जस्टिस सूर्यकांत का शपथ ग्रहण होगा ऐतिहासिक, 6 देशों के जज होंगे शामिल

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सोमवार यानी 24 नवंबर को जस्टिस सूर्यकांत भारत के नए और 53वें चीफ जस्टिस (सीजेआई) के तौर पर शपथ लेने वाले हैं। राष्ट्रपति भवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में दुनिया के सात देशों के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल होंगे। पहली बार ऐसा हो रहा कि राष्ट्रपति भवन में नए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के शपथग्रहण के दौरान 6 देशों के चीफ जस्टिस, जज और उनके परिजन उपस्थित रहेंगे

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भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में पहला मौका

बार एंड बेंच की रिपोर्ट की रिपोर्ट में बताया गया है कि अगले सीजेआई जस्टिस सूर्यकांत के शपथग्रहण समारोह में इस बार 6 देशों के एक दर्जन से ज्यादा जज और चीफ जस्टिस मौजूद रहेंगे। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब भारत के प्रधान न्यायाधीश के शपथग्रहण समारोह में न्यायपालिका से जुड़ा इतना बड़ा अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल उपस्थित रहेगा।

जस्टिस कांत के शपथ ग्रहण समारोह में कौन-कौन शामिल होंगे?

डेलीगेशन में भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका से चीफ जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट के जज और उनके साथ आए परिवार के सदस्य शामिल होंगे। यहां देखिए पूरी लिस्ट

1. भूटान

• जस्टिस ल्योनपो नोरबू शेरिंग, भूटान के चीफ जस्टिस

• ल्हाडेन लोटे, भूटान के चीफ जस्टिस की पत्नी

2. केन्या

• जस्टिस मार्था कूमे, केन्या के सुप्रीम कोर्ट की चीफ जस्टिस और प्रेसिडेंट

• जस्टिस सुसान न्जोकी न्दुंगु, केन्या के सुप्रीम कोर्ट की जज

3. मलेशिया

• जस्टिस टैन श्री दातुक नलिनी पथमनाथन, मलेशिया के फेडरल कोर्ट की जज

• पशुपति शिवप्रगसम, मलेशिया के फेडरल कोर्ट के जज की पत्नी

4. मॉरिशस

• जस्टिस बीबी रेहाना मुंगली-गुलबुल, मॉरिशस की चीफ जस्टिस

• रेबेका हन्ना बीबी गुलबुल, मॉरिशस के चीफ जस्टिस की बेटी

5. नेपाल

• जस्टिस प्रकाश मान सिंह राउत, नेपाल के चीफ जस्टिस

• जस्टिस सपना प्रधान मल्ला, जज, सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ नेपाल

• अशोक बहादुर मल्ला, जस्टिस सपना प्रधान मल्ला के पति

• अनिल कुमार सिन्हा, नेपाल के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज और अभी नेपाल सरकार में कानून, न्याय और संसदीय मामलों के मंत्री;

• उर्सिला सिन्हा, अनिल कुमार सिन्हा की पत्नी।

6. श्रीलंका

• जस्टिस पी पद्मन सुरसेना, श्रीलंका के चीफ जस्टिस

• सेपालिका सुरसेना, श्रीलंका के चीफ जस्टिस की पत्नी

• जस्टिस एस. थुरैराजा, PC, जज, श्रीलंका- सुप्रीम कोर्ट

• शशिकला थुरैराजा, जस्टिस एस. थुरैराजा की पत्नी

• जस्टिस अहमद नवाज़, जज, सुप्रीम कोर्ट ऑफ श्रीलंका

• रिज़ान मोहम्मद धलिप नवाज़, जस्टिस अहमद नवाज़ की पत्नी

कौन हैं जस्टिस सूर्यकांत?

