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बीमारियों से ही नहीं कुपोषण से भी बचाएगी कृमि मुक्ति की दवा


गोरखपुर । पेट में कीड़े मारने की दवा एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों के लिए अनिवार्य है। यह दवा न सिर्फ कई बीमारियों से बचाव करती है बल्कि कुपोषण से भी मुक्ति दिलाती है । इसी संदेश के साथ जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल एवं आंगनबाड़ी केंद्र पर शुक्रवार 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी) मनाया गया । जो बच्चे इस दिवस पर दवा नहीं खा सके हैं वह माप अप राउंड के दौरान 13 से 15 फरवरी के बीच दवा खा सकते हैं ।

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने ब्लॉक खोराबार में सेंट जोजेफ स्कूल और ब्लॉक चरगांवा के स्कूल में बच्चों को Albendazole की गोली खिला कर प्रोग्राम का उद्घाटन किया । उनके साथ प्रोग्राम के नोडल अधिकारी डॉ नंद कुमार , डीसीपीएम रिपुंजय पांडे , डीएमओ अंगद सिंह सहित जिले के कई अधिकारी उपस्थित हुए। पीएचसी खोराबार से प्रभारी डॉक्टर राजेश अपने स्टाफ सहित सेंट जोजेफ़ स्कूल में और पीएचसी चरगावा के प्रभारी डॉक्टर धनंजय कुशवाहा भी अपने स्टॉफ सहित RAMPUS स्कूल में उपस्थित हुए।

सीएमओ ने बताया कि बच्चों के पेट में पलने वाले कीड़े जटिलताएं बढ़ा सकते हैं। यह बच्चों के दिमाग तक पहुंच सकते हैं, जिससे बच्चे को दौरा आने लगता है। इन कीड़ों से न्यूरोटॉक्सीन निकलता है , जिसके असर से झटके भी आ सकते हैं। यह कीड़े बच्चों के पेट में बड़े होते है और परजीवी के रूप में रहते है और बच्चे अति कुपोषित और एनीमिया के शिकार हो जाते हैं। अल्बेंडाजोल खाने से कीड़े मर जाते हैं तथा बच्चा कुपोषण व अन्य बीमारी से सुरक्षित रहता है। बच्चों को यह दवा जरूर खिलवाएं। नोडल अधिकारी ने बताया कि जिन बच्चों ने दवा नहीं खाई है उनके अभिभावक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व स्कूल के शिक्षक से सम्पर्क कर 1 - 19 वर्ष तक के बच्चो को दवा जरूर खिलाएं।

कृमि संक्रमण के लक्षण

• बच्चे कुपोषित हो जाते है।

• शरीर में खून की कमी हो जाती है।

• बच्चे हमेशा थकान महसूस करते है।

. शारीरिक और मानसिक विकास बाधित हो जाता है।

• रोग प्रतिरोधक क्षमता की भी कमी हो जाती है।

कृमि संक्रमण से बचाव के उपाय

• नाखून साफ और छोटे रखें।

• हमेशा साफ और स्वच्छ पानी ही पीएं।

• साफ पानी में फल व सब्जियां धोएं।

• हाथ साबुन से धोएं, विशेषकर खाने से पहले और शौच के बाद

• घरों के आसपास साफ-सफाई रखें।

• खुले में शौच न करे, शौचालय का प्रयोग करें।

टीबी अस्पताल के आउटसोर्सिंग नर्सेज एवं कर्मचारियों की नौकरी हुई बहाल


गोरखपुर। आल इंडिया रजिस्टर्ड नर्सेज फेडरेशन और राज्य कर्मचारी सयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों की बैठक टीबी अस्पताल पर हुई ।बैठक में रूपेश श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया कि समस्त 45 कर्मचारियों को फिर से काम पर वापस रख लिया गया है ।

आल इंडिया रजिस्टर्ड नर्सेज फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव राघवेंद्र कुमार ने कहा कि निकाले गए सभी 45 आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की मेहनत और फेडरेशन के सहयोग से सभी की वापसी संभव हो पाई है उन्होंने रूपेश श्रीवास्तव का भी धन्यवाद दिया कि ।

आल इण्डिया रजिस्टर्ड नर्सेज फेडरेशन की प्रदेश उपाध्यक्ष लीना सिंह ने सभी मीडिया कर्मियों को दिल से धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि इस लड़ाई में मीडिया के लोगो का पूरा सहयोग मिला जिसके कारण आज सभी कर्मचारी काम पर वापस आ पाए है ।बैठक में रूपेश श्रीवास्तव, लीना सिह ,ममता राय , सब्बीर अली, संजय सिंह, मदन मुरारी, अकास, सत्यम, इजहार अली, राजेश, अनूप, कनिष्क आदि लोग उपस्थित रहे।

