अटल जन्म शताब्दी पर आयोजित हुआ अटल स्मृति सम्मेलन 

अटल जी के विचारों को आत्मसात करने का किया गया आह्वान।                  
                                                      बलरामपुर। भारत रत्न,पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर बलरामपुर सदर विधायक पलटूराम के कैंप कार्यालय में रविवार को अटल स्मृति सम्मेलन का भव्य एवं गरिमामय आयोजन किया गया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि लोकसभा के पूर्व संयोजक शंकर दयाल पांडेय रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ पं.दीनदयाल उपाध्याय,डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं अटल बिहारी वाजपेयी के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।
मुख्य अतिथि शंकर दयाल पांडेय ने अपने संबोधन में कहा कि बलरामपुर अटल जी की कर्मभूमि रही है,जहां की जनता ने उन्हें पहली बार लोकसभा भेजकर देश की राजनीति को नई दिशा दी।

उन्होंने कहा कि पोखरण परमाणु परीक्षण,सुशासन,राष्ट्रहित और लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त करने जैसे ऐतिहासिक निर्णय अटल जी की दूरदर्शिता और दृढ़ इच्छाशक्ति के प्रतीक हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से मतदाता पुनरीक्षण अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।

सदर विधायक पलटूराम ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अटल जी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं और जनसेवा की प्रेरणा देते हैं। उन्होंने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण अभियान के अंतर्गत मृत मतदाताओं के नाम सूची से हटाने तथा पात्र नागरिकों के छूटे नाम नई सूची में जोड़ने का कार्य पूरी गंभीरता और ईमानदारी से किया जाना चाहिए,ताकि लोकतंत्र और अधिक सशक्त हो सके।

भाजपा जिला अध्यक्ष रवि कुमार मिश्रा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के ऐसे आदर्श स्तंभ थे,जिनके विचार आज भी राष्ट्र निर्माण की दिशा दिखाते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अटल जी के आदर्शों को आत्मसात कर संगठन और समाज के हित में कार्य करने का आह्वान किया।

कार्यक्रम का संचालन अवशेष तिवारी ‘तरुण’ ने किया। सम्मेलन में भाजपा जिला उपाध्यक्ष बृजेंद्र तिवारी,श्रीचंद्र शुक्ला,आध्या सिंह पिकीं,डॉ.राकेश चंद्रा,डीपी सिंह बैस,पवन शुक्ला,आनंद बाबा,संदीप उपाध्याय, भाजपा नगर अध्यक्ष आनंद राज,जयंत सिंह,महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष ललिता तिवारी,वंदना पासवान,महामंत्री बिंदु विश्वकर्मा,सरिता शुक्ला,सुनीता मिश्रा सहित नगर व मंडल के पदाधिकारी,सभासद एवं बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


सम्मेलन के अंत में उपस्थित जनसमूह ने अटल बिहारी वाजपेयी के आदर्शों पर चलने तथा राष्ट्रसेवा के संकल्प को दोहराया।
विश्व हिंदू महासंघ ने तुलसीपुर में विशाल जन आक्रोश रैली  निकाली

बलरामपुर 26 दिसंबर बांग्लादेश में हुए नरसंहार के विरोध में विश्व हिंदू महासंघ बलरामपुर द्वारा विशाल जन आक्रोश रैली निकाला गया ।
उक्त रैली देवीपाटन धाम से मिल चुंगी नाका होते हुए नई बाजार पुरानी बाजार हनुमानगढ़ी मंदिर होते हुए कलश चौराहा पहुंचकर राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी तुलसीपुर को सौंपा , इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह जिला प्रभारी योगेंद्र बहादुर सिंह जिला अध्यक्ष चौ, विजय सिंह वरिष्ठ उपाध्यक्ष जीवनलाल उपाध्यक्ष मिथिलेश गिरी मीडिया प्रभारी जय सिंह धर्माचार्य प्रकोष्ठ मातेश्वरीप्रसाद त्रिपाठी जिला अध्यक्ष सुनीता तिवारी जिला प्रभारी अर्चना सिंह तहसील अध्यक्ष विक्की गुप्ता जिला मंत्री राधेश्याम कौशल संगठन मंत्री सुग्रीव कश्यप सहित सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ ज्ञापन सौपा  गया।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष श्री सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बांग्लादेश में हुए हिंदुओं के नरसंहार तथा दीपू चंद्र दास को जिंदा जलाए जाने व निर्मम हत्या को मानवता को संसार करने वाला बताया उन्होंने कहा इस कृति का विश्व हिंदू महासंघ परिवार विरोध व कड़ी निंदा करता है अंत में जिला अध्यक्ष चौधरी विजय सिंह ने कार्यक्रम में आए हुए सभी लोगों का धन्यवाद किया।

