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शरद पवार ने कांग्रेस को दिया एक और झटका, प्रधानमंत्री डिग्री विवाद पर बोले ये कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं

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गौतम अडानी मुद्दे पर विपक्षी दलों से अलग राय देने के बाद शरद पवार ने अब प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री के मुद्दे पर बड़ा बयान देकर विपक्षी एकता को एक बार फिर ठेंगा दिखाया है। उद्धव ठाकरे, अरविंद केजरीवाल सहित विपक्ष के कई नेता प्रधानमंत्री की डिग्री पर सवाल खड़े कर रहें है।एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने रविवार को उन नेताओं को जमकर आलोचना की, जो प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने कहा देश में बहुत सारे ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर बात करने की आवश्यकता है। पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री कोई पॉलिटिकल मुद्दा नहीं है।

पवार ने क्या कहा

महाराष्ट्र के नासिक में जब शरद पवार से प्रधानमंत्री के डिग्री विवाद पर सवाल पूछा गया तो पवार ने पलटकर पत्रकारों से ही पूछ लिया, आज देश के सामने डिग्री का सवाल है क्या, आपकी डिग्री क्या है, मेरी डिग्री क्या है, क्या ये राजनीतिक मुद्दा है? बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, महंगाई ऐसे कई सवाल हैं और इन मुद्दों पर केंद्र सरकार पर हमला करना ही चाहिए। आज धर्म जाति के नाम पर लोगों में दूरियां पैदा की जा रही हैं, आज महाराष्ट्र में बेमौसम बरसात की वजह से फसलें बर्बाद हो गईं, इसपर चर्चा जरूरी है। 

आप समेत विपक्ष को बड़ा झटका

दरअसल, आम आदमी पार्टी इन दिनों पीएम मोदी की डिग्री को मुद्दे को लेकर बीजेपी पर हमलावर है। आप ने रविवार को ही 'डिग्री दिखाओ कैंपेन' शुरू किया जिसके तहत पार्टी के नेता हर दिन लोगों के सामने जाकर अपनी शैक्षिक योग्यता साझा करेंगे। ऐसे में पवार का यह बयान आप की इस मुहिम को को तगड़ा झटका माना जा रहा है।

पवार का विपक्ष के स्टैंड से अलग राय

बता दें कि जब शरद पवार ने विपक्ष के स्टैंड से अलग स्टैंड लिया है। हाल ही में शरद पवार ने गौतम अदानी का बचाव किया था और जेपीसी की मांग को भी खारिज कर दिया था। वहीं विपक्ष द्वारा लगातार अदानी मामले की जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग की जा रही है। अब डिग्री विवाद पर भी शरद पवार विपक्षी एकता से अलग दिखाई दे रहे हैं।

उत्तराखंड के हल्द्वानी की जेल में 44 कैदी मिले HIV पॉजिटिव, एक महिला कैदी भी संक्रमित

डेस्क: उत्तराखंड के हल्द्वानी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां की जेल में 44 कैदी एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं, जिसमें एक महिला कैदी भी एचआईवी संक्रमित है। इस घटना के सामने आने के बाद जेल अधिकारियों समेत प्रशासन भी हैरान है। 

इस मामले में डॉ. परमजीत सिंह, एआरटी केंद्र प्रभारी सुशीला तिवारी अस्पताल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, 'एचआईवी रोगियों के लिए एक एआरटी (एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी) केंद्र स्थापित किया गया है, जहां संक्रमित रोगियों का इलाज किया जाता है, मेरी टीम लगातार जेल में कैदियों की जांच करती है और जो भी कैदी एचआईवी से संक्रमित होते हैं उन्हें नाको के दिशानिर्देशों के आधार पर मुफ्त इलाज और दवाएं दी जाती हैं।'

अधिकारियों का कहना है कि संक्रमितों की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। ये सभी संक्रमित एक ही दिन के नहीं हैं। बीते कई वर्षों से सजा काट रहे कई कैदी संक्रमित हैं जिनका लंबे समय से इलाज चल रहा है। उन्हें दवाइयां भी मुहैया कराई जा रही हैं।

यूपी निकाय चुनावों की तारीख का हुआ ऐलान, 4 और 11 मई को होगी वोटिंग, इस दिन आएंगे नतीजे

