ठंड से बचाव के उपाय शून्य,यात्री कड़ाके की ठंड में ठिठुरने को मजबूर *ट्रेनें लेट,फर्श पर सोते दिखे लोग
गोंडा।जिले में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है इसके बावजूद गोंडा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को ठंड से बचाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी है।ट्रेनों के इंतजार में घंटों तक बैठे यात्री कड़ाके की सर्दी में ठिठुरने को मजबूर हैं।देर रात एक बजे से सुबह तक लोग टिकट काउंटर से लेकर प्लेटफार्म तक यात्री फर्श पर ठिठुरते नजर आ रहे हैं।कुछ लोग सीटों पर बैठे थे तो कई फर्श पर बच्चों के साथ लेटे और बैठे थे।रेलवे स्टेशन पर कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है,जिससे यात्रियों को हाथ सेंकने का मौका भी नहीं मिल रहा है।

सरकार के सख्त निर्देश हैं कि ठंड से बचाव के लिए रैन बसेरे व अलाव की व्यवस्था की जाए परंतु गोंडा रेलवे स्टेशन पर इन निर्देशों का पालन होता नहीं दिख रहा है।यात्री प्लेटफार्म के अंदर और बाहर दोनों जगह ठंड से बचने का प्रयास करते दिखे।कई यात्री ट्रेन के लेट होने के कारण अपने परिवार और बच्चों के साथ प्लेटफार्म पर ही फर्श पर बैठकर खाना खाते भी देखे गये।इस संबंध में गोंडा रेलवे स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी।उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेनें लेट होने के कारण यात्री स्टेशन पर इंतजार कर रहे हैं।

वहीं जिले के आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि ठंड से बचाव को लेकर सभी जगह पर रैन बसेरे बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं।रेलवे के अधिकारियों से आज इस पूरे मामले को लेकर मेरे द्वारा वार्ता की जाएगी।रेलवे स्टेशन के बाहर जहाँ हमारा क्षेत्र है वहां हम लोगों द्वारा अलाव की व्यवस्था की गई है।इसके साथ ही साथ जिला प्रशासन द्वारा जिले के चारों तहसीलों में 9 से अधिक स्थानों पर रैन बसेरा बनाया गया है परन्तु रेलवे स्टेशन पर क्यों नहीं बना है इसकी हमें जानकारी नहीं है।

ड्यूटी के दौरान सीने में उठा दर्द बना मौत की वजह, थाना तरबगंज में तैनात उपनिरीक्षक इंद्रेश यादव को राजकीय सम्मान के साथ दी गई अंतिम विदाई

गोण्डा। थाना तरबगंज में तैनात उपनिरीक्षक इंद्रेश यादव की हृदय गति रुक जाने से हुई असामयिक मृत्यु से पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई। दिनांक 16 दिसंबर 2025 को सुबह लगभग 10 बजे ड्यूटी के दौरान अचानक उनके सीने में तेज दर्द उठा, जिसके बाद उन्हें तत्काल इलाज के लिए सीएचसी तरबगंज ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल गोण्डा रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान उनकी हृदय गति रुक जाने से दुःखद मृत्यु हो गई। उपनिरीक्षक इंद्रेश यादव (पीएनओ- 942530320) की असामयिक मृत्यु की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल के निर्देशन में रिजर्व पुलिस लाइन्स गोण्डा में शोक परेड का आयोजन किया गया। इस दौरान दिवंगत उपनिरीक्षक के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ सलामी दी गई तथा पुष्पचक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। पुलिस अधीक्षक ने दिवंगत उपनिरीक्षक के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी तथा शासन की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। इसके पश्चात पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव भेजा गया। श्रद्धांजलि सभा के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत, अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी राधेश्याम राय, प्रतिसार निरीक्षक रिजर्व पुलिस लाइन अजय प्रताप सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारीगण मौजूद रहे। सभी ने पुष्पचक्र अर्पित कर दिवंगत आत्मा को नमन किया।
‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ में बड़ी सफलता: दहेज हत्या के दोषी को 12 साल की सजा, ₹25 हजार का जुर्माना
गोण्डा। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ के तहत प्रभावी पैरवी एक बार फिर रंग लाई है। दहेज हत्या के एक गंभीर मामले में न्यायालय ने दोषी अभियुक्त को 12 वर्ष का कठोर कारावास तथा 25,000 रुपये के अर्थदण्ड से दंडित किया है। मामला दिनांक 26 अगस्त 2021 का है। वादी लवकुश तिवारी, निवासी ग्राम पथार तिवारी बाजार, थाना तरबगंज, जनपद गोण्डा द्वारा दी गई लिखित तहरीर के आधार पर थाना कर्नलगंज में मु0अ0सं0 310/21 अंतर्गत धारा 498ए, 304बी भादवि एवं 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत तीन नामजद अभियुक्तों— हरीश शुक्ला उर्फ शुभम, गोविन्द नारायन शुक्ला, अखिलेश उर्फ कमलेश के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया था। पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। विवेचना के दौरान साक्ष्य संकलन उपरांत दिनांक 28 अक्टूबर 2021 को आरोप पत्र माननीय न्यायालय में प्रेषित किया गया। अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन के निर्देशन एवं पुलिस महानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र के नेतृत्व में संचालित ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ की मॉनीटरिंग स्वयं पुलिस अधीक्षक गोण्डा द्वारा प्राथमिकता के आधार पर की जा रही थी। दिनांक 16 दिसंबर 2025 को अभियोजक श्री बसंत शुक्ला, थाना कर्नलगंज के पैरोकार का0 अनूप शुक्ला एवं कोर्ट मोहर्रिर का0 उत्तम कुमार द्वारा की गई सशक्त एवं प्रभावी पैरवी के फलस्वरूप माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश गोण्डा दुर्ग नारायण सिंह ने अभियुक्त हरीश शुक्ला उर्फ शुभम को दहेज हत्या का दोषी करार देते हुए 12 वर्ष का कारावास एवं 25,000 रुपये के अर्थदण्ड से दंडित किया। वहीं, अभियुक्त गोविन्द नारायन शुक्ला एवं अखिलेश शुक्ला उर्फ कमलेश के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य न पाए जाने पर न्यायालय द्वारा उन्हें दोषमुक्त कर दिया गया।
जमीनी विवाद में दो पक्षों में मारपीट,जमकर चले लाठी डंडे छत से फेंके पत्थर, दोनों पक्षों पर मुकदमा दर्ज
गोंडा।जिले के परसपुर थाना क्षेत्र के आटा परसपुर गांव में आबादी की जमीन को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई।कपूरा देवी, शीला देवी व पिंकू तिवारी के बीच हुए इस विवाद में जमकर लाठी डंडे व ईंट पत्थर चले।मारपीट की यह आसपास मौजूद लोगों ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया था।अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।वायरल वीडियो में दोनों पक्षों को गाली गलौज के बाद एक दूसरे पर हमला करते साफ साफ देखा जा सकता है। इस मारपीट में ऊषा देवी, कपूरा देवी व सात वर्षीय बच्ची माही घायल हुई हैं जिन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परसपुर में भर्ती कराया गया है।पुलिस के अनुसार यह घटना चार दिन पहले की है।वीडियो वायरल होने के बाद परसपुर थाने की पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया।इस मामले में कपूरा देवी और शीला देवी की तहरीर पर पांच से अधिक लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों पक्षों के पांच से अधिक लोगों का शांति भंग के आरोप में चालान किया गया है।परसपुर थानाध्यक्ष अनुज त्रिपाठी ने बताया कि वायरल वीडियो और मारपीट की घटना का संज्ञान लेते हुए आरोपियों के विरुद्ध शांतिभंग की कार्रवाई की गयी है।थानाध्यक्ष ने बताया कि जांच में सामने आया है कि आबादी की जमीन पर कब्जेदारी को लेकर दोनों पक्षों में गाली गलौज के बाद मारपीट हुई थी।पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई जांच के निष्कर्षों के आधार पर की जाएगी।
