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*राजधानी लखनऊ में एक लाख रुपये के लिए दोस्तों ने कार मालिक साथी की हत्या, शव को कुएं में फेंका*


मोहनलालगंज/ लखनऊ। राजधानी में एक आजीबों गरीब घटना सामने आयी। दोस्तों ने ही अपने दोस्त को एक लाख रुपये के लिए मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद शव को एक कुएं में फेंक दिया। ताकि किसी को इसकी जानकारी न मिल पाये। अब जब पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद पूछताछ की तो सच सामने आया। पुलिस ने आरोपी दोस्तों की निशानदेही पर कार मालिक का शव बरामद कर लिया है।

बुकिंग की बात कहकर एक फरवरी को कार लेकर निकला था घर से

मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के हुलासखेड़ा निवासी राम अचल 32 वर्ष अपनी कार लेकर एक फरवरी को बुकिंग पर जाने की बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद जब वापस नहीं लौटा तो परिवार वालों ने उसकी खोजबीन शुरू की। जब तलाश करके थक हार गए तो चार फरवरी को मोहनलालगंज थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद सक्रिय हुई और राम अचल की मोबाइल की सीडीआर रिपोर्ट निकालकर जांच पड़ताल शुरू कर दी। इस दौरान पता चला कि वह घर से निकला था तो उसके साथ तीन लोग राम सुफल, मोहदी और सचिन देखे गए थे। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार करके जब सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया और बताया की राम अचल की हत्या कर दिया है।

पहले पिलाई शराब फिर सिर पर राड से मारकर कर दी हत्या

पुलिस के मुताबिक आरोपी दोस्तों ने बताया कि उन तीनों को रुपयों की सख्त जरूरत थी। इसलिए राम अचल को शराब पिलाकर एक लाख रुपये में उसकी गाड़ी गोसाईगंज में एक सोनार के यहां गिरवी में रखा दिया। इसके बाद पैसे की लालच में लोहे की राड से सिर पर मारकर राम अचल को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसके शव को हुलासखेड़ा के मजरा मेड़ई खेड़ा गांव के बाहर एक पुराने कुए में डाल दिया। इसके बाद उसके मोबाइल को भी जला दिया। ताकि किसी को इस घटना के बारे में जानकारी न मिल सके।

आरोपियों की निशानदेही पर कार, लोहे की राड और जला मोबाइल बरामद

आरोपियों से इतनी सारी जानकारी मिलने के बाद एसपी राज कुमार सिंह, इंस्पेक्टर कुलदीप दूबे के साथ मौके पर पहुंचे। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने मृतक के शव को कुएं से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं दूसरी तरफ इसकी जानकारी परिवार वालों को मिलते ही घर में कोहराम मच गया। डीसीपी दक्षिणी ने राहुल राज ने बताया कि अारोपियों की निशानदेही व हत्या में प्रयुक्त लोहे की राड, जली मोबाइल तथा कार बरामद कर लिया गया है। मोहनलालगंज की पुलिस और सर्विलांस की टीम की मदद से यह खुलासा हो पाया है। इस पूरे घटना का पर्दाफाश डीसीपी साउथ ने मीडिया के सामने किया।

*राजधानी लखनऊ में अब आॅटो से सफर करना हुआ महंगा, प्रति किलोमीटर 4.19 रुपये की बढ़ोत्तरी*


उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ऑटो का किराया भी बढ़ गया है। नया किराया सोमवार से लागू कर दिया गया है। इससे यात्रियों को अब ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। हालांकि, लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ ने बढ़े किराये को कम बताते हुए इस पर असंतोष जताया है। राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) की बैठक में ऑटो और टेंपो के किराये में वृद्धि को भी अनुमति दी गई थी। इस प्रकार से अब रोडबेज के बाद ऑटो का भी बढ़ा किराया सवारियों को देना पड़ेगा।

