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चीन ने जानबूझकर तैयार किया था कोरोनावायरस, बायोवेपन के तौर पर किया इस्तेमाल, वुहान में काम करने वाले रिसर्चर का दावा

#china_devloped_corona_as_bioweapon_to_purposely_infect_people_reveals_wuhan_researcher 

कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर अब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है।इस वायरस के कारण फैली महामारी के कारण दुनिया भर में करोड़ों जानें जा चुकी है। एक समय में चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था। इस दौरान चीन पर वुहान लैब से वायरस को लीक करने के आरोप बी लगते रहे। हालांकि की ड्रैगन ने हर पर इस तरह के आरोपों को खारिज ही किया है। अब वुहान के एक शोधकर्ता ने बड़ा दावा करते हुए चीन पर जानबूझकर कोरोना वायरस तैयार करने का आरोप लगाया है।वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के एक शोधकर्ता ने दावा किया है कि इस वायरस को चीन ने जैविक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के लिए जानबूझकर तैयार किया था।

इंटरनेशनल प्रेस एसोसिएशन को दिए एक इंटरव्यू में रिसर्चर चाओ शाओ ने कहा-कोरोनावायरस को चीन ने एक जैव हथियार के रूप में तैयार किया था। उसने आगे कहा कि मुझे और मेरे साथियों को टेस्टिंग के लिए वायरस के 4 स्ट्रेन्स दिए गए थे, जिससे ये पता चल सके कि कौन सा स्ट्रेन सबसे ज्यादा संक्रामक है।

वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के एक शोधकर्ता ने कोरोनावायरस के बारे में आश्चर्यजनक दावे करते हुए बताया कि उनके एक सहयोगी ने बताया कि उसके एक सीनियर ने उसे कोरोनोवायरस के चार प्रकार दिए थे और परीक्षण कर पता लगाने के लिए कहा था कि उनमें कौन से ज्यादा प्रभावशाली है। उससे कहा गया था कि कौन से वायरस में अधिक से अधिक प्रजातियों को संक्रमित करने की क्षमता है और वायरस से मानव सहित अन्य प्रजातियों को संक्रमित करना कितना आसान है।

न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि यह इंटरव्यू 2020 का है, लेकिन अब सामने आया है।चाओ शाओ ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि उनके कई सहयोगी वुहान में 2019 सैन्य विश्व खेलों के दौरान गुम हो गए थे, बाद में उनमें से एक ने बताया कि वह विभिन्न देशों से आए एथलीटों की जांच के लिए होटलों में गए थे। उन्होंने कहा कि ये बात समझनी चाहिए कि स्वास्थ्य जांच के लिए किसी वायरोलॉजिस्ट की आवश्यकता नहीं होती है। उन्हें वहां वायरस फैलाने के लिए वहां भेजा गया था।

बता दें कि इससे पहले भी एक अमेरिकी रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कोरोना वायरस चीन की वुहान लैब से ही लीक हुआ था और बाद में इसने पूरी दुनिया को चपेट में ले लिया। रिपोर्ट के मुताबिक वुहान लैब के तीन वैज्ञानिक सबसे पहले कोरोना इन्फेक्शन का शिकार हुए थे। ये 3 वैज्ञानिक बेन हू, यू पिंग और यान झू थे। तीनों इस लैब के लीड रिसर्चर्स थे। इतना ही नहीं, रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया था कि चीन की इस हरकत के तमाम सबूत अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई के पास मौजूद हैं।

नहीं चलेगी पीसीबी की आनाकानी, आईसीसी ने खारिज की वेन्यू बदलने की मांग

#icc_denied_pakistan_request_to_change_venue_of_two_world_cup_2023_matches 

आईसीसी ने वर्ल्ड कप 2023 को लेकर शेड्यूल जारी कर दिया है। शेड्यूल तय होने के बाद वर्ल्ड कप के लिए भारत जाने को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की आनाकानी शुरू हो गई है। पीसीबी ने आईसीसी से वेन्यू बदलने की मांग की थी। पीसीबी की इस खास मांग को आईसीसी ने ठुकरा दिया है। 

