गुजरात में एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस से एक संदिग्ध मौत, कोरोना भी दे रहा टेंशन
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भारत में एच3एन2 वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है।एच3एन2 वायरस के कारण होने वाले इन्फ्लुएंजा के मामलों में तेजी देखी जा रही है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक गुजरात में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस से पहली मौत हुई है। 58 साल का मृतक का वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। इससे पहले कर्नाटक में एक 82 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हुई थी, जो दूसरी बीमारियों से भी पीड़ित थे। वहीं, हरियाणा में इस वायरस से 52 साल शख्स की मौत हो गई थी, जो लिवर कैंसर से पीड़ित थे।
बता दें कि गुजरात में भी पिछले कुछ समय से सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षणों वाले मरीजों की बाढ़ सी आ गई है। वडोदरा में सयाजी अस्पताल के कोविड आइसोलेशन वार्ड में एच3एन2 वायरस से एक 58 वर्षीय महिला की संदिग्ध मौत की खबर है। बताया जा रहा है कि महिला हाइपरटेंशन की मरीज थी। प्रशासन ने बताया कि एच3एन2 वायरस की जांच के लिए सैंपल पुणे लैब भेजे जाएंगे।
गुजरात में कोरोना के मामले बढ़ रहे
बता दें कि एच3एन2 इन्फ्लूएंजा वायरस के बीच गुजरात में कोरोना केसों की रफ्तार में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। गुजरात में शनिवार को 51, रविवार को 48 और सोमवार को 45 पॉजिटिव केस सामने आए थे। बीते तीन दिनों में गुजरात में कोरोना के 144 मामले सामने आ चुके हैं।
मास्क का करें इस्तेमाल
इधर एच3एन2 इंफ्लूएंजा वायरस से बचने के लिए डॉक्टरों ने मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। डॉक्टरों का कहना है, वायरस से बचने के लिए लोग अपने हाथों को लगातार धोते रहें साथ ही साल में एक बार फ्लू का टीका लगवाएं। भारत में अब तक केवल एच3एन2 और एच3एनवन संक्रमण का पता चला है। दोनों में ही कोविड जैसे लक्षण हैं। इसमें लगातार खांसी, बुखार आना, सांस फूलना, तेज ठंड लगना और घरघराहट होना शामिल हैं। इसके लक्षण लगातार एक हफ्ते तक बने रह सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को शेयर किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 2 जनवरी से 5 मार्च तक देश में एच3एन2 वायरस के 451 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि हम एच3एन2 वायरस की स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
Mar 14 2023, 15:20