यूनियन की ओर से राज्य परिवहन प्राधिकरण को किराया बढ़ाने का जो प्रस्ताव दिया गया था, उसके अनुसार पहले दो किलोमीटर तक का न्यूनतम किराया 25 रुपये करने की मांग की गई थी। इसे नामंजूर करते हुए एसटीए ने प्रति किलोमीटर के लिए लगभग 10.58 रुपये किराया मंजूर किया था, जिसे सोमवार से लागू कर दिया गया। पहले एक किलोमीटर के लिए 6.39 रुपये किराया देय था। इस तरह प्रति किलोमीटर किराये में 4.19 रुपये की वृद्धि हुई है। लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ के अध्यक्ष पंकज दीक्षित का कहना है कि यूनियन की तरफ से जो प्रस्ताव दिया गया था उतना किराया नहीं बढ़ाया गया है, जबकि सीएनजी का दाम बेतहाशा बढ़ चुका है। संघ दोबारा प्रस्ताव बनाकर भेजेगा। बता दें कि चारबाग से हजरतगंज, आलमबाग, इंजीनियरिंग कॉलेज आदि जगहों के लिए नया किराया लागू कर दिया गया है।

किराया (प्रति किलोमीटर)

वाहन पहले अब

थ्री व्हीलर ऑटो रिक्शा 6.39 - 10.24

थ्री व्हीलर टेम्पो विक्रम 6.82 -10.58

यह है नया किराया...

चारबाग से... फुल ऑटो प्रति यात्री

चिनहट 154 रुपये 52 रुपये

विभूतिखंड 138 रुपये 46 रुपये

इंजीनियरिंग कॉलेज 123 रुपये 41 रुपये

पीजीआई 123 रुपये 41 रुपये

मुंशी पुलिया 118 रुपये 40 रुपये

हुसड़िया 115 रुपये 39 रुपये

पत्रकारपुरम चौराहा 102 रुपये 34 रुपये

हजरतगंज 34 रुपये 12 रुपये

निशातगंज 62 रुपये 21 रुपये

आलमबाग बस अड्डा 30.50 रुपये 10 रुपये

आलमबाग चौराहा 36 रुपये 12 रुपये

चुंगी 72 रुपये 24 रुपये

(नोट : प्रति ऑटो तीन यात्री बिठाए जाएंगे।)

*प्रोफेसर पीके मिश्रा ने कुलपति पद से दिया इस्तीफा*


लखनऊ। आखिरकार डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) के कुलपति पद से कार्य विरत किए गए कुलपति प्रो. पीके मिश्रा ने मंगलवार को कुलपति पद से त्यागपत्र दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को अपना इस्तीफा भेजा, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। प्रो. पीके मिश्रा ने खुद इसकी पुष्टि की है। हालांकि इसके पीछे बताया जा रहा है कि उनके ऊपर जो आरोप लगे थे वह प्राथमिक जांच में प्रथम दृष्टया सही पाया था। 

विश्वविद्यालय में हुई अनियमितता व अन्य गड़बड़ियों की पिछले दिनों राज्यपाल को शिकायतें मिली थीं। इसमें आईईटी के पूर्व निदेशक प्रो. विनीत कंसल व एकेटीयू के पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रो. अनुराग त्रिपाठी ने भी विस्तृत जानकारी राजभवन को दी थी। जिसकी प्राथमिक जांच के लिए राज्यपाल ने हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की एक जांच कमेटी का गठन किया था। आरोप है कि प्रो. मिश्रा व रजिस्ट्रार ने इसमें सहयोग नहीं किया और आवश्यक दस्तावेज भी जांच समिति को नहीं दिए। इसके बाद से एकेटीयू के कुलपति का कार्यभार लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय को दिया गया था। इसके तीन दिन बाद आज उन्होंने पद से त्यागपत्र दे दिया।

*चोरी के इरादे से घर में घुसे चोर, एक को पकड़ा, दूसरा फरार*


लखनऊ। राजधानी के चिनहट थाना क्षेत्र में बीती रात को एक घर में चोर घुसकर चोरी करने का प्रयास करने लगे। घर के अंदर आवाज होने पर लोग जाग गए और एक चोर को मौके से पकड़ लिया। जबकि उसका दूसरा साथी फरार हो गया। परिजनों ने चोर को पकड़ने के बाद पुलिस को सौंप दिया। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है।

