रितु तावड़े ने किया प्रचार गाड़ी का उद्घाटन
मुंबई। सायन कोलीवाडा अंतर्गत वार्ड क्र.172 से स्वप्ना मणी बालन ने पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्व. अटलबिहारी बाजपेई की जयंती के अवसर पर आधार कार्ड अपडेट, आयुष्मान कार्ड, ई-श्रम कार्ड, लाडकी बहीण योजना, ज्येष्ठ नागरिक ओलख पत्र, आयुष्मान वंदना कार्ड मुफ्त सेवा कार्य किया। मुंबई महानगरपालिका चुनाव की बिगुल "प्रचार गाडी" का उद्घाटन बीजेपी महिला संयोजिका श्रीमती रितु तावडे ने किया। कार्यक्रम मे भाजप के वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सेरेब्रल पाल्सी एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने मनाया अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग

मुंबई | सेरेब्रल पाल्सी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीपीएआई) ने आर.डी. नेशनल कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग व्यक्तियों का दिवस एवं अपना वार्षिक उत्सव अत्यंत उत्साह और गौरव के साथ मनाया। बहुविध विकलांगता वाले छात्रों ने संगीत, नृत्य और विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी अद्भुत प्रतिभा, रचनात्मकता और आत्मविश्वास का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। उनकी हृदयस्पर्शी प्रस्तुतियों ने पूरा सभागार मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम में ओसवाल मित्र मंडल आर्टिफिशियल लिंब ट्रस्ट के अजित कुचेरिया और सरिता दुगर, सीपीएआई सलाहकार एवं आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली, रेखा देशपांडे, प्रोटीन टेक के सीएसआर प्रमुख प्रशांत घोडके, स्नेहा पवार, मुंबई राष्ट्रवादी कांग्रेस की अध्यक्ष देवयानी बेंद्रे, विनोद साडविलकर तथा सीपीएआई के ट्रस्टी संदीप अग्रवाल और यशवंत मोरे सहित कई मान्यवर उपस्थित थे।
संस्था की सीईओ मंजुषा सिंह के नेतृत्व और अथक प्रयासों से यह कार्यक्रम जीवंत हुआ। उन्हें राजू गोल्लर, हेमांगी पिसट, डॉ. श्रेया नाइक, डॉ. रजनी पिल्लई, समर्पित स्टाफ टीम और निरंतर सहयोग देने वाले अभिभावकों का महत्वपूर्ण समर्थन मिला।

पूरा वातावरण प्रेम, उत्साह और भावनात्मक पलों से भर गया। कई छात्रों ने पहली बार मंच से तालियों और उत्साहवर्धन का आनंद महसूस किया। उनके चेहरे पर दिख रही मुस्कान, आत्मविश्वास और खुशी इस उत्सव की सबसे बड़ी पहचान बन गई। दर्शकों ने खड़े होकर तालियों, जयकारों और प्रोत्साहनपूर्ण शब्दों से प्रत्येक कलाकार का मनोबल बढ़ाया।
इंटरएक्टिव कार्यक्रमों ने यह सुनिश्चित किया कि हर व्यक्ति—क्षमता चाहे कोई भी हो—सक्रिय रूप से भाग ले सके और उत्सव का आनंद उठा सके। अभिभावकों के चेहरे पर गर्व, शिक्षकों की प्रसन्नता और मान्यवरों का सराहना-भरा संदेश इस आयोजन की विशेषता बनकर उभरा।

