कालीन नगरी में सात साल में 80 फीसदी कम हुए टीबी के मरीज
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। कालीन नगरी में टीबी मरीजों का ग्राफ लगातार गिर रहा है। पिछले सात सालों में 80 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि बीच में वैश्विक महामारी कोविड के दौर में टीबी मरीजों की संख्या जरूर बढ़ी, लेकिन उसके बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से जिले में तेजी से टीबी मरीजों का ग्राफ गिरा। वर्तमान समय में केवल 544 टीबी मरीज हैं।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विवेक कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि टीबी एक ऐसी बीमारी है। जिसे समाज के डर के कई लोग बताने से बचते हैं, जबकि इसका सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है। अगर किसी मरीज का आखिरी स्टेज में टीबी की पहचान होती है तो उसे बचाना मुश्किल होता है, जबकि अगर यह शुरू में ही पता चल जाए तो 100 फीसद मरीज ठीक होकर अपना जीवन यापन करते हैं।
बता दें कि टीबी के खात्मे को लेकर निरंतर प्रयास किया जा रहा है। जिले में 2017 से लेकर अब तक 80 फीसदी टीबी के मरीज कम हुए हैं। 2017 में जहां टीबी मरीजों का आंकड़ा 2670 था। अब सिर्फ 544 मरीज बचे हैं। इन मरीजों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। उन्होंने बताया कि 2020-21 में वैश्विक महामारी कोविड के दौर में टीबी के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान कुछ प्रभावित हुआ था। जिसके कारण बीच में कुछ मरीजों की संख्या बढ़ी थी, लेकिन उसके बाद अब तक मरीज कम हुए हैं। अब जनपद टीबी मुक्त होने की दिशा की ओर बढ़ चुका है।
हर तीन महीने जारी होती है रैकिंग डॉ. विवेक ने बताया कि लखनऊ से हर तीन महीने में हर जिले की टीबी रैकिंग जारी की जाती है। जिसमें टीबी को लेकर किये जा रहे कार्यों और सुधारों के आधार पर परखा जाता है। जिले की रैकिंग में तेजी से सुधार हो रहा है।
इसके पहले 15 दिसंबर को जारी हुई रैकिंग में जिले ने जबरदस्त छलांग लगाते हुए 33वें स्थान से पहले स्थान पर पहुंच गया। अगली रैकिंग अप्रैल महीने में जारी की जाएगी। बताया कि आगामी दिनों में क्षय रोग विभाग और जिला पंचायती राज विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सभी ग्राम पंचायतों में चरणबद्ध तरीके से अभियान चलाकर लोगों को टीबी के प्रति जागरूक किया जाएगा।
Mar 24 2023, 14:21