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*पंचतत्व में विलिन हुई पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी की पत्नी बिमला देवी, अंतिम संस्कार सीएम नीतीश कुमार हुए शामिल*

डेस्क : राजद के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी की धर्मपत्नी स्व. बिमला देवी का आज मंगलवार को अंतिम संस्कार हुआ। इसके पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू यादव ने दिवंगत बिमला देवी के अंतिम दर्शन किए। 

दिल्ली से पटना लौटने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दीघा घाट पहुंच स्व. बिमला देवी के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन किया तथा पुष्प अर्पित कर अंतिम विदाई दी। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिये ईश्वर से प्रार्थना की। इसके पहले अपने शोक संदेश में नीतीश कुमार ने कहा, स्व. बिमला देवी एक धर्मपरायण महिला थीं।

वहीं आज मंगलवार सुबह राजद सुप्रीमो लालू यादव ने शिवानंद तिवारी के घर जाकर बिमला देवी के पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन किया। दरअसल, शिवानंद तिवारी और लालू यादव तथा नीतीश कुमार पिछले करीब 4 दशकों से एक दूसरे के साथ राजनीति में रहे हैं। तिवारी ने जदयू और राजद दोनों ही दलों में अहम जिम्मेदारी निभाई है। इसी वजह से लालू और नीतीश दोनों से शिवानंद तिवारी के आत्मीय सम्बंध रहे हैं। 

अंतिम संस्कार के दौरान पूर्व मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी, विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू, पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी के पुत्र विधायक राहुल तिवारी सहित अन्य जन प्रतिनिधिगण एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

राहुल-खडगे समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं से मिले सीएम नीतीश कुमार, विपक्ष एका पर जल्द हो सकती है बैठक

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 के चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के लिए पुरजोर प्रयास कर रहे है। इसके लिए वे पूरे देश के विपक्षी दलों को एकजुट करने के प्रयास में जुटे है। वे इनदिनों देश के अलग-अलग राज्यों का दौरा कर विपक्ष दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे है। 

इस कड़ी में वे दिल्ली दौरे पर है। जहां दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद बीते सोमवार को वे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से मुलाकात की। कांग्रेस अध्यक्ष के दिल्ली स्थित आवास 10, राजाजी मार्ग में हुई बैठक में विपक्षी एकजुटता के प्रयासों को तेज करने और इसके आगे की रूपरेखा को लेकर चर्चा की। विपक्षी एकता के संभावित रोडमैप पर भी विस्तार से इन नेताओं के बीच बातचीत हुई। बता दें कि इससे पहले भी इन तीनों नेताओं के बीच 12 अप्रैल को बैठक हुई थी।

मुलाकात के दौरान भाजपा के खिलाफ 2024 के आम चुनाव में व्यापक विपक्षी गोलबंदी को ताकतवर बनाने को लेकर चर्चा की गई। साथ ही कर्नाटक के चुनाव परिणाम को इस एकजुटता की दिशा में बड़ी तथा सकारात्मक शुरुआत के रूप में उद्धृत किया गया। अपराह्न चार बजे बाद शुरू हुई तथा एक घंटे से अधिक चली इस बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि विपक्षी दलों की बैठक की तिथि और स्थान के बारे में अगले एक-दो दिनों में फैसला कर लिया जाएगा। 

बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह तथा बिहार सरकार के मंत्री संजय झा मौजूद थे। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी बैठक में शामिल होना था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से वह शामिल नहीं हो सके। बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने मीडिया को संबोधित किया। 

ललन सिंह ने कहा कि आज की बैठक में विपक्षी एकता के बारे में जो सहमति बनी है, उस पर विस्तार से चर्चा हुई। विपक्षी एकता के लिए सभी दलों की बैठक की जगह, तिथि और समय एक से दो दिन में तय करके आपको (मीडिया को) बता दिया जाएगा। बैठक कहां होगी, कब होगी, कौन-कौन लोग आमंत्रित होंगे, सब तय हो जाएगा। 