*गरीबों की सेवा सबसे बड़ी सेवा सेवा : रविंद्र‌‌ सिंह*


गोरखपुर। खजनी तहसील अंतर्गत विकासखंड खजनी के ग्राम सभा भेउसा उर्फ बनकटा रविंद्र सिंह अपने पैतृक आवास पर जरूरतमंदों बीच बांटा गया कंबल मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है| समाज के कमजोर तब के की भलाई के लिये यथा योग्य लोगो को आगे आना चाहिए |

मुख्य अतिथि के रूप में विधानसभा खजनी पूर्व विधायक संत प्रसाद व अवध बिहारी सिंह ,गिरजेश बेलदार अनुसूचित मोर्चा के मंडल अध्यक्ष बुधराम भाजपा नेता शिवम सिंह, मनीष सिंह ने शुक्रवार को गरीबों, दिव्यांगों व विधवा महिलाओं को कंबल वितरित किया। कंबल पाकर लोग काफी खुश नजर आए।

पूर्व विधायक ने बताया कि इस समय कम ठंड पड़ रही है। लेकिन अभी ठंडी नहीं गई है सुबह-शाम ठंडी काफी पढ़ रही है गरीबों के पास पर्याप्त संसाधन न होने वह ठिठुर रहे हैं। मैं ऐसे लोगों की मदद करने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहती हूं।

भाजपा नेता रविंद्र सिंह अपने पैतृक आवास पर बुलाकर गरीब पात्र लोगों को शुक्रवार को कंबल वितरित किया। उन्होंने कहा कि गरीबों की सेवा पुण्य का काम है। गर्म कपड़े के अभाव में असहाय व गरीब परेशान हैं। उन्हें राहत प्रदान करने के लिए कंबल दिया गया है।

कंबल पाकर भेउसा उर्फ बनकटा , भागवत, तार सिंह, गोविंद बेलदार, छांगुर, किशन नाउ ,शंकर नाउ, पारस , राजमन, रमेश मिस्त्री ,उमेश मिस्त्री, लालचंद तिवारी, सूरत कोहार, गुल्ली बाबा, रेखा बारी, इसराइल, आरोपी, पारस, रामसूरत धोबी जैनुद्दीन,सहित जरूरतमंदों के चेहरे पर मुस्कान बिखर गई।

इस दौरान पूर्व विधायक संत प्रसाद, अवध बिहारी सिंह, भाजपा नेता ,अजय ओझा गिरजेश, पप्पू सिंह , बुधराम ,शिवम सिंह ,मनीष सिंह , प्रदीप सिंह अजीत सिंह ,राहुल तिवारी लालचंद तिवारी ,गुड्डू सिंह विक्रम सिंह, सलीम अंसारी, आदि मौजूद थे। और सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

देवकली में सूदखोरों के शिकार हुए परिवार को न्याय दिलाने को लेकर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सौंपा ज्ञापन


गोरखपुर। कांग्रेस कमेटी के महामंत्री मीडिया प्रभारी अनिल सोनकर महानगर कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितेंद्र विश्वकर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जनपद गोरखपुर में स्थित गोला बाजार क्षेत्र के देवकली ग्राम में इंद्र बहादुर मौर्या और उनका पूरा परिवार सूदखोरों के आतंक से परेशान भयभीत होकर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ खुदकुशी कर लिया था। इस संबंध मे कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया।

अनिल सोनकर एवं जितेंद्र विश्वकर्मा ने कहा कि आज वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार वो शासन-प्रशासन प्रदेश के साथ-साथ जिले में कानून व्यवस्था किसी प्रकार का कोई लगाम लगा नहीं पा रही है और अपराधियों का सूदखोरों का बोलबाला अपने चरम पर है जिसका प्रमाण मुख्यमंत्री के जिले में गोला क्षेत्र के देवकली ग्राम में देखने को मिला है ऐसे में कांग्रेस के लोग घोर निंदा करते हैं और मांग करते हैं पीड़ित परिवार को तत्काल सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाए पीड़ित परिवार के ऊपर हत्या का मुकदमा दर्ज कर तत्काल गिरफ्तारी की जाए।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य प्रह्लाद कुशवाहा एवं जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष महेंद्र नाथ मिश्रा ने कहा योगी सरकार पूरे प्रदेश के कानून व्यवस्था ध्वस्त है अपराधियों का बोलबाला कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है यदि एक हफ्ते के अंदर पूरे जनपद के अंदर सूदखोरों के ऊपर कार्यवाही कर गिरफ्तारी नहीं होती है तो कांग्रेस पार्टी उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होगी जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन एवं उत्तर प्रदेश सरकार की होगी।