यह पूरा आयोजन सीपीएआई की समावेश, सशक्तिकरण और बहुविकलांग व्यक्तियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर देने की अटूट प्रतिबद्धता का सुंदर उदाहरण साबित हुआ। यह दिन सभी उपस्थित लोगों के लिए खुशी, एकता और अविस्मरणीय यादों से भरा रहा।
भारत के पूर्व गृहमंत्री तथा पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल का निधन
मुंबई। भारत के पूर्व गृह मंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, पंजाब के राज्यपाल तथा लगातार सात बार सांसद रहे शिवराज पाटिल का आज 90 वर्ष की उम्र में लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया। उस्मानिया विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक और मुंबई विश्वविद्यालय से विधि की पढ़ाई की थी। वह पहली बार 1980 में लातूर से लोकसभा के लिए चुने गए और 1999 तक लगातार सात चुनाव जीतकर लोकसभा में बड़े नेता के रूप में उभरे। उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकार में महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली। वह साल 1991 से 1996 तक लोकसभा के स्पीकर रहे। उन्होंने देश और विदेश में कई पार्लियामेंट्री कॉन्फ्रेंस में भारत का प्रतिनिधित्व किया। शिवराज पाटिल ने वर्ष 1980 में राजनीति में कदम रखा। वह पहली बार सातवीं लोकसभा के लिए चुने गए। वहीं, वर्ष 2004 तक वह सात बार लोकसभा सदस्य चुने गए। 1980-1990 के दशक में उन्होंने संसद में संसदीय सदस्य की सैलरी और अलाउंस पर बनी जॉइंट कमिटी में काम किया। बाद में इसी के चेयरमैन भी बने। पाटिल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में रक्षा राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। 2004-2008 की यूपीए सरकार के दौरान शिवराज पाटिल देश के गृहमंत्री भी रहे। 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के बाद उन्होंने 30 नवंबर, 2008 को देश की सुरक्षा में हुई चूकों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था।
महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह, सांसद सीमा द्विवेदी, वरिष्ठ भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह, उत्तर भारतीय मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रसेन सिंह, भाजपा के मुंबई प्रवक्ता उदय प्रताप सिंह,भाजपा नेता सुरेश सिंह समेत अनेक लोगों ने उनके निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की है।
अमिताभ बच्चन ने की डॉ अनील मुरारका के समाज कल्याण के सेवा कार्य की सराहना
मुंबई। बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन ने देश के सुप्रसिद्ध समाजसेवी डॉ अनील काशी मुरारका के समाज कल्याण की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए उन्हें समाज का हीरो बताया तथा लोगों को उनके कार्यों से प्रेरणा लेने की अपील की , आदित्य बिड़ला ग्रुप ने , A Force for Good Heros मंच बनाया है, जिसमें वे देश के सुप्रसिद्ध समाजसेवियों को आमंत्रित करते हैं। डॉ मुरारका के प्रेरणादायक समाज कल्याण कार्यों को देखते हुए उन्होंने कि बी सी के मंच पर आमंत्रित किया। अमिताभ बच्चन ने न सिर्फ उनके समाज कल्याण कार्यों की सराहना की, अपितु इसे समाज के लिए प्रेरणादायक पहल बताया। अमिताभ बच्चन द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में डॉक्टर मुरारका ने कहा कि उन्हें यह प्रेरणा अपनी मां मीना देवी से मिली। मां द्वारा दिए गए टिफिन को लेकर करीब तेहर साल पहले जब वह अपने कार्यालय जा रहे थे, तो रास्ते में सिग्नल के पास उन्होंने उदास खड़ी एक महिला और उसके बच्चे को देखा। उन्हें लगा कि टिफिन की आवश्यकता उनसे कहीं ज्यादा उन लोगों को है। उन्होंने अपना टिफिन उनके हवाले कर दिया। शाम को घर लौटने पर जब उन्होंने अपनी मां को घटना की जानकारी दी तो उनकी मां ने दूसरे दिन से उनके टिफिन के अलावा 10/ 12 टिफिन और देने लगी। यहीं से शुरू हुई उनकी जरूरतमंदों के प्रति समर्पण की कहानी। आज वे करीब 4000 जरूरतमंद लोगों तक निशुल्क टिफिन पहुंचाने का प्रतिदिन काम कर रहे हैं। डॉ मुरारका के अनुसार मां का प्यार केवल स्नेह नहीं, बल्कि दूसरों के लिए सेवा का मार्गदर्शन भी है। उनकी बातें सुनकर महानायक भी कुछ क्षण के लिए भावुक दिखाई दिए। उसके बाद उन्होंने तालियां बजानी शुरू की, जो दर्शक दीर्घा में देर तक बजती रही।
उत्साह पूर्वक मनाया गया साईं शरण धाम मंदिर का पाँचवाँ स्थापना दिवस

मुंबई। चांदीवली काजुपाड़ा, सेना नगर स्थित ॐ साईं शरण श्री लॉरेंस बाबा सेवा ट्रस्ट द्वारा संचालित
उत्साह पूर्वक मनाया गया साईं शरण धाम मंदिर का पाँचवाँ स्थापना दिवस

