*प्रदेश की सुविचारित संस्कृति नीति तैयार की जाए*
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने संस्कृति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि भजन कीर्तन, रामलीला तथा रासलीला मंडलियों के रजिस्टेशन के लिए ऑनलाइन पोर्टल तैयार किये जाए। उन्होंने कहा है कि हर ग्राम सभा में एक भजन मंडली का पंजीकरण अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा प्रदेश के संग्रहालयों में आगन्तुकों की संख्या बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों तथा अन्य शिक्षण संस्थाओं के छात्रों को जागरूक किया जाए।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह गुरुवार को यहां पर्यटन निदेशालय गोमतीनगर में संस्कृति विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने गत् 21-22 दिसम्बर, 2022 को आयोजित समीक्षा बैठक में दिये गये निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। एजेण्डा के कतिपय बिन्दुओं पर कार्यवाही न किये जाने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए यथाशीघ्र क्रियान्वयन किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन के पश्चात ही संबंधित कर्मियों का वेतन आहरित किया जाए।
जयवीर सिंह ने संस्कृति विभाग के अंतर्गत आने वाले समस्त अकादमी तथा संस्थानों द्वारा किये जा रहे कार्यों में गति लाने के साथ ही लापरवाह कर्मियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने संस्कृति विभाग के विभिन्न सेक्टरों में कार्यक्रमों के आयोजन के दौरान वित्तीय अनुशासन लागू किये जाने के लिए जारी शासनादेश का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
उन्होंने भारतेन्दु नाटक अकादमी, संगीत नाटक अकादमी, ललितकला अकादमी समेत अन्य संस्थानों में लंबित प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करने के लिए कहा।
पर्यटन मंत्री ने सभी संस्थानों द्वारा निष्पादित किये गये एमओयू के बिन्दुओं पर तेजी से कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये। इसके साथ ही शासन द्वारा आवंटित धनराशि का शत-प्रतिशत सदुपयोग सुनिश्चित किया जाए। किसी भी संस्थान से आवंटित धनराशि के दुरूपयोग की शिकायत मिलने पर संबंधित कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने अयोध्या शोध संस्थान द्वारा कराये जा रहे सभी कार्यों में पारदर्शिता एवं समयबद्धता का पालन करने को कहा। जयवीर सिंह ने संस्कृति विभाग की निर्माणाधीन परियोजनाओं की भी गहन समीक्षा की। उन्होंने अधूरे कार्यों को समयबद्ध ढंग से पूरा करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में विलम्ब तथा अधोमानक सामग्री का प्रयोग पाये जाने पर संबंधित के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने संस्कृति विभाग के विशेष सचिव अमरनाथ उपाध्याय को निर्देश दिये कि सभी संस्थानों के कार्यों एवं वित्तीय स्थिति की नियमित समीक्षा करें।
प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने प्रदेश की संस्कृति नीति तैयार करने के लिए सभी अकादमियों से एक सप्ताह में सुझाव देने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा भारत सरकार की संस्कृति नीति का भी अध्ययन कर लिया जाए। इसके आधार पर एक कारगर नीति तैयार किये जाने का प्रयास किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अधिकांश शिक्षण संस्थाओं में युवा क्लब का गठन किया जा चुका है। इनके माध्यम से संग्रहालयों में आगन्तुकों/दर्शकों को संख्या बढ़ाने के लिए छात्रों को जोड़ा जाए।
इस अवसर पर विशेष सचिव संस्कृति अमरनाथ उपाध्याय, पर्यटन सलाहकार जेपी सिंह के अलावा संस्कृति विभाग के अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे।
May 17 2023, 17:13