वहीं केसी वेणुगोपाल ने कहा कि जल्द ही विपक्षी दलों की बैठक होगी। पूछे जाने पर कहा कि बैठक में ज्यादातर राजनीतिक दल शामिल होंगे। गौर हो कि बेंगलुरु में सिद्धारमैया सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी एकता का संदेश देने की कोशिश हुई थी और 18 गैर भाजपाई दल इसमें शामिल हुए थे। वहीं, माना जा रहा है कि यह बैठक पटना में होगी। हालांकि इसपर अंतिम निर्णय अगले एक-दो दिन में होगा।

राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी की पत्नी का निधन, सीएम नीतीश, राजद सुप्रीमो लालू समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने जताया शोक

डेस्क : राजद के वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी की धर्मपत्नी विमला देवी का सोमवार को निधन हो गया। विगत 15 मई को उन्हें तबीयत बिगड़ने पर राजधानी स्थित एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका दाह संस्कार आज मंगलवार को होगा। 

इधर विमला देवी के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि विमला देवी धर्मपरायण महिला थीं। वहीँ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने शिवानंद तिवारी की धर्मपत्नी विमला देवी के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।

लालू प्रसाद व राबड़ी देवी ने अपने शोक संदेश में कहा कि विमला देवी सरल स्वभाव की थीं, उनके निधन से हमारे परिवार का एक सच्चा दोस्त हमलोगों से बिछड़ गया है। मंत्री तेजप्रताप यादव और सांसद मीसा भारती ने भी शोक प्रकट किया है। 

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने अपने शोक संदेश में कहा कि विमला देवी का निधन दु:खद है। लंबे समय तक हमें उनका स्नेह मिला, उन्हें नमन करता हूं। 

वहीं राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव, प्रवक्ता चितरंजन गगन, मृत्युंजय तिवारी, ऋषि मिश्रा, सारिका पासवान और प्रधान महासचिव रणविजय साहू ने भी शोक व्यकक्त किया है।

पटना में पीएम की सभा में बम धमाके का आरोपी मेहर आलम दरभंगा से गिरफ्तार, 10 साल बाद एसटीएफ की टीम ने दबोचा

डेस्क : पटना के गांधी मैदान में पीएम नरेंद्र मोदी की सभा के दौरान हुए बम धमाके के आरोपी मेहर आलम को घटना के 10 साल बाद बीते शनिवार को एसटीएफ ने दरभंगा से गिरफ्तार कर लिया। उसे अशोक पेपर मिल थाना क्षेत्र में छापेमारी कर दबोचा गया। वह इसी इलाके के संझौली गांव का रहने वाला है। रविवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया। वहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया।

मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मेहर अपने पैतृक आवास दरभंगा के सिंघौली स्थित एक प्रेस मिल के पास रह रहा है। छापेमारी कर एसटीएफ ने उसे दबोच लिया। उसे शनिवार देर रात मुजफ्फरपुर नगर थाना को सौंपा गया। उसपर नगर थाने में एनआईए की अभिरक्षा से फरार हो जाने के कारण 30 अक्टूबर 2013 को केस दर्ज कराया गया था।

बताते चले कि मेहर 30 अक्टूबर 2013 को एनआईए के चंगुल से 10 साल पहले फरार हो गया था। उस वक्त गांधी मैदान ब्लास्ट मामले की छानबीन कर रही एनआईए की टीम ने पूछताछ के लिए मेहर को दरभंगा से उठाया था। उसके बाद उसे मुजफ्फरपुर में नगर निगम के मार्केट स्थित एक होटल के कमरा नंबर 110 में रखा गया था। लेकिन, 30 अक्टूबर 2013 को वह एनआईए टीम को चकमा देकर फरार हो गया था।