बता दें कि राधापुरम कालोनी मटियारी निवासी प्रिया वर्मा ने अपना मकान किराये पर दे रहा है। सोमवार की रात किरायेदार सो रहे थे तभी अचानक दो चोर मकान में घुस आये और चोरी का प्रयास करने लगे। जैसे ही इसकी भनक किरायेदारों को लगी तो वह फौरन उन्हें पकड़ने के लिए दौड़ पड़े। किरायेदारों ने मौके से एक चोर को धर दबोचा। जबकि दूसरा चोर मौके से भागने में सफल रहा है। किरायेदारों ने चोर को पकड़ने के बाद पुलिस को सूचना दी। रात में पुलिस ने पहुंचकर चोर को पकड़कर थाने ले आई। पुलिस पकड़े गये चाेर से पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही उसके दूसरे साथी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

*यूपी को फिल्म सिटी के रूप में विकसित करने को विदेशी मेहमान करेंगे बड़ा निवेश*


लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम ने प्रदेश में विदेशी मेहमानों को निवेश के लिये आमंत्रित करने के लिये 16 देशों के 21 शहरों में रोड शो किया, जिसमें सात लाख बारह हजार करोड़ के 108 एमओयू साइन किये गये। इन एमओयू के माध्यम से प्रदेश के सात लाख से अधिक युवाओं को रोज़गार मिलेगा। वहीं विदेशी मेहमानों ने 25 सेक्टर में से टॉप फाइव सेक्टर (डाटा सेंटर, लॉजिस्टिक पार्क, रिन्यूएबल एनर्जी, अपैरल एंड टेक्सटाइल और फ़िल्म सिटी) में निवेश के लिये सबसे ज़्यादा रुचि दिखाई है। इन सेक्टर में विदेशी मेहमानों की पहली पसंद प्रदेश को डाटा सेंटर का हब बनाने की है, जिसमें उन्होंने सत्रह हज़ार करोड़ से ज़्यादा निवेश की इच्छा ज़ाहिर की है। वहीं दूसरी प्रायोरिटी में लॉजिस्टिक पार्क हैं, जिसमें वह साढ़े सोलह हज़ार करोड़ से ज़्यादा का निवेश करेंगे। इसमें वह लॉजिस्टिक सर्विस सेंटर से लेकर बीपीओ और ट्रेनिंग सेंटर तक की स्थापना करेंगे।

डाटा सेंटर में आएगा सबसे बड़ा विदेशी निवेश

योगी सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में पहला डाटा सेंटर बनकर तैयार है। योगी सरकार की नीतियों का ही असर है कि विदेशी मेहमानों ने इस सेक्टर की ओर सबसे ज़्यादा दिलचस्पी दिखाई है। सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया में हुए रोड शो के दौरान ग्लोबल स्टेट कैपिटल प्रा. लि. ने प्रदेश में डाटा सेंटर बनाने के लिए 8260 करोड़ रुपए और स्टार कंसोर्टियम प्रा. लि. ने 1000 करोड़ के निवेश से संबंधित एमओयू प्रदेश सरकार के साथ फाइनल किए। यही नहीं, यूके और यूएसए में रोड शो के दौरान सिफी इंटरनेशनल ने इस सेक्टर के लिए 8300 करोड़ के निवेश पर सहमति जताई। इन आंकड़ों पर गौर करें तो सबसे ज्यादा विदेशी मेहमानों ने 17560 करोड़ का निवेश कर प्रदेश को डाटा सेंटर के हब के रूप में विकसित करने की ओर कदम बढ़ाए हैं।