डेस्क: यूपी में निकाय चुनावों की तारीखों का ऐलान हो गया है। ये चुनाव 2 चरणों में होंगे और इसके लिए वोटिंग 4 और 11 मई को होगी। इसके नतीजे 13 मई को आएंगे। इस दौरान 760 नगर निकायों का चुनाव होगा और 17 नगर निगम में मेयर का चुनाव होगा। इसके अलावा 544 नगर पंचायत का चुनाव होगा और 199 नगर पालिका परिषद का चुनाव होगा।

ये जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग के मनोज कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दी है। यूपी में लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद में महिला मेयर होंगी। वहीं आगरा में अनुसूचित जाति की महिला मेयर होंगी।

जिन मंडल में पहले चरण (4 मई) में वोटिंग होगी, उसमें सहारनपुर, मुरादाबाद, आगरा, झांसी, प्रयागराज, लखनऊ, देवीपाटन, गोरखपुर, वाराणसी शामिल हैं। जिन मंडल में दूसरे चरण (11 मई) को वोटिंग होगी, उसमें मेरठ, बरेली, अलीगढ़, कानपुर, चित्रकूट, अयोध्या, बस्ती, आजमगढ़ और मिर्जापुर शामिल हैं।

हिंदूवादी नेता काजल हिंदुस्तानी को हेट स्पीच के आरोप में पुलिस ने किया गिरफ्तार

डेस्क: गुजरात के गीर सोमनाथ जिले की पुलिस ने काजल हिंदुस्तानी को गिरफ्तार कर लिया है। रामनवमी के दिन उनके द्वारा दिए गए हेट स्पीच के मामले में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया है। UNA court ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बीते दिनों एक टीवी चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि आज देश में अगर कोई हिंदू सांस भी लेता है तो कुछ लोगों को इसे हेटस्पीच लगता है। उन्होंने कहा कि जो लोग 'लड़कर लिया पाकिस्तान और हंसकर लेंगे हिन्दुस्तान' उन्हें इस बात का बुरा लगता है कि आज हिंदू अपने ही देश में क्यों रह रहा है। उन लोगों को हिंदू काफिर लगते हैं। उन्होंने कहा कि PFI का प्लान था कि साल 2047 से पहले भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाया जाए। 

क्यों हुई गिरफ्तारी

काजल हिंदुस्तानी की गिरफ्तारी की अहम वजह राम नवमी के दिन दी गई उनकी स्पीच। जानकारी के मुताबिक उना में आयोजित भव्य रामनवमी की शोभा यात्रा में काजल हिंदुस्तानी पहुंची थी। इस कार्यक्रम में कम से कम 30 हजार लोग पहुंचे थे। इस दौरान भाषण में काजल हिंदुस्तानी ने लव जिहाद और लैंड जिहाद समेत कई मुद्दों पर बात की। इसी के बाद से वो निशाने पर हैं।

भाषण के बाद ऊना में फैला तनाव

बता दें कि रविवार की सुबह काजल हिंदुस्तानी ने पुलिस के समक्ष सरेंडर किया. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. 2 अप्रैल को काजल हिंदुस्तानी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 291 A के तहत एफआईआर दर्ज किया गया. पुलिस ने इस मामले पर कहा कि काजल हिंदुस्तानी के भाषण के बाद दो दिनों तक ऊना का सांप्रदायिक माहौल खराब बना रहा. इसके परिणास्वरूप दो गुटों में झड़प देखने को मिली और 1 अप्रैल की रात में पथराव भी हुआ. इस दौरान पुलिस ने 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया जिनमें से अधिकांश अल्पसंख्यक समुदाय के थे.

नोएडा के बाद अब गाजियाबाद में भी कोरोना का खौफ, एकसाथ आए इतने ज्यादा मामले

डेस्क: नोएडा के बाद अब गाजियाबाद में भी कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है। बीते 24 घंटे में कोरोना के रिकॉर्ड 48 नए केस आए हैं। इस सीजन में ये एक दिन में मिलने वाले सर्वाधिक मामले हैं। इससे पहले इतने केस बीते साल अगस्त में आए थे। बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग 11-12 अप्रैल को प्रदेशभर के अस्पतालों में मॉक ड्रिल कराने जा रहा है।

गाजियाबाद में कितने एक्टिव केस?

गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार सुबह जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में करीब 1200 सैंपल की जांच हुई। इसमें 48 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। 24 घंटे की संक्रमण दर करीब ढाई फीसदी है। गाजियाबाद में अब कोरोना के सक्रिय केस बढ़कर 145 हो गए हैं। इसमें 125 मरीज होम आइसोलेशन में हैं और 8 मरीज विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। मार्च से अब तक जिले में कोरोना के 316 मरीज मिल चुके हैं। ये दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है।

11-12 अप्रैल को अस्पतालों में मॉक ड्रिल

स्वास्थ्य विभाग के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर आरके गुप्ता के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर 11-12 अप्रैल को अस्पतालों में कोरोना को लेकर मॉक ड्रिल कराई जा रही है। इसका मकसद ये है कि हम कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए कितने तैयार हैं। इस दौरान ऑक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर बेड समेत सभी चीजों की जांच भी होगी।

यूपी के सभी हवाई अड्डों पर कोरोना जांच के आदेश, भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना हुआ जरूरी

गाजियाबाद के सीएमओ भवतोष शंखधर के मुताबिक बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर अस्पतालों में आने वाले मरीजों और तीमारदारों को अनिवार्य रूप से मास्क लगाने के लिए कहा गया है। खांसी, जुकाम और बुखार के जो मरीज अस्पतालों में आ रहे हैं, उनकी रेंडम कोरोना जांच कराई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि यदि एक मरीज कोरोना संक्रमित निकल रहा है तो हम उसके संपर्क में आने वाले 14 लोगों की जांच कर रहे हैं।

पाकिस्तान और चीन को झटका देते हुए भारत ने अरुणाचल प्रदेश के बाद कश्मीर में जी-20 की वर्किंग ग्रुप की बैठक की तारीख का किया ऐलान

भारत ने चीन और पाकिस्तान के विरोध को नजरअंदाज करते हुए श्रीनगर में G-20 बैठक की तारीख तय कर दी है। भारत ने शुक्रवार को अपना जी-20 कैलेंडर अपडेट करते हुए कहा कि पर्यटन पर कार्य समूह की बैठक 22 मई से 24 मई के बीच श्रीनगर में होगी।

बता दें कि पाकिस्तान और चीन नहीं चाहते थे कि टूरिज्म पर जी-20 की वर्किंग ग्रुप की मीटिंग यहां हो। पाकिस्तान ने तो इसके लिए सऊदी अरब, तुर्किए और चीन तक से गोलबंदी करने की कोशिश की थी। हालांकि, भारत ने अब साफ कर दिया है कि बैठक श्रीनगर में ही होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अरुणाचल प्रदेश की तरह ही चीन श्रीनगर में होने जा रही बैठक से भी दूरी बना सकता है लेकिन इसमें कभी कोई शक नहीं था कि बैठक श्रीनगर में होगी।

सभी 28 राज्य और आठ केंद्र शासित राज्यों में हो रही बैठक 

रिपोर्ट्स के अनुसाार, श्रीनगर में होने वाली बैठक की तैयारी बीते साल ही शुरू हो गई थी। खास है कि सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में जी-20 की बैठक आयोजित की जा रही हैं। इसी के मद्देनजर अरुणाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी बैठक रखी गई थी। इसको लेकर चीन और पाकिस्तान ने आपत्ति जताई थी। चीन अरुणाचल प्रदेश पर खुद दावा करता है, जबकि हकीकत ये है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है। 

एससीओ मीटिंग में आ सकता है चीन

अगले कुछ महीनों में बीजिंग के साथ कई प्रस्तावित उच्च स्तरीय वार्ताओं के बीच श्रीनगर में जी20 बैठक भी होगी। चीनी रक्षा और विदेश मंत्रियों दोनों के एससीओ बैठकों के लिए जल्द ही भारत आने की उम्मीद है। जुलाई में एससीओ शिखर सम्मेलन की तारीखों को अंतिम रूप देने के लिए भारत वर्तमान में चीन, रूस और अन्य सदस्य देशों के संपर्क में है। यदि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग बैठक के लिए आते हैं, तो यह अप्रैल 2020 में पूर्वी लद्दाख में चल रहे सैन्य गतिरोध के बाद से पीएम नरेंद्र मोदी के साथ उनकी पहली द्विपक्षीय बैठक का अवसर खोलेगा।

भूकंप के झटकों से कांपा निकोबार द्वीप समूह, रिक्टर स्केल पर ये रही तीव्रता

डेस्क: निकोबार द्वीप समूह में रविवार दोपहर को भूकंप के झटके महसूस किए गए है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, 9 मार्च को लगभग 2:59 बजे 4.1 तीव्रता का भूकंप आया। पिछले कई दिनों से अलग-अलग जगहों पर आए दिन भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं।

इससे पहले 1 अप्रैल को भी अंडमान और निकोबार में शुक्रवार देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गई थी।

क्यों आता है भूकंप?

धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती हैं, तो भूकंप महसूस होता है।

मुकेश अंबानी कोल्डड्रिंक के बाद अब आइसक्रीम कारोबार में तहलका मचाएंगे, डिटेल में पढ़ लीजिए यह होगा नाम

मुंबई तेल, गैस और टेलीकॉम कारोबार के बाद अब देश के दिग्गज कारोबारी मुकेश अंबानी ने इस गर्मी में रिटेल सेक्टर में तहलका मचाने की पूरी तैयारी कर ली है। पिछले महीने अपने कोल्ड ड्रिंक ब्रांड कैम्पा कोला को लॉन्च करने के बाद, अंबानी अब गर्मियों के मौसम में अधिकाधिक खाए जाने वाली आइसक्रीम पर नजर गड़ाए हुए हैं। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, रिलायंस इंडस्ट्रीज आइसक्रीम बाजार में उतरने की तैयारी कर रही है।

बताया गया कि रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, रिलायंस रिटेल वेंचर्स की एफएमसीजी कंपनी अपने इंडिपेंडेंस ब्रांड के साथ आइसक्रीम कारोबार में प्रवेश कर सकती है। बता दें कि इंडिपेंडेंस ब्रांड को कंपनी ने पिछले साल लॉन्च किया था, जिसमें मसाले, खाद्य तेल, दालें, अनाज और पैकेज्ड फूड से लेकर खाद्य पदार्थों की पूरी रेंज शामिल थी। रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस आइसक्रीम बनाने का काम आउटसोर्स करने के लिए गुजरात की एक कंपनी से बातचीत कर रही है।

बाजार के जानकारों के मुताबिक, भारत में आइसक्रीम का कारोबार करीब 20000 करोड़ रुपये का है, जिसमें संगठित क्षेत्र की हिस्सेदारी करीब आधी है। अमूल, वाडीलाल, क्वालिटी वॉल्स जैसी कंपनियां यहां मार्केट लीडर हैं। इसके अलावा क्षेत्रीय स्तर पर कई कंपनियां पश्चिम और दक्षिण भारत में बहुत मजबूती से कारोबार कर रही हैं।

गुजरात की कंपनी से बातचीत

अखबार के मुताबिक, रिलायंस इस कारोबार में सीधे कदम नहीं रखेगी। इसके बदले वह गुजरात की किसी बड़ी कंपनी को खरीद सकती है। इस कंपनी के साथ रिलायंस की बातचीत अंतिम चरण में है। कंपनी इस साल गर्मियों में अपनी आइसक्रीम लॉन्च कर सकती है। कंपनी अपने डेडिकेटेड ग्रॉसरी रिटेल आउटलेट जियो मार्ट के जरिए आइसक्रीम बेच सकती है। हालांकि, अभी नाम क्या होगा इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।

IPL 2023: धोनी को लगा बड़ा झटका, 4-5 मैचों के लिए CSK से बाहर हो सकता है ये स्टार खिलाड़ी

 चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) शनिवार (8 अप्रैल) को IPL 2023 का अपना तीसरा मैच खेलने उतरी थी और पहले ही ओवर में इसे एक बड़ा झटका उस वक़्त लगा, जब तेज गेंदबाज दीपक चाहर पहले ओवर की पांचवीं गेंद के दौरान दर्द में दिखे। हालांकि, उन्होंने कुछ ट्रीटमेंट लेने के बाद अंतिम गेंद फेंकी, मगर फिर वो मैदान से बाहर चले गए। अब माना जा रहा है कि CSK को अगले 4-5 मैचों में दीपक चाहर की सेवाएं नहीं मिलेगी। 

बताया जा रहा है कि, CSK अपने अगले कुछ IPL मुकाबलों में तेज गेंदबाज दीपक चाहर को मिस कर सकती है, क्योंकि उनकी बाईं हैमस्ट्रिंग की चोट एक बार फिर से उभर आई है। चाहर हैमस्ट्रिंग की चोट की वजह से IPL 2022 से बाहर हो गए थे। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भी हिस्सा लिया था, जब वे जनवरी में राजस्थान और सर्विसेज के बीच हुए प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच में खेले थे। उसमें उन्होंने गेंदबाजी और बल्लेबाजी की थी। 

