जहानाबाद में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त ध्रुपद बंधु के प्रस्तुति को शहरवासियों ने सराहा।
जहानाबाद जिला कला संस्कृति मंच,जहानाबाद एवं स्वामी सहजानंद सरस्वती पुस्तकालय, जहानाबाद के संयुक्त तत्वावधान में सांस्कृतिक संध्या अंतर्गत ध्रुपद गायन का आयोजन किया गया।
जिला कला संस्कृति मंच के संयोजक संतोष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में ध्रुपद बंधु के नाम से राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ध्रुपद गायक जोड़ी संजीव झा एवं मनीष कुमार ने ध्रुपद गायन प्रस्तुत किया।ज्ञात हो कि जहानाबाद जिले में पहली बार ध्रुपद गायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
स्वामी सहाजानंद पुस्तकालय सभागार में बिहार के प्रथम जुगलबंदी जोड़ी के रूप में ख्यात ध्रुपद बंधु संजीव झा एवं मनीष कुमार ने ध्रुपद गायन की समृद्ध परंपरा,इस शैली अविष्कार एवं विकास पर विस्तृत रूप में प्रकाश डाला।इस परंपरा में स्वामी हरिदास और उनके शिष्य के रूप में वैजू बावरा,तानसेन आदि के नाम का उल्लेख किया।ध्रुपद गायक द्वय के बारे में यह सनद रहे कि ये दोनों जहानाबाद से ताल्लुक रखते हैं।यह भी ज्ञात हो कि ये दोनों ध्रुपद जुगल ध्रुपद के डगरवानी शैली में प्रशिक्षित हुए और 2014 से पूरी सक्रियता के साथ प्रस्तुति देते आ रहे हैं।साथ ही ध्रुपद गायन शैली के शिक्षण का कार्य भी कर रहे हैं।
स्वामी सहजानंद सरस्वती पुस्तकालय सभागार में शहर के शताधिक संगीत कला प्रेमियों के बीच अपनी प्रस्तुति से ध्रुपद बंधु संजीव झा एवं मनीष कुमार जी ने ऐसा समा बांधा कि उपस्थित लोग मंत्रमुग्ध हो सुनते रहे।विलंबित आलाप, जोड़ और झाला प्रस्तुत करने के बाद चौताल में ध्रुपद गायन प्रस्तुत किया।लगभग डेढ़ घंटे की प्रस्तुति में भज गोविन्दम् और संत कबीर की झीनी झीनी चदरिया का ध्रुपद शैली गायन ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।ऐसा लग रहा था कि श्रोतागण ध्रुपद गायन के जानकार और स्वाद लेने वाले हैं। ध्रुपद बंधु संजीव झा एवं मनीष कुमार का स्वागत करते हुए पुस्तकालय के संयोजक राजकिशोर शर्मा ने कहा कि यह जहानाबाद के लिए ऐतिहासिक दिन है।वास्तव में जहानाबाद विभूतियों से भरा है।
आज इन दोनों का स्वागत करते हुए मुझे गर्व महसूस हो रहा है। भारतीय शास्त्रीय संगीत परम्परा की महान शैली ध्रुपद गायन के महान गायक का जहानाबाद से संबद्ध होना जहानाबाद के लिए गर्व का विषय है। अध्यक्षीय संबोधन -सह-धन्यवाद ज्ञापन के दौरान जिला कला संस्कृति मंच , जहानाबाद के समन्वयक संतोष श्रीवास्तव ने कहा कि जहानाबाद की धरती पर ध्रुपद गायन की पहली प्रस्तुति है।इस कार्यक्रम का आयोजन एवं अध्यक्षता करना मेरे लिए गर्व का विषय है।
ध्रुपद गायन जहानाबाद की एक पहचान बने, मेरी हर संभव कोशिश होगी। लोगों की कार्यक्रम में मौजूदगी और ध्रुपद गायन का भाव विभोर हो आनंद उठाना मुझे आनंद से भर दिया।
आने वाले समय में जहानाबाद ध्रुपद गायन का एक केंद्र बने,तो आज का मेरा यह प्रयास जहानाबाद के लिए ऐतिहासिक दिन के रूप में याद किया जाएगा और मैं इसके लिए भरपूर प्रयास करुंगा।
जहानाबाद से बरुण कुमार
Mar 18 2023, 18:30