शिक्षामित्रों में शोक की लहर
गोंडा।जिले के रूपईडीह विकास खंड में कार्यरत स्वर्गीय नान बच्चा जो प्राथमिक विद्यालय बनगाई में शिक्षामित्र के पद के अतिरिक्त बूथ लेवल अधिकारी भाग संख्या 350 विधानसभा कटरा बाजार के पद पर कार्यरत थे, जिनको 5 दिसंबर 2025 को रियाज अहमद खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा डांटकर प्रताड़ित किया गया जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। सुबह 9:00 बजे उन्हें आर एन पांडे के यहां भर्ती कराया गया, हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरो ने नान बच्चा को ट्रामा सेंटर मेडिकल कॉलेज लखनऊ रेफर कर दिया गया। जहां उनकी हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ती गई । 15 दिसंबर 2025 के रात्रि में लगभग 10:00 बजे नान बच्चा का देहांत हो गया । जब सुबह 5:00 बजे बॉडी घर पर आई तो वहां प्रशासन के कर्मचारी मौजूद मिले सूचना पर पहुंचे अधिकारी गण एवं उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला ने अपने संगठन के साथियों के साथ नान बच्चा के घर पहुंच कर परिवार वालों को समझाया बुझाया तथा शासन प्रशासन से मांग किया कि मृतक के बेटे को नौकरी तथा बेटी के शादी का खर्चा अर्थात सहयोग की मांग करते हुए रियाज अहमद को यहां से हटवाने एवं उनके ऊपर कार्यवाही करने की मांग की । अवधेश मणि मिश्र ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारियों के द्वारा प्रताड़ित करके, कार्य नहीं कराया जा सकता है । अधिकारियों का प्रताडना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा नान बच्चा की पत्नी कृष्णा कुमारी द्वारा दिनांक 7 दिसंबर 2025 को जिला अधिकारी महोदय तथा एस पी के यहां ईमेल के द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया था जिस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है । मैं उस पत्र पर संबंधित दोषी खंड शिक्षा अधिकारी रियाज अहमद के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग करता हूं ।मौके पर उपस्थित ब्लॉक अध्यक्ष तिलक राम वर्मा महामंत्री राम प्रकाश संरक्षक कुलदीप पांडे कोषाध्यक्ष बैजनाथ दुबे सहित सैकड़ो शिक्षामित्र एवं शिक्षक के पदाधिकारी गणों में अजीत कुमार तिवारी देव प्रकाश पांडे , हेमंत कुमार पवन कुमार शुक्ला मुकेश वर्मा मीरा देवी चंदा देवी हेमलता सिंह आदि काफी लोग शिक्षक समाज के कर्मचारी एवं ग्राम वाशी वहां दुख से डूबे हुए थे l
राहुल गांधी ही कांग्रेस को खत्म करेंगे, उनको कोई सुनना नहीं चाहता- बृजभूषण डेढ़ करोड़ के घोड़े की बताई खासियत
गोंडा।कैसरगंज के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने वंदे मातरम को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह पर किये गये हमले पर पलटवार किया है।उन्होंने कहा कि जब भी पुरानी बातें उठेंगी नेहरू का नाम आएगा।संविधान की चर्चा होगी तो इंदिरा गांधी का नाम सामने आएगा और देश में कोई बड़ी घटना होगी तो उनके बिना चर्चा पूरी नहीं होगी।बृजभूषण ने कहा कि राहुल गांधी गंभीर नहीं हैं।रामलीला मैदान में भी पीएम मोदी की कब्र को लेकर नारे लगे,लेकिन राहुल गांधी इससे कोई सबक नहीं ले रहे।बिहार में कांग्रेस को जो बड़ा सबक मिला उससे सीखने की जरूरत है और यदि राहुल गांधी नहीं सीखते तो यह कांग्रेस का दुर्भाग्य है।ऐसा लगता है कि कांग्रेस को राहुल गांधी ही खत्म कर देंगे।एस आई आर को लेकर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान आया है कि यूपी में लगभग चार करोड़ नाम घटे हैं,यह कोई मुद्दा ही नहीं है।