अब CSK के दिग्गज सुरेश रैना ने कमेंट्री के दौरान कहा कि, 'ऐसा लग रहा है कि दीपक 4-5 मुकाबलों से बाहर हो जाएंगे। ऐसा लगता है कि उन्हें वापस हैमस्ट्रिंग की चोट लगी है और वे असहज नज़र आ रहे हैं। अन्य सभी IPL स्थल चेन्नई से बहुत दूर हैं और इसमें बहुत यात्रा शामिल है।" कप्तान एमएस धोनी ने मुकाबले के बाद की कहा कि जीत संतोषजनक थी, क्योंकि उनकी टीम ने पहले ही ओवर में ही चाहर की सर्विस गंवा दी थी।

ओंकारेश्वर में बांध की देखरेख करने वाली एनएचडीसी कंपनी के अचानक पानी छोड़ देने से 30 से अधिक श्रद्धालु बीच मंझधार में फंसे, चट्टान पकड़ बचाई जान


मध्य प्रदेश के इंदौर के समीप ओंकारेश्वर में रविवार को बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। बांध की देखरेख करने वाली एचएचडीसी कंपनी ने प्रातः 11 बजे ओंकारेश्वर बांध से पानी छोड़ दिया। इससे नर्मदा नदी का जलस्तर एकाएक बढ़ गया। उस वक़्त नदी में स्नान कर रहे 30 से भक्त मंझधार में फंस गए। उन्होंने नदी की चट्टानें पकड़कर अपनी जान बचाई। बाद में नाविक उन्हें बचाने गए। रस्सियों की सहायता से उन्हें नाव में बिठाकर किनारे पर लाया गया।  

रविवार होने की वजह से ओंकारेश्वर में बहुत भीड़ थी। कंपनी ने भीड़ की परवाह न करते हुए 11 बजे हूटर बजाया तथा पानी छोड़ दिया। दूसरे राज्यों से आए लोगों को हूटर की जानकारी नहीं थी। इससे वह समझ नहीं सके कि हूटर बजने के पश्चात् बांध का पानी नदी में छोड़ा जाएगा। वे नदी में नहाते रहे। जब अचानक बहाव तेज हो गया तो उनकी जान पर बन आई। नागर घाट पर 30 श्रद्धालु नदी में फंसे थे। राहत की बात है कि कोई नदी में नहीं बहा। 10 मिनट के अंदर 8 नावों में फंसे व्यक्तियों को बाहर निकाला गया तथा इस प्रकार उनकी जान बच सकी। इस के चलते पुलिस-प्रशासन की लापरवाही भी साफ दिखाई दी। ब्रम्हपुरी घाट पर भी 6 लोग डूबने लगे थे। उन्हें भी नाविकों ने बचाया।

  घटना के प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि घटना प्रातः 11 बजे की है। नदी में पानी कम होने की वजह से कई लोग किनारे से 50-60 मीटर भीतर तक स्नान करने चले जाते हैं। रविवार को भी ऐसा ही हुआ। बांध का पानी छोड़े जाने के पश्चात् पानी का जलस्तर बढ़ गया। 30 से अधिक लोग नदी में फंसे थे। बचाओ-बचाओ चिल्ला रहे थे। भक्तों को रेस्क्यू करने वाले सतीश केवट ने बताया कि पानी कम होने से भक्त नदी के बीच पत्थरों पर नहाने के चले गए थे। ओंकारेश्वर डैम से पानी छोड़ा गया तो नर्मदा नदी में पानी बढ़ने लगा। जिससे वहां फंसे भक्त घबराने लगे। फंसे व्यक्तियों ने हाथ देकर सहायता के लिए गुहार लगाई। उस वक़्त गोताखोर लक्ष्मण ने हमें उन्हें बचाने भेजा। 

हम लोग नाव लेकर गए। दूसरे लोग भी नाव लेकर पहुंचे। वहीं, रणजीत ने बताया कि हूटर के अतिरिक्त घाटों पर घोषणा भी किया जाना चाहिए, जिससे बाहर से आने वाले लोग भी बांध से पानी छोड़े जाने पर सावधान हो सके। घाट पर कंपनी ने कोई चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगाया है।