एनआईए दिल्ली की टीम के इंस्पेक्टर सीबी पाठक ने उसके फरार होने की एफआईआर नगर थाने में दर्ज कराई थी। लेकिन, मेहर आलम की तलाश में एनआईए ने बाद में छापेमारी नहीं की।

विशेष राज्य का दर्जा बिहार का हक है, जिससे किया जा रहा है वंचित : वशिष्ठ नारायण सिंह

डेस्क : लंबे अरसे से जदयू द्वारा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की जाती रही है। इसी बीच जदयू के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद बशिष्ठ नारायण सिंह ने इसे लेकर एक बड़ा बयान दिया है। 

बीते रविवार को उन्होंने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा बिहार का हक है, जिससे उसे वंचित किया जा रहा है। पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में में कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव मना रही केन्द्र सरकार को राष्ट्र निर्माताओं के सपनों के मुताबिक यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आजाद भारत में विकास का ‘अमृत’ सभी राज्यों को बराबर मिले। विकसित भारत के लिए विकसित बिहार भी जरूरी है।

वरिष्ठ जदयू नेता ने कहा कि बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद राजस्व के लगभग 67 फीसदी स्रोत झारखंड चले गए, जबकि आबादी के मामले में बिहार के हिस्से में तब की कुल आबादी का 65 प्रतिशत आया। कल-कारखाने और खनिज सम्पदा भी झारखंड को मिले। 

कहा कि दूसरी ओर बिहार की अर्थव्यवस्था बाढ़ और सूखे की मार एक साथ झेलने को अभिशप्त है। फिर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की विकास दर 2005 से अब तक डबल डिजिट में रही है। ऐसे में अगर इसे विशेष राज्य का दर्जा मिल जाय तो विकसित राज्यों के साथ कदमताल करने में हमें अधिक वक्त नहीं लगेगा।

मिशन 2024 के तहत दिल्ली के सीएम केजरीवाल से मिले सीएम नीतीश कुमार, केन्द्र और दिल्ली सरकार के बीच चल रही तनातनी को लेकर कही य़ह बात

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिशन 2024 के तहत लोकसभा चुनाव में देशभर की विपक्षी पार्टियों को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने में जुटे है। इसे लेकर वे देश के अलग-अलग राज्यों का दौरा कर विपक्ष के नेताओं से मुलाकात कर रहे है। इसी कड़ी में वे रविवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मिले। तकरीबन सवा महीने में विपक्षी एकजुटता को लेकर यह दोनों नेताओं के बीच दूसरी मुलाकात थी। मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण को लेकर केन्द्र तथा दिल्ली सरकार के बीच चल रही तनातनी में केजरीवाल को अपना पूर्ण समर्थन दिया।

मुलाकात के बाद मीडिया से मुखातिब सीएम नीतीश कुमार ने केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक निर्वाचित सरकार को दी गई शक्तियां कैसे छीनी जा सकती हैं। यह गलत है, संविधान के खिलाफ है। हम अरविंद केजरीवाल के साथ खड़े हैं। हम देश के सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अध्यादेश लाने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की। कहा कि संविधान का अध्ययन करें और देखें कि क्या सही है।

नीतीश कुमार ने कहा, केजरीवाल जी जो कुछ भी कह रहे हैं, वह सही है। हम पूरी तरह से उनके साथ हैं। ये दिल्ली में अच्छा काम कर रहे हैं। आश्चर्यजनक है कि उनकी सरकार को काम करने से रोका जा रहा है। इनके समर्थन में विपक्षी दलों को एकजुट करने का प्रयास करेंगे। हम कोशिश कर रहे हैं कि अधिक से अधिक विपक्षी दल साथ आएं और एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया जाए, ताकि देश में आपसी सद्भाव और भाईचारा बना रहे। 

एक सवाल पर कहा कि अध्यादेश के मुद्दे पर कांग्रेस नेतृत्व से भी बात करेंगे। केजरीवाल से मुलाकात के दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव औरमंत्री संजय झा तथा आप सांसद संजय सिंह भी मौजूद रहे।