मेरे गांव के कई लोग दिल्ली, मुंबई और लुधियाना में रहकर वहां के मतदाता हैं और यहाँ भी मतदाता बने हुए हैं।डबल मतदाता वाले नाम कट रहे हैं,इसे हिंदू मुस्लिम के नजरिये से नहीं देखना चाहिए।सीएम योगी ने भी कहा है कि कटे नामों में हिंदुओं की संख्या ज्यादा है।पूर्व सांसद श्री सिंह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी और ममता बनर्जी जो कहें उन्हें वही सही लगता है।राहुल गांधी के कांग्रेस के डीएनए में सत्य और भाजपा के डीएनए में असत्य वाले बयान पर बृजभूषण ने कहा कि राहुल गांधी की बात कोई सुनता ही नहीं है।आप लोग सवाल पूछ पूछ कर उन्हें जिंदा रखे हुए हैं वरना देश की जनता उन्हें सुनना नहीं चाहती है।बृजभूषण शरण सिंह ने उनको गिफ्ट में मिले डेढ़ करोड़ के घोड़े के बारे में बताया कि पंजाब के बड़े किसान तेजवीर बराड़ ने मेरे जन्मदिन पर यह घोड़ा गिफ्ट किया है।तेजवीर उनके सांसद बेटे करण के मित्र हैं।उन्होंने कहा कि जैसे हिंदू समाज में कुंडली बनती है वैसे घोड़े की भी कुंडली बनती है।यह घोड़ा हाल ही में एक बड़ी रेस जीत चुका है,जिसमें 17 लाख रुपए इनाम मिला था।ऐसे घोड़े की कीमत तय नहीं होती,यह डेढ़ करोड़ से लेकर ढाई करोड़ तक भी हो सकती है।यह रेस वाला घोड़ा है हालांकि यहाँ रेस नहीं होती,फिर भी यह सम्मान की बात है।घोड़े की खासियत करण बेहतर तरीके से बता सकते हैं।बृजभूषण ने बताया कि इस घोड़े का पासपोर्ट भी है।यह अब तक उनके अस्तबल में आया सबसे महंगा घोड़ा है।मेरे पास मारवाड़ी नस्ल के घोड़े पहले से हैं जिनकी कीमत अपेक्षाकृत कम है।सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग को लेकर कहा कि अभी तक कई लोग घोड़ा देने की वेटिंग में हैं।हरियाणा के रवि चौहान के पास 300 घोड़े हैं और बिहार के अनंत सिंह भी घोड़ा गिफ्ट करना चाहते हैं परन्तु हमने कहा है कि हम इतने घोड़ों का क्या करेंगे।कहां इनको हम खिलाएंगे।पिछले साल भी हरियाणा से एक घोड़ा मुझे गिफ्ट में मिला था उसको देखकर के वह भी देना चाहते थे।घोड़ा रखना एक शौक है और इनकी कीमत ढाई करोड़ से शुरू होकर बहुत आगे तक जाती है।
हृदय गति रुकने से दरोगा की मौत, मेडिकल कॉलेज के डाक्टर ने मृत घोषित किया थानाध्यक्ष ने अपनी सरकारी गाड़ी से पहुंचाया अस्पताल
गोंडा।जिले में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बीच तरबगंज थाने में तैनात उपनिरीक्षक इंद्रेश यादव (50) का हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया।सुबह अचानक तबियत बिगड़ने पर उपनिरीक्षक इंद्रेश यादव को तत्काल मेडिकल कालेज ले जाया गया,जहाँ डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।इंद्रेश यादव मूल रूप से गोरखपुर जनपद के बरहवा सहजनवा के रहने वाले थे।घटना पूर्वाह्न 12 बजे हुई जब इंद्रेश यादव की तबियत अचानक खराब हो गयी।उनके साथ मौजूद लोगों ने तत्काल तरबगंज थानाध्यक्ष कमलाकांत त्रिपाठी को इसकी सूचना दी।थानाध्यक्ष अपनी सरकारी गाड़ी से उन्हें लेकर दोपहर एक बजे गोंडा मेडिकल कॉलेज पहुंचे,जहाँ डाक्टरों ने उन्हें बचाने का काफी प्रयास किया परन्तु सफलता नहीं मिली और उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।बताते चलें कि इंद्रेश यादव 1994 में सिपाही के पद पर पुलिस सेवा में भर्ती हुए थे और दो साल पहले ही उन्हें दीवान से पदोन्नत किया गया था।पिछले छ: महीने से वह तरबगंज थाने में दरोगा के पद पर तैनात थे।गोंडा पुलिस प्रशासन ने इंद्रेश यादव के निधन की सूचना उनके परिजनों को गोरखपुर में दी है।घटना की सूचना पाकर परिजन गोंडा के लिए रवाना हो चुके हैं।इस दुखद घटना के बाद पुलिस विभाग में शोक का माहौल है।गोंडा पुलिस लाइन में उन्हें श्रद्धांजलि देने की तैयारी शुरु हो गई है।थानाध्यक्ष तरबगंज कमलाकांत त्रिपाठी ने बताया कि इंद्रेश यादव छ: महीने से मेरे थाने में तैनात थे और दो साल पहले दरोगा के पद पर पदोन्नत हुए थे।
