*दिल्ली के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत न खोला पिटारा, पेश किया 78800 करोड़ का बजट*
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दिल्ली के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने आज विधानसभा में अपना पहली बजट पेश किया। वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने 78,800 करोड़ का बजट पेश किया। इस दौरान कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल माॅडल पर भारत के 140 करोड़ लोगों को भरोसा है। अरविंद केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस सबमें आशा जगाता है और अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को विश्वास देता है कि सरकार उनका ख्याल रखेगी।
कैलाश गहलोत ने अपने बजट भाषण में पूर्व वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया को याद किया। उन्होंने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि जिस तरह से मनीष सिसोदिया ने शिक्षा के क्षेत्र में काम किया, लोगों की दुआएं साथ होगी। ये दिल्ली सरकार का नौंवा और मेरा पहला बजट है। मनीष सिसोदिया जी मेरे बड़े भाई समान नहीं बड़े भाई ही हैं। राम जी वनवास गए थे और उनके खड़ाऊ से काम किया गया। मैं उसी भावना से काम कर रहा हूं।
पिछले साल कि तुलना में 8.69 फीसदी अधिक
वित्त मंत्री कैलाश गहलेत ने कहा कि सत्र 2022-23 में 76,800 करोड़ के की तुलना में रिवाइज्ड एस्टिमेट 72,500 करोड़ रहा. सत्र 2023-24 के लिए मैं 78,800 करोड़ का बजट प्रस्तुत कर रहा हूं। यह पिछले साल कि तुलना में 8.69 फीसदी अधिक है। इसमें 56,983 करोड़ का रेवेन्यू एक्सपेंडिचर है और कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए 21,817 करोड़ रुपए हैं।
आठ साल में 28 फ़्लाईओवर और एलिवेटेड सड़कों का निर्माण
कैलाश गहलोत ने कहा कि यह बजट साफ, सुंदर और आधुनिक दिल्ली को ये बजट समर्पित करता हूं। आठ साल में दिल्ली सरकार ने ऐतिहासिक प्रोजेक्ट्स को पूरा किया है। सिग्नेचर ब्रिज, बारापुला का दूसरा चरण पूरा हुआ, आश्रम फ्लाईओवर और अंडरपास का काम पूरा हुआ। मुझे बताते हुए गर्व हो रहा है कि आठ साल में पीडब्ल्यूडी ने 28 फ़्लाईओवर और एलिवेटेड सड़कों का निर्माण पूरा किया है।
इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 21000 करोड़ का बजट
गहलोत ने कहा कि साफ यमुना के बिना साफ दिल्ली का विजन अधूरा है इसलिए हम यमुना को साफ करने का कार्य युद्धस्तर पर करेंगे। दिल्ली में तीनों कूड़े के पहाड़ उस पर काले धब्बे जैसे हैं। हम तीनों कूड़े के पहाड़ों को खत्म करने के लिए एमसीडी के साथ काम करेंगे। दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर बजट के लिए हम 21000 करोड़ के बजट का प्रस्ताव करते हैं।
दिल्ली की जीएसडीपी रहेगी 9.18 प्रतिश
कैलाश गहलोत ने कहा कि दिल्ली का जीएसडीपी बढ़कर 10,43,759 करोड़ रहने की संभावना है। जो पिछले वित्त वर्ष से 15 फ़ीसदी ज़्यादा है। रियल ग्रोथ रेट 9.18 फ़ीसदी रहने की संभावना है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 7 फ़ीसदी रहने की संभावना है। दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय स्तर से 2.6 गुना ज़्यादा है। यह सभी राज्यों से तीसरे स्थान पर है। आठ साल से सरकार ने दिल्ली की अर्थव्यवस्था में सुधार का प्रयास किया है। दिल्ली के आम निवासी की औसत आय देश में सबसे ज़्यादा है।
Mar 22 2023, 13:42