विदेशी निवेशकों की दूसरी पसंद है लॉजिस्टिक पार्क

विदेशी निवेशकों ने 25 सेक्टर्स में से दूसरी प्रायोरिटी के रूप में लॉजिस्टिक पार्क को रखा है। इसमें उन्होंने 16,810 करोड़ रुपए के निवेश से संबंधित एमओयू किए हैं। यूएई के रोड शो के दौरान शराफ ग्रुप ने तेरह सौ करोड़, हिंदुस्तान पोर्ट प्रा. लि. ने दो सौ दस करोड़ के एमओयू साइन किए हैं। कनाडा और यूएसए के दौरे के दौरान आठ हज़ार दो सौ करोड़ के निवेश पर अपनी हामी भरी है। वहीं सिंगापुर और ऑस्ट्रलिया के रोड शो में एक हज़ार करोड़ का निवेश लॉजिस्टिक सर्विस में होगा। वहीं यूनिवर्सल सक्सेस प्रा. लि. ने 5100 करोड़ रुपए से लॉजिस्टिक पार्क का निर्माण करने का निर्णय लिया है। वहीं यूके और यूएसए के दौरे के दौरान बेस्ट बाय ट्रकिंग ने एक हज़ार करोड़ से लॉजिस्टिक बीपीओ और ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिये एमओयू साइन किये हैं।

विदेशी मेहमानों ने तीसरे नम्बर पर रिन्युएबल एनर्जी को दी तरजीह

विदेशी मेहमानों ने प्रदेश में निवेश के क्षेत्र में तीसरे नम्बर पर रिन्युएबल एनर्जी को तरजीह दी है। यूएई में रोड शो के दौरान आस्था ग्रीन एनर्जी वेंचर्स प्रा. लि. ने 4480 करोड़, श्री सिद्धार्थ इन्फ्राटेक एंड सर्विसेज़ ने आठ हज़ार करोड़ खर्च करने की कार्ययोजना बनाई है। वहीं जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन में रोड शो के दौरान बोसोन एनर्जी एसए ने एक हज़ार करोड़ खर्च करने का फ़ैसला लिया है। इसके साथ ही यूके और यूएस दौरे के दौरान जियोथर्मल कोर आईएनसी 820 करोड़ से रिन्युएबल एनर्जी प्लांट लगाएगी। ऐसे में विदेशी निवेशक रिन्युएबल एनर्जी के क्षेत्र में चौदह हज़ार तीन सौ करोड़ का निवेश करेंगे।

विदेशी निवेशकों की चौथी प्रायोरिटी में अपैरल और टेक्सटाइल शामिल है। इसमें जापान और साउथ कोरिया के दौरे के दौरान जापान इंडिया इंडस्ट्री प्रमोशन एसोसिएशन ने ढाई हज़ार करोड़ और निसेनकेन क्वालिटी इवैल्यूएशन सेंटर ने दस हज़ार करोड़ के एमओयू पर साइन किया है। ऐसे में इस क्षेत्र में विदेशी मेहमान कुल साढ़े बारह हज़ार करोड़ का निवेश करेंगे। वहीं विदेशी मेहमानों के पांचवी प्रायोरिटी में फ़िल्म इंडस्ट्री है। जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन में रोड शो के दौरान इंटरनेशनल ग्रुप एबी में दस हज़ार करोड़ से प्रदेश में फ़िल्म सिटी में निवेश का फ़ैसला किया है।

*निवेशकों के साढ़े ग्यारह लाख करोड़ डूब गए लेकिन सरकार किसी भी हालत में जांच के लिए तैयार नहीं:रोहित श्रीवास्तव*


लखनऊ।आम आदमी पार्टी ने अडानी समूह के खिलाफ वित्तीय धोखाधड़ी के आरोपों को देश का सबसे बड़ा महाघोटाला करार दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों पर प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति से) सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच और अडानी समूह के संस्थापक एवं अध्यक्ष गौतम अडानी के साथ-साथ सभी संबद्ध महत्वपूर्ण लोगों के पासपोर्ट जब्त करने की मांग की है।

अवध प्रांताध्यक्ष सूरज प्रधान ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की पिछले कुछ दिनों में देश के करोड़ों नागरिकों का अडानी की कम्पनी में साढ़े ग्यारह लाख करोड़ रुपया डूब गया जो उन्होनें अपने खून पसीने से बचत कर निवेश किया था। आम आदमी पार्टी ने कहा की अडानी का घोटाला पकड़ा गया तो उन्होनें कहा की ये देश पर हमला है लेकिन हिंडनबर्ग ने तो अमरीका, जापान आदि देशों की कंपनियों का घोटाला भी उजागर किया फिर उन देशों के उद्योगपतियों ने ये नहीं कहा की ये उनके देश पर हमला है और अगर ये देश पर हमला है भी तो देश के प्रधानमंत्री मोदी को ज़रूर बोलना चाहिए लेकिन वो खामोश बैठे हैं।

