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अतीक और अशरफ की हत्या पर मायावती, अखिलेश व ओवैसी ने दी कड़ी प्रतिक्रिया,जानिए कौन क्या कहा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या के बाद बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस मामले में सरकार पर सवाल उठाए हैं।

एक ट्वीट में मायावती ने कहा- गुजरात जेल से अतीक अहमद व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है।

बसपा प्रमुख ने कहा- देश भर में चर्चित इस अति-गंभीर व अति-चिन्तनीय घटना का माननीय सुप्रीम कोर्ट अगर स्वंय ही संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे तो बेहतर। वैसे भी उत्तर प्रदेश में ’’कानून द्वारा कानून के राज के बजाय, अब इसका इण्काउण्टर प्रदेश बन जाना कितना उचित? सोचने की बात।

उत्तर प्रदेश में अपराध की पराकाष्ठा : अखिलेश यादव

 

इससे पहले समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी सरकार से सवाल पूछा था। उन्होंने कहा था- उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है।

जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।

यूपी के मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए: ओवैसी

 

एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि मारने वाले आतंकवादी थे। कल जो हत्या हुई उसकी पूरी जिम्मेदारी यूपी के मुख्यमंत्री है। यूपी के मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। इस पूरे घटना में यूपी की बीजेपी सरकार की भूमिका है।

साल 1989 से एनकाउंटर का सिलसिला चल रहा है। ओवैसी ने कहा- उतरप्रदेश में बीजेपी की सरकार कानून से नहीं चला रही है। बंदूक के दम पर सरकार चला रही है। बीजेपी की सरकार को कानून पर भरोसा नहीं है। कल का जो मर्डर हुआ है वह सोची समझी साजिश थी। लोकसभा सांसद ने कहा कि हथियार चलाने का तरीका देखिये उन्हें मालूम था की हमें किस जगह पर मारना है।

प्रयागराज में माफिया अतीक व अशरफ की हत्या मामले में 17 पुलिसकर्मी सस्पेंड

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से माफिया साम्राज्य हासिल करने वाले अतीक अहमद और अशरफ की प्रयागराज में ही रात साढ़े दस बजे के बाद हत्या कर दी गई। दोनों की हत्या के बाद अतीक के माफिया राज का साम्राज्य खत्म हो गया।

हालांकि इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई करते हुए 17 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।राजधानी के संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है। ताकि किसी प्रकार की वाद विवाद की स्थिति न उत्पन्न होने पाए। इसके अलावा कानपुर को भी हाई अलर्ट कर दिया गया है।

घटना के बाद से अधिकारी गश्त पर निकले

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे मामले में न्यायिक जांच के आदेश। तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की टीम अतीक व अशरफ की हत्या का जांच करेंगा। प्रयागराज में धारा 144 लागू कर दी गई है। संवेदनशील जिलों में वरिष्ठ अधिकारी खुद गश्त करेंगे। ताकि कहीं कोई कानून व्यवस्था न खराब होने पाए।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद प्रयागराज जाने के दिए निर्देश। जांच में पता चला कि पहले अतीक के सिर पर गोली मारी गई। इसके बाद फिर ताबड़तोड़ फायरिंग अतीक व अशरफ पर शुरू कर दी। वैसे इस घटना को जो भी देखा वह स्तब्ध रह गया है। 

घटनास्थल छावनी में तब्दील, एसटीएफ ने बटोरे सुबूत

घटनास्थल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

प्रयागराज पुलिस के अलावा एसटीएफ भी घटनास्थल से सुबूत बटोर रहे हैं। मौके पर रैपिड एक्शन फोर्स और पीएसी बल की तैनाती भी की गई है। साथ मौके से हत्यारोपियों के लिए कैमरे और बाइक कब्जे में ले लिया है। डीजीपी आरके विश्वकर्मा और स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था एवं अपराध प्रशांत कुमार पूरे घटनाक्रम की गहनता से मॉनीटरिंग कर रहे हैं।

वहीं अतीक और अशरफ को गोली मारने वालों की पहचान उजागर हो गई है। बताया गया है कि इस घटना को अंजाम देने वालों के नाम लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्या हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले अतीक का बेटा असद अहमद 13 अप्रैल को झांसी में एक मुठभेड़ में मारा गया था, इसके साथ यूपी एसटीएफ ने शूटर गुलाम को भी मार गिराया था। जिन्हें आज प्रयागराज में दोनों को सुपुर्द खाक कर दिया गया।

मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी ने रात बुलाई थी हाई लेवल मीटिंग

माफिया अतीक और अशरफ की सरेआम हत्या को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी द्वारा हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई है। इसमें यूपी के डीजीपी आरके विश्वकर्मा, स्पेशल डीजी क़ानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद एवं अन्य अफसर मौजूद हैं।

माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज की घटना पर उच्च स्तरीय बैठक की है और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिये हैं। इसी के साथ सीएम योगी ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन के निर्देश भी दिये हैं। 17 को सस्पेंड किये जाने को पुलिस विभाग के किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है। 

सीएम योगी ने सभी कार्यक्रम किये रद्​द

शनिवार को देर रात अधिकारियों के साथ सीएम योगी ने बैठक करने के बाद बहुत सारे निर्णय लिया। देर रात में मीटिंग समाप्त होने के बाद बड़े अधिकारी प्रयागराज के लिए रवाना हो गए। अब रविवार को बताया जा रहा है कि सीएम योगी ने अपने सभी कार्यक्रम को रद्​द कर दिये है। साथ ही वह इस मामले में लगातार अधिकारियों से बात चीत करने के साथ-साथ घटनाक्रम में लगातार नजर बनाएं है।

अतीक व अशरफ की गोली मारकर हत्या के बाद यूपी में धारा 144 लागू, सभी जिलों में अलर्ट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शनिवार रात अतीक अहमद और उसके भाई अरशद की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दोनों को पुलिस मेडिकल टेस्ट के लिए दोनों को अस्पताल लेकर जा रही थी।

इसी दौरान मीडियाकर्मी बनकर आए तीन हमलावरों ने पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए दोनों को गोली मार दी। इस घटना के बाद प्रदेश में अलर्ट है। शासन ने ऐहतियातन पूरे प्रदेश में धारा-144 लगा दी है। साथ ही सभी जिलों को अलर्ट कर दिया है। 

प्रयागराज की सीमाएं सील कर दी गई हैं। आस-पास के जिलों से सुरक्षाबलों को प्रयागराज भेजा जा रहा है। गश्त बढ़ा दी गई है। रविवार सुबह डीएम-कमिश्नर वारदात वाले इलाके में गश्त कर रहे है।

यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार देर रात सीएम योगी से मिलने पहुंचे। इसके बाद सीएम योगी ने आपातकालीन बैठक की। बैठक खत्म होते ही अधिकारी प्रयागराज के लिए रवाना हुए। संवेदनशील इलाकों में रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की जा रही है।

सीएम योगी ने अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए। आम लोगों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो। इसका ध्यान रखें।

सीएम ने कहा कि कानून के साथ कोई भी खिलवाड़ न करें। उन्होंने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

*सुपुर्द-ए-खाक हुआ असद, न अतीक अहमद पहुंचा न शाइस्ता, नाना ने निभाए रिवाज*

#asadahmedfuneralinprayagraj

माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद का शव कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया है।असद को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में खाक-ए-सुपुर्द कर दिया गया। वहीं उसके साथी गुलाम को भी दफना दिया गया।मेहंदौरी स्थित कब्रिस्तान में शूटर गुलाम हसन को दफनाया गया।असद और उसके सहयोगी गुलाम को 13 अप्रैल को यूपी एसटीएफ ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था।

असद के शव को घर नहीं ले जाया गया

एनकाउंटर में मारे गए और गुलाम के शव को झांसी से प्रयागराज लाया गया था। दोनों के शव को लेने उनके परिजन शुक्रवार की शाम झांसी पहुंचे थे। असद का शव लेने उसके फूफा उस्मान ने लिया, जबकि गुलाम का शव लेने उसका साला नूर आलम पहुंचा। असद का शव दफनाने के लिए कसारी मसारी कब्रिस्तान में तैयारी कर ली गई थी। असद के शव को घर नहीं ले जाया गया। उसके शव को सीधे कब्रिस्तान ले जाया गया। सुरक्षा कारणों से असद के शव को पैतृक आवास पर ले जाने की अनुमति नहीं दी गई।