जिला युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष एवं जिला कांग्रेस कमेटी की सचिव श्रीमती उषा श्रीवास्तव ने कहा कि सूदखोर के बोलबाला के नाते घर परिवार का चैन पूर्ण रूप से छीन रहा महिलाएं मजबूर होकर आत्महत्या के तरफ बढ़ रही है यदि वास्तव में सुख और ओके विरुद्ध कार्य कुशासन द्वारा कारवाई किया क्या होता तो सायद जनपद में इतनी बड़ी घटना नहीं होती।इस कार्यक्रम में जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री अनुराग पांडे जिला सचिव कवि राम समुझ सावरा, जैमिनी पांडे, इंटक नेता अविनाश पति त्रिपाठी, खजनी ब्लाक अध्यक्ष सूरज यादव, गोमती यादव देवेंद्र कुमार राम सजन रामप्रीत साहनी मु.ताहिर, चौधरी एजाज हुसैन,(जमशेद) सुनील कुमार अखिलेश कुमार गौतम नवनीत श्रीवास्तव, दिलीप कुमार, दिनेश जायसवाल, आदि लोग उपस्थित रहे।

सहायता प्राप्त माध्यमिक शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर डीएम को सौंपा ज्ञापन


गोरखपुर। पुरानी पेंशन बहाली सहित अपनी तमाम मांगों को लेकर जिलाधिकारी के मार्फत महामहिम राज्यपाल व प्रदेश सरकार के मुखिया को शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में सिटी मजिस्ट्रेट अंजनी कुमार सिंह को ज्ञापन भेजा। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षणेत्तर कर्मचारियों (लिपिक एवं चतुर्थ श्रेणी) की ओर आकृष्ट कराते हुए अवगत कराना है कि इन कर्मचारियों की प्रमुख मांगे / समस्याएं लम्बे समय से लम्बित है।

इनपर कई बार विभागीय अधिकारियों व शासन स्तर पर अधिकारियों से वार्ता बैठके हुई, प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार शर्मा के नेतृत्व में विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ की अध्यक्षता में संगठन की अधिकारिक वार्ता बैठक 04 अक्टूबर 2021 को सम्पन्न हुई थी। जिसमें मांगों से सम्बन्धित शासन में चल रही पत्रावलियों पर अतिशीघ्र कार्यवाही के मौखिक एवं लिखित निर्देश दिये गये थे। परन्तु लगभग एक वर्ष बाद भी माँगो के शासनादेश अद्यतन निर्गत नहीं हुए। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ की प्रदेश कार्यकारणी में लिये गये निर्णयों के अनुसार हम जनपद गोरखपुर के शिक्षणेत्तर कर्मचारी 01.02.2023 से 10.02.2023 तक मण्डलवार जनपदों द्वारा दिये जाने वाले ज्ञापन कार्यक्रम के अन्तर्गत आज जिलाधिकारी कार्यालय में एकत्र होकर अपनी मांगों का सिटी मजिस्ट्रेट अंजनी कुमार सिंह को ज्ञापन इस अनुरोध एवं अपेक्षा के साथ दिया हैं कि "सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास" पर चलने वाली आपकी सरकार में इन मांगों के शासनादेश निर्गत कराने की सार्थक कार्यवाही अतिशीघ्र होगी।

सूदखोरों से परेशान व्यापारी खुद का अपहरण कर घरवालों से मांग रहा था 3 लाख कि फिरौती


गोरखपुर। सूदखोरों से परेशान टेंट मलिक ने अजमेर ऋषिकेश हरिद्वार फोन कर अपहरण होने की फर्जी दी सूचना दे कर धर वालो को किया परेशान झगहा पुलिस ने सर्विलांस की मदद से किया गिरफ्तार।जिले में इस समय सूदखोरों का जाल फैल चुका है। जहां सूदखोरों से परेशान गोला निवासी एक व्यक्ति ने पत्नी व दो बच्चों की हत्या कर खुद आग से जलकर मर गया। वहीं झंगहा इलाके में एक टेंट हाउस संचालक ने सूदखोरों से परेशान होकर खुद का अपहरण कर लिया।