पीसीबी ने ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के खिलाफ अपने मुकाबलों के मैदान में बदलाव की मांग की थी। पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के खिलाफ वेन्यू को इंटरचेंज करने की भी मांग की थी। वे चाहते थे कि इन दो मैचों के लिए वेन्यू की अदला-बदली की जाए, यानी पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया से चेपक में और अफगानिस्तान से चिन्नास्वामी में खेले। हालांकि, आईसीसी और बीसीसीआई ने पीसीबी की मांग को ठुकरा दिया। साथ ही यह तय किया कि पाकिस्तान को निर्धारित स्थान पर ही अपने मैच खेलने होंगे 

पाकिस्तान को 20 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया से बेंगलुरु के चिन्नास्वामी में और 23 अक्टूबर को अफगानिस्तान से चेन्नई के चेपक में भिड़ना है। पाकिस्तान ने ड्राफ्ट शेड्यूल के बाद अपने अनुरोध पत्र में इस बात का जिक्र किया था कि चेन्नई में स्थितियां अफगानिस्तान के पक्ष में होंगी। इसलिए वेन्यू बदलने से पाकिस्तान फायदे में रहता। लेकिन आईसीसी ने पाकिस्तान की एक न सुनी।

वर्ल्ड कप के लिए भारत आने को लेकर पीसीबी की आनाकानी

इससे पहले वनडे वर्ल्ड कप का शेड्यूल तय होने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने मंगलवार को एक बयान में कहा था कि पाकिस्तान सरकार की ओर से उन्हें नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिली है। इसलिए वर्ल्ड कप के लिए भारत जाने को लेकर उनकी स्थिति अभी साफ नहीं है। इस पर भी आईसीसी ने जवाब दिया है। आईसीसी ने कहा है कि पीसीबी ने एग्रीमेंट साइन किया है और उम्मीद है कि वह इस पर काबिज रहेंगे।

आईसीसी ने ठुकराई पीसीबी की मांग

आईसीसी ने एक बयान जारी किया है। इसमें उन्होंने पाकिस्तान की स्थिति को लेकर कहा, ''पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के लिए एग्रीमेंट साइन किया है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि वो इस एग्रीमेंट से पलटेंगे नहीं और भारत आएंगे। वर्ल्ड कप में भाग ले रही सभी टीमें अपने देश के नियम और कानूनों से बंधी हैं और हम इसका सम्मान भी करते हैं। हालांकि, हमें पूरा भरोसा है कि पाकिस्तान वर्ल्ड कप खेलने भारत जरूर आएगा।''

इसलिए आनाकानी कर रही पीसीबी

दरअसल, पाकिस्तान टीम मैनेजमेंट को डर है कि चेपक की स्पिन की मददगार पिच पर अफगानिस्तान फायदा उठा सकता है। वहीं, चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों की मददगार है और यहां रनों की भरमार होती है। चिन्नास्वामी में कोई भी स्कोर आसानी से चेज किया जा सकता है। इसके अलावा पाकिस्तान को अहमदाबाद में एक लाख 30 हजार दर्शकों के सामने भारत के खिलाफ खेलने में भी दबाव का सामना करना पड़ सकता है। इन सभी वजहों से पीसीबी अपनी टीम को भारत भेजने में आनाकानी कर रहा है। हालांकि, आईसीसी ने पीसीबी की सभी मांगों को ठुकरा दिया।

*बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ बेंगलुरु में एफआईआर, राहुल गांधी को लेकर किया था ट्वीट*
#fir_against_bjp_it_cell_chief_amit_malviya_for_tweeting_about_rahul_gandhi कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कांग्रेस कार्यकर्ता रमेश बाबू ने ये एफआईआर राहुल गांधी के खिलाफ किए गए ट्वीट के बाद की है।मालवीय पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने राहुल को हिंदू संस्कृति और भारत के खिलाफ दिखाया है। साथ ही इसमें ये भी कहा गया है कि बीजेपी नेता मालवीय की तरफ से राहुल गांधी के भाषण में बदलाव कर झूठ परोसने का काम किया है। अमित मालवीय के खिलाफ कांग्रेस नेता रमेश बाबू ने शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत में कहा गया है कि जो वीडियो ट्वीट किया गया है वह सामाजिक अन्याय के खिलाफ है। उन्होंने राहुल गांधी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के बीच एक संबंध दिखाया है। वीडियो में उन्होंने दिखाया है कि कांग्रेस सिर्फ अल्पसंख्यकों का समर्थन करती है।शिकायत में कहा गया है, "ट्वीट में राहुल गांधी के भाषणों में बदलाव किया गया है और बताया गया है कि वो समाज को बांटना चाहते हैं और समाज में नफरत फैलाना चाहते हैं। इससे राहुल गांधी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छवि धूमिल हुई है और समाज में उनके सम्मान को नुकसान पहुंचा है। इसलिए हम अमित मालवीय और अन्य के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख ने 17 जून को अपने ट्विटर हैंडल से राहुल गांधी को लेकर एक एनिमेटेड वीडियो शेयर किया था। वीडियो को शेयर करते हुए मालवीय ने राहुल को खतरनाक बताते हुए कहा था कि वो घातक खेल खेल रहे हैं।करीब ढाई मिनट के वीडियो में राहुल गांधी पर इंटरनेशनल मीडिया को अपना मोहरा बनाने का आरोप लगाया था।मालवीय ने वीडियो में राहुल गांधी की ओर से भारत और देश के मुसलमानों को लेकर की गई टिप्पणियों का भी जिक्र किया है। इसके साथ-साथ राहुल की ओर से नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी की ओर से पवित्र सेंगोल को साष्टांग प्रणाम को लेकर विदेश में की गई टिप्पणियों को भी शामिल किया गया है। अमित मालवीय के इस ट्वीट पर कई कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति दर्ज की थी, जिसके बाद अब पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है।इससे पहले कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय और चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। खरगे का आरोप था कि बीजेपी के तीनों पदाधिकारी कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने के लिए झूठी, दुर्भावनापूर्ण और भड़काऊ सामग्री फैलाते रहते हैं। उन्होंने शिकायती पत्र में लिखा था कि यह समाज के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, अपने समर्थकों को उकसाने और भड़काने के इरादे से बयानबाजी करते हैं।
*बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ बेंगलुरु में एफआईआर, राहुल गांधी को लेकर किया था ट्वीट*
#fir_against_bjp_it_cell_chief_amit_malviya_for_tweeting_about_rahul_gandhi कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कांग्रेस कार्यकर्ता रमेश बाबू ने ये एफआईआर राहुल गांधी के खिलाफ किए गए ट्वीट के बाद की है।मालवीय पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने राहुल को हिंदू संस्कृति और भारत के खिलाफ दिखाया है। साथ ही इसमें ये भी कहा गया है कि बीजेपी नेता मालवीय की तरफ से राहुल गांधी के भाषण में बदलाव कर झूठ परोसने का काम किया है। अमित मालवीय के खिलाफ कांग्रेस नेता रमेश बाबू ने शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत में कहा गया है कि जो वीडियो ट्वीट किया गया है वह सामाजिक अन्याय के खिलाफ है। उन्होंने राहुल गांधी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के बीच एक संबंध दिखाया है। वीडियो में उन्होंने दिखाया है कि कांग्रेस सिर्फ अल्पसंख्यकों का समर्थन करती है।शिकायत में कहा गया है, "ट्वीट में राहुल गांधी के भाषणों में बदलाव किया गया है और बताया गया है कि वो समाज को बांटना चाहते हैं और समाज में नफरत फैलाना चाहते हैं। इससे राहुल गांधी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छवि धूमिल हुई है और समाज में उनके सम्मान को नुकसान पहुंचा है। इसलिए हम अमित मालवीय और अन्य के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख ने 17 जून को अपने ट्विटर हैंडल से राहुल गांधी को लेकर एक एनिमेटेड वीडियो शेयर किया था। वीडियो को शेयर करते हुए मालवीय ने राहुल को खतरनाक बताते हुए कहा था कि वो घातक खेल खेल रहे हैं।करीब ढाई मिनट के वीडियो में राहुल गांधी पर इंटरनेशनल मीडिया को अपना मोहरा बनाने का आरोप लगाया था।मालवीय ने वीडियो में राहुल गांधी की ओर से भारत और देश के मुसलमानों को लेकर की गई टिप्पणियों का भी जिक्र किया है। इसके साथ-साथ राहुल की ओर से नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी की ओर से पवित्र सेंगोल को साष्टांग प्रणाम को लेकर विदेश में की गई टिप्पणियों को भी शामिल किया गया है। अमित मालवीय के इस ट्वीट पर कई कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति दर्ज की थी, जिसके बाद अब पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है।इससे पहले कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय और चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। खरगे का आरोप था कि बीजेपी के तीनों पदाधिकारी कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने के लिए झूठी, दुर्भावनापूर्ण और भड़काऊ सामग्री फैलाते रहते हैं। उन्होंने शिकायती पत्र में लिखा था कि यह समाज के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, अपने समर्थकों को उकसाने और भड़काने के इरादे से बयानबाजी करते हैं।
महाराष्ट्र की शिंदे सरकार का बड़ा फैसला, वीर सावरकर सेतु के नाम से जाना जाएगा वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक

#mumbai_versova_bandra_sea_link_renamed_veer_savarkar_setu

महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने बड़ा फैसले लेते हुए मुंबई के वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक का नाम बदलकर वीर सावरकर सेतु कर दिया है। वहीं, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का भी नाम बदला गया है. अब ये अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति सेतु के नाम से जाना जाएगा।महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पिछले महीने घोषणा की थी कि मुंबई में आगामी बांद्रा-वर्सोवा समुद्री लिंक का नाम हिंदुत्व विचारक दिवंगत वीडी सावरकर के नाम पर रखा जाएगा।

28 मई को सावरकर की जयंती के अवसर मुख्यमंत्री ने कहा था, आगामी बांद्रा-वर्सोवा सीलिंक का नाम स्वातंत्र्यवीर सावरकर के नाम पर रखा जाएगा। केंद्र सरकार के वीरता पुरस्कारों की तर्ज पर, महाराष्ट्र सरकार भी स्वातंत्र्यवीर सावरकर वीरता पुरस्कार स्थापित करेगी।

बता दें कि बांद्रा-वर्सोवा सी लिंक 17 किलोमीटर लंबा होगा। मुंबई की जाम से बचने के लिए इस सी लिंक का निर्माण किया जा रहा है। सी लिंक का काम 2018 से चल रहा है। इसके पूरा होने के बाद डेढ़ घंटे का सफर सिर्फ आधे घंटे में तय हो सकेगा। बांद्रा-वर्सोवा सी लिंक मुंबई का दूसरा सी लिंक है। ये वर्सोवा से शुरू होते हुए कार्टर रोड, जुहू के रास्ते बांद्रा तक जाएगा, जहां ये बांद्रा-वर्ली सी लिंक से जुड़ेगा। बांद्रा-वर्सोवा सी लिंक 8 लेन का होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट के निर्माण में 11 हजार 332 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसे 2023 में पूरा होना था, लेकिन देरी की वजह से अब इस प्रोजेक्ट के 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है।

बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ बेंगलुरु में एफआईआर, राहुल गांधी को लेकर किया था ट्वीट

#fir_against_bjp_it_cell_chief_amit_malviya_for_tweeting_about_rahul_gandhi

कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कांग्रेस कार्यकर्ता रमेश बाबू ने ये एफआईआर राहुल गांधी के खिलाफ किए गए ट्वीट के बाद की है।मालवीय पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने राहुल को हिंदू संस्कृति और भारत के खिलाफ दिखाया है। साथ ही इसमें ये भी कहा गया है कि बीजेपी नेता मालवीय की तरफ से राहुल गांधी के भाषण में बदलाव कर झूठ परोसने का काम किया है।

अमित मालवीय के खिलाफ कांग्रेस नेता रमेश बाबू ने शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत में कहा गया है कि जो वीडियो ट्वीट किया गया है वह सामाजिक अन्याय के खिलाफ है। उन्होंने राहुल गांधी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के बीच एक संबंध दिखाया है। वीडियो में उन्होंने दिखाया है कि कांग्रेस सिर्फ अल्पसंख्यकों का समर्थन करती है।शिकायत में कहा गया है, "ट्वीट में राहुल गांधी के भाषणों में बदलाव किया गया है और बताया गया है कि वो समाज को बांटना चाहते हैं और समाज में नफरत फैलाना चाहते हैं। इससे राहुल गांधी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छवि धूमिल हुई है और समाज में उनके सम्मान को नुकसान पहुंचा है। इसलिए हम अमित मालवीय और अन्य के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं।

बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख ने 17 जून को अपने ट्विटर हैंडल से राहुल गांधी को लेकर एक एनिमेटेड वीडियो शेयर किया था। वीडियो को शेयर करते हुए मालवीय ने राहुल को खतरनाक बताते हुए कहा था कि वो घातक खेल खेल रहे हैं।करीब ढाई मिनट के वीडियो में राहुल गांधी पर इंटरनेशनल मीडिया को अपना मोहरा बनाने का आरोप लगाया था।मालवीय ने वीडियो में राहुल गांधी की ओर से भारत और देश के मुसलमानों को लेकर की गई टिप्पणियों का भी जिक्र किया है। इसके साथ-साथ राहुल की ओर से नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी की ओर से पवित्र सेंगोल को साष्टांग प्रणाम को लेकर विदेश में की गई टिप्पणियों को भी शामिल किया गया है। 

अमित मालवीय के इस ट्वीट पर कई कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति दर्ज की थी, जिसके बाद अब पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है।इससे पहले कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय और चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। खरगे का आरोप था कि बीजेपी के तीनों पदाधिकारी कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने के लिए झूठी, दुर्भावनापूर्ण और भड़काऊ सामग्री फैलाते रहते हैं। उन्होंने शिकायती पत्र में लिखा था कि यह समाज के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, अपने समर्थकों को उकसाने और भड़काने के इरादे से बयानबाजी करते हैं।

मणिपुर में पुलिस थानों से लूटे गए हथियार कार्बाइन, पिस्तौल और गोला-बारूद को बेचते हुए दबोचे गए 4 आर्म्स स्मगलर

मणिपुर में 3 मई को भड़की हिंसा के दौरान उग्रवादियों, उपद्रवियों और भीड़ ने विभिन्न पुलिस स्टेशनों और सुरक्षा चौकियों से हजारों हथियार और लाखों गोला-बारूद लूट लिया था और अब आर्म्स स्मगलर इन्हें चोरी से तस्करी करके बेच रहे हैं। कैरांग अवांग लेइका और खोमिदोक के पास 4 हथियार तस्करों को पकड़ा गया। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वे पुलिस से चुराए गए हथियार और गोला-बारूद बेच रहे थे।

संयुक्त सुरक्षा बलों ने मणिपुर में अब तक लूटे गए 1,100 हथियार, विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद के 13,702 टुकड़े और 250 जिंदा बम बरामद किए हैं।

इंफाल पूर्व के पुलिस अधीक्षक शिवकांत सिंह ने कहा, आज सुबह कैरांग अवांग लेइका और खोमिदोक के पास 4 हथियार तस्करों को पकड़ा गया। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वे पुलिस से चुराए गए हथियार और गोला-बारूद बेच रहे थे। एक 9 मिमी कार्बाइन, एक .22 पिस्तौल, दो 5.56 मिमी इंसास मैगजीन, एक 303 एलएमजी मैगजीन, 21 संख्या में 7.62 मिमी गोला बारूद और 2.5 लाख रुपये नकद जब्त हुए हैं।

सुरक्षाबलों ने मंगलवार को कोहिमा में हिंसा प्रभावित मणिपुर की ओर जा रहे एक वाहन को रोका। वाहन में से भारी संख्या में हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और अन्य युद्ध जैसे सामान बरामद किए। रक्षा सूत्रों ने कहा कि नागालैंड के रास्ते मणिपुर में हथियारों, विस्फोटकों और अन्य युद्ध जैसे सामान की तस्करी के प्रयासों के संबंध में विशिष्ट खुफिया इनपुट मिला था, जिस पर कार्रवाई करते हुए, असम राइफल्स और नागालैंड पुलिस का एक संयुक्त अभियान सोमवार शाम को शुरू किया गया और हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक जब्त किए गए।

रक्षा विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरक्षाबलों ने शत्रु तत्वों द्वारा एक बड़ी घटना के प्रयास को विफल कर दिया। रक्षा पीआरओ ने कहा कि ऑपरेशन के विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है क्योंकि तलाशी अभियान जारी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मणिपुर में सुरक्षाबलों ने सुरक्षा उपायों को कड़ा करने और संदिग्ध वाहनों की तलाशी लेने के लिए विभिन्न जिलों में सौ से अधिक चौकियां भी स्थापित कीं।

बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ बेंगलुरु में एफआईआर, राहुल गांधी को लेकर किया था ट्वीट
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कांग्रेस कार्यकर्ता रमेश बाबू ने ये एफआईआर राहुल गांधी के खिलाफ किए गए ट्वीट के बाद की है।मालवीय पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने राहुल को हिंदू संस्कृति और भारत के खिलाफ दिखाया है। साथ ही इसमें ये भी कहा गया है कि बीजेपी नेता मालवीय की तरफ से राहुल गांधी के भाषण में बदलाव कर झूठ परोसने का काम किया है। अमित मालवीय के खिलाफ कांग्रेस नेता रमेश बाबू ने शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत में कहा गया है कि जो वीडियो ट्वीट किया गया है वह सामाजिक अन्याय के खिलाफ है। उन्होंने राहुल गांधी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के बीच एक संबंध दिखाया है। वीडियो में उन्होंने दिखाया है कि कांग्रेस सिर्फ अल्पसंख्यकों का समर्थन करती है।शिकायत में कहा गया है, "ट्वीट में राहुल गांधी के भाषणों में बदलाव किया गया है और बताया गया है कि वो समाज को बांटना चाहते हैं और समाज में नफरत फैलाना चाहते हैं। इससे राहुल गांधी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छवि धूमिल हुई है और समाज में उनके सम्मान को नुकसान पहुंचा है। इसलिए हम अमित मालवीय और अन्य के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख ने 17 जून को अपने ट्विटर हैंडल से राहुल गांधी को लेकर एक एनिमेटेड वीडियो शेयर किया था। वीडियो को शेयर करते हुए मालवीय ने राहुल को खतरनाक बताते हुए कहा था कि वो घातक खेल खेल रहे हैं।करीब ढाई मिनट के वीडियो में राहुल गांधी पर इंटरनेशनल मीडिया को अपना मोहरा बनाने का आरोप लगाया था।मालवीय ने वीडियो में राहुल गांधी की ओर से भारत और देश के मुसलमानों को लेकर की गई टिप्पणियों का भी जिक्र किया है। इसके साथ-साथ राहुल की ओर से नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी की ओर से पवित्र सेंगोल को साष्टांग प्रणाम को लेकर विदेश में की गई टिप्पणियों को भी शामिल किया गया है। अमित मालवीय के इस ट्वीट पर कई कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति दर्ज की थी, जिसके बाद अब पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है।इससे पहले कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय और चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। खरगे का आरोप था कि बीजेपी के तीनों पदाधिकारी कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने के लिए झूठी, दुर्भावनापूर्ण और भड़काऊ सामग्री फैलाते रहते हैं। उन्होंने शिकायती पत्र में लिखा था कि यह समाज के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, अपने समर्थकों को उकसाने और भड़काने के इरादे से बयानबाजी करते हैं।
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय के खिलाफ बेंगलुरु में एफआईआर, राहुल गांधी को लेकर किया था ट्वीट
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कांग्रेस कार्यकर्ता रमेश बाबू ने ये एफआईआर राहुल गांधी के खिलाफ किए गए ट्वीट के बाद की है।मालवीय पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने राहुल को हिंदू संस्कृति और भारत के खिलाफ दिखाया है। साथ ही इसमें ये भी कहा गया है कि बीजेपी नेता मालवीय की तरफ से राहुल गांधी के भाषण में बदलाव कर झूठ परोसने का काम किया है। अमित मालवीय के खिलाफ कांग्रेस नेता रमेश बाबू ने शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत में कहा गया है कि जो वीडियो ट्वीट किया गया है वह सामाजिक अन्याय के खिलाफ है। उन्होंने राहुल गांधी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के बीच एक संबंध दिखाया है। वीडियो में उन्होंने दिखाया है कि कांग्रेस सिर्फ अल्पसंख्यकों का समर्थन करती है।शिकायत में कहा गया है, "ट्वीट में राहुल गांधी के भाषणों में बदलाव किया गया है और बताया गया है कि वो समाज को बांटना चाहते हैं और समाज में नफरत फैलाना चाहते हैं। इससे राहुल गांधी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की छवि धूमिल हुई है और समाज में उनके सम्मान को नुकसान पहुंचा है। इसलिए हम अमित मालवीय और अन्य के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख ने 17 जून को अपने ट्विटर हैंडल से राहुल गांधी को लेकर एक एनिमेटेड वीडियो शेयर किया था। वीडियो को शेयर करते हुए मालवीय ने राहुल को खतरनाक बताते हुए कहा था कि वो घातक खेल खेल रहे हैं।करीब ढाई मिनट के वीडियो में राहुल गांधी पर इंटरनेशनल मीडिया को अपना मोहरा बनाने का आरोप लगाया था।मालवीय ने वीडियो में राहुल गांधी की ओर से भारत और देश के मुसलमानों को लेकर की गई टिप्पणियों का भी जिक्र किया है। इसके साथ-साथ राहुल की ओर से नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर पीएम मोदी की ओर से पवित्र सेंगोल को साष्टांग प्रणाम को लेकर विदेश में की गई टिप्पणियों को भी शामिल किया गया है। अमित मालवीय के इस ट्वीट पर कई कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति दर्ज की थी, जिसके बाद अब पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है।इससे पहले कर्नाटक सरकार में मंत्री प्रियांक खरगे ने भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय और चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सूद के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। खरगे का आरोप था कि बीजेपी के तीनों पदाधिकारी कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने के लिए झूठी, दुर्भावनापूर्ण और भड़काऊ सामग्री फैलाते रहते हैं। उन्होंने शिकायती पत्र में लिखा था कि यह समाज के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने, अपने समर्थकों को उकसाने और भड़काने के इरादे से बयानबाजी करते हैं।
फिल्म आदिपुरुष' के संवाद लेखक मनोज मुंतशिर की बढ़ी मुश्किलें,