गोंडा के बुजुर्ग की सड़क हादसे में मौत,परिजनों ने कूद कर बचाई जान पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा था परिवार
गोंडा।यमुना एक्सप्रेस वे पर सोमवार को हुए सड़क हादसे में गोंडा जिले के मसकनवां बाजार निवासी बुजुर्ग सुल्तान(85) की मौत हो गयी।हादसे के दौरान परिवार के अन्य सदस्यों ने बस से कूदकर अपनी जान बचाई।मसकनवां बाजार निवासी यह परिवार वैशाली एक्सप्रेस बस से दिल्ली में आयोजित एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा था।जैसे ही बस मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेसवे पर पहुंची अचानक बस का संतुलन बिगड़ गया,जिससे यात्रियों में आफरा तफरी मच गयी।बस अनियंत्रित होते देख परिवार के कई सदस्य बस से कूद गए और सुरक्षित बच गए।वहीं बुजुर्ग सुल्तान गंभीर रूप से घायल हो गए।उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया,जहाँ इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी।परिवार के अन्य सदस्यों को मामूली चोटें आई हैं और उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और यमुना एक्सप्रेसवे की आपातकालीन टीम मौके पर पहुंची।टीम ने राहत और बचाव कार्य करते हुए घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया और यातायात को सामान्य कराया।
महिलाओं के कारण घरों में होते हैं बंटवारे- प्रणव पुरी जी महाराज सनातन धर्म जैसा कोई धर्म नहीं

गोंडा।जिले के शहीद ए आजम सरदार भगत सिंह इंटर कॉलेज मैदान में श्रीमहाकाल भक्त परिवार द्वारा 9 दिवसीय संगीतमयी श्रीराम कथा का आयोजन किया गया है।कथा के दूसरे दिन देर रात भारी संख्या में लोग जुटे,जहाँ महामृत्युंजय पीठाधीश्वर उज्जैन मध्यप्रदेश के स्वामी प्रणव पुरी जी महाराज ने कथा का वाचन किया।उन्होंने कहा कि सनातन धर्म सभी को समानता का देता है परन्तु समाज की कुछ महिलाओं के कारण भाइयों में विवाद और घरों में बंटवारे होते हैं। महाराज प्रणव पुरी जी ने आगे कहा कि पुरुष बाहर जाकर मेहनत मजदूरी करते हैं ताकि उनका परिवार चल सके।हालांकि कुछ महिलाएं घर में झगड़ा करके परिवार को बरबाद कर देती हैं।उन्होंने ऐसी महिलाओं को कथा सुनने की सलाह दी,ताकि वे भगवान राम और माता सीता के आदर्शों से सीख लेकर अपने जीवन में सुधार ला सकें।स्वामी जी ने यह भी टिप्पणी की कि अन्य समाजों में अपनों के बीच झगड़े की स्थिति इतनी गंभीर नहीं होती जितनी अपने समाज में देखी जाती है।उन्होंने जोर दिया कि कथा सुनने का वास्तविक फल तभी मिलेगा जब श्रोता यहां से जाने के बाद अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएंगे।कथा के दूसरे दिन भगवान राम के जन्म लेते ही भक्ती गानों पर महिलाएं झूम उठीं जिसमें 65 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला भी शामिल थी।स्वामी प्रणव पुरी जी महाराज लगातार 3 घंटे तक खड़े होकर हनुमंत शैली में कथा का वाचन करते रहे।वे कथा के दौरान समाज को जागरूक करने और मुख्य धारा में लाने के लिए भी संदेश देते रहे।कथा के समापन पर हजारों की संख्या में मौजूद लोगों को प्रसाद वितरित किया गया।आयोजन स्थल पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किया गया था।कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता निर्विकार सिंह भदौरिया, समाजसेवी जन्मेजय सिंह,पीयूष पांडेय, अनमोल पांडेय,दिलीप तिवारी, राहुल, प्रदीप,आंबिकेश्वर सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।
बीएलओ व शिक्षामित्र की मौत, 9 दिन इलाज के बाद मेडिकल कॉलेज टूटी सांस *काम के दबाव को लेकर उठे गंभीर सवाल


गोंडा।जिले के रुपईडीह विकास खंड अंतर्गत ग्राम सभा बनगाई के बूथ संख्या 336 पर तैनात बीएलओ और शिक्षामित्र नानबच्चा की लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी में इलाज के दौरान मौत हो गयी।वे पिछले 9 दिनों से वेंटिलेटर पर थे।देर रात उनके निधन की सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग और गांव में शोक की लहर दौड़ गयी।परिजनों के अनुसार छ: दिसंबर को सुबह नानबच्चा की तबियत अचानक बिगड़ गयी थी जिसके बाद उन्हें तत्काल गोंडा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ जांच में ब्रेन हैमरेज की पुष्टि हुई।हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए लखनऊ स्थित किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी रिफर कर दिया था।वहाँ उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।जहाँ 9 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद दम तोड़ दिया।नानबच्चा की हालत खराब होने के दिन ही उनकी बेटी ने खंड विकास शिक्षा अधिकारी रुपईडीह रियाज अहमद पर गंभीर आरोप लगाया था।बेटी का कहना था कि 5 दिसंबर को खंड शिक्षा अधिकारी ने उनके पिता को बीआरसी रुपईडीह बुलाकर डांटा और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया था।उन्होंने बताया कि उनके पिता बनगाई में शिक्षामित्र के पद पर कार्यरत थे और साथ ही बीएलओ की जिम्मेदारी भी निभा रहे थे।बेटी के अनुसार उनके पिता पर काम का अत्यधिक दबाव था।वे पहले से ही ब्लड प्रेशर के मरीज थे परन्तु जिम्मेदारियों और डर के कारण नियमित दवा भी नहीं ले पा रहे थे,उन्हें आशंका थी कि दवा खाने से नींद आ जाएगी और काम प्रभावित होगा। 5 दिसंबर को बीईओ द्वारा डांटे जाने के बाद वे मानसिक रूप से अत्यधिक परेशान हो गए थे और पूरी रात सो नहीं पाये।उसके अगले दिन 6 दिसंबर को सुबह ही बेहोश होकर गिर पड़े।नानबच्चा के इलाज के लिए शिक्षकों ने मानवीय पहल करते हुए लगभग 5 लाख रुपए का चंदा एकत्रित किया जिसे आनलाइन माध्यम से तथा प्रत्यक्ष रूप से मृतक की पत्नी के खाते में भेजी गई।शिक्षक संघर्ष समिति ने इस पूरे मामले की जांच की मांग भी किया था,परन्तु अभी तक जिला प्रशासन या जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की तरफ से कोई जांच कमेटी गठित नहीं की गई है।मौत की पुष्टि के बाद परिजन किंग जार्ज मेडिकल युनिवर्सिटी से शव लेकर गोंडा के लिए रवाना हो गए हैं।आज गांव में पूरे सम्मान के साथ नानबच्चा का अंतिम संस्कार किया जाएगा।नानबच्चा की मौत से गांव व विभाग में शोक का माहौल है।उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष अवधेश मणि मिश्रा ने मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक शिक्षक को हम नहीं बचा पाए।उन्होंने आरोप लगाया कि इलाज के दौरान जिला प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली और शिक्षकों ने आपस में चंदा जुटाकर इलाज कराया।उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच,दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई,पीड़ित परिवार को नौकरी और आर्थिक मुआवजा देने की मांग की है।गौरतलब हो कि 6 दिसंबर को जब नानबच्चा की तबियत बिगड़ी थी तब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह ने बीईओ पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया था।उन्होंने कहा था कि खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा किसी प्रकार का दबाव व डांट नहीं दिया गया था।बीएसए के अनुसार नानबच्चा पारिवारिक कारणों से परेशान थे और ब्लड प्रेशर का मरीज होने के कारण ही उनकी तबियत बिगड़ी।अब शिक्षक की मौत के बाद एक बार फिर काम के दबाव,विभागीय जिम्मेदारियों और अधिकारियों की भूमिका को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।