जस्टिस सूर्यकांत सीजेआई बीआर गवई के बाद सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर जज हैं और उन्हें देश के 53वें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के रूप में नामित किया गया है। 10 फरवरी, 1962 को हरियाणा के हिसार जिले में एक मध्यवर्गीय परिवार में जन्मे जस्टिस सूर्यकांत को 24 मई, 2019 को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया था। इससे पहले वे हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस थे। जस्टिस सूर्यकांत 1981 में हिसार के गवर्नमेंट पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज से ग्रेजुएट हुए। 1984 में उन्होंने रोहतक के महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री ली। इसके तुरंत बाद ही उन्होंने हिसार जिला अदालत से ही लॉ की प्रैक्टिस शुरू कर दी।

जस्टिस सूर्यकांत के अहम फैसले

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत कई कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच का हिस्सा रहे हैं। अपने कार्यकाल के दौरान वे संवैधानिक, मानवाधिकार और प्रशासनिक कानून से जुड़े मामलों को कवर करने वाले 1000 से ज्यादा फैसलों में शामिल रहे। उनके बड़े फैसलों में आर्टिकल 370 को निरस्त करने के 2023 के फैसले को बरकरार रखना भी शामिल है। जस्टिस सूर्यकांत ने बिहार में SIR से जुड़े मामले की सुनवाई भी की। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता को रेखांकित करने वाले एक आदेश में जस्टिस सूर्यकांत ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से बाहर किए गए 65 लाख नामों की डीटेल सार्वजनिक की जाए

लाल किला ब्लास्ट जांच की आंच आईआईटी कानपुर तक, दो कश्मीरी छात्र लापता, 15 दिनों से कोई संपर्क नहीं

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दिल्ली आतंकवादी हमले की जांच कर रही एजेंसियां आईआईटी कानपुर तक पहुंच गईं हैं। लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट के मामले में यूपी के कानपुर के डॉ. शाहीन और डॉ. आरिफ का कनेक्शन सामने आने के बाद से लगातार एटीएस, आईबी और पुलिस सक्रिय हैं। इसी क्रम में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। खुफिया एजेंसियों को शुक्रवार देर रात ये जानकारी मिली कि आईआईटी कानपुर से कश्मीर मूल के 2 पीचडी छात्र दिल्ली ब्लास्ट के पहले से लापता हैं।

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कश्मीरी मूल के छात्रों के सत्यापन में चौंकाने वाला खुलासा

दिल्ली हमले की आरोपी जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में पूर्व में तैनात रही डॉ. शाहीन पहले अरेस्ट की जा चुकी है। इसके बाद जांच एजेंसियां कार्डियोलॉजी से डॉक्टर मो. आरिफ को पहले ही ले जा चुकी हैं। जांच एजेंसियां इन दोनों के करीबियों की तलाश कर रही हैं। जांच के दौरान कश्मीरी मूल के नागरिक और छात्र भी जांच के दायरे में आए थे। इसी आधार पर पिछले दिनों शहर में पढ़ रहे कश्मीरी मूल के छात्र छात्राओं का ब्यौरा मांगा गया था। अब नई जानकारी आईआईटी से सामने आई है। कश्मीरी मूल के दो पीएचडी छात्र लापता हैं।

थीसिस जमा करने के बाद आईआईटी के संपर्क में नहीं

जानकारी के मुताबिक एक छात्र 18 अक्टूबर से लापता है, जबकि दूसरा छात्र बीते 10 नवंबर से लापता है। दोनों लापता छात्र इस समय कहां हैं, एजेंसियां इसकी जानकारी जुटा रही हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि दोनों ने शोध पूरी करने के बाद अपनी थीसिस जमा कर दी है। इसके बाद से वह आईआईटी के संपर्क में नहीं हैं, लेकिन दोनों छात्र कहां हैं, इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। एजेंसियां पूरे मामले की जांच ने जुटी हैं।

तुर्की-चाइना मेड हथियार से दिल्ली दहलाने की थी साजिश, इंटरनेशनल हथियार तस्करी गिरोह का भंडाफोड़

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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पाकिस्तान की एक और घातक साजिश को नाकाम कर दिया है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े एक बड़े अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक, ये गिरोह पाकिस्तान के रास्ते तुर्की और चीन में बने हाई एंड पिस्टल भारत में सप्लाई कर रहा था।

तस्करों के पास से क्या-क्या हुआ बरामद?