ठिठुरती ठंड में उज्जवला सेवा संस्थान ने 109 नन्हे-मुन्ने बच्चों को पहनाए स्वेटर,खिल उठे चेहरे
                  
बलरामपुर।कड़ाके की ठंड के बीच उज्जवला सेवा संस्थान द्वारा बलरामपुर जिले के पचपेड़वा विकासखंड अंतर्गत ग्राम जुड़ी कुइयां में सराहनीय सामाजिक पहल की गई। संस्थान के सहयोग से यहां के 109 नन्हे-मुन्ने बच्चों को स्वेटर वितरित कर ठंड से राहत प्रदान की गई। स्वेटर पाकर बच्चों के चेहरों पर मुस्कान साफ झलकती नजर आई।
इस सेवा कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष आरती तिवारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन एवं व्यवस्थापन संस्था की प्रबंधक मंजू तिवारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्याम मनोहर तिवारी,रामशरण गुप्ता,आद्या सिंह पिकीं,ललिता तिवारी,लता पांडे तथा रिंकू मिश्रा भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि समाज के गरीब व असहाय वर्ग के बच्चों की सहायता करना ही सच्ची सेवा है। ठंड के मौसम में बच्चों को गर्म कपड़े उपलब्ध कराना मानवीय कर्तव्य है और ऐसे प्रयास लगातार जारी रहने चाहिए।
स्वेटर वितरण कार्यक्रम में गरीब व असहाय बच्चों के साथ उनके अभिभावक भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। अभिभावकों ने उज्जवला सेवा संस्थान एवं अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए इस पहल को बच्चों के भविष्य के लिए प्रेरणादायक बताया।
अटल जी की 101वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई, रामशंकर भारती इंटर कॉलेज,मथुरा बाजार में हुआ भव्य आयोजन।  
    
