रुपया भी नहीं लगा है। श्री नीतीश कुमार जी की सरकार की उपलब्धि भी श्री नरेंद्र मोदी जी के नाम करने का साहस कोई झुट्ठा व्यक्ति ही कर सकता है !

यदि साहस है तो बताइए कि "हर घर नल का जल योजना" में केंद्र सरकार का कितना रुपया लगा है ? इस योजना के लिए केंद्र सरकार के ऑफर को नीतीश सरकार ने ठुकरा दिया और एक ₹ भी केंद्र की सरकार से नहीं लिया। अपने धन से राज्य सरकार ने 2015 में सात निश्चय योजना के तहत इसे बिहार में करवाया। मुंगेर और बेगूसराय को जोड़ने वाला पुल श्री नरेंद्र मोदी सरकार की नहीं बल्कि श्रद्धेय अटल जी की सरकार की देन है।

पुलवामा में सीआरपाएफ़ के 40 जवानों की शहादत पर जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन लेफ़्टिनेंट गवर्नर श्री सत्यपाल मल्लिक जी के खुलासे पर आप मौन क्यों हैं ? शायद आज आप अधिक तनाव में थे, इसलिए नीतीश सरकार की उपलब्धियों को भी अपने खाता में डाल रहे थे। ऐसा आप ही कर सकते हैं और यही देश के साथ भी कर रहे हैं। आखिर आप इतने घबराए हुए क्यों थे कि लगातार आपके मुंह से 'लखीसराय' की जगह 'मुंगेर' निकल रहा था...? माना कि आपको आगामी लोकसभा चुनाव में अपने हश्र का अंदाजा है, लेकिन इतना घबराना देश के गृह मंत्री के स्वास्थ के लिए अच्छा नहीं है...!

लखीसराय में सीएम नीतीश पर जमकर बरसे केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कहा-जिनका विरोध कर राजनीति में कदम रखा उसी के चौखट पर आज बैठे है

डेस्क : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज एकदिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे। जहां उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के संसदीय क्षेत्र मुंगेर लखीसराय में जनसभा में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा।

अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पैदाईश भ्रष्टाचार के विरोध से हुई थी। इंदिरा गांधी का विरोध कर नीतीश कुमार राजनीति में आए थे। लेकिन अब तो पीएम बनने के लिए कांग्रेस की चौखट पर बैठे हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार लालू यादव को मूर्ख बना रहे हैं। इन्हें यहीं रहना है। पटना में विपक्षी दलों की महाबैठक पर तंज कसते हुए अमित शाह ने कहा कि अभी बहुत बड़ा फोटो देखा। फोटो देखकर आश्चर्य हुआ। कहा गया कि 20 से ज्यादा पार्टियां इकट्ठा हुई। वह बात तो सही है ।आपने 20 से अधिक पार्टी इकट्ठा कर ली। लेकिन यह 20 पार्टियां हैं कौन।।। यह वही है जो 2004-14 में जिन्होंने 20 लाख करोड़ का घपला-घोटाला और भ्रष्टाचार किया।

उन्होंने कहा कि यह बिहार की भूमि है, जयप्रकाश की भूमि है जहां से भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत हुई थी। नीतीश बाबू आपको शर्म आनी चाहिए। 20 लाख करोड़ के भ्रष्टाचार करने वाले कांग्रेस, लालू प्रसाद यादव, अरविंद केजरीवाल के साथ बैठकर सत्ता हथियाने का प्रयास कर रहे हैं। आप जरा बताओ जो आदमी सत्ता के लिए सारे सिद्धांत को छोड़ दे उस पर भरोसा कर सकते हैं क्या। अरे नीतीश बाबू आपकी राजनीतिक पैदाइश भ्रष्टाचार का विरोध कर,इंदिरा-लालू का विरोध कर हुई। आप की शुरुआती इंदिरा गांधी के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाकर हुई और आप किस मुंह से कांग्रेश और लालू प्रसाद के साथ बैठ गए?

अमित शाह ने सीएम नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि आप किस मुंह से लखीसराय की जनता के सामने आएंगे? वहीं कांग्रेस और राहुल गांधी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि यह अजीब प्रकार की पार्टी है। हम जिस पार्टी से आते हैं वहां नेता को लॉन्च नहीं किया जाता है। जनता लॉन्च करती है। कांग्रेस पार्टी 20 सालों से राहुल गांधी की लॉन्चिंग कर रही है। लेकिन हर बार असफळ हो जा रही। इस बार भी कांग्रेस पार्टी ने पटना में राहुल गांधी की लॉन्चिंग का विफल प्रयास किया। बिहार की जनता कभी भ्रष्टाचारियों के साथ नहीं रहेगी। 2024 में बिहार की जनता को तय करना है कि 20 बार फेल लॉन्चिंग करने वाले राहुल बाबा चाहिए या नरेंद्र मोदी चाहिए।

शिक्षा विभाग में फाइलों के निष्पादन में अब पदाधिकारियों की नहीं चलेगी बहानेबाजी, पूर्ण रूप से ई-ऑफिस प्रणाली होगी लागू

डेस्क :शिक्षा विभाग में फाइलों के निष्पादन में अब पदाधिकारियों की बहानेबाजी नहीं चलेगी। बेवजह फाइल को अपने पास कोई रखेगा तो उन्हें इसका जवाब देना पड़ेगा। विभाग में इसे लेकर पूर्ण रूप से ई-ऑफिस प्रणाली लागू होगी। हर कागजातों की स्कैनिंग और पदाधिकारियों-कर्मियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। ई-ऑफिस प्रणाली लागू होने से फाइलों का निपटारा जल्द हो सकेगा।

विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि अगस्त तक ई-ऑफिस प्रणाली लागू करा दें। इसके लिए हर आवश्यक कार्य जल्द-से-जल्द कराएं। फाइलों के हर पन्ने की स्कैनिंग हो रही है। हर एक पत्र की स्कैनिंग होने के बाद उसका डिजिटाइजेशन किया जाएगा। इसके बाद पदाधिकारी ई-मेल के जरिये ही दूसरे के पास फाइल भेज सकेंगे। 

कागज की जरूरत कम-से-कम रह जाएगी। कौन सी फाइल किस पदाधिकारी के पास कब गई और कितनी देर में उन्होंने इसका निष्पादन किया, इसकी जानकारी एक क्लिक पर ही मिल जाएगी। इस काम में दिक्कत नहीं हो, इसको लेकर उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विपार्ड में भेजकर भी कुछ पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

गौरतलब है कि कोई फाइल किस अधिकारी के पास कितने समय तक रहेगी, इसे लेकर नियम बना हुआ है। लेकिन, कई बार कर्मी इसको नजरअंदाज कर देते हैं।