फाइलेरिया की दवा खाने से दर्जनों बच्चों की बिगड़ी हालत, मचा हड़कंप
भदोही। औराई थाना क्षेत्र के मल्लूपुर व पसियान कला प्राथमिक विद्यालय में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों को फाइलेरिया की दवा खिलाया गया। जिस पर दर्जनों बच्चों की हालत बिगड़ गई और विद्यालय में ही बेहोश होकर गिर पड़े ।जिसकी जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग व स्वास्थ विभाग में हड़कंप की स्थिति बन गई और तत्काल बेहोश बच्चों को एंबुलेंस से इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया । घटना की जानकारी मिलते ही जिला अस्पताल में एसडीएम ज्ञानपुर अश्वनी पांडे क्षेत्राधिकारी ज्ञानपुर प्रभात कुमार व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संतोष चक पहुंचकर राहत कार्य में जुट गए। जिला अस्पताल में क्षेत्रीय लोगों व अभिभावकों से भरा पड़ा रहा और लोगों में कौतूहल देखा गया।
बता दें की औराई थाना क्षेत्र के मल्लू पुर व पसियान कला प्राथमिक विद्यालय में आज फाइलेरिया की बच्चों को दवा खिलाया जाने लगा। उसी दौरान पहली से चौथी कक्षा में पढ़ने वाली सुनिधि रश्मि, अर्पिता दूबे, ममता, शिखा, वंदना, काजल सहित 25 बच्चों को उल्टी-दस्त शुरू हो गई। यह देख स्कूल प्रशासन में खलबली मच गई। इसकी सूचना अपने विभागीय उच्चाधिकारियों को दिया सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग व शिक्षा विभाग तत्परता दिखाते हुए तत्काल बच्चों को एंबुलेंस द्वारा इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया । जहां पर बच्चों का इलाज तत्परता पूर्वक चिकित्सक करने में जुट गए और कुछ देर बाद दो बच्चों को नॉर्मल किया गया तब जाकर जिले के आला अधिकारियों ने राहत की सांस लिया।बच्चों के हालत बिगड़ने की खबर मिलते ही जिले में हड़कंप की स्थिति बन गई और जो जिधर था उधर से जिला अस्पताल में पहुंच गए ।
बीमार बच्चों की उम्र पांच से 10 साल है। आनन-फानन में सभी बच्चों को जिला अस्पताल ज्ञानपुर के इमजरेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां सभी का प्राथमकि उपचार किया जा रहा है। इस संबंध में सीएमओ डॉक्टर संतोष चेक ने बताया कि बच्चों की हालत ठीक है और उनकी तबीयत खाली पेट दवा खा लेने से व शरीर में फाइलेरिया की शुक्राणु मिलने के कारण ऐसा स्थिति उत्पन्न होती है किंतु इसमें कोई घबराने की बात नहीं है। जल्द ही सभी बच्चे स्वस्थ हो जाएंगे । जनपद में उस समय हड़कंप की स्थिति मच गई जब जिले के आला अधिकारियों को पता चला कि फाइलेरिया की दवा खाने से दो परिषदीय विद्यालयों के बच्चों की हालत खराब हो गई है तो स्वास्थ्य महकमा समेत आला अधिकारियों के हाथ पांव फूलने लगे तत्काल बच्चों के इलाज के लिए एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले आया गया , एंबुलेंस लगातार सड़कों पर हूटर बजाते हुए अस्पताल की ओर पहुंच रही थी जिसे देख हर आदमी बौखलाहट में हो जा रहा था।
घटना को जानने के लिए जिला अस्पताल की ओर पहुंचने लगे जिला अस्पताल में धीरे-धीरे लोगों की संख्या इस कदर जूटी की अस्पताल में गहमागहमी का माहौल रहा और लोग एक दूसरे से बच्चों की हालात पूछने में लगे रहे जब एंबुलेंस आता अस्पताल में तो लोग तत्काल एंबुलेंस की तरफ पहुंचकर बच्चों की तबीयत देखने में जुट जाते थे। बता दें कि जैसे ही अन्य प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों व अभिभावकों को पता लगा कि फाइलेरिया की दवा खाने के बाद कुछ बच्चों की तबीयत खराब हुई तो जिन जिन विद्यालयों में बच्चों को दवा खिलाया गया था उनके अभिभावक खुद एंबुलेंस को फोन कर कर बच्चों को लेकर अस्पताल में पहुंचने लगे इस दौरान लगभग सैकड़ों बच्चे अस्पताल में चेकअप कराने के लिए पहुंचे जहां पर चिकित्सक चेकअप कर उन्हें इलेक्ट्रोल की देकर छोड़ दिया। जब लोगों को पता चला कि अब बच्चे धीरे-धीरे नॉर्मल हो रहे हैं तो लोगों ने राहत की सांस ली ।
Feb 09 2023, 19:28