                    
बलरामपुर।  देश के सर्वमान्य नेता,भारतरत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती मथुरा बाजार स्थित रामशंकर भारती इंटर कॉलेज में श्रद्धा, उत्साह और गरिमा के साथ मनाई गई। कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय प्रबंधन के मार्गदर्शन में शिव प्रसाद द्विवेदी के नेतृत्व में किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत अटल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अटल जी के जीवन,विचारों एवं राष्ट्रनिर्माण में उनके योगदान पर आधारित प्रेरक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए,जिन्हें देख उपस्थित जनसमूह भावविभोर हो उठा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद एवं जिला पंचायत अध्यक्ष दद्दन मिश्र ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन राष्ट्रसेवा,सुचिता और दूरदर्शी नेतृत्व का प्रतीक था। उन्होंने अटल जी द्वारा लिए गए ऐतिहासिक निर्णयों और देश को सशक्त बनाने में उनकी भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि पूर्व राज्य मंत्री एवं सदर विधायक पल्टूराम ने अपने संबोधन में कहा,“अटल बिहारी वाजपेयी केवल एक राजनेता नहीं,बल्कि विचारों के युगपुरुष थे। उन्होंने राजनीति में संवाद,शालीनता और समरसता की जो परंपरा स्थापित की, वह आज भी हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। पोखरण परमाणु परीक्षण से लेकर सड़क,संचार और आधारभूत ढांचे के विकास तक अटल जी के निर्णयों ने भारत को वैश्विक मंच पर एक मजबूत पहचान दिलाई।”
उन्होंने युवाओं से अटल जी के आदर्शों को अपनाकर राष्ट्रसेवा के मार्ग पर आगे बढ़ने का आह्वान किया।
अटल जी के परिवार से जुड़ीं अंजली मिश्र ने उनके व्यक्तित्व और विचारधारा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अटल जी का संपूर्ण जीवन सादगी,संवेदनशीलता और राष्ट्रभक्ति का अनुपम उदाहरण था।
वहीं अटल जी के साथ कार्य कर चुके परिवार से जन्मेजय सिंह ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि अटल जी की कार्यशैली में मानवीय दृष्टिकोण और सबको साथ लेकर चलने की भावना सदैव झलकती थी।
कार्यक्रम में आयोजक एवं चेयरमैन डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू ने कहा कि अटल जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है और उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
तुलसीपुर विधायक कैलाशनाथ शुक्ल ने कहा कि अटल जी ने राजनीति को सत्ता नहीं, बल्कि सेवा और राष्ट्रनिर्माण का माध्यम बनाया।
भाजपा जिलाध्यक्ष रवि कुमार मिश्र ने अपने वक्तव्य में कहा,“अटल बिहारी वाजपेयी जी ने अंत्योदय,राष्ट्रवाद और लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त आधार प्रदान किया। उनका जीवन प्रत्येक कार्यकर्ता के लिए मार्गदर्शक है। हमें उनके विचारों को जन-जन तक पहुँचाकर मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देना चाहिए।”
इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश सिंह ‘गुड्डू’,डीपी सिंह बैस,श्याम मनोहर तिवारी,शेरावाली शुक्ला,शिव प्रसाद यादव सहित अनेक जनप्रतिनिधि,शिक्षाविद् एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों एवं उपस्थित जनसमूह ने अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए तथा उनके आदर्शों को अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लिया।
बांग्लादेश में हुए  घटना के विरोध में विशाल जन आक्रोश रैली  26 दिसंबर को
बलरामपुर 24 दिसंबर विश्व हिंदू महासंघ बलरामपुर द्वारा जिला अध्यक्ष चौधरी विजय सिंह के नेतृत्व में बांग्लादेश में हुए हृदय विदारक घटना के विरोध में जन आक्रोश रैली 26 दिसंबर को तुलसीपुर के देवीपाटन  से मिल चुंगी नाका पुरानी बाजार नई बाजार होते हुए बलरामपुर कलश चौराहे पर समापन किया जाएगा जिसका ज्ञापन  राष्ट्रपति , भारत सरकार तथा प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन एस डी एम तुलसीपुरको सौपा जाएगा जिसमें विश्व हिंदू महासंघ बलरामपुर के समस्त पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता व आम जनमानस की सहभागिता रहेगी।
भारत के शौर्य प्रतीको में शामिल होगी तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी की वीर गाथा

*राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल, लखनऊ में लिखा गया रानी ईश्वरी देवी का इतिहास,*

*25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे प्रेरणा स्थल का उद्घाटन,*

*मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर रानी ईश्वरी देवी पर शुरू कराएगा शोध कार्यक्रम,*

