बीबीसी का एक और “बम”, गुजरात दंगों पर डॉक्यूमेंट्री के बाद बनाई 'जिहादी दुल्हन', जानें क्या है मामला
#bbcdocumentaryonisisjihadi_bride
2002 के गोधरा दंगों पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर विवाद अबी थमा नहीं है। इसी बीच बीबीसी ने एक और बम फोड़ा है।गुजरात दंगों को लेकर पीएम मोदी डॉक्यूमेंट्री बनाने के बाद 'जिहादी दुल्हन' पर डॉक्यूमेंट्री बनाई है। जिसको लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस डॉक्यूमेंट्री का नाम 'द शमीमा बेगम स्टोरी' रखा गया है। यहां तक की बीबीसी के दर्शकों ने धमकी दी है कि वह अपने सब्सक्रिप्शन का रिन्यू नहीं करेंगे।
जानें क्या है मामला?
दरअसल, 2015 में यूके में रहने वाली शमीमा बेगम नाम की एक 15 वर्षीय किशोरी भाग कर सीरिया चली गई थी। जहां वो इस्लामिक स्टेट में शामिल हो गई। उसने सीरिया पहुंचने के तुरंत बाद एक डच आईएस लड़ाके से शादी कर ली थी। सीरिया में रहने के दौरान ही वह जिहादी दुल्हन के नाम से कुख्यात हो गई। अब 8 साल बाद बीबीसी ने को उसके प्रति सहानभूति हो गई है और बीबीसी की ‘द शमीमा बेगम स्टोरी’ डॉक्यूमेंट्री बना डाली है। जिसपर विवाद शुरू हो गया है।
बीबीसी ने बताया-शमीमा को सीरिया जाने के फैसले पर दुख
बीबीसी ने शमीमा बेगम पर 90 मिनट की डॉक्यूमेंट्री जारी की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्यूमेंट्री बीबीसी के 10-भाग के पॉडकास्ट ‘आई एम नॉट ए मॉन्स्टर’ के बाद आई है। यह स्टोरी शमीमा बेगम की यूके से सीरीया तक की यात्रा को रीट्रेस करती है, और उसके प्रति सहानुभूति पैदा करने की कोशिश करती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि उसको अपने सीरिया जाने के फैसले पर दुख है।
बीबीसी को शमीमा से क्यों हो रही सहानुभूति?
बता दें कि शमीमा बेगम जो ब्रिटेन में रहती थी, 15 साल की उम्र में वह अपनी दो सहेलियों कदीजा सुल्ताना और अमीरा अबासे के साथ फरवरी 2015 में ब्रिटेन से भागकर सीरिया चली गई। यहां तीनों ने आईएस के लड़ाकों से शादी कर ली थी। तीन साल से भी अधिक समय तक शमीमा सीरिया में आईएस लड़ाकों के साथ ही रही। इसी दौरान वह जिहादी दुल्हन के नाम से भी मशहूर हो गई थी। आईएस में जाने के बाद 2019 में शमीमा बेगम से यूके सरकार ने उसकी नागरिकता छीन ली थी। इसी बीच सीरिया में आईएस का खात्मा शुरू हो गया। अब 23 साल की हो चुकी शमीमा बेगम वापस यूके लौटना चाहती हैं लेकिन सरकार इसकी इजाजत नहीं दे रही है। उसके ब्रिटेन में लौटने को लेकर कोर्ट में एक मामला भी चल रहा है।
इसलिए ब्रिटेन के लोगों में हैं गुस्सा
अब चूंकी यूके की सरकार राष्ट्र की सुरक्षा को लेकर शमीमा की नागरिकता छीन चुकी है। ऐसे में बीबीसी ने शमीमा के प्रति सहानुभूति दिखाई है। जिससे ब्रिटेन में लोग भड़क गए हैं। ब्रिटेन के लोगों का कहना है कि एक आतंकवादी के समर्थन में इस तरह की डॉक्यूमेंट्री बनाकर बीबीसी हिंसा को बढ़ावा देना चाहती है। यूके में दर्शकों ने धमकी दी है कि वे अपने बीबीसी सब्सक्रिप्शन को रिन्यू नहीं करेंगे।
Feb 11 2023, 10:29