मुंबई। चांदीवली काजुपाड़ा, सेना नगर स्थित ॐ साईं शरण श्री लॉरेंस बाबा सेवा ट्रस्ट द्वारा संचालित

भारत के आत्मनिर्भर भारत रक्षा इकोसिस्टम को मजबूत करता है बालू फोर्ज

अमरेश द्विवेदी

मुंबई। बालू फोर्ज इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने कर्नाटक के बेलगाम में अपने ग्रीनफील्ड विनिर्माण परिसर में भारत की पहली 100% स्वदेशी खाली शेल उत्पादन लाइन का सफलतापूर्वक संचालन शुरू कर दिया है। यह लाइन वार्षिक 3,60,000 गोले की उत्पादन क्षमता वाली है और इसमें बड़े कैलिबर के गोला-बारूद प्रोजेक्टाइल के लिए अत्याधुनिक फोर्जिंग और मशीनिंग तकनीक शामिल है।

पूरी उत्पादन प्रक्रिया में फैनुक (FANUC) रोबोटिक्स के माध्यम से लगभग 100 प्रतिशत ऑटोमेशन का इस्तेमाल किया गया है, जो इसे देश और विश्व के रक्षा विनिर्माण बाजार में एक अग्रणी तकनीकी उपलब्धि बनाता है। यह लाइन पूरी तरह इन-हाउस डिजाइन की गई है और इसे 18 से अधिक मशीन निर्माता मिलकर विकसित कर चुके हैं। इसे संचालित करने में केवल 55 सेकंड का चक्र समय लगता है और यह पूरी तरह मानवरहित है।

बालू फोर्ज के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर त्रिमान चंदॉक ने कहा कि यह प्रोडक्शन लाइन कंपनी की तकनीकी क्षमताओं का प्रतीक है और यह बड़ी कैलिबर की विभिन्न खाली शेल जैसे 155 एमएम, 120 एमएम, 105 एमएम, 81 एमएम के उत्पादन में विविधता लाएगी। यह पहल भारत के आत्मनिर्भरता मिशन और रक्षा क्षेत्र में विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

बालू फोर्ज इंडस्ट्रीज लिमिटेड ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस, रक्षा, पवन ऊर्जा सहित कई उद्योगों को प्रिसिशन इंजीनियरिंग समाधान प्रदान करने वाली एक प्रतिष्ठित कंपनी है। बेलगाम स्थित इसके 46 एकड़ के परिसर में अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाएं मौजूद हैं जो उच्च गुणवत्ता और सटीकता सुनिश्चित करती हैं।

यह नई उत्पादन लाइन बालू फोर्ज की रणनीति का हिस्सा है, जो अत्याधुनिक मशीनीकृत घटकों के उत्पादन को बढ़ावा देते हुए रक्षा उत्पादन में कंपनी के योगदान को विस्तार देगी। कंपनी निकट भविष्य में कई उच्च परिशुद्धता उत्पादन लाइनों को चरणबद्ध तरीके से शुरू करने की योजना भी बना रही है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से बालू फोर्ज ने भारत में स्वदेशी तकनीक के विकास और आत्मनिर्भरता को एक नया आयाम दिया है, जो भारतीय रक्षा उद्योग के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।