*बलरामपुर* । 1857 के स्वाधीनता संग्राम की गुमनाम वीरांगना तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी को नई पहचान मिलेगी। भारत के शौर्य प्रति में तुलसीपुर की महारानी ईश्वरी देवी की गाथा राष्ट्रीय प्रेरणास्थल लखनऊ में लगाई गई है जिसका उद्घाटन 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा। तुलसीपुर की रानी लक्ष्मीबाई के रूप में विख्यात रानी ईश्वरी देवी को नई पहचान मिलने से क्षेत्र के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। *कौन है रानी ईश्वरी देवी* तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी ने प्रथम स्वाधीनता संग्राम 1857 की क्रांति में प्रमुखता से भाग लिया और अंग्रेजी हुकूमत को कड़ी चुनौती पेश की थी। इतिहासकारों का मानना है की तुलसीपुर की रानी ईश्वरी देवी (रानी राजेश्वरी देवी) अवध मुक्ति संग्राम की एक गुमनाम वीरांगना बनकर रह गई जबकि उनका जीवन और संघर्ष अन्य क्रांतिकारियों के समान साहसपूर्ण रहा है। तुलसीपुर उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से 30 किलोमीटर दूर स्थित है। तत्कालीन तुलसीपुर रियासत भारत और नेपाल क्षेत्र में फैला हुआ था। और इसका क्षेत्र नेपाल के दांग (देवघर) जिले तक विस्तृत था। उस समय दांग (देवघर) भारतीय क्षेत्र का भू-भाग था। 1857 की क्रांति में अनुचित लगान वसूली को लेकर तुलसीपुर राज की जनता रानी के साथ विद्रोह पर उतर आई। विद्रोह होते ही अंग्रेजों ने रानी ईश्वरी देवी के पति राजा दृगनारायण सिंह को पकड़ लिया और उन्हें लखनऊ स्थित बेली गारद में कैद कर दिया। स्वाधीनता की क्रांति भड़कने पर राजा दृग नारायण सिंह की हत्या कर दी गई। राजा की मौत की खबर मिलते ही तुलसीपुर राज्य में अंग्रेजों के खिलाफ विरोध के स्वर तेज होने लगे इसके बाद रानी ईश्वरी देवी ने क्रांतिकारियों का साथ दिया और अंग्रेजी शासन का खुला विरोध शुरू कर दिया। बगावती तेवर अपना चुकी रानी ईश्वरी देवी ने अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और अपने ढाई वर्ष के मासूम बच्चे को पीठ पर बांधकर खूब लड़ी। धीरे-धीरे लड़ाई में रानी की सेना कम होती गई। अंग्रेजों की पकड़ से दूर रहने के लिए रानी अन्य क्रांतिकारियों के साथ सोनार पर्वत के दर्रे से होते हुए दांग नेपाल चली गई। 1857 की क्रांति भड़कने और अंग्रेजों के अत्याचार से बचने के लिए कई क्रांतिकारियों को रानी ईश्वरी देवी ने शरण दी। बेगम हजरत महल,राजा देवी बख्श सिंह,नाना साहब व बाला राव भी ईश्वरी देवी के साथ मिल गए थे। रानी ने कभी अंग्रेजों से याचना नहीं की। महलों में रहने वाली रानी ईश्वरी देवी जंगलों में रहने लगी थी। झांसी की रानी और महाराणा प्रताप जैसे योद्धाओं की तरह रानी ईश्वरी देवी भी जमीन पर सोई और जंगल को अपना घर बनाया। रानी ने कभी अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके। रानी के नेपाल चले जाने के बाद अंग्रेजों ने तुलसीपुर के महल को ध्वस्त कर दिया। तुलसीपुर राज परिवार से जुड़ी स्मृतियां तो अब नहीं बची है लेकिन शिव मंदिर व जोडग्गा पोखरा आज भी रानी ईश्वरी देवी के वीरता और साहस की कहानी कह रहे हैं। जंगल में छिपकर अपने राज को बचाने के लिए रानी ने घोड़े पर सवार होकर और अपने बच्चे को पीठ पर बांधकर अंग्रेजों से इस तरह लड़ी जैसे झांसी की रानी लक्ष्मीबाई लड़ी थी। इसीलिए रानी ईश्वरी देवी को तुलसीपुर की झांसी की रानी के रूप में भी जानते हैं। *माँ पाटेश्वरी विश्वविद्यालय,बलरामपुर के कुलपति प्रो.रविशंकर सिंह ने रानी ईश्वरी देवी के गौरवशाली इतिहास को राष्ट्र के प्रतीक के रूप में शामिल किए जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि यह तुलसीपुर ही नहीं बल्कि संपूर्ण देवी पाटन मंडल के लिए गौरव का पल है। मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय स्वाधीनता संग्राम की इस महान वीरांगना की वीर गाथा और साहस को इतिहास के रूप में संजोने के लिए कटिबद्ध है और इस विषय पर विश्वविद्यालय शोध कार्यक्रम भी प्रारंभ करेगा। कुलपति ने यह भी कहा कि रानी ईश्वरी देवी की वीरता और शौर्य को प्रदर्शित करने के लिए तुलसीपुर में उनकी प्रतिमा लगाया जाना समीचीन होगा।* बलरामपुर फर्स्ट के संयोजक और मां पाटेश्वरी विश्वविद्यालय की वित्त समिति के सदस्य सर्वेश सिंह ने रानी ईश्वरी देवी के वीरता और शौर्य को नए सिरे से पहचान मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की है और यह विश्वास व्यक्त किया है कि हमें अपनी गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए रानी ईश्वरी देवी की वीरता, साहस और शौर्य को वर्तमान पीढ़ी से परिचित कराना अति आवश्यक है। तुलसीपुर में रानी ईश्वरी देवी की प्रतिमा स्थापित कराने के लिए प्रबुद्ध नागरिक समाज को आगे आने का आह्वान भी किया।
नगर पालिका बलरामपुर में नामांतरण शुल्क में भारी छूट,जनता को बड़ी राहत अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देश पर लिया गया जनहितकारी निर्