हरिद्वार, ऋषिकेश, अजमेर से फोन कर वह घर वालों से 3 लाख 10 हजार की फि रौती मांग रहा था। फोन कर टेंट व्यापारी घरवालों से कहता था कि पांच लोग उसे पकड़े हैं और रकम न मिलने पर उसकी हत्या कर देंगे। जांच में जुटी पुलिस ने टेंट व्यापारी मनीष मद्धेशिया को अजमेर से पहले बरामद किया। फिर उसे खुद के अपहरण व फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। गुरूवार को पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर जेल भिजवा दिया। हालांकि पुलिस ने अभी सूदखोरों पर कोई कार्रवाई नहीं की है।

एसपी नार्थ डॉ मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि झंगहा के जंगल गौरी नंबर दो अमहिया निवासी मनीष मदेधेशिया टेंट हाउस चलाता है। उस पर कॉफी कर्ज था। कर्ज चुकाने के लिए उसने खुद के अपहरण का प्लान बनाया। 29 जनवरी 2023 को वह बिना घरवालों को बताए घर से कहीं चला गया। जिसके बाद घरवालों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। मनीष ने 30 जनवरी 2023 की शाम को अपनी मां को अपने मोबाइल से फोन किया और बताया कि पांच लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है। वे लोग 3 लाख 10 हजार रूपये फिरौती मांग रहे हैं और उसे बिहार में रखे हैं। मां से कहा कि रूपये जल्दी से मेरे खाते में भेज दो नहीं तो अपहरणकर्ता उसकी हत्या कर देंगे। इसकी सूचना मनीष के पिता जय प्रकाश ने थाने पर दी। जिसके बाद पुलिस अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई।

इस बीच पुलिस ने मनीष का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिया। पुिलस के अनुसार एक बार फिर मनीष ने 1 फरवरी 2023 को मां को फोन कर कहा कि पैसे क्यों नहीं भेज रही हो, जब उसकी हत्या हो जाएगी तब पैसे भेजोगी क्या। जिसके बाद मनीष के परिवार वालों ने उसके एसबीआई खाते में 5000 और 10000 कर दो बार में 15000 रूपये भेजा। इसके बाद फिर मनीष ने 3 फरवरी 2023 को मां को फोन कर और पैसे भेजने को कहा और बताया कि अपहरणकर्ता उसे अब राजस्थान ले जा रहे हैं। पैसे नहीं मिलने पर उसकी हत्या कर देंगे।

जिसके बाद पुलिस सर्विलांस व लोकेशन के आधार पर हरिद्वार पहुंची तो वहां के सीसीटीवी में वह चाय की दुकान पर चाय पीते व अकेले घूमता नजर आया। उसका लोकेशन भी बदलता रहा। किसी तरह झंगहा पुलिस उसे बरामद कर गोरखपुर लाई। मनीष से पूछताछ में पता चला कि वह पहले घर से मोतीराम अड्डा आया। वहां से वह आटो से गोरखपुर शहर आया फिर ट्रेन से शाहजहांपुर गया। वहां से हरिद्वार, देहरादून और फिर ऋषिकेश गया। ऋषिकेश से वह एक बार फिर शाहजहांपुर आया। शाहजहांपुर से अजमेर जाकर घूम रहा था। इसकी पुष्टि अजमेर व हरिद्वार के सीसीटीवी फुटेज से भी हुई, जहां वह अकेले ही घूम रहा था और उसके साथ कोई नहीं था।

पूछताछ में मनीष ने बताया कि उसने इलाके के दो लोगों से 1 लाख 40 हजार रूपये सूद पर लिया था।

बताया कि उसने 15 प्रतिशत मासिक ब्याज पर चंचल शाही से १ लाख और रामगुलाम से 10 प्रतिशत मासिक ब्याज पर 40 हजार रूपये लिया था। इधर बीच चंचल शाही अपने ब्याज का 60 हजार रूपये बार बार मांग रहे थे और धमकी दे रहे थे। जिनसे डर कर बचने के लिए उसने खुद के अपहरण की कहानी गढ़ी और खुद ही घर से चला गया। उसने सोचा कि वह घर वालों से पैसे वसूल कर सूदखोरों को चुका देगा। लेकिन इधर बीच उसके पिता ने मुकदमा दर्ज करा दिया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया। उधर पुलिस ने अभी तक सूदखोरों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। जबकि एक सप्ताह में सूदखोरों के चंगुल में फंसने की तीन से चार मामले सामने आ चुके हैं। एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि जांच में सूदखोरों को भी शामिल कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

