2016 से पहले की नियोजन नीति लागू करने की झारखंड सरकार के निर्णय का युवाओं ने शुरू कर दिया विरोध
(झारखंड डेस्क)
झारखंड सरकार द्वारा पिछले दिन कैबिनेट की बैठक में 2016 के पहले झारखंड में हो रही नियुक्ति नीति को आधार बनाकर तत्काल नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया।
जिसमें झारखंड से ही 10वीं और 12वीं पास करने की अनिवार्यता नहीं होगी। भाषा संबंधी बदलाव भी इसमें किए गए हैं। अब झारखंड के अलग-अलग जिलों में यहां के स्थानीय युवा इसका विरोध करने लगे हैं।
इस नियोजन नीति का विरोध करते हुए युवाओं का कहना है कि पहले झारखंड राज्य के युवाओं का भविष्य और नौकरी सुरक्षित करने के लिए नियोजन नीति में कुछ शर्तें जोड़ी गई थी जिसे अब हटाया जा रहा है। युवाओं का कहना है कि ऐसी नियोजन नीति नहीं चाहिए जिसमें झारखंड के युवाओं को नौकरी में संरक्षण नहीं मिलता हो। बता दें कि शुक्रवार को नई नियोजन नीति के विरोध में ट्विटर कैंपेन चलेगा।
हेमंत सरकार द्वारा लाई गई नियोजन नीति को कोर्ट ने किया खारिज
गौरतलब है कि 16 दिसंबर 2022 को झारखंड हाईकोर्ट ने हेमंत सोरेन सरकार द्वारा फरवरी 2020 में लाई गई नियोजन नीति को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि यह संविधानसम्मत नहीं है। हाईकोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा था कि तृतीय और चतुर्थवर्गीय नौकरियों में झारखंड से ही 10वीं और 12वीं पास अभ्यर्थियों को पात्र बनाना संविधान के अनुच्छेद 14 और 16 का खुला उल्लंघन है। तब नियोजन नीति रद्द होने से 13,000 से भी ज्यादा नियुक्तियां रद्द हो गई थी। तब सरकार ने फैसला किया कि 2016 के पहले वाली नियोजन नीति ही लाई जाएगी। नई नियोजन नीति में सरकारी नौकरियों में 40 फीसदी सीटों को ओपन फॉर ऑल कर दिया गया है। वहीं, 60 फीसदी नौकरियां राज्यवासियों के लिए आरक्षित होंगी। लेकिन, युवाओं का कहना है कि यह 60:40 वाली नीति नहीं चलेगी।
इस निर्णय को आधार बनाने के लिए सरकार ने सर्वेक्षण का किया दावा
राज्य सरकार ने नई नियोजन नीति के संबंध में कहा कि इसमें 10 लाख से भी ज्यादा युवाओं की राय ली गई। 73 फीसदी युवाओं ने एकमत से कहा कि 2016 से पहले वाली नियोजन नीति ही ठीक थी। लेकिन, अब विरोध कर रहे युवाओं का कहना है कि इसमें झारखंड से 10वीं-12वीं पास की अनिवार्यता खत्म कर दी गई। झारखंड के क्षेत्रीय भाषा और संस्कृति की जानकारी की अनिवार्यता भी खत्म कर दी। ऐसे में बड़ी संख्या में बाहरी छात्र नौकरियां ले जाएंगे।
Mar 09 2023, 18:01