अडानी कोई भारत नहीं हैं और न ही भारत ही कोई अडानी हैं लेकिन देश का दुर्भाग्य की प्रधानमंत्री मोदी सिर्फ अडानी से अपनी दोस्ती निभाते रहे और देशवासियों के साथ विश्वासघात किया। जनता का ये पैसा अडानी की कंपनी में एस.बी. आई, पंजाब नेशनल बैंक और एल. आई. सी के माध्यम से निवेश किया गया था लेकिन पैसा डूबने के बाद अब मोदी जी खामोश हैं क्यूंकि उन्होनें देश के सारे संसाधन एक व्यक्ति गौतम अडानी को दे दिए जिसमें रेलवे, एयरवेज, कोयला, बिजली, पानी, सड़क, स्टील, तेल, सीमेंट गैस इत्यादि शामिल है. राष्ट्रवाद की आड़ में मोदी-अडानी अपना भ्रष्टाचार छुपा नहीं सकते।

जिला अध्यक्ष रोहित श्रीवास्तव ने कहा कि अडानी दुनिया के दूसरे नंबर का अमीर बनने के बाद भी वो भारत के 15 टैक्स देने वालों की सूची में नहीं है, आखिर किसकी मेहरबानी से उन्होनें कहा की अडानी और उनके भाइयों ने मिलकर 38 फ़र्ज़ी कंपनियां खोलकर देश के साथ फ्रॉड किया है। एल. आई. सी. 74 हज़ार करोड़ रुपया अडानी को दिलवा दिया गया, एस बी आई से 35 हज़ार करोड़ रुपया कर्ज़ा दे दिया गया जबकि एक मज़दूर को अगर 35 हज़ार रूपये कर्ज़ा लेना हो तो उसकी चप्पल घिस जाती है फिर भी आसानी से कर्ज़ा नहीं मिलता।

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सांसद यूपी प्रभारी संजय सिंह ने सदन में 267 के आधार पर अडानी के घोटाले पर चर्चा की मांग की. अमृतकाल में इस ज़हरीले घोटाले की जांच हो क्यूंकि इसमें निवेशकों के साढ़े ग्यारह लाख करोड़ रूपये डूब गए हैं लेकिन सरकार किसी भी हालत में जांच के लिए तैयार नहीं है। विरोध प्रदर्शन में वरिष्ठ नेता ब्रज कुमारी सिंह, नीलम यादव , वंशराज दुबे, विनय पटेल, इस्मा जहीर, सबीना सिद्धकी, प्रीतपाल सलूजा,आलोक सिंह, सुभाषनी मिश्रा, इरम रिज़वी,संगीता जायसवाल,मजीद अली, बृजेश तिवारी, अंकित परिहार,ललित वाल्मीकि, जॉनी, पंकज यादव,वसीम सिद्दीक़ी,सईद सिद्दीकी,ललित तिवारी, असद अब्बास, मो तकी,अमित चोपडा,अर्पित,शुभम,अमान,सलमा,राहुल,नाज़िश,दीपक श्रीवास्तव,शिवभोला, प्रीती,शैलेश,अनुराग पाल कमाल,गुड़िया, शहंशाह,विनोद,साहिल,

सहित भारी संख्या में कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।

*11 फरवरी को राष्ट्रीय लोक अदालत का वृहद आयोजन*


लखनऊ। जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ से संजय शंकर पांडे ने मंगलवार को अपने विश्राम कक्ष में आयोजित फटकार वार्ता में बताया है कि 11 फरवरी 2023 को राष्ट्रीय लोक अदालत का वृहद आयोजन किया जा रहा है।

