*मच्छरों से लोगों की रातों की नींद हराम*
भदोही। गर्मी बढ़ने के साथ ही मच्छरों की समस्या भी बढ़ने लगी है। मच्छरों से बचाव के लिए फाॅगिंग कराई जाती है, लेकिन जिले में स्वास्थ्य विभाग नगर निकाय के अधिकारियों की उदासीनता के चलते यह कार्य ठप है। इससे मच्छरों ने लोगों की रातों की नींद हराम कर दी है। मच्छरों के चलते डेंगू, मलेरिया, के खतरे बढ़ जाते हैं। ऐसे में ज़िम्मेदारों की लापरवाही लोगों की सेहत पर भारी पड़ सकती है। अधिकारियों का दावा है कि फागिंग के लिए अलग से बजट नहीं मिलता है।
जिले में दो नगर पालिका भदोही और गोपीगंज के साथ ही ज्ञानपुर, सुरियावां, नईबाजार,घोसिया और खमरिया नगर पंचायत है। इसके अलावा छह ब्लाक में कुल 546 ग्राम पंचायतें हैं। नगर में फागिंग की जिम्मेदारी निकाय प्रशासन व गांवों में स्वास्थ्य विभाग व ग्राम पंचायत के जिम्मे है। जो संवेदनशील जगह होती है वहां स्वास्थ्य विभाग की ओर विशेष अभियान चलाकर फागिंग कार्य कराया जाता है।
गर्मी बढ़ने ही मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। लेकिन जिम्मेदार लोग फागिंग को लेकर लापरवाह बने हुए हैं। गांवों में फागिंग बिल्कुल बंद है। नगर क्षेत्रों का भी ऐसा ही हाल है। जगह - जगह फैली गंदगी लोगों की चिंता का सबब बनी हुई है। जिले में बीते पांच सालों में इस साल सबसे अधिक डेंगू व मलेरिया के मरीज पाए गए हैं। फागिंग के लिए अलग से बजट का प्रावधान नहीं किया गया है। नगर पंचायत में राज्य वित्त के पैसे से ही फागिंग कार्य कराया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग जुगाड़ के सहारे ही फागिंग कार्य करता है। ईएमओ डॉ रामआसरे पाल ने बताया कि इसके लिए अलग से बजट नहीं होता है। स्वास्थ्य विभाग से जो डीजल प्राप्त होता है, उसके माध्यम से फागिंग मशीन चलाई जाती है। मजदूरी का खर्चा विभाग स्वयं वहन करता है। बताया कि एक घंटे फागिंग कराने औसत 1400 रुपए खर्चा आता है।
Mar 17 2023, 13:23