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जारी किया नोटिस, पूछा, आप आने वाली पीढ़ियों को क्या सिखाना चाहते हैं?


 इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मंगलवार को 'आदिपुरुष' के संवाद लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला को फिल्म की स्क्रीनिंग पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका में प्रतिवादी के रूप में शामिल करने के आवेदन को अनुमति दे दी। इसके अलावा कोर्ट ने मुंतशिर शुक्ला को भी नोटिस जारी किया। हाई कोर्ट ने केंद्र से यह भी पूछा है कि सिनेमैटोग्राफ एक्ट 1952 के तहत क्या कार्रवाई की जा सकती है। अब इस मामले में अगली सुनवाई बुधवार को है।

इलाहाबाद HC ने सेंसर बोर्ड और आदिपुरुष के निर्माताओं को लगाई कड़ी फटकार

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इससे पहले सोमवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने सेंसर बोर्ड और आदिपुरुष के निर्माताओं को कड़ी फटकार लगाई थी। 'आदिपुरुष' में कुछ विवादास्पद संवादों के बारे में एक याचिका पर सुनवाई के दौरान अदालत ने पूछा कि सेंसर बोर्ड क्या करता रहता है? आप आने वाली पीढ़ियों को क्या सिखाना चाहते हैं? कोर्ट ने सुनवाई के दौरान निर्माता, निर्देशक और अन्य पक्षों की अनुपस्थिति पर भी सवाल उठाए। याचिका वकील कुलदीप तिवारी ने दायर की है।

आदिपुरुष के कुछ डायलॉग्स को लेकर निर्माताओं की हुई है आलोचना

बता दें कि ओम राउत द्वारा निर्देशित, 'आदिपुरुष', जो महाकाव्य रामायण का रूपांतरण है कि रिलीज के बाद भारी आलोचना हुई है। आलोचकों से लेकर समीक्षकों तक कई लोगों ने फिल्म के कुछ संवादों पर संदेह व्यक्त किया। जिन डायलॉग्स को लेकर निर्माताओं की आलोचना हुई है। उनमें 'मरेगा बेटे', 'बुआ का बगीचा हैं क्या' और 'जलेगी तेरे बाप की' शामिल हैं। फिल्म में प्रभास भगवान राम, कृति देवी सीता, सनी सिंह लक्ष्मण और सैफ अली खान रावण की भूमिका में हैं। ऑनलाइन आक्रोश और नकारात्मक समीक्षाओं के बावजूद, 'आदिपुरुष' के निर्माताओं ने संवादों को नया रूप दिया।