पत्रकार वार्ता के दौरान पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सुलह समझौते के आधार पर सुलभ, सफल और समय से वादों का निस्तारण के लिए किया जा रहा है। इसमें सिविल कोर्ट, कलेक्ट्रेट, जिले की समस्त तहसीलों, पारिवारिक न्यायालय, मोबाइल फोन व केबल नेटवर्क संबंधी प्रकरण, आयकर, बैंक व अन्य वित्तीय संस्थाओं से संबंधित प्रकरण, दीवानीवाद, उत्तराधिकार वाद, किराएदारीवाद, पारिवारिक वाद, वैवाहिक प्री-लिटिगेशन मामले, मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद, चेक बाउंस के मामले, जन उपयोगी सेवाएं, राजस्व, चकबंदी, श्रमवाद, चालानीवाद व शमनीय प्रकृति के फौजदारी वाद का निस्तारण किया जाएगा।

जिला जज ने बताया कि आगामी 11 फरवरी को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल नियतवाद लिटिगेशन मामले 20,886, प्री-लिटिगेशन मामले 90,328 कुल 1,11,214 मामलों कोे निस्तारण के लिए अब तक चिन्हित किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि पिछले मामलों के निस्तारण में राष्ट्रीय स्तर पर व लखनऊ उप्र स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त कर रहे हैं। पूर्व की भांति इस वर्ष भी जनपद को प्रथम स्थान पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। इस के लिए मामलों के कानूनी सहायता रक्षा परामर्श प्रणाली की सहायता (मेडीशन सेंटर लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम) के जरिए बेहतरीन कार्य कर रहा है।

उन्होंने कहा कि जिले के अंदर किसी भी प्रकार की कोई पक्षकार छूटने न पाये, इस सकारात्मक सोच के साथ अधिक से अधिक लोगों को इस राष्ट्रीय लोक अदालत के जरिए लाभ पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। इसमें आम जनमानस से अपील है कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से मामलों का निस्तारण करा-कर राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बना कर का लाभ उठाएं। इस अवसर पर जिला जज ने बताया है कि विशेष लोक अदालत का आयोजन 8 फरवरी, व 9 फरवरी व 10 फरवरी को लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया जा रहा है। इस अवसर पर अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रेम प्रकाश, लखनऊ सहित अधिकारी उपस्थित रहें।

*यूपी में 16 गुना तेजी से होगा रेल कनेक्टिविटी का विकास*


लखनऊ । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जिस तेजी से विकास पथ पर आगे बढ़ रही है, उसमें उसे केंद्र सरकार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। डबल इंजन की सरकार ने उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी को बेहतर करने में जुटी है और इसी प्रयास के तहत इस बार रेल बजट में उत्तर प्रदेश को 2009-14 की तुलना में 16 गुना ज्यादा बजट दिया गया है।

2009-14 के बीच जहां यूपी के हिस्से रेल बजट में सिर्फ 1,109 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी मिली थी तो वहीं मोदी सरकार ने अकेले 2022-23 में उत्तर प्रदेश को 16 गुना ज्यादा यानी 17,507 करोड़ रुपए का बजट दिया है।

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने इस बार रेलवे के लिए सबसे ज्यादा 2.4 लाख करोड़ रुपए के बजट का ऐलान किया है। रेलवे मिनिस्ट्री के अनुसार यह बजट 2013-14 के बजट का 9 गुना ज्यादा है।

नई लाइन के माध्यम से कई राज्यों से जुड़ेगा यूपी

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। प्रदेश में अभी 7143 किमी लंबी नई लाइन पर 83 प्रोजेक्ट्स के तहत कार्य चल रहा है जिस पर करीब 94 हजार करोड़ खर्च किए जा रहे हैं।

वहीं, 3831 किमी. लंबी रेलवे लाइन के लिए 55 सर्वे किए जाने हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश से अन्य राज्यों को जोड़ने के लिए नई लाइन से जुड़े जो प्रोजेक्ट हैं, उनमें एक ललितपुर-सतना, रीवा-सिंगरौली और महोबा-खजुराहो है जिस पर 700 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इसी तरह बहराइच-श्रावस्ती और बलरामपुर-तुलसीपुर लाइन पर 390 करोड़ का खर्च आएगा।