लिंग परीक्षण करने वाले अल्ट्रासाउंड केन्द्रों पर कसेगा शिकंजा, जिले के प्रखंडों में जांच के लिए बनाई गई अलग-अलग टीम

डेस्क : प्रदेश में अवैध रुप से चल रहे अल्ट्रा साउंड केन्द्रों पर शामत आने वाली है। खासकर वैसे केन्द्र जो अवैध रुप से लिंग परीक्षण करते है। उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रशासन की ओर से कड़े कदम उठाए गए है। 

 मुख्य सचिव के निर्देश के आलोक में शनिवार को भोजपुर में अल्ट्रासाउंड सेंटरों की गहन जांच का दो दिवसीय अभियान शुरू हुआ। पहले दिन की जांच में 29 अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों को सील कर दिया गया। जिले के सभी निबंधित, अनिबंधित और वैध अल्ट्रासाउंड की जांच चिकित्सा पदाधिकारी और मजिस्ट्रेट की संयुक्त टीम की ओर से की गयी। जिले के सभी प्रखंडों के लिए अलग-अलग जांच टीम बनायी गयी है। सभी टीमों ने एक साथ छापेमारी की। इससे अवैध अल्ट्रासाउंड संचालकों में हड़कंप मच गया। अफरा-तफरी का माहौल रहा। कई अल्ट्रासाउंड संचालक केंद्र बंद कर फरार हो गये। 

जांच टीम ने स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार कागजात, लाइसेंस और डॉक्टर की उपस्थिति की जांच की। इस दौरान पाया गया कि कई केंद्रों ने अल्ट्रासाउंड के लिए लाइसेंस नहीं लिया था और बिना लाइसेंस के ही केंद्र का संचालन कर रहे थे। कई केंद्रों पर डॉक्टर ही नहीं थे। कई जगहों पर डॉक्टर का नाम बोर्ड और पर्ची पर छपा था, लेकिन वे पटना में थे। उनके नाम पर आरा और अन्य प्रखंडों में टेक्नीशियन के भरोसे केंद्र संचालित किया जा रहा था।

राज्य के 19 जिलों में चल रहे अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच होगी। मुख्य सचिव आमिर सुबहानी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद इन जिलों में अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच करने का निर्णय लिया गया है। इन 19 जिलों में लिंगानुपात (सेक्स रेशियो) कम है। ऐसे में अल्ट्रासाउंड सेंटर जांच के घेरे में हैं।

नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे 2019-20 के अनुसार राज्य के 19 जिलों में एक हजार लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या 900 से भी कम है। ये जिले अररिया, अरवल, औरंगाबाद, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, दरभंगा, गया, कटिहार, लखीसराय, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, नवादा, पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, समस्तीपुर, सारण, शेखपुरा और सुपौल हैं। माना जा रहा है कि इन जिलों में या तो अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड चल रहे हैं या वैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों में अवैध कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। लोगों को जन्म के पहले ही लड़का-लड़की होने की जानकारी इन केन्द्रों से मिल जा रही है। ऐसे में इन पर नकेल कसाना जरूरी है।

बिहार के आईपीएस ऑफिसर ने बाबा बागेश्वर के लिए क्यों मांगी Z+ सिक्योरिटी?

डेस्क: बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री का पटना में कार्यक्रम समाप्त हो चुका है। हालांकि, उनके जाने के बाद भी विवादों का सिलसिला जारी है। एक तरफ बिहार के सत्ताधारी दल जदयू और राजद के शीर्ष नेता बागेश्वर बाबा के खिलाफ बयान दे रहे हैं, तो दूसरी तरफ राज्य के एक आइपीएस अधिकारी ने बाबा बागेश्वर को जेड प्लस सुरक्षा देने की मांग कर नई बहस छेड़ दी है।