परिवार के 20-25 करीबी यहां मौजूद रहे-एसीपी

प्रयागराज के एसीपी आकाश कुल्हारी ने कहा कि असद के परिवार के 20-25 करीबी यहां मौजूद रहे। असद के नाना ने असद के दाह संस्कार की प्रक्रिया को अंजाम दिया। कब्रिस्तान के अंदर भी केवल पांच से छह बेहद करीबी लोगों को ही जनाजे में शामिल होने की अनुमति दी गई। आज सुबह ही परिजन शव लेकर कब्रिस्तान पहुंचे। जहां महज आधे घंटे के अंदर ही शव को दफन कर दिया गया। इसके लिए एक दिन पहले ही परिजनों ने कब्रिस्तान में कब्र खुदवा लिया था। असद के शव को उसके दादा फिरोज के बगल में दफनाया गया।।

दफन के वक्त ना तो पिता पहुंचा ना मां

बड़ी बात यह रही कि असद के दफन के वक्त ना तो उसके पिता अतीक अहमद पहुंचा और ना ही चाचा अशरफ। जबकि दोनों इस समय प्रयागराज में ही पुलिस के कस्टडी रिमांड पर हैं। दोनों ने दफन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोर्ट में अर्जी भी लगाई थी। वहीं थोड़ी देर पहले तक दावा किया जा रहा है कि बेटे के दफन के वक्त शाइस्ता परवीन आ सकती है। इसके लिए पुलिस ने पूरे सुरक्षा इंतजाम भी किए थे। लेकिन अंतिम वक्त तो उसकी भी कोई खबर नहीं मिली है।

ड्रोन से निगरानी

वहीं, पुलिस ने कब्रिस्तान के बाहर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए थे। कब्रिस्तान के बाहर ड्रोन से भी निगरानी की जा रही थी। कब्रिस्तान में कुछ दूर पहले ही मीडिया के एंट्री भी रोक दी गई।

कोरोना वायरस से बचाव के लिए किया दवा का छिड़काव

रायबरेली। राष्ट्रीय सैनिक छात्र सेवा परिषद संस्थापक व अध्यक्ष अंकित शुक्ला ने भीड़-भाड़ वाले विभिन्न स्थानों पर कोरोना वायरस बढ़ते संक्रमण से बचाव को लेकर दवा का छिड़काव का अभियान चलाया।

इस अभियान के तहत भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर आइसो प्रोफाइल एल्कोहल स्प्रे करवाया गया। अंकित शुक्ला ने बताया कि प्रदेश भर में कोरोना वायरस बढ़ते संक्रमण को नजर में रखते हुए बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। अंकित शुक्ला ने कहा कि मैने 30 केंद्र भी बनाए है।

जहां से लोगों को निशुल्क मार्क्स सैनिटाइजर उपलब्ध होगा रोजाना हजारों लोगों का आना जाना रहता है। जिसके चलते यहां पर टीम से दवा छिड़काव का कार्य कराया जा रहा है। केंद्र के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर थर्मल स्कैनर का इस्तेमाल किया जा रहा है और यहां आने जाने वाले सभी लोगो की स्कैनर्स के जरिए जांच की जा रही है।

अंकित शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार को जिले में रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, न्यायायिक परिसर, शॉपिग मॉल, कम्युनिटी सेंटर, पुलिस आयुक्त कार्यालय, डीआरडीए, एसडीएम कार्यालयों, तहसीलों सहित विभिन्न स्थानों पर आइसो प्रोफाइल एल्कोहल स्प्रे करवाया गया।

कोरोना से बचाव को लेकर स्प्रे के लिए मेरी टीम निरंतर सेवा में लगी हैं। ये टीमें विभिन्न स्थानों पर जाकर कोरोना वायरस से होने वाले संक्रमण से बचाव को लेकर दवा का छिड़काव करेंगी ताकि इसके प्रभाव को कम किया जा सके।संक्रमण से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग नगर निगम को भी हमारी कि जरूर पडें तो अवश्य मदद ले सकती है।

लोगों को जागरूक भी कर रहे है कि मार्क्स का प्रयोग करें आपस में उचित दूरी बनाए रखें भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाकर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए स्प्रे का छिड़काव करें। इस मौके पर मनोज शुक्ला, मोहित शुक्ला, जतिन, अमन, आलोक, सोनू, सत्यम ,अनिल, अनीश, आयुष, रोहन,मोहन,अंकुश, आदित्य, अक्षय, अर्पित आदि मौजूद रहे।

एमडीए उपाध्यक्ष की गिरफ़्तारी का आदेश

लखनऊ। मुरादाबाद-समस्त आवंटन धनराशि जमा करने पर भी आवंटी को भूखण्ड पर कब्ज़ा नहीं दिया गया और ना ही जिला उपभोक्ता आयोग संभल का आदेश माना और तो ओर उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता आयोग लखनऊ के आदेश को भी दरकिनार कर दिया । जिसे जिला उपभोक्ता आयोग संभल ने गंभीर लापरवाही मानते हुए मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की गिरफ़्तारी का आदेश दें दिया।

      

बाजार गंज सरायतरीन, संभल निवासनी अंजू वार्ष्णेय पत्नी देवेंद्र वार्ष्णेय ने वर्ष 2003 मे नया मुरादाबाद स्थित आवासीय योजना मे भूखण्ड खरीदने के लिए आवेदन किया था तथा इस हेतु पंजीयन शुल्क के साथ साथ किस्त धनराशि भी समय पर जमा की गयी भूखण्ड स. 12E-34 आवंटित किया गया।

आवंटी द्वारा भूखण्ड का विक्रयपत्र निष्पादित कराने का अनुरोध भी किया गया लेकिन प्राधिकरण कार्यालय ने फ़ाइल गायब होने का बहाना बनाकर विक्रयपत्र पंजीकृत नहीं कराया। जिस पर आवंटी द्वारा उपभोक्ता मामलों के वरिष्ठ अधिवक्ता देवेंद्र वार्ष्णेय के माध्यम से जिला उपभोक्ता आयोग,संभल के समक्ष परिवाद योजित किया गया।

जिस पर प्राधिकरण ने भूखण्ड का विक्रयपत्र तो निष्पदित करा दिया लेकिन भूखण्ड पर कब्ज़ा नहीं दिया जिस पर जिला उपभोक्ता आयोग संभल ने 7,दिसम्बर 2021 को प्राधिकरण उपाध्यक्ष व सचिव को आदेश दिया कि वे दो माह के अंदर भूखण्ड पर कब्ज़ा दें तथा रु.50,000/-क्षितिपूर्ति व 10 हज़ार वाद व्यय हेतु अदा करें ।

लेकिन प्राधिकरण ने जिला आयोग के आदेशों को नहीं माना बल्कि चौकीदारी शुल्क हेतु 30,950/-की ओर मांग कर डाली और राज्य आयोग मे अपील योजित की लेकिन राज्य आयोग,लखनऊ ने भी प्राधिकरण की अपील निरस्त कर दी और आदेश का अनुपालन करने हेतु दो माह का समय दिया लेकिन प्राधिकरण ने राज्य आयोग, लखनऊ के आदेश को भी नहीं माना।

जिस पर जिला उपभोक्ता आयोग संभल ने प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की लापरवाही को गंभीर मानते हुए मुरादाबाद विकास प्राधिकरण, मुरादाबाद के उपाध्यक्ष के गिरफ़्तारी वारंट जारी कर गिरफ़्तारी के आदेश दिए हैं।

माफिया अतीक अहमद पाकिस्तान से मंगाता था हथियार

प्रयागराज/ लखनऊ। अतीक अहमद का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है। गुरुवार को कोर्ट में रिमांड कॉपी पेश की गई। जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। काॅपी के मुताबिक अतीक अहमद ने माना कि उसके संबंध आईएसआई और आतंकी संगठन लस्कर से हैं। इसमें यह भी पता चला कि अतीक पाकिस्तान से हथियार मंगाता था । ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से हथियार भारत आते थे। 

पाकिस्तान कनेक्शन और असलहों के जखीरे की कबूली बात 

पंजाब में पाकिस्तान बॉर्डर से ड्रोन के जरिए असलहे और कारतूस अतीक के पास भेजे जाते थे।इसके अलावा अतीक के पास असलहों और बमों का जखीरा भी है।प्रयागराज कौशांबी फतेहपुर और उन्नाव में यह असलहे और बम छिपाकर रखे गए हैं।प्रयागराज पुलिस का दावा आज और कल जेल में दिए गए बयान में अतीक व अशरफ ने पाकिस्तान कनेक्शन और असलहों के जखीरे की बात कबूली है। 

सच्चाई जानने के लिए पुलिस ने अतीक व अशरफ को कस्टडी में लिया 

पुलिस ने इन्हीं बातों का पता लगाने के लिए अतीक वा अशरफ को चार दिनों के लिए अपनी कस्टडी में लिया है। पुलिस कस्टडी रिमांड के आदेश में अतीक व अशरफ के यह बयान लिखे भी गए हैं। 

अशरफ बोला, जेल में जगह बता पाना संभव नहीं 

चार्टशीट के मुताबिक अशरफ अहमद ने कहा है कि हथियार और कारतूस जिस जगह पर रखे हैं, इस पता वह जेल में बैठकर नहीं बता पाएगा। कुछ ठिकानों के बारे में मुझे पता है और कुछ के बारे में भाई अतीक को जानकारी है। ये ठिकाने खेतों में बने फार्म हाउस के तरह हैं। वहां जाकर ही बताया जा सकता है कि हथियार कहां है। 

16 दिन में दूसरी बार साबरमती से लाया गया प्रयागराज 

जानकारी के लिए बता दें कि 2019 से साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक पिछले 16 दिनों में दूसरी बार प्रयागराज लाया गया। इससे पहले 27 मार्च को उसे साबरमती जेल से लाया गया था। 28 मार्च को उसे एमपीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया था, जहां उमेश पाल अपहरण केस में उसे व दो अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।

करोड़ों की ठगी करने वाले गैंग के विदेशी नागरिक सहित तीन गिरफ्तार

लखनऊ। साइबर क्राइम सेल व थाना मदेयगंज की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा गिफ्ट का लालच देकर कस्टम व टैक्स अधिकारी बनकर लगभग 1.4 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले गैंग के विदेशी नागरिक सहित तीन शातिर सक्रिय अभियुक्त गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने उनके कब्जे से पांच मोबाइल, 14 एटीएम, एक चेकबुक, एक लैपटाप व एक लाख 43 हजार रुपए नगद बरामद किया है।

साइबर सेल प्रभारी सतीश चंद्र साहू के अनुसार पिछले दिनों साइबर फ्रॉड के संबंध में थाना मदेयगंज में मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें वादी द्वारा तहरीर में बताया गया कि वादी को4 अगस्त 2022 को मिस्टर जॉन स्पेरंस कस्टम अधिकारी के नाम से फोन आया कि मुकदमा वादी का पोलैण्ड से एक पार्सल आया है।

मुकदमा वादी द्वारा पार्सल भेजने वाले व्यक्ति से सम्पर्क किया गया तो पार्सल भेजने वाले व्यक्ति ने अपना नाम डॉ. फेलिक्स वारसा, निवासी पोलैण्ड बताया एवं कहा कि वह वादी मुकदमा के यूट्यूब के माध्यम से प्रसारित धार्मिक कार्यक्रमों को सुनकर प्रभावित है इसलिए वादी मुकदमा को उपहार भेजा है। 

इसके पश्चात कस्टम अधिकारी मिस्टर जॉन स्पेरंस द्वारा वादी मुकदमा को बताया गया कि आपके उपहार में लगभग एक मिलियन पाउण्ड (करेन्सी) व गोल्ड हैं। जिसके लिए उन्होंने वादी मुकदमा से धोखाधड़ी पूर्वक विभिन्न प्रकार के फर्जी 'शुल्क जैसे- गैरनिरीक्षण शुल्क, आयकर, एण्टीमनी लाण्ड्रिंग शुल्क, ओवरड्रान शुल्क, प्रसंस्करण शुल्क, विलम्ब शुल्क, रूपान्तरण शुल्क आदि के नाम पर करीब एक करोड़ 38 लाख अपने भिन्न भिन्न बैंकों के खातों में डलवा लिया।

जिसकी सूचना सादबर क्राइम सेल में प्राप्त होने के उपरान्त, साइबर क्राइम सेल द्वारा तकनीकी विश्लेषण एवं सर्विलांस की मदद से विवेचक के साथ अथक परिश्रम के उपरान्त विदेशी नागरिक सहित तीन अन्तर्राज्यीय शातिर साइबर ठग को महरौली दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। इसके पूर्व भी साइबर क्राइम सेल द्वारा इस प्रकरण में पूर्व में दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

