तुर्की-सीरिया से लौटे रेस्क्यू टीम से पीएम मोदी ने की बात, कहा- तिरंगा लेकर हम जहां पहुंचते हैं, वहां एक आश्वासन मिल जाता है
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तुर्की-सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप में रेस्क्यू के लिए भारत ने एनडीआरएफ की टीमें भेजी थीं। सोमवार को तुर्की और सीरिया से बचाव दल लौट आया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज तुर्की और सीरिया में बचाव कार्य में शामिल हुए एनडीआरएफ और अन्य संगठनों के लोगों से बात की। पीएम मोदी ने बातचीत के दौरान ऑपरेशन दोस्त की तारीफ की। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी संस्कृति ने हमें 'वसुधैव कुटुम्बकम' सिखाया है। हम पूरी दुनिया को एक परिवार मानते हैं। जब परिवार का कोई सदस्य संकट में हो तो उसकी मदद करना भारत का कर्तव्य है।
भारत के लिए मानवता सर्वोपरि-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने तुर्की और सीरिया में 'ऑपरेशन दोस्त' में शामिल कर्मियों की सराहना करते हुए कहा कि आपने मानवता की महान सेवा की है, भारत को गौरवान्वित किया है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लिए मानवता सर्वोपरि है। पीएम ने कहा कि भूकंप के दौरान भारत की त्वरित प्रतिक्रिया ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। यह हमारे बचाव और राहत दलों की तैयारियों का प्रतिबिंब है।
तिरंगा लेकर हम जहां पहुंचते हैं, वहां एक आश्वासन मिल जाता है-पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि तिरंगा लेकर हम जहां भी पहुंचते हैं, वहां एक आश्वासन मिल जाता है कि अब भारत की टीमें आ चुकी हैं, तो हालात ठीक होने शुरू हो जाएंगे। तिरंगे की यही भूमिका हमने कुछ समय पहले यूक्रेन में देखी।
मैंने लोगों को बचाने में आने वाली दिक्कतों को देखा है-पीएम मोदी
पीएम ने कहा कि हम सभी ने वो तस्वीरें देखी हैं जहां एक मां माथे पर चूम कर आपको आशीर्वाद दे रही थी। 2001 में जब गुजरात में भूकंप आया था, तब मैंने वॉलंटियर के तौर पर काम किया था और मैंने लोगों को बचाने में आने वाली दिक्कतों को देखा है। मैं आपको सलाम करता हूं। जब कोई दूसरों की मदद करता है तो वह निःस्वार्थ होता है। ये न केवल व्यक्तियों पर बल्कि राष्ट्रों पर भी लागू होता है। पिछले कुछ वर्षों में, भारत ने आत्मनिर्भर और निस्वार्थ दोनों के रूप में अपनी पहचान मजबूत की है।
अब तक 46 हजार से अधिक लोगों की गई जान
दरअसल, तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में अब तक 46,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। तुर्की में तीन लाख से अधिक अपार्टमेंट अब नष्ट हो गए हैं और कई अभी भी लापता हैं।तुर्की के दक्षिण-पूर्वी कहमनमारस प्रांत में 6 फरवरी को 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसके बाद 40 से अधिक आफ्टरशॉक्स तुर्की और पड़ोसी देश सीरिया में आए। भूकंप इतना भयानक था कि इमारतों के मलबे के नीचे हजारों को दफन कर गया।
Feb 21 2023, 10:06