बिहार के डीजी (महानिदेशक) नागरिक सुरक्षा व आइपीएस अधिकारी अरविंद पाण्डेय ने ट्वीट कर पंडित धीरेंद्र शास्त्री को जेड प्लस सुरक्षा देने की मांग की है। हालांकि, यह सुरक्षा केंद्रीय गृह मंत्रालय देता है। इससे राज्य सरकार को लेना-देना नहीं है। हालांकि, धीरेंद्र शास्त्री के लिए सुरक्षा की मांग के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि अरविंद पांडेय राज्य सरकार की आंखों की किरकिरी बन सकते हैं।

अरविंद पांडेय ने कहा- बाबा को सुरक्षा की अधिक जरूरत

बता दें कि अरविंद पाण्डेय ने आचार्य धीरेंद्र शास्त्री से संबंधित दो ट्वीट किए हैं। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि देश में जेड प्लस सुरक्षा की सर्वाधिक आवश्यकता बागेश्वर धाम के आचार्य पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को है। अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री को हनुमान जी की सुरक्षा प्राप्त है।

इसके बावजूद उन्हें जेड प्लस की जरूरत इसलिए है क्योंकि यह व्यक्ति को सुरक्षा तो देती ही है, साथ ही किसी संभावित खतरे में जनता की रक्षा का भी माध्यम बनती है। अरविंद पाण्डेय ने धीरेंद्र शास्त्री के पक्ष में फेसबुक पर भी पोस्ट लिखा है।

तैलिक साहू सभा के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी डॉ. उमेश प्रसाद गुप्ता ने समाज के विकास के लिये मांगा सहयोग, जारी किया यह संकल्प पत्र

पटना : बिहार तैलिक साहू सभा का 2022-2026 सत्र का चुनाव अगले महिने होने जा रहा है। इस सभा के अध्यक्ष पद के लिए प्रदेश के जाने-माने शिक्षाविद् व गैर राजनीतिक व्यक्ति डॉ. उमेश प्रसाद गुप्ता अपना भाग्य अजमा रहे है। डॉ. उमेश प्रसाद गुप्ता ने इसे लेकर अपना चुनावी संकल्प पत्र जारी करते हुए समाज के विकास के लिये सभा के सदस्यों और समाज के लोगो से अपना बहुमूल्य मत देकर उन्हें और उनकी पूरी टीम को विजयी बनाने का आह्वान किया है। 

डॉ. उमेश प्रसाद गुप्ता ने अपने संकल्प पत्र में कहा है कि समाज की बेहतरी के लिए हमें एकजूट और संगठित होकर बिहार तैली साहू सभा को मज़बूती प्रदान करना है। साहू समाज को शिक्षा का हब बनाना है। साहू समाज के बच्चों का उज्ज्वल भविष्य बनाने हेतु सुपर 50 की शुरुआत करनी है। इसके लिए हमें और हमारी पूरी टीम को एकबार जरुर मौका दे। 

उन्होंने कहा है कि यदि उन्हें और उनकी टीम को जीत हासिल होती है तो वे साहू समाज को शिक्षा का हब बनायेंग। साहू छात्रावास में सुपर फिफ्टी की शुरुआत करेंगे, ताकि समाज के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके और वे आगे बढ़ सके। सभा के आजीवन सदस्य मतदाता सूची में सुधार करेंगे। फोटो युक्त वोट कार्ड बनाया जायेंगा। 8500 पंचायत तक संगठन का 11 सदस्यों वाली टीम बनाई जायेगी। 8- 9 महीना में सभी जिलाध्यक्ष का लोकतंत्र के माध्यम से चुनाव करायेंगे। 

संकल्प पत्र में कहा गया है कि सभा का स्थाई चुनाव आयोग का टीम बनाया जायेगा। समाज के नियम मे संशोधन करेंगे। कार्यकारणी की बैठक कर मिनिमम आजीवन सदस्यता शुल्क तय किया जायेगा। इसके साथ ही पूरे बिहार में 5- 10 लाख सदस्य बनाकर बिहार तैलिक साहू सभा संगठन को मजबूती प्रदान करेंगे।  