इस तरह देते थे ठगी की घटना को अंजाम 

गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ की गई तो बताया कि वह दिल्ली से अपराधों को अंजाम देते थे और अन्य साथियों से मिलकर भोले-भाले लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क कर विदेशी नागरिक बनकर महंगे गिफ्ट भेजने का झांसा देकर कस्टम अधिकारी बनकर विभिन्न प्रकार के शुल्क बताकर उनसे अपने फर्जी बैंक खातों में फ्रांड के रुपये मंगाते थे।

इसकी क्रम में उनके साथियों द्वारा लखनऊ निवासी नवीन सिंह सैमुअल से विदेशी नागरिक बनकर महंगा गिफ्ट भेजने के नाम पर कस्टम अधिकारी बनकर विभिन्न प्रकार के फर्जी शुल्क के रूप में करीब एक करोड़ 38 लाख रुपये अपने सहयोगियों व अन्य फर्जी खातों में स्थानातंरित कर लेते थे। सभी का हिस्सा बांटने के उपरांत शेष रुपये नाइजीरिया के खातों में भेज देते है। 

गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम 

एडबर्ड प्रधान उर्फ एडी पुत्र किनिन प्रधान निवासी थापा निवास सेंट मेरी हिल्स थाना कुर्सांग जनपद दार्जिलिंग बेस्ट बंगाल हाल पता मुनिरिका गांव थाना किशनगढ़ दिल्ली। चेतन निम्बू पुत्र सुरेश निम्बू निवासी पोखरी बुम्ब बाजार थाना दार्जिलिंग पश्चिमी बंगाल, हाल का पता अम्बेडकर कालोनी छतरपुर मेट्रो स्टेशन के पास थाना महरौली दिल्ली। तीसरे अभियुक्त का नाम इशोबाने अमेका पता बड़ी मस्जिद छतरपुर थाना महरौली दिल्ली है।

साइबर क्राइम सेल ने चार लोगों से हुई ठगी के दो लाख 34 हजार कराया वापस

लखनऊ । राजधानी की पुलिस ने साइबर ठग के खिलाफ एक बड़ा अभियान छेड़ दिया है। इसी अभियान के क्रम में सोमवार को साइबर क्राइम सेल द्वारा चार लोगों से की गई आॅनलाइन ठगी के मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए 2 लाख 34 हजार रुपये वापस कराया। ठगी के रुपये पाकर लोगों के खुशी का ठिकाना न रहा।

डीसीसी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि शिकायर्ता राम देव वर्मा के द्वारा एक प्रार्थना पत्र साइबर क्राइम सेल मे दिया गया। जिसके माध्यम से उन्होंने अवगत कराया कि साइबर अपराधियों के द्वारा एसएसएस के माध्यम से एक मोबाइल नंबर के साथ संदेश भेजा कि आप अपने क्रेडित कार्ड को अपलोड कर लीजिये नहीं तो आपका कार्ड बंद कर दिया जाएगा। 

तत्पश्चात उन्होंने उक्त नंबर पर काल कर संपर्क किया गया तो उसने अपने आप को एसबीआई क्रेडित बैंक का कर्मचारी बताते हुए कार्ड अपडेट करने के लिए लिंक के माध्यम से एनी डेस्क एट डाउनलोड कराकर उनके क्रेडिट कार्ड से 99470 रुपये की कर लिये गये थे।

शिकायतकर्ता द्वज्ञरा साइबर सेल में दिये गए प्रार्थना पत्र के आधार त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित बैंक व कंपनियों से संपर्क कर संदिग्ध खातों को फ्रीज करा दिया गया। इसके बाद इस प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई कराते हुए साइबर ठगों के द्वारा ठगी गयी सम्पूर्ण धनराशि 99479 रुपये वापस करा दिया गया।

 इसी प्रकार से धर्मेन्द्र कुमार सिंह के द्वारा साइबर क्राइम सेल को 84 हजार आनलाइन ठगी के संबंध में प्रार्थनापत्र दिया गया है। धमेंद्र कुमार से भी साइबर ठगों ने क्रेडिट कार्ड प्रोटेक्शन के नाम पर ठगी किया।