समाजसेवी डॉ बाबूलाल सिंह की श्रद्धांजलि सभा संपन्न

मुंबई । मुलुंड (पश्चिम) स्थित द पैलेस बैंकवेट में वरिष्ठ समाजसेवी एवं मुंबई कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष स्मृति शेष डॉ बाबूलाल सिंह की श्रद्धांजलि सभा हजारों लोगों की उपस्थिति में संपन्न हुई। डॉ साहेब के बड़े भाई महानंद सिंह , भतीजे डॉ सचिन सिंह,नवीन सिंह पत्नी जयबाला सिंह,सुपुत्र कपिल सिंह, भतीजी हेमलता सिंह ,भांजे डॉ दीपक सिंह, समधी डॉ हरीश सिंह,डॉ गिरीश सिंह के साथ पूर्व सांसद मनोज कोटक, महाराष्ट्र कांग्रेस के महासचिव एवं मुलुंड विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी राकेश शेट्टी, महासचिव डॉ.आर.आर.सिंह,पूर्व नगरसेवक बी. के.तिवारी,जिला अध्यक्ष केतन शाह, भाजपा नेता कांबले, संजय सिंह,आर. डी.यादव, सपा नेता रामशंकर तिवारी, कांग्रेस नेता उत्तम गीते,मंगला शुक्ला, समाजसेवी साहब दयाल सिंह, विरजू मुंदडा, राजकुमार यादव, रमेश यादव, मदनलाल मौर्य, विजय उदरेज सिंह, वरिष्ठ साहित्यकार हरजिंदर सिंह सेठी,कवि एवं पत्रकार विनय शर्मा 'दीप', वरिष्ठ पत्रकार नामदार राही,संगीत साहित्य मंच संस्थापक रामजीत गुप्ता, शिक्षाविद चंद्रवीर यादव, मोहित सिंह,राजेश सिंह, अजय पटेल, एड. संतोष दुबे,हरीश वर्मा, सुरेंद्र मिश्रा, शिक्षाविद् महेंद्र सिंह, विनायक घाणेकर,डॉ. राममूर्ति वर्मा, राकेश वर्मा तथा अविनाश पाठक उपस्थित होकर दो मिनट का मौन रखकर स्मृति शेष डॉ को श्रद्धांजलि दी।

उपस्थित सभी शुभचिंतकों ने अपने अपने शब्दों से डॉ साहब का स्मरण करते हुए कहा उनके चले जाने से साहित्य, समाज, पत्रकारिता तथा शैक्षणिक क्षेत्र में शोक की लहर है एवं डॉ साहब के रिक्त स्थान को कोई पूर्ण नहीं कर सकता।उक्त शोक सभा का संचालन समाजसेवी ने किया।

हिस्ट्री आफ म्यूजिक कार्यक्रम में प्रस्तुत की गई 4000 वर्षों की संगीत यात्रा

मुंबई । भारतीय विद्या भवन में रविवार को समन्वय इवेंट द्वारा हिस्ट्री

ऑफ म्यूजिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें 4,000 वर्ष पुराने सामवेद गायन से लेकर ध्रुपद और आज के बॉलीवुड संगीत तक की अनोखी प्रस्तुति दी गई। दरभंगा घराने के पंडित सुखदेव चतुर्वेदी व उनके शिष्यों ने सभी संगीत विधाओं को प्रभावशाली ढंग से पेश किया।उद्घाटन महामंडलेश्वर स्वामी विद्यानंद सरस्वती ने किया।

कार्यक्रम में डॉ. मंजू मंगलप्रभात लोढ़ा, सुंदरचंदजी ठाकुर, एडवोकेट आभा सिंह, उद्योगपति प्रेमलता मोहता, लालू भाई शाह, रूपा बाबरी, डॉ. वत्सल पारेख, निखिल रुंगटा, देवेश चतुर्वेदी, सुनील चतुर्वेदी, मीना बाफना उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम हिंदुस्तान पेट्रोलियम, बैंक ऑफ बडोदा, लोढ़ा फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया गया। संचालन जानवी जोशी और मीता अग्रवाल ने किया। आयोजक गगन और अधिष्ठा ने आभार व्यक्त किया।

कोकिलाबेन अस्पताल ने रचा इतिहास, रोबोटिक तकनीकी से निकाला गया विश्व का सबसे बड़ा सौम्य प्रोस्टेट

मुंबई। भारतीय यूरोलॉजी के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज करते हुए, वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट एवं एंड्रोलॉजिस्ट डॉ. संजय पांडे ने विश्व का अब तक का सबसे बड़ा सौम्य (बेनाइन) प्रोस्टेट रोबोटिक सर्जरी द्वारा सफलतापूर्वक निकाला है। अत्याधुनिक, उच्च-सटीकता वाली न्यूनतम इनवेसिव तकनीक से किए गए इस ऑपरेशन में 550 ग्राम से अधिक वजन वाली ग्रंथि को मात्र 2 घंटे 55 मिनट में सुचारू रूप से हटाया गया।

