*कल नदी किनारे मिली थी लापता युवक की बाइक और बैग, आज उसके दुकान से 3 किलोमीटर दूर मिली उसकी लाश*
पूर्णिया : शुक्रवार रात से मेडिकल शॉप बंद कर अचानक लापता हुए युवक की बाइक और बैग शॉप से करीब 3 किलोमीटर दूर सौरा नदी से लगे बायपास बिलौरी पुल से बरामद किए जाने के बाद आज उसकी लाश मिली है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि गुमशुदगी से ठीक पहले ही युवक की अपनी मां से बात हुई थी। युवक ने फोन पर दुकान का शटर गिराकर जल्द ही लौटने की बात कही थी। इसके कुछ देर बाद से ही युवक संदिग्घ रूप से गायब था।
हैरत की बात है कि 3 थाने की पुलिस लापता युवक को खोजने में लगी थी। आज सुबह खुद लाश नदी के ऊपर तैरती मिली। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर ढिलाई बरतने के आरोप लगाए हैं।
लापता युवक की पहचान सहायक खजांची थाना क्षेत्र के बस स्टैंड से लगे शारदा नगर वार्ड 13 निवासी मोहित रंजन के रूप में हुई है।घटना के संबंध में लापता युवक के पिता शिव कुमार साह और उसके भाई ने बताया कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सेंट्रल पावर ग्रिड नेवा लाल चौक के समीप उनकी एक मेडिकल शॉप है। फोन बंद होने से ठीक पहले ही मोहित रंजन की उसकी मां से फोन पर बात हुई थी।
मोहित ने अपनी मां को शॉप बंद कर लौटने की बात कहकर फोन रखा था। हालांकि इसके काफी देर बाद भी जब मोहित दुकान से घर नहीं लौटा, तो घरवालों ने उसे फोन करना शुरू किया। मगर मोहित का फोन लगातार बंद आता रहा। इसके बाद उन्होंने मोहित की खोजबीन शुरू कर दी। पुलिस को इनफॉर्म किया। जिसके बाद रात से ही गायब मोहित की खोजबीन जारी थी। आज सुबह उसी जगह से बेटे की लाश तैरती मिली।
वहीं गुमशुदगी के करीब 14 घंटे बाद शनिवार सुबह इस मामले में एक नया मोड़ आया। मरंगा थाना क्षेत्र के सेंट्रल पावर ग्रिड नेवा लाल चौक स्थित मेडिकल शॉप से करीब 3 किलोमीटर दूर सौरा नदी से लगे बायपास बिलौरी पुल के समीप लापता मोहित की बाइक लॉक अवस्था में बरामद हुई थी। इसी जगह से करीब 200 मीटर की दूरी पर सौरा नदी तट के किनारे युवक का बैग मिला था।
युवक के पिता शिव कुमार साह ने बताया है कि मोहित को किसी ने बिलौरी की ओर बाइक से जाते देखा था, इसी के बाद खोजबीन के क्रम में वे पुलिस के साथ सौरा नदी से लगे बायपास बिलौरी पुल के नीचे पहुंचे। जहां से उन्हें उनके बेटे की बाइक और बैग मिला। बगैर कहे उनका बेटा कहीं नहीं जाता था। यहां तक कि गायब होने से ठीक पहले भी उसने अपनी मां से बात की थी। घर पहुंच रहा है फोन पर कहा था। इसके बाद उनका बेटा कहां गया उन्हे कोई खबर नहीं थी। मुझे आशंका थी कि मेरे बेटे की साजिशतन हत्या कर दी गई है। जिस प्रकार बेटे के जिस्म पर जख्म के ताजे निशान हैं, उसे बुरी तरह पीटा गया इसके बाद उसकी हत्या की गई।
परिजनों ने बताया कि ये मामला मुफस्सिल, मरंगा और सहायक खजांची थाने के बीच फंसा था। इन 3 थाने के बीच लापता मोहित का मामला सुलझने के बजाए उलझता गया। हर थाना दूसरे थाने पर इस मामले को टालता रहा। पुलिस बोलती है उसे खोजती रही। अगर ऐसा होता तो मेरे बेटे की लाश आज खुद तैरती हुई नदी से नहीं मिलती बल्की उसे पुलिस वालों की मदद से नदी से निकाला गया होता।
फिलहाल युवक के शरीर पर मौजूद जख्म उसके साथ हुई मारपीट की ओर इशारा कर रहा है। लिहाजा मर्डर के एंगल से पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
पूर्णिया से जेपी मिश्रा
Apr 16 2023, 19:44