*पत्नी ने प्रेमी से कराई थी राजमिस्त्री की हत्या, पत्नी समेत चार गिरफ्तार*


गोरखपुर। बड़हलगंज पुलिस ने बुधवार को राजमिस्त्री गिरजेश उर्फ गोलू की हत्या के चार आरापियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार राजमिस्त्री की हत्या उसकी पत्नी ने अपनी छोटी बहन के अविवाहित जेठ, जेठ के मौसेरे भाई व एक मित्र के साथ मिलकर कराई थी।पुलिस के अनुसार बड़हलगंज के बारीडीहा निवासी पत्नी अनीता का प्रेम संबंध अपनी छोटी बहन के जेठ बांसगांव के दोनखर गांव निवासी अमरजीत से था।

दोनों राजमिस्त्री गिरजेश उर्फ गोलू को रास्ते से हटाना चाहते थे।इसलिए पत्नी के कहने पर प्रेमी अमरजीत ने अपने मौसेरे भाई देवरिया के सिसई गुलाब गांव निवासी विशेषर पटेल व मित्र बड़हलगंज के मरवट निवासी दुर्गेश को साथ मिलाकर 3 फरवरी 2023 की रात में राजमिस्त्री गिरजेश उर्फ गोलू को पहले शराब पिलाई फिर चाकू से उसका गला रेत कर हत्या कर दिया।

हत्या के बाद सभी ने शव के साथ एक फोटो भी खिंचवाई थी जिसमें अमरजीत के हाथ में चाकू था और शव नीचे पड़ा था तथा गर्दन रेता हुआ था। साथ ही अमरजीत का मित्र गर्दन पर चढ़ा था। वहीं हत्या के बाद मृतक के मोबाइल फोन से भोर में हत्यारोपी ने पत्नी अनीता से बात भी की थी। वहीं हत्यारोपी अमरजीत 4 फरवरी 2023 की सुबह भी जहां शव मिला था वहां और पोस्टमार्टम हाउस

पर मौजूद था।

बाद में जब उसे लगा कि वह पकड़ा जाएगा तब वह हरिद्वार भाग गया। पुलिस ने जब मृतक व उसकी पत्नी के मोबाइल का सीडीआर निकलवाया तब पूरा मामला खुल गया। जिसके बाद पुलिस ने पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सारी कहानी बता दी।

एसपी साउथ अरूण कुमार सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि 4 फरवरी 2023 को खड़ेसरी गांव के सिवान में एक युवक का शव मिला। उसकी गला रेतकर हत्या की गई थी। शव की पहचान बारीडीहा निवासी राजमिस्त्री गिरिजेश उर्फ गोलू के रूप में हुई। गिरजेश के भाई उग्रसेन की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया और जांच शुरू की। भाई ने बताया कि गिरजेश जाईपार के आरके प्लाईवुड की दुकान पर काम करने जाते थे।

पत्नी अनीता ने बताया कि वह तीन फरवरी की सुबह काम पर निकले थे और लेबरों को देने के लिए 7 हजार रूपये लेकर गए थे जो कि गायब है। पत्नी ने बताया था कि पति से उसकी बात ३ तारिख की शाम को हुई थी तब उन्होंने कहा था कि वे दावत में जा रहे हैं और तुम लोग मुर्गा बनाकर खा लो जिसके बाद पति का मोबाइल स्वीच आफ हो गया।

पत्नी ने एक रिश्तेदार से कहा था कि शव यहां पड़ा है उसका दाह संस्कार कर दो

दरअसल पुलिस को पत्नी पर उस समय पहली बार शक हुआ जब उसने ४ तारिख की सुबह अपने एक रिश्तेदार से कहा कि वहां गिरजेश का शव पड़ा है।

शव लाकर दाह संस्कार कर दो और पुलिस को सूचना न दो। उस व्यक्ति ने शव मिलने के बाद यह बात थाने के एक दरोगा को बता दिया। तभी से पहली बार पुलिस को पत्नी पर शक हुआ।

पुलिस के अनुसार उसे पत्नी पर शक तो हो गया था लेकिन कोई पुख्ता सबूत नहीं था। लिहाजा जब मृतक के मोबाइल का सीडीआर निकाला गया तो उसका फोन भोर तक आन था और अंतिम बार भोर में पत्नी के मोबाइल पर बात हुआ था। जबकि पत्नी पुलिस से बताई थी कि आखिरी बार 3 तारिख की शाम को हुई थी और उसके बाद मोबाइल बंद था। जिसके बाद पुलिस का शक और गहरा हुआ।

