252 साल का हुआ पूर्णिया जिला, धूमधाम से मनाया जा रहा स्थापना दिवस समारोह
पूर्णिया : बिहार के सबसे प्राचीन जिलों में से एक पूर्णिया आज 253 वां स्थापना दिवस मना रहा है। जिला मुख्यालय से प्रखंड स्तर तक कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। देश के प्राचीनतम जिलों में शामिल पूर्णिया ने अपने 253 सालों के इतिहास में कई उतार चढ़ाव देखें हैं। हरेक क्षेत्र में पूर्णिया अब धीरे-धीरे देश-विदेश में अपनी पहचान बना रहा है।
मौका खास था लिहाजा जिला मुख्यालय में स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत साइकिल रैली से हुई। सुबह सात बजे मरंगा टोल प्लाजा से शुरू होकर आरएनसाव चौक, फोर्ड कंपनी से होकर गुलाबबाग जीरो माइल तक पहुंची। लगभग 10 किमी की इस रेस में जिला साइकिलिंग एसोसिएशन की टीम के साथ-साथ अन्य लोग शामिल हुए।
वहीं जिला मुख्यालय के साथ-साथ प्रखंड व अनुमंडल मुख्यालय में पौधारोपण कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है।
कला भवन में कृषि सह ऋण मेला का किया गया है। यहां विभिन्न विभागों के 20 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं। वहीं कला भवन में लगी पुष्प प्रदर्शनी सभी के लिए आकर्षण और चर्चा का विषय बना हुआ है। अपर समाहर्ता ने फीता काटकर पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इसके अलावा स्वास्थ्य कैंप के साथ-साथ नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया।
वहीं नुक्कड़ नाटक की टीम द्वारा जगह-जगह लोगों को नाटक के माध्यम से लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है।
वर्ष 1770 में इस जिले की स्थापना हुई थी। वर्ष 2008 से जिले का स्थापना दिवस समारोह मनाया जा रहा है। पूर्णिया यूनिवर्सिटी, कृषि कॉलेज ,पॉलिटेक्निक कॉलेज, सीमेन सेंटर, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, उत्तर बिहार के सबसे बड़ी अनाज मंडी गुलाबबाग़ ने पूर्णिया को नई पहचान दी है।
वहीं, जिले के चारों तरफ के गुजरती एनएच ने भी पूर्णिया की विकास को नई रफ्तार दी है।
पूर्णिया से जेपी मिश्रा
Feb 14 2023, 18:02