बलरामपुर।आदर्श नगर पालिका परिषद बलरामपुर में आम नागरिकों को बड़ी राहत देते हुए नामांतरण शुल्क में भारी कटौती की गई है। नगर पालिका अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू ने जनहित को सर्वोपरि रखते हुए नामांतरण शुल्क में व्यापक छूट प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। इस निर्णय से नगर पालिका क्षेत्र के हजारों संपत्ति धारकों को सीधा लाभ मिलेगा। नगर पालिका अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू ने कहा कि नामांतरण की प्रक्रिया आमजन के लिए सरल,सुलभ और किफायती होनी चाहिए। इसी उद्देश्य से शुल्क में युक्तिसंगत कमी की गई है,ताकि नागरिक बिना किसी आर्थिक बोझ के समय पर नामांतरण करा सकें। पूर्व में लागू नामांतरण शुल्क (मूल्य के आधार पर):0 से 10 लाख तक ₹2100,10 लाख से 25 लाख तक ₹2600,25 लाख से 50 लाख तक ₹4100,50 लाख से 1 करोड़ तक ₹10,600 1 करोड़ से अधिक ₹30,600 वर्तमान में लागू संशोधित नामांतरण शुल्क (मूल्य के आधार पर):0 से 5 लाख तक ₹1000,5 लाख से 10 लाख तक ₹2000,10 लाख से 15 लाख तक ₹3000,15 लाख से 50 लाख तक ₹5000,50 लाख से अधिक ₹10,000 क्षेत्रफल (वर्ग मीटर) के आधार पर नामांतरण शुल्क:1000 वर्ग मीटर तक ₹500,1001 से 2000 वर्ग मीटर ₹1000,2001 से 3000 वर्ग मीटर ₹1500,3000 वर्ग मीटर से अधिक ₹2500 नगर पालिका प्रशासन के अनुसार,यह नई व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है। इससे नामांतरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी और नागरिकों को अनावश्यक परेशानियों से राहत मिलेगी। नगर पालिका अध्यक्ष डॉ.धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू ने नगरवासियों से अपील की है कि वे इस छूट का लाभ उठाते हुए अपने संपत्ति संबंधी नामांतरण कार्य समय से पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद भविष्य में भी जनहित में इसी प्रकार के निर्णय लेती रहेगी।
धरमपुर प्रीमियम लीग में चेयरमैन डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू ने खिलाड़ियों का बढ़ाया उत्साह
बलरामपुर। अनन्य गौरव मिश्र के तत्वावधान में आयोजित धरमपुर प्रीमियम लीग (क्रिकेट टूर्नामेंट) का आयोजन खेल प्रेमियों के लिए उत्साह और रोमांच से भरपूर रहा। टूर्नामेंट में आदर्श नगर पालिका परिषद के चेयरमैन डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने मैदान पर पहुंचकर प्रतिभागी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया तथा रोमांचक मुकाबले का आनंद लिया। चेयरमैन डॉ.धीरू ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनके खेल कौशल की सराहना की और कहा कि ऐसे खेल आयोजन युवाओं में अनुशासन,टीम भावना और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने आयोजक मंडल को सफल आयोजन के लिए बधाई देते हुए भविष्य में भी इस तरह के खेल आयोजनों को निरंतर आयोजित करने की अपील की। मैच के दौरान खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित किया। मैदान में खेल भावना और जोश देखते ही बनता था। उपस्थित जनमानस ने भी तालियों और उत्साहवर्धन से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया। इस अवसर पर मनोज चौरसिया (सभासद),मनोज यादव (सभासद प्रतिनिधि),अमन मिश्रा,अजय मिश्र,पंकज जायसवाल,संजय शुक्ला,शिवम मिश्रा,शुभेंद्र मिश्र सहित अनेक खिलाड़ी एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे। सभी ने आयोजन की प्रशंसा करते हुए इसे क्षेत्र में खेल संस्कृति को सुदृढ़ करने की दिशा में एक सराहनीय पहल बताया।
बलरामपुर में वृहद रक्तदान शिविर का भव्य आयोजन हुआ
जिलाधिकारी डॉ विपिन कुमार जैन द्वारा स्वयं रक्तदान के साथ शिविर का शुभारंभ किया गया

36 रजिस्ट्रेशन के सापेक्ष 31यूनिट रक्त संग्रह हुआ

बलरामपुर।6 बार गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ड रिकॉर्ड प्राप्त कर चुकी सामाजिक संस्था नेशनल इंटीग्रेटेड फोरम ऑफ़ आर्टिस्ट्स एन्ड एक्टिविस्ट्स (निफा) एवं अग्रवाल सभा बलरामपुर के संयुक्त तत्वावधान में एक वृहद स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में  रक्तदानियों ने बढ़ चढ़ कर प्रतिभाग किया। सामाजिक संस्था निफा द्वारा रक्तदान - महादान अभियान के अंतर्गत इस रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिससे जरूरतमंदों और गंभीर रोग से पीड़ित मरीजों को समय पर आसानी से रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।

जिलाधिकारी डॉ विपिन कुमार जैन ने स्वयं रक्तदान कर शिविर का शुभारंभ किया। उनके द्वारा स्वयं रक्तदान करना इसके महत्व एवं उपयोगिता को सार्थकता प्रदान करना है। उनके द्वारा आम जनमानस से नियमित रक्तदान की अपील भी की गई। शिविर के मुख्य आयोजक जनपद के चर्चित ब्लडमैन आलोक अग्रवाल ने अपना 37वॉं रक्तदान किया। अन्य रक्तदानियों में वैभव त्रिपाठी ने 43वॉं, डॉ तुलसीश दूबे ने 23वॉं, आशीष अग्रवाल ने 19वॉं, अनुज अग्रवाल ने 20वॉं रक्तदान किया। अन्य रक्तदान करने वालों में नारीशक्ति से गौरी अग्रवाल, सुनीति सिंह, सरोज मिश्रा, वंदना अग्रवाल, तृप्ति अग्रवाल सहित अक्षय शुक्ला, सुबोध मिश्रा, अक्षय शुक्ला, विनोद चौहान, राहुल अग्रवाल आदि ने भी रक्तदान किया। सभी रक्तदानियों को निफा की तरफ से विशेष प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।