पुलिस ने इसके बाद पत्नी अनीता के मोबाइल का सीडीआर निकलवाया। तो उसमें एक अनजान नंबर से 2300 सेंकेंड 3 तारिख की शाम यानि हत्या वाली रात को बात हुई थी। यह नबंर अनीता के मायके से संबंध रखने वाले उसके छोटी बहन के अविवाहित जेठ अमरजीत का था। पुलिस समझ गई की हत्या में इन लोगों का ही हाथ है। इसके बाद पुलिस ने अमरजीत का लोकेशन निकाला तो वह हत्या वाली पूरी रात घटनास्थल के पास मिली। जिसके बाद पुलिस ने पत्नी अनीता से पूछताछ शुरू की। पूछताछ में अनीता बार बार अपना बयान बदलती रही। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के अनुसार एक तरफ उसका पति गायब था और ३ तारिख की रात में ही उसने घर में चिकन बनाया था, लेकिन हत्या के बाद किसी ने नहीं खाया था। पुलिस ने इस संबंध में जब अनीता से पूछा तो उसने बताया कि पति के कहने पर वह बगिया से लाई थी। फिर जब पुलिस ने पूछा की जब वह बाहर दावत खाने की बात तुमको बताए थे तो मुर्गा क्यों लाई। तब पत्नी ने कहा कि मैं बड़हलगंज उनके पास गई थी तो वह खरीद कर दिए थे।जब पुलिस ने पूछा कि तब तुुम चिकन क्यों नहीं खाई तो उसने बताया कि वह पति के साथ ही खाती थी। वहीं जब पुलिस ने पुलिस को सूचना न देने की बात कहने की पूछी तो उसने कहा कि वह नहीं चाहती थी कि पोस्टमार्टम में चीर फार हो।

मुख्य हत्यारोपी अमरजीत हरिद्वार की एक फैक्ट्री में काम करता है।पत्नी से जब पुलिस ने पूछा कि अमरजीत कहां है तो उसने बताया कि वह आया नहीं है वह हरिद्वार में है। लेकिन उसकी लोकेशन हत्या वाली जगह ही थी। जिसके बाद पुलिस ने उसे ट्रेस किया तो लोकेशन हरिद्वार की तरफ जाता मिला। पुलिस वहां पहुंची तो वह वहां से फिर गोरखपुर की तरफ निकल गया। जिसके बाद पुलिस ने उसे गोरखपुर से उसे ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस की पूछताछ में उसने हत्या करन कबूल किया और बताया कि इस घटना में उसका साथ उसके मौसेरे भाई व मित्र ने दिया है। जिसके बाद पुलिस ने पत्नी अनीता, प्रेमी अमरजीत, उसके मौसेरे भाई विशेषर पटेल और मित्र दुर्गेश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने चारों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

*एबीवीपी के छात्र महाकुंभ कार्यक्रम का हुआ आयोजन, खुले अधिवेशन में प्रतिनिधियों ने विभिन्न समसामयिक विषयों पर रखे विचार*


गोरखपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरखपुर महानगर द्वारा जिला सम्मेलन छात्र महाकुंभ शिक्षा संकाय दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के महाराणा प्रताप परिसर में आयोजित किया गया। उद्घाटन के बाद छात्र महाकुंभ की भव्य शोभायात्रा निकाली गयी।

जो शिक्षा संकाय महाराणा प्रताप परिसर से प्रारम्भ होकर वीर बहादुर सिंह चौक, इंदिरा बाल बिहार, गोलघर, कचहरी चौराहा, हरिओम नगर होते हुए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर समाप्त हुई। शोभायात्रा में छात्रों का महानगर के चौराहों पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा स्वागत किया गया।

छात्र महाकुंभ में आयोजित खुला मंच भाषण में युवा एवं भारत धर्मांतरण एवं लव जिहाद,महिला स्वावलंब,खेल का हब बने गोरखपुर ग्रामीण एवं युवा तथा औधोगिक का केंद्र बने गोरखपुर जैसे मुख्य विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किया

जिला सम्मेलन में प्रवासी कार्यकर्ता के रूप में उपस्थित एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने अपने सम्बोधन में कहा कि गोरखपुर की यह पावन भूमि संस्कृति को संरक्षण प्रदान करने वाली धरती हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समाज को जागृति प्रदान करने वाला छात्र संगठन है।