2023-24 में एनर्जी कॉरिडोर के लिए नई लाइन हेतु 284 करोड़, जनजातीय गौरव कॉरिडोर (अंब्रेला 23-24) हेतु 284 करोड़, सहजनवा-दोहरीघाट के लिए 205 करोड़, देवबंद (मुजफ्फरनगर)-रुड़की के लिए 200 करोड़, मऊ-गाजीपुर-तारीघाट के लिए 150 करोड़, अंब्रेला प्रोजेक्ट के लिए 20 करोड़, आनंदनगर-घुगली के लिए 20 करोड़, पडरौना-कुशीनगर वाया गोरखपुर के लिए 10 करोड़ और मेरठ-पानीपत के लिए 30 लाख रुपए खर्च किए जाने हैं।

कई स्टेशंस के बीच होंगे गेज कन्वर्जेंस

गेज कन्वर्जेंस को लेकर भी प्रदेश में काफी काम हो रहा है। इसके माध्यम से छोटी लाइन्स को बड़ी लाइन में परिवर्तित कर दिया गया है। इनमें मथुरा-वृंदावन के बीच लाइन पर 100 करोड़, लखनऊ-पीलीभीत वाया सीतापुर, लखीमपुर पर 100 करोड़, बहराइच-मैलानी बाइपास पर 50 करोड़, इंदारा-दोहरीघाट 35 करोड़, पीलीभीत-शाहजहांपुर 3 करोड़ और कानपुर-कासगंज-मथुरा की लाइन पर 50 लाख रुपए का खर्च किया जाएगा।

यूपी की कनेक्टिविटी में हुआ है बड़ा बदलाव

प्रदेश ने बीते कुछ समय में तेजी से कनेक्टिविटी के क्षेत्र में बड़ा काम किया है। 2017 के पहले प्रदेश में 2 एयरपोर्ट थे, आज 9 एयरपोर्ट क्रियाशील हो चुके हैं और 10 पर काम जारी है। वहीं बेहतर कनेक्टिविटी के लिए पूर्वी यूपी में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे है तो बुंदेलखंड में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे है। पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे बन रहा है।

राष्ट्रीय राजधानी से यूपी को जोड़ने के लिए यमुना और आगरा एक्सप्रेसवे है। यूपी की सीमा से जुड़े राज्यों और नेपाल से 4 लेन रोड की कनेक्टिविटी है तो प्रदेश के सारे जिले लखनऊ से 4 लेन सड़क से जुड़े हुए हैं। 5 शहरों में मेट्रो है तो हाल ही में रैपिड रेल का ट्रायल भी हुआ है। यूपी में लैंडलॉक प्रदेश की समस्या भी खत्म हो गई है। यहां देश का पहला वॉटर-वे वाराणसी से हल्दिया तक शुरू हो चुका है।

*मिलेट्स को मोती बनाएगी योगी सरकार*


लखनऊ।इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर के मद्देनजर खाद्यान्न एवं पोषण के लिए बेहद मुफीद मोटे अनाजों को लोकप्रिय बनाने के लिए पूरी दुनिया शिद्दत से लग चुकी है। खेत से लेकर लैब तक, शोध से लेकर नवाचार तक इसे आम एवं खास लोगों की थाली का हिस्सा बनने का प्रयास हो रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार हालात ऐसे ही रहे तो अगले पांच साल में इसके वैश्विक बाजार में करीब 4.5 फीसद की वृद्धि हो जाएगी।

भारत 2018 में ही मिलेट्स ईयर मना चुका है। भारत के ही प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर घोषित किया है। लिहाजा भारत की भूमिका इसमें सर्वाधिक अहम हो जाती है। भारत का प्रयास भी यही है कि वह इस मामले में अगुआ बनकर उभरे। बजट में अब तक कदन्न माने जाने वाले मोटे अनाजों को श्रीअन्न का दर्जा देकर और इसके लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने जैसी घोषणाएं इसका प्रमाण हैं।

इसी क्रम में योगी सरकार भी मिलेट्स को मोती बनाने में जुट गई है। अगले पांच साल की कार्ययोजना बनकर तैयार है। योजना के अनुसार इस दैरान सरकार मिलेट्स के प्रसंस्करण, पैकिंग सह विपणन के 55 केंद्र खोलेगी। शोध एवं इन्नोवेशन की प्रक्रिया तेज करने के साथ इसकी खेती के लिए इच्छुक किसानों को समय से गुणवत्तापूर्ण बीज मिले, इसके लिए कई स्तरों पर जवाबदेही तय की जाएगी।