डॉ. उमेश प्रसाद गुप्ता ने सभा के सभी माननीय सदस्यों से आह्वान किया है कि एकबार अपना बहुमूल्य वोट देकर उन्हें व उनकी पुरी टीम को समाज की सेवा का मौका प्रदान करे।

साथ ही अपना मोबाइल नम्बर 9234713028 जारी कर समाज के लोगो को हर संभव मदद करने का संकल्प लिया ।

बिहार दौरे पर आए बाबा बागेश्वर की धूम के बाद सूरत के एक हीरा कारोबारी ने उनके सामने रखी अनोखी चुनौती, कहा-वे उनकी एक मांग पूरी कर दें तो पैकेट के दो करोड़ समर्पित कर देंगे


डेस्क : पांच दिनों के लिए बिहार दौरे पर आये बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का कई रिकार्ड बना। पूरे बिहार के साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी पांच दिनों तक सिर्फ बाबा बागेश्वर की ही चर्चा होती रही। कहा जा रहा है कि बाबा बागेश्वर की हनुमंत कथा और दिव्य दरबार में लगभग 30 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने भाग लिया।  

बिहार के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री अब गुजरात जा रहे हैं। वे गुजरात के सूरत, राजकोट और अहमदाबाद में हनुमंत कथा और दिव्य दरबार लगायेंगे। लेकिन इसी बीच गुजरात के एक कारोबारी ने बाबा बागेश्वर को बड़ी चुनौती दे दी है।

सूरत के एक हीरा व्यवसायी ने कहा है कि अगर बाबा बागेश्वर उनकी चुनौती को पूरा कर देते हैं तो वे बाबा के चरणों में दो करोड़ के हीरे समर्पित कर देंगे। 

दरअसल बिहार के बाद अब पंडित धीरेंद्र शास्त्री गुजरात जा रहे हैं और गुजरात में उनका पहला कार्यक्रम डायमंड सिटी के नाम से प्रसिद्ध सूरत में होने जा रहा है। सूरत में उनके कार्यक्रम की तैयारियां जोरो पर हैं। इसी बीच एक हीरा कारोबारी ने बाबा के सामने एक नई चुनौती पेश कर दी है।

सूरत के एक डायमंड कारोबारी जनक बाबरिया सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करके धीरेंद्र शास्त्री को चैलेंज दिया है। कारोबारी जनक बाबरिया ने कहा है कि वे बाबा के दरबार में हीरे से भरा पैकेट लेकर जायेंगे। अगर बाबा अपने दरबार में सबके सामने ये बता दें कि उस पैकेट में कितने हीरे हैं तो वे उसी समय बाबा के चरणों में दो करोड़ रुपये के हीरे समर्पित कर देंगे।

धीरेंद्र शास्त्री को चुनौती देने वाले इस कारोबारी ने मीडिया के माध्यम से कहा कि अगर बाबा में दिव्य शक्ति है तो वे इस चुनौती को स्वीकार करें। मैं उनके सामने पांच से सात सौ कैरेट के हीरे पैकेट में लेकर जाऊंगा। बाबा बता दें कि उस पैकेट के अंदर कितने हीरे हैं। मैं उसी वक्त उनकी दिव्य शक्ति को स्वीकार कर न सिर्फ वह पैकेट उन्हें समर्पित करूंगा बल्कि उनका भक्त भी बन जाऊंगा।

बिहार में पांच दिनों तक कार्यक्रम कर गये बाबा बागेश्वर फिर पूरे देश में चर्चा का विषय बन गये हैं। पटना के पास ग्रामीण इलाके में हुए उनकी हनुमंत कथा औऱ दिव्य दरबार में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कई रिकार्ड बनाया। 

बताया जा रहा है कि 13 से 17 मई तक हनुमंत कथा के दौरान 30 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए।