डीएफसीसीआईएल प्रबन्ध निदेशक ने डीडीयू में माघ मेला तैयारियो से पूर्व महत्वपूर्ण खण्डो का किया निरीक्षण
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संजय द्विवेदी, प्रयागराज।आगामी माघ मेला के लिए रेल परिचालन को मजबूत करने के सक्रिय कदम में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड(डीएफसीसी आईएल)के प्रबन्ध निदेशक प्रवीण कुमार ने पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी)पर न्यू मनौरी –न्यू दुर्गावती खण्ड का व्यापक विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया।रेल कार द्वारा यात्रा करते हुए डीएफसीसी आईएल के कॉर्पोरेट कार्यालय प्रयागराज और डीडीयू इकाइयो के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस यात्रा ने मौसमी घने कोहरे और मेला के दौरान भारी यात्री आवक के बीच तैयारियों पर जोर दिया।
माघ मेला भारत के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनो में से एक है जो लाखो भक्तो को आकर्षित करता है और स्थानीय परिवहन नेटवर्क विशेष रूप से रेलवे पर दबाव डालता है।एमडी कुमार ने फ्रेट दक्षता को यात्री आवश्यकताओ के साथ संतुलित करने के लिए कड़े प्रोटोकॉल पर जोर दिया जो रेलवे बोर्ड के निर्देशो के अनुरूप है।प्रयागराज डीडीयू के मुख्य महाप्रबन्धको और ईडीएफसी के एजीएम ओपी& बीडी के साथ चर्चाओ में ट्रेन परिचालन रखरखाव और कम दृश्यता स्थितियो में सुरक्षा पर ध्यान केन्द्रित किया गया।टीम ने पुलो चल रही रखरखाव प्रक्रियाओ और संभावित कमजोरियो का मंत्रणालय किया।वर्तमान मानको की सराहना करते हुए एमडी ने कोहरे से सम्बंधित जोखिमों को कम करने के लिए बढ़ी हुई सतर्कता बेहतर स्टेशन संचार और स्टाफ की सजगता पर जोर दिया।
उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर)अधिकारियो जिसमें डीआरएम प्रयागराज शामिल है के साथ समन्वय बैठक में मेला के दौरान सहज समर्थन सुनिश्चित किया गया।एमडी ने फ्रेट ट्रेन परिचालनो को बढ़ाने की रणनीतियो पर चर्चा की और सुरक्षा बढ़ाने के लिए कवच स्थापनो की संभावनाओं का पता लगाया। कवच एजेसी के साथ प्रगति विश्लेषण के लिए बैठक भी आयोजित की गई।डीएफसी सीआईएल विश्वसनीय और अनुकूलनीय सेवाओ के प्रति प्रतिबद्ध रहता है।
प्रबन्ध निदेशक प्रवीण कुमार के साथ प्रमुख अधिकारी शामिल रहे:सन्देश श्रीवास्तव(ईडी/प्रोजेक्ट्स)ए.एस.तोमर (जीजीएम.एस&टी)अखिलेश श्रीवास्तव (जीएम/इलेक्ट्रिकल) ए.बी.सरन (सीजीएमप्रयागराज)अतुल कुमार (सीजीएम डीडीयू) आशीष मिश्रा(जीएम सिक्योरिटी)शशिकान्त द्विवेदी(जीएम इलेक्ट्रिकल)मन्नू प्रकाश दुबे(एजीएम/ओपी&बीडी/ईडीएफसी)तथा इंजीनियरिंग मैकेनिकल इलेक्ट्रिकल और एस&टी विभागो के वरिष्ठ प्रतिनिधि।एमडी कुमार के नेतृत्व में तेज हो रही तैयारियो और एनसीआर सहयोग से डीएफसीसीआईएल माघ मेला के दौरान सुरक्षित कुशल रेल सेवाएं प्रदान करने को तैयार है।













संजय द्विवेदी प्रयागराज।माइम एक सशक्त कला विधा है जो बिना शब्दो के भाव संवेदना और सामाजिक यथार्थ को अभिव्यक्त करने की अद्भुत क्षमता रखती है।शरीर की भंगिमाओ चेहरे के भावो और मौन संवाद के माध्यम से माइम कलाकार दर्शको के हृदय तक सीधे पहुँचते है।इसी मौन की भाषा ने 27 तारीख को प्रयागराज में आयोजित माइम प्रदर्शन को अत्यन्त प्रभावशाली और स्मरणीय बना दिया।यह कार्यक्रम सांस्कृतिक संस्था अभिनव के 47 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर उसके संस्थापक स्व. प्रकाश नारायण की स्मृति को समर्पित था।आयोजन के माध्यम से संस्था ने अपने संस्थापक द्वारा स्थापित कला संस्कृति और सामाजिक चेतना के मूल्यो को जीवंत रूप में मंच पर प्रस्तुत किया जो अभिनव की चार दशको से अधिक की सांस्कृतिक यात्रा और उसकी सामाजिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।असम से पधारे अंतरराष्ट्रीय माइम दिग्गज मोईनुल हक एवं उनके सहयोगी कंगकन तालुकदार के नेतृत्व में अभिनव(सांस्कृतिक संगठन) प्रयागराज द्वारा स्थानीय उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के प्रांगण में यह आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायमूर्ति राहुल चतुर्वेदी (अवकाशप्राप्त)उच्च न्यायालय इलाहाबाद ने की। मुख्य अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति सिद्धार्थ न्यायमूर्ति राजीव मिश्र एवं न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेन्द्र की गरिमामयी उपस्थिति रही।कार्यक्रम में अभिनव संस्था के पंद्रह नवयुवाओ ने सहभागिता की।प्रथम प्रस्तुति‘नारी सशक्तिकरण’विषय पर आधारित थी.जिसमें एक संघर्षशील नारी के जीवन उसके आत्मबल और संघर्ष को प्रभावशाली ढंग से मंच पर उकेरा गया।सरगम लता ने उस माँ की भूमिका निभाई जिसने कठिन परिस्थितियों के बावजूद अपनी बेटी को उच्च अधिकारी बनने तक पहुँचाया।आदित्य सिंह ने लापरवाह शराबी तथा सर्वेश प्रजापति ने अय्याश अमीर की भूमिका में अपने सशक्त अभिनय से दर्शको को प्रभावित किया।दूसरी प्रस्तुति ‘यूज़ मी’के माध्यम से स्वच्छता एवं सामाजिक उत्तरदायित्व का सशक्त संदेश दिया गया।नेत्रहीन व्यक्ति की भूमिका में अभिषेक कुमार सिंह का अभिनय विशेष रूप से सराहनीय रहा जिसे दर्शको ने करतल ध्वनि से उत्साहवर्धन किया।इसके अतिरिक्त सेल्फी के अति प्रयोग से उत्पन्न सामाजिक विकृतियो को भी प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया।इन प्रस्तुतियो में भाग लेने वाले कलाकार राहुल यादव समृद्धि गौर ऋचा शुक्ला सारिका केसरवानी संस्कृति केसरवानी निष्ठा केसरवानी गुंजन शर्मा शुभिक्षा तिवारी सहित अन्य कलाकारो ने अपने सजीव अभिनय से दर्शको को हँसाया सोचने पर विवश किया और सामाजिक चेतना की नई सीख भी दी।कार्यक्रम के समापन अवसर पर माइम महागुरु मोईनुल हक की एकल प्रस्तुतियो ने पूरे वातावरण को जीवंत और ऊर्जावान बना दिया।Childhood of Moinul. Balloonwala Moinul.I Love You Moinul Moinul in Buffet तथा Boxing Champion Moinul जैसे पांच सशक्त आइटम्स के माध्यम से उन्होंने हास्य संवेदना और सामाजिक व्यंग्य का अनुपम समन्वय प्रस्तुत किया।उनकी प्रत्येक भंगिमा भाव और मौन संवाद में वर्षों की साधना और अनुभव की स्पष्ट झलक दिखाई दी। उनकी प्रस्तुति ने दर्शको को हँसाया भावुक किया और आत्ममंथन के लिए प्रेरित भी किया।अभिनय की समाप्ति पर पूरा प्रेक्षागृह खड़े होकर देर तक तालियो की गड़गड़ाहट से गूँज उठा। यह दृश्य न केवल माइम महागुरु मोईनुल हक के प्रति दर्शको के अपार सम्मान और प्रेम का प्रतीक था बल्कि संस्था अभिनव द्वारा अपने संस्थापक स्व.प्रकाश नारायण की स्मृति में निरन्तर सांस्कृतिक चेतना को जीवित रखने के संकल्प का भी सशक्त प्रमाण बना।
पुलिस आयुक्त प्रयागराज द्वारा ब्रीफिंग के दौरान दिये गये महत्वपूर्ण निर्देश
भारतीय प्रशासन और पुलिस (प्राचीन काल से आधुनिक काल तक)”तथा“कुछ यादे कुछ बातें भी–माई डेज विद पुलिस” का हुआ विमोचन डॉ.पन्ना लाल एवं डॉ.अजय कुमार की पुस्तकों को मिला पाठको का स्नेह।
1 hour and 40 min ago
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