*'सभापति अंपायर, चीयरलीडर नहीं होते', राहुल गांधी के बयान पर जगदीप धनखड़ की टिप्पणी के बाद कांग्रेस का पलटवार*
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कांग्रेस ने राहुल गांधी की आलोचना किए जाने को लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर निशाना साधा है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर ततंज कसते हुए कहा है कि राज्यसभा के सभापति सभी के लिए अंपायर और रेफरी होते हैं, लेकिन वह सत्तापक्ष के चीयरलीडर नहीं हो सकते। बता दें कि धनखड़ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की परोक्ष रूप से आलोचना करते हुए कहा कि विदेशी धरती से यह कहना मिथ्या प्रचार और देश का अपमान है कि भारतीय संसद में माइक बंद कर दिया जाता है। जिसका कांग्रेस ने करारा जवाब दिया है।
जयराम रमेश ने आज शुक्रवार को ट्वीट कर उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति की टिप्पणी पर जवाब दिया। उन्होंने कहा, “राज्यसभा के सभापति सभी के लिए अंपायर, रेफरी, मित्र और मार्गदर्शक होते हैं. वह किसी सत्तापक्ष के लिए चीयरलीडर नहीं हो सकते। इतिहास इस आधार पर परख नहीं करता कि नेताओं ने किस जोश के साथ अपनी पार्टी का बचाव किया, इस पर करता है कि उन्होंने लोगों की सेवा करते हुए किस गरिमा के साथ अपना कर्तव्य निभाया।
जयराम रमेश ने राहुल गांधी पर की गई उपराष्ट्रपति की टिप्पणी को हैरान करने वाला बताया है। जयराम ने कहा कि वो एक ऐसी सरकार के बचाव में उतर आए हैं, जिससे उन्हें संवैधानिक रूप से दूरी बनाई रखनी चाहिए। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार रात जारी एक बयान में कहा कि कुछ ऐसे पद होते हैं जहां हमें अपने पूर्वाग्रह, पार्टी के प्रति झुकाव से मुक्त होना पड़ता है. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति का पद भी इसमें शामिल है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राहुल गांधी का बयान तथ्यात्मक और जमीनी वास्तविकता को दर्शाता है। रमेश ने कहा कि पिछले दो सप्ताह में संसद के 12 सदस्यों को विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया गया, क्योंकि उन्होंने संसद के भीतर अपनी आवाज दबाए जाने का विरोध किया था।रमेश ने दावा किया कि असहमति जताने वाले लोगों को दंडित किया जाता है। आपातकाल भले ही घोषित नहीं किया गया है, लेकिन सरकार के कदम वैसे नहीं हैं जैसा कि संविधान का सम्मान करने वाली सरकार के होते हैं। उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति की मौजूदा टिप्पणियों और अतीत की कुछ टिप्पणियों ने इस बात को साबित किया है।
दरअसल, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद में माइक्रोफोन बंद करने के राहुल गांधी के आरोपों पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि, अगर वह इस मुद्दे पर चुप रहते हैं तो वह संविधान के 'गलत पक्ष' में होंगे। उन्होंने कहा कि, विदेशी धरती से यह कहना मिथ्या प्रचार और देश का अपमान है कि भारतीय संसद में माइक बंद कर दिया जाता है।
Mar 10 2023, 11:22