छेड़ा तो छोड़ेगा नहीं भारत! पाकिस्तान के उकसावे पर भारत की प्रतिक्रिया को लेकर अमेरिकी रिपोर्ट में चौंकाने वाला दावा
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प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने दुश्मन देशों की हरकतों का माकूल जवाब दिया है। फिर चाहे साल 2016 का सर्जिकल स्ट्राइक हो या पुलवामा में की हुए आतंकी हमले के बाद बालाकोट एयरस्ट्राइक। अब एक अमेरिकी रिपोर्ट में भारत को लेकर चौंकाने वाला दावा किया गया है।यूएस की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मोदी राज में भारत पाकिस्तानी उकसावे का सैन्य बल के साथ जवाब दे सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले की तुलना में इसकी संभावना ज्यादा है।
अमेरिकी खुफिया विभाग ने अमेरिकी संसद में रिपोर्ट पेश की है। इस इंटेलिजेंस कम्युनिटी की सालाना रिपोर्ट ने दुनिया के खतरों पर आकलन पेश किया है। इस रिपोर्ट में भारत के चीन और पाकिस्तान के साथ संबंधों का भी जिक्र है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जम्मू कश्मीर में आए दिन पाकिस्तान नापाक मंसूबों को अंजाम देने की कोशिश में रहता है और भारत पर हाल ही में हुए आतंकी हमले ने दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। अमेरिकी रिपोर्ट में कहा गया है कि हालिया घटनाक्रम विवादों की मुख्य वजह है। भारत-पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे सहित सीमा-पार से होने वाले आतंकी हमलों की वजह से संबंध खराब रहे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया कि भारत और पाकिस्तान के बीच संकट विशेष रूप से चिंता का विषय है, क्योंकि परमाणु हथियार रखने वाले दो देशों के बीच तनाव बढ़ने का जोखिम है। कहा गया है कि पाकिस्तान का भारत विरोधी आतंकवादी समूहों का समर्थन करने का एक लंबा इतिहास रहा है। इस रिपोर्ट के अनुसार पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के सैन्य बल के साथ जवाब देने की संभावना अधिक है।
इस रिपोर्ट में भारत-चीन संबंधों का भी जिक्र है।रिपोर्ट के मुताबिक, भारत-चीन द्विपक्षीय सीमा विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाने में लगे हुए हैं, लेकिन 2020 में देशों की सेनाओं के बीच हुए संघर्ष के मद्देनजर संबंध तनावपूर्ण ही रहेंगे। इस घटना के बाद से दोनों के बीच संबंध गंभीर स्तर पर हैं।जो दशकों में सबसे गंभीर है। भारत और चीन के बीच बढ़ रहे सैन्य तनाव दोनों परमाणु संपन्न देश के बीच मिलिट्री टकराव के जोखिम को बढ़ाते हैं। इंटेलिजेंस रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे अमेरिकी नागरिकों को खतरा हो सकता है, और यही वजह है कि इसमें अमेरिकी हस्तक्षेप जरूरी है। पिछले घटनाक्रमों की वजह से एलएसी पर लगातार छिटपुट टकराव सामने आ सकते हैं।
Mar 09 2023, 13:26