विधेयकों को रखा गया सभा पटल पर; 8 दिसंबर को पेश होगा द्वितीय अनुपूरक बजट, विपक्ष आक्रामक रुख की तैयारी में
झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन शुक्रवार को शोक प्रकाश से पूर्व कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं पूरी की गईं।
पहले दिन की मुख्य कार्यवाही
आश्वासनों की रिपोर्ट: संसदीय कार्यमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने पिछले मानसून सत्र (1 अगस्त से 28 अगस्त की अवधि) के दौरान सरकार के आश्वासनों पर एक्शन टेकेन रिपोर्ट (ATR) को सभा पटल पर रखा।
संसदीय प्रक्रिया: स्पीकर ने सभापति मनोनीत किया और कार्यमंत्रणा समिति का गठन किया गया।
सभा पटल पर विधेयक: प्रभारी सचिव ने राष्ट्रपति और राज्यपाल द्वारा स्वीकृत निम्नलिखित विधेयकों को सभा पटल पर रखा:
कारखाना (झारखंड संशोधन) विधेयक 2025 (राष्ट्रपति द्वारा 1 अगस्त 2025 को स्वीकृत)
झारखंड विनियोग संख्या-3 विधेयक 2025 (राज्यपाल द्वारा 1 सितंबर 2025 को स्वीकृत)
झारखंड सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विशेष छूट विधेयक (4 नवंबर 2025 को स्वीकृत)
झारखंड व्यवसायिक शिक्षण संस्थान शुल्क विनियमन विधेयक, 2025 (11 नवंबर 2025 को स्वीकृत)
आगामी सत्र और विपक्ष की रणनीति
पांच दिवसीय इस सत्र के दौरान सदन में गरमाहट रहने की संभावना है।
द्वितीय अनुपूरक बजट: सत्र के दौरान सोमवार (8 दिसंबर) को सरकार चालू वित्तीय वर्ष का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश करेगी।
विधेयक: इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक लाने की भी संभावना है।
विपक्ष का रुख: विपक्ष सरकार को घेरने के लिए बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार जैसे ज्वलंत मुद्दों पर हमलावर रुख अपनाने की योजना बना रहा है।
स्पीकर की अपील
इससे पहले, 4 दिसंबर को सर्वदलीय बैठक के दौरान स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों से सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित करने में सहयोग करने की अपील की थी। उन्होंने आग्रह किया था कि सदन के समय का अधिकाधिक सदुपयोग किया जाए ताकि जनहित से जुड़े अधिक से अधिक मुद्दे उठाए जा सकें।











56 min ago
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