भारत को उसकी वास्तविक पहचान को पुनः दिलाने के लिए भारत में सुखद शैक्षिक परिवार की संकल्पना को लेकर ही एबीवीपी की स्थापना हुई, भारत की चिति का अभिव्यक्त रूप यहां की संस्कृति के प्रति अनुराग, राष्ट्र की एकता और अखण्डता के सर्वोपरि होने का विश्वास तथा भारत को सशक्त, समृद्ध और स्वावलम्बी राष्ट्र के रूप में विश्वमालिका में उसे यथोचित स्थान दिलाने की महत्वाकांक्षा ने अभाविप के संगठन को गढ़ा है।

राष्ट्र की अंतर्निहित चेतना को स्वर देने का काम परिषद ने अपनी स्थापना के साथ ही शुरू कर दिया था। यही कारण था कि भारतीयकरण उद्योग से प्रारंभ हुई विचार यात्रा का निरंतर प्रवाहमान रही। भारत को उसकी वास्तविक पहचान को पुनः दिलाने के लिए भारत में सुखद शैक्षिक परिवार की संकल्पना को लेकर ही एबीवीपी की स्थापना हुई। तब से लेकर आज तक विद्यार्थी परिषद निरन्तर ऊर्जा सम्पन्न युवाओं को संगठित करने का कार्य किया है। आज यह विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन हैं।

एबीवीपी पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम शाही ने कहा एबीवीपी देश और समाज हित में निरंतर कार्य करने वाला विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। छात्र संगठन होने के कारण विद्यार्थियों की नयी पीढ़ियां आती रहीं और पुरानी जाती रहीं। किन्तु विद्यार्थी परिषद् का विकास यात्रा जारी रहा। राष्ट्र की मुख्य धारा के साथ तादात्म्य निरंतर बना रहा जिसके कारण संगठन सतत वर्धमान बना रहा। विचारवंत शिक्षकों की श्रृंखला भी बनी रही जिसने विद्यार्थियों का योग्य मार्गदर्शन किया साथ ही उनके व्यक्तिगत विकास की भी चिन्ता की।

समाज जीवन के अनेकानेक क्षेत्रों में आज जो अभाविप के पूर्व कार्यकर्ताओं की जो मालिका दिखायी देती है उसके पीछे कार्यकर्ता विकास की अनूठी पद्धति का ही योगदान है।

एबीवीपी द्वारा आयोजित हुए इस जिला सम्मेलन के माध्यम कार्यकर्ता विकास को एक नया बल मिलेगा।

भाजपा गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष तथा एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि आज एबीवीपी गोरखपुर महानगर द्वारा आयोजित इस छात्र महाकुंभ में आने पर मुझे अपने छात्र जीवन का कार्यकर्ता समय याद आ रहा है।

विद्यार्थी परिषद व्यक्तित्व निर्माण की वह पाठशाला है जिससे मजबूत राष्ट्र की नीव टिकी हुई होती हैं। विद्यार्थी परिषद द्वारा इस छात्र महाकुंभ में आकर मैं अभीभुत हूँ।

एबीवीपी गोरखपुर महानगर अध्यक्ष डॉ अनुपम सिंह ने प्रस्ताविकी उद्बोधन में कहा एबीवीपी की स्थापना एक ऐसी ऐतिहासिक परिघटना है, जिसे शब्दों में समेट पाना मुश्किल है। लगभग 1200 वर्षों की दासता के पश्चात 15 अगस्त 1947 को खंडित भारत विदेशी दासता से स्वाधीन हुआ।

आजादी की इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बने महापुरुषों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती वर्षों की गुलामी के बाद मिली स्वतंत्रता का उत्सव कहीं उन्माद न बन जाये, इसको लेकर थी। ठीक इसी समय आंशकाओं के समाधान की अनिवार्यता को लिये हुए राष्ट्रीय पुनर्निमार्ण के महान लक्ष्य के साथ एबीवीपी का जन्म हुआ। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात भारत को स्वावलंबी बनाने के साथ – साथ वैश्विक स्तर पर उनकी भूमिका की चुनौती राष्ट्र के समक्ष थी। इस हेतु सर्वाधिक अपेक्षा उस वर्ग से थी जो शिक्षित होने के साथ – साथ ऊर्जावान भी था। युवाओं की असीम ऊर्जा को परिवर्तन का सशक्त माध्यम मानते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की स्थापना की गई।कार्यक्रम का संचालन उदयांश पांडेय, तथा प्रियंका चौरसिया ने किया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से एबीवीपी राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की विशेष आमंत्रित सदस्य प्रो. उमा श्रीवास्तव, प्रांत संगठन मंत्री हरिदेव, प्रांत अध्यक्ष प्रो. सुषमा पांडेय, स्वागत समिति अध्यक्ष मनीष सिंह, स्वागत समिति मंत्री धर्मेंद्र सिंह, प्रांत मंत्री सौरभ गौंड, महानगर उपाध्यक्ष डॉ राजेश सिंह, वेद प्रकाश राय, दुर्गेश पाल सहित गोरखपुर महानगर के कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।