खेती के उन्नत तौर-तरीकों के प्रशिक्षण के लिए करीब 137300 किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। मोबाइल आउटलेट, मंडी में अलग से जगह आवंटन, ग्राम्य विकास विभाग की मदद से गावों में इनके आउटलेट्स खोलने की योजना है।

क्यों महत्वपूर्ण है यूपी की भूमिका

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में करीब 70 फीसद लोग खेतीबाड़ी पर निर्भर हैं। इसमें से भी करीब 90 फीसद सीमांत एवं लघु किसान हैं। यह वही वर्ग है, 1960 के पहले जिसके थाली का मुख्य हिस्सा मोटे अनाज ही थे। परंपरागत खेती में लगने वाले इनपुट सामान्यतः इनकी पहुंच के बाहर हैं। ऐसे में यह किसी तरह से अपने छोटे-मोटे जोत पर खेती करते हैं। इससे इनका बमुश्किल गुजारा हो पाता है। कम पानी, खाद और किसी भी भूमि पर होने वाले मोटे अनाजों की खेती इस वर्ग के लिए सबसे मुफीद होगी।

श्री अन्न में क्या-क्या हैं शामिल और इनसे होने वाले लाभ

ज्वार: यह ग्लूटेन फ्री और प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। डायबिटीज के मरीजों के लिए बढ़िया भोजन है।

बाजरा: इसमें विटामिन बी6, फॉलिक एसिड मौजूद है। ये खून की कमी को दूर करता है।

रागी या मड़ुआ: यह नेचुरल कैल्शियम का स्रोत है। बढ़ते बच्चे और बुजुर्गों की हड्डी मजबूत करने में मदद करता है

सांवा या सामा: फाइबर और आयरन से भरपूर है। एसिडिटी, कब्जियत और खून की कमी को दूर करता है।

कंगनी: ये डिटॉक्सिफिकेशन में मदद करता है। बीपी और बैड कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है।

कोदो: यह भी फाइबर से भरपूर है। घेंघा रोग, रुसी की समस्या से संबंधित बीमारी और बवासीर में फायदेमंद है।

कुटकी: ये एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है और हृदय को स्वस्थ रखता है।

कुट्टू: यह अस्थमा के रोगियों के लिए फायदेमंद है। इसमें मौजूद अमीनो एसिड बाल झड़ने से रोकता है।

*जीआरपी थाना चारबाग पुलिस टीम को मिला एक लावारिस सूटकेस, मालिक को सौंपा*


लखनऊ। जीआरपी थाना चारबाग पुलिस टीम ने मंगलवार को लावारिस सूटकेस बरामद किया मारपीट में पुलिस टीम ने सूटकेस मालिक को बुलाकर उसके सुपुर्द कर दिया। सूटकेस पाकर मालिक ने जीआरपी पुलिस की घूरपुर प्रशंसा की और धन्यवाद दिया।

बरामद सूटकेस में करीब डेढ़ लाख रुपए के जेवरात और नकदी थी । जीआरपी पुलिस को एक व्यक्ति ने सूचना दी थी कि नौचन्दी एक्स. में लावारिस सूटकेस है । उसी आधार पर प्रभारी निरीक्षक ने लिया।

मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने लावारिस सूटकेस को अपने हाथ ले गई इसके बाद उसके वारिस को फोन कर बुलाया गया फिर उसे उसके हवाले कर दिया।

आगन्तुक रमाकान्त यादव पुत्र श्रीनाथ यादव निवासी शिवरतन सिंह का पुरा (बिजलीपुर ) थाना नवाबगंज जिला प्रयागराज थाना आये और घटना के बारे मे बताया कि मेरी पत्नी नौचंदी एक्स से यात्रा कर रही थी और लालगोपालगंज मे लाल रंग का सूटकेस जिसमें एक जोडी चांदी की पायजेब, एक जोडी कान के झुमके, एक अदद मंगलसूत्र, एक अदद सफेद चैन, 28100 रूपये नगद व कपडे़ आदि थे, जो छूट गया था।