निफा के उत्तर प्रदेश स्टेट कॉर्डिनेटर ब्लडमैन आलोक अग्रवाल ने  बताया कि निफा द्वारा समय समय पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता रहता है। इसी क्रम में इस वर्ष के तृतीय रक्तदान शिविर का आयोजन आज किया गया है। निफा बलरामपुर के जिला कोआर्डिनेटर संदीप उपाध्याय ने कहा कि रक्तदान के संबध में अभी भी बहुत सारी भ्रांतियां व्याप्त हैं, इन्हें दूर करने के लिए समाज के प्रबुद्ध वर्ग को आगे आने की जरूरत है। निफा के जिला अध्यक्ष वैभव त्रिपाठी ने अपना 43वाँ रक्तदान करने के बाद कहा कि इससे किसी भी प्रकार की कमजोरी नहीं होती है बल्कि हम ज्यादा स्वस्थ रहते हैं।

निफा के जिला सचिव अविनाश पांडेय ने बताया कि जरूरत पड़ने पर हम सभी रक्त की उपलब्धता को सुनिश्चित करने और दिलवाने का सम्मिलित प्रयास करते हैं।

ब्लड बैंक की टीम से डॉ आकांक्षा शुक्ला, एल. टी. अशोक पांडेय, अंजली सिंह, सोनम तिवारी, अभिषेक सिंह, अजीत श्रीवास्तव, सुन्दर, काउंसलर हिमांशु तिवारी सहित अग्रवाल सभा के सचिव विनोद कुमार बंसल का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ।
भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरा अलाउद्दीनपुर का राशन कोटा मामला


बलरामपुर।ग्राम सभा अलाउद्दीनपुर में कोटेदार रामपता के निधन (29 मई 2024) के बाद राशन कोटे के आवंटन को लेकर गंभीर अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए हैं। मृतक कोटेदार की तेरहवीं के उपरांत उनके पुत्र राहुल ने नियमानुसार मृतक आश्रित के रूप में कोटे के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था,लेकिन स्थानीय स्तर पर कथित मिलीभगत के चलते उसे न्याय नहीं मिल सका।

आरोप है कि ग्राम प्रधान अहमद एवं सप्लाई इंस्पेक्टर मनमंत लाल गुप्ता ने तथ्यों को गुमराह कर प्रधान के भतीजे अकमल के पक्ष में कोटे का प्रस्ताव पारित करा दिया। इस संबंध में विधायक राम प्रताप वर्मा के अनुरोध पर तत्कालीन जिलाधिकारी पवन अग्रवाल द्वारा मामले की जांच अपर जिलाधिकारी प्रदीप कुमार से कराई गई।

जांच में एडीएम द्वारा प्रधान,बीडीओ तथा सप्लाई इंस्पेक्टर पर एफआईआर कराने की संस्तुति की बात सामने आई। साथ ही स्पष्ट आदेश हुआ कि मृतक आश्रित को कोटा आवंटित किया जाए। जांच के दौरान परिवारजनों के बयान दर्ज किए गए,सभी आवश्यक कागजात संकलित किए गए। लेखपाल द्वारा पोर्टल पर जांच में यह भी पाया गया कि राहुल कोटेदार सूची में पात्र (सो/शो कर रहा था) के रूप में दर्ज है।
इसके बावजूद आरोप है कि सप्लाई इंस्पेक्टर मनमंत लाल गुप्ता ने ग्राम प्रधान अहमद से कथित तौर पर बड़ी धनराशि लेकर मामले को जानबूझकर लंबित कर रखा है और रोज़ नए-नए बहाने बनाकर फाइल आगे नहीं बढ़ा रहे हैं। इससे मृतक आश्रित राहुल को लगातार मानसिक व आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पीड़ित पक्ष ने प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेते हुए दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई,लंबित प्रक्रिया का शीघ्र निस्तारण तथा मृतक आश्रित राहुल को नियमानुसार राशन कोटे का आवंटन सुनिश्चित कराने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो यह मामला प्रशासनिक पारदर्शिता पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा करेगा।
— प्रशासन से निष्पक्ष जांच व शीघ्र निर्णय की अपेक्षा