*तुर्की में आए महाविनाशकारी भूकंप में राहत एवं बचाव कार्य हेतू एनडीआरएफ की टीम रवाना*


गोरखपुर। तुर्की में आए महाविनाशकारी भूकंप में हजारों की संख्या में लोगों ने अपने जीवन को खोया है। जरूरतमंदों की मदद करने के लिए विश्व के विभिन्न देशों ने अपना-अपना हाथ बढ़ाया है, जिसमें भारतवर्ष के प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राहत-बचाव ऑपरेशन के लिए एनडीआरएफ के बचाव कर्मी एवं चिकित्सा दलों को तुर्की भेजा गया है।

उसी कड़ी आज वाराणसी से कमाडेंट श्री मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में प्रशिक्षित बचाव कर्मियों के 51सदस्यीय दल को प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड और आधुनिक ख़ोज एवं बचाव के उपकरणों के साथ वाहिनी मुख्यालय चौकाघाट से एयरपोर्ट वाराणसी रवाना किया। इस विशेष दल का नेतृत्व अभिषेक कुमार डिप्टी कमाडेंट कर रहे हैं।

मनोज कुमार शर्मा ने बताया की जरूरतमंदों को मदद करने के लिए 11 एनडीआरएफ वाराणसी की टीम को सभी प्रकार के राहत-बचाव के आधुनिक उपकरणों के साथ एयरपोर्ट वाराणसी से भारतीय वायु सेना के विशेष विमान से दिल्ली भेजा गया, वहां से टीम को तुर्की के लिए आज शाम रवाना किया जाएगा।

*प्लेटफार्म नंबर 9 पर बुकिंग क्लर्क की संख्या बढ़ाई जाए: भूपेंद्र पांडेय*


गोरखपुर। रेल परामर्शदात्री समिति के राष्ट्रीय सदस्य भूपेंद्र पांडेय रेलवे के प्लेटफार्म व कार्यालयों में आय दिन भ्रमण सील रहते हुए संबंधित अधिकारियों को बार-बार अवगत कराते रहते हैं कि किस स्टेशन पर क्या कमियां हैं स्टेशनों पर कमियों से रूबरू होते हुए अधिकारीगण आम जनमानस की समस्याओं के निदान के लिए कठोर कदम उठाते हुए निराकरण करने का कार्य करते हैं । परामर्शदात्री समिति के राष्ट्रीय सदस्य 6 फरवरी 2023 को गोरखपुर के प्लेटफार्म नं 9 पर स्थित बुकिंग काउन्टर पर भ्रमण के पश्चात् यह पाया गया कि केवल एक ही बुकिंग काउन्टर खुले होने के कारण यात्रियों की लम्बी-लम्बी कतारें लगी हुयी थी।

अधिकांश यात्रियों की ट्रेन छुट गयी। टिकट न मिलने के कारण अधिकांश यात्रियों को बस से यात्रा करना पड़ा और अधिकांश यात्रि बिना टिकट यात्रा किये और अधिकांश यात्रियों ने अपनी यात्रा को रद्द कर दिया जिससे रेल की आय प्रभावित हुई। भीड़ अत्यधिक होने के कारण यात्रियों द्वारा आपसे में ही विवाद हो गया और वहां पर स्थिति थोड़ी चिन्ताजनक हो गयी। सुरक्षा कर्मियों की भी ड्यूटी न होने के कारण वहां बहुत देर तक असहज स्थिति बनी रही।

श्री पांडेय ने प्रमुख मुख्य वाणिज्य रेल प्रबंधक पूर्वोत्तर रेलवे को तत्काल सीयूजी नंबर पर सूचना देकर स्थिति को सामान्य करने का निवेदन किया। उन्होनें तत्काल अपनी सूझ-बूझ और विवेक का परिचय देते हुए स्थिति को नियंत्रण में किया। प्लेटफार्म नं 9 पर स्थित बुकिंग काउन्टर पर बुकिंग कर्लकों की संख्या बढ़ाये जिससे यात्रियों की समस्याओं का समाधान हो सके और यात्रीगण समय से अपने अपने घरों को पहुंच सके टिकट के वजह से किसी यात्री का ट्रेन ना छूटने पाए।