इस मामले में भी त्वरित कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम सेल द्वारा 44 हजार 498 रुपये वापस करवाया गया है। आगे पूरा पैसा वापस करवाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। 

तीसरी घटना अभिषेक मिश्रा के साथ हुई। उनके द्वारा साइबर क्राइम को दिये गये प्रार्थना पत्र में बताया गया कि साइबर अपराधियों द्वारा उनके खाते से टेलीग्राम के माध्यम से वर्क फ्रॉम होम जॉब के नाम पर कुल 27 हजार रुपये की ठगी कर ली।

इनका भी पूरा पैसा वापस कराया गया। चौथी घटना दिलीप कुमार मिश्रा के साथ हुई। इनके द्वारा साइबर सेल को बताया गया कि क्रेडिट कार्ड अपडेट के नाम पर सत्तर हजार रुपये साइबर ठग निकाल लिये। इस मामले में भी साइबर ठगों द्वारा निकाली गई कुल राशि में से 64 हजार 302 रुपये शिकायतकर्ता के खाते में वापस करायी गई।

अपरचित व्यक्ति द्वारा लिंक भेजने पर भूलकर मोबाइल न करे डाउनलोड : अभिनव यादव

एसीपी साइबर क्राइम अभिनव यादव ने बताया कि साइबर क्राइम के बढ़ते अपराध को देखते हुए लोगों को अपील की जाती है कि मोबाइल पर किसी तरह के मैसेज प्राप्त होने अपनी नजदीकी शाखा से संपर्क करें। किसी भी अपरचित लिंक व एनीडेस्क तथा क्वीक स्पोर्ट डाउनलोड न करें। अन्यथा आप ठगी के शिकार हो जाएंगे।

वैसे तो साइबर क्राइम सेल विभाग द्वारा समय-समय पर साइबर क्राइम के बारे में लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। फिर भी लोग जानकारी के अभाव में साइबर ठग के चक्कर में फंस जा रहे है। अगर किसी के साथ साइबर ठगी की घटना हो तो तत्काल साइबर क्राइम सेल को सूचित करें। तत्काल सूचना देने पर पैसा तुरंत वापसी होने की संभावना अधिक रहती है।

निकाय चुनाव : पहले चरण का नामांकन आज से, जुलूस पर पूरी तरह से रोक

लखनऊ । निकाय चुनाव की बिगुल बजते ही पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। नामांकन से लेकर चुनाव तक कहीं किसी प्रकार की गड़बड़ी न होने पाए। खासकर आचार संहिता को सभी लोग पालन करें। इसके लिए अभी से ही पुलिस ने कम कस लिया है। साथ ही नामांकन के दौरान शांति व्यवस्था कायम रहे इसके लिए पुलिस विभाग द्वारा पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली है। ताकि ऐन वक्त पर कहीं किसी प्रकार की दिक्कत न होने पाएं। 

डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि निकाय चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो जाएगी। नामांकन स्थल पर किसी प्रकार की भगदड़ व भीड़ न जुटने पाए इसके लिए कड़े सुरक्षा व्यवस्थाा के इंतजाम किये गये है। उन्होंने बताया कि नामांकन स्थल से दो सौ मीटर की परिधि में कोई वाहन नहीं खड़ा होगा। नामांकन स्थल पर प्रत्याशी के साथ केवल चार लोगों को जाने की अनुमति रहेगी।

 प्रत्याशी व उनके समर्थक अपना वाहन नामांकन स्थल से दो सौ मीटर दूर वाहन स्टैंड में खड़ा करेंगे। कोई भी वाहन नामांकन स्थल के अंदर नहीं जाने पाएगा। इसके लिए नामांकन स्थल के बाहर पुलिस तैनात रहेगी। जिनका काम रहेगा कोई वाहन नामांकन स्थल की तरफ न जाने पाए। इसके अलावा नामांकन स्थल के बाहर किसी प्रकार की भीड़ एकत्र होने नहीं दिया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि अलग-अलग वार्ड के लिए अलग-अलग नामांकन सेल बनाया गया है। ताकि नामांकन के दौरान प्रत्याशियों को किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। इसके अलावा चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता के लिए जो गाइड लाइन जारी किया गया है उसका कड़ाई से पालन कराया जाएगा। इस संबंध में पुलिस को निर्देशित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि नामांकन के दौरान आचार संहिता का उल्लघंन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।