तुलना हेतु, विश्व में अब तक रोबोटिक तकनीक से निकाला गया सबसे बड़ा प्रोस्टेट कैंसर 560 ग्राम (अमेरिका) दर्ज हुआ था, जबकि भारत में सबसे बड़ा बेनाइन प्रोस्टेट 437 ग्राम था। रोगी, जो अत्यधिक बढ़े हुए प्रोस्टेट के कारण गंभीर मूत्र अवरोध और जटिलताओं से जूझ रहे थे, ने Da Vinci Xi रोबोटिक सिस्टम की मदद से रोबोटिक फ्रेयर प्रोस्टेटेक्टोमी करवाई। अत्यधिक आकार और जटिल एनाटॉमी के बावजूद यह सर्जरी अद्भुत सटीकता, अत्यल्प रक्तस्राव और उत्कृष्ट प्रारंभिक रिकवरी के साथ पूरी की गई, जो विशेषज्ञ हाथों में उन्नत रोबोटिक तकनीक की क्षमता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।

डॉ. संजय पांडे, (निदेशक यूरोलॉजी ) ने कहा कि यह उपलब्धि केवल एक शल्य-मील का पत्थर नहीं है—यह इस बात का प्रमाण है कि भारत में रोबोटिक यूरोलॉजी कितनी तेजी से आगे बढ़ी है। हमारा उद्देश्य हमेशा सुरक्षित सर्जरी, तेज रिकवरी और हर जटिल रोगी के लिए बेहतर दीर्घकालिक परिणाम सुनिश्चित करना है।इस कार्य में ग्रंथि को कैप्सूल से पूर्णतः निकालने, ग्रंथि को रक्तहीन करने के बाद उसे दो भागों में विभाजित कर पेट में पहुंचाने, तथा कैमरा पोर्ट के माध्यम से बिना कोई नई चीरा लगाए दोनों हिस्सों को अलग-अलग बैग में बाहर निकालने जैसी महत्वपूर्ण तकनीकी नवाचार शामिल थे। इस प्रकार यह वास्तव में पूरी तरह से न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी सिद्ध हुई।

इतने विशाल स्तर की इस सफल प्रक्रिया ने कोकिलाबेन अस्पताल की प्रतिष्ठा को एक राष्ट्रीय अग्रणी केंद्र के रूप में और सुदृढ़ किया है, विशेषकर जटिल रोबोटिक यूरोलॉजिकल सर्जरी में।

बेनाइन और रिकंस्ट्रक्टिव यूरोलॉजी में डॉ. पांडे की विशेषज्ञता तथा बड़े आकार की ग्रंथियों (150–310 ग्राम) को रोबोटिक पद्धति से हटाने का दो दशक का अनुभव इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण रहा।

73 वर्षीय पेसमेकर वाले मरीज में अत्यधिक रक्तवाहिनी संरचना वाले संकुचित क्षेत्र में डिसेक्शन कर इतनी बड़ी ग्रंथि को बिना बाहरी चीरा लगाए हटाना अपने-आप में असाधारण कौशल और तकनीकी नवाचार का उदाहरण है। बहुत बड़े प्रोस्टेट को न्यूनतम इनवेसिव रोबोटिक तकनीक से हटाना वास्तव में एक यूरेथ्रा-संरक्षण (urethral sparing) पद्धति है, जिससे संभावित जटिलताएँ न्यूनतम हो जाती हैं।

सभी पुरुषों के लिए प्रोस्टेट अवरोध और उसके प्रभावों की समय पर पहचान अत्यंत आवश्यक है—जिसे डॉ. पांडे के ड्रीम प्रोजेक्ट www.savethebladder.com

के माध्यम से स्पष्ट रूप से रेखांकित किया गया है। रोगी अब अच्छी तरह स्वस्थ हैं, न्यूनतम postoperative असुविधा के साथ सामान्य जीवन में लौट चुके हैं।

प्रोस्टेट उपचार में हुए इन तकनीकी परिवर्तनों ने चिकित्सा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाए हैं, जिससे विभिन्न आयु वर्ग के पुरुषों को शीघ्र और पूर्ण रिकवरी के साथ उपचार उपलब्ध हो रहा है।

यह ऐतिहासिक सर्जरी, सिद्ध तकनीक के बीच नैतिक और युगांतरकारी संकेत स्थापित करते हुए, विश्वभर में मरीज-देखभाल पर गहरा प्रभाव डालने वाली एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।