डीसीपी संजीव कुमार यादव के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना के आधार पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए इस अंतरराष्ट्रीय अवैध हथियार सप्लाई मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने इस गैंग के चार मुख्य ऑपरेटिवों को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी गिरोह के सदस्यों कोके पास से 10 विदेशी महंगी पिस्टल और 92 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। ये हथियार दिल्ली और आसपास के राज्यों में बदमाशों और गैंगस्टरों तक पहुंचाए जा रहे थे।

आईएसआई के इशारों पर कर रहे था काम

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच का कहना है कि ये पूरा नेटवर्क पाकिस्तान आईएसआई से जुड़े लोगों के इशारे पर काम कर रहा था। पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में भेजी गई थी, जो बताती है कि दुश्मन कितनी आधुनिक तकनीक से आतंक फैलाने की तैयारी में था।

आरोपी पंजाब-यूपी और दिल्ली के

इन गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मनदीप, दलविंदर, रोहन और अजय उर्फ मोनू के रूप में हुई है। ये सभी आरोपी पंजाब, यूपी और दिल्ली के रहने वाले बताए जा रहे हैं। पहले हथियार पाकिस्तान पहुंचाए जाते, फिर वहां से तस्करी कर भारत की सीमा के अंदर लाए जाते थे।

लाल किला धमाके के बाद सतर्क हुईं एजेसियां

बता दें कि बीते 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किला के पास हुए धमाके की घटना के बाद एजेसियों ने अपनी निगरानी और पैनी कर दी है। हर एक संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। आतंक से संबंध रखने वाले हर किसी की धर-पकड़ की जा रही है। लाल किला धमाके की घटना में 15 लोगों की मौत हो गई थी और 2 दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

पीएम मोदी ने जोहान्सबर्ग में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री अल्बनीज से की मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई बात

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जोहानिसबर्ग में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से मुलाकात की तथा दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की। जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंचने के कुछ घंटों बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अल्बनीज से मुलाकात की। 

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पीएम मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए तीन दिन की दक्षिण अफ्रीका यात्रा पर हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ऑस्ट्रेलिया के पीएम अल्बनीज से मिले। दोनों नेताओं ने रक्षा और सुरक्षा, महत्वपूर्ण खनिज (क्रिटिकल मिनरल्स), व्यापार और निवेश, शिक्षा और जन–संपर्क जैसे अनेक क्षेत्रों में सहयोग की प्रगति की समीक्षा की।

पीएम मोदी ने कहा- हमारा सहयोग और गहरा हुआ

मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, ऑस्ट्रेलिया के पीएम अल्बानीज के साथ मीटिंग बहुत अच्छी रही। इस साल, हमारे देशों के बीच स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप के 5 साल पूरे हो रहे हैं और इन सालों में ऐसे बड़े बदलाव आए हैं जिनसे हमारा सहयोग और गहरा हुआ है। आज हमारी बातचीत में, तीन खास सेक्टर पर ज़ोर दिया गया, डिफेंस और सिक्योरिटी, न्यूक्लियर एनर्जी और ट्रेड, जहां रिश्तों को और बढ़ाने की बहुत ज़्यादा गुंजाइश है। जिन दूसरे सेक्टर पर बात हुई उनमें एजुकेशन, कल्चरल लेन-देन और भी बहुत कुछ शामिल था।

ऑस्ट्रेलिया के पीएम बोले- भारत करीबी दोस्त और साझेदार

बैठक के दौरान अल्बनीज़ ने कहा, हमारे बीच गहरे संबंध हैं और आर्थिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने की जरूरत है। रक्षा व सुरक्षा सहयोग भी भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। बाद में सोशल मीडिया पर अल्बनीज ने लिखा कि ऑस्ट्रेलिया और भारत करीबी दोस्त और साझेदार हैं, और व्यापार से लेकर रक्षा, सुरक्षा, शिक्षा और स्वच्छ ऊर्जा तक संबंध बेहद महत्वपूर्ण हैं।

पीके अपनी इनकम का 90 फीसदी हिस्सा पार्टी को करेंगे दान, बोले- अब सिर्फ पैसे देने वाले से करूंगा मुलाकात

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जनसुराज अभियान के संस्थापक नेता प्रशांत किशोर ने गुरुवार को बड़ा ऐलान किया। बिहार के पश्चिम चंपारण के भितिहरवा में एक दिन के मौन उपवास के बाद प्रशांत किशोर ने पार्टी के लिए अपनी संपत्ति दान करने और लोगों से मिलने के लिए अपनी फीस तय करने का ऐलान किया है। प्रशांत किशोर ने चुनावी हार के बाद अब पूरी तरह मिशन मोड में लौटने का ऐलान करते हुए कहा कि उनके अभियान को आर्थिक परेशानी नहीं हो इसको लेकर उन्होंने जन सुराज से जुड़े लोगों को एक-एक हजार रुपये पार्टी फंड में मदद करने की अपील की है। साथ ही कहा है कि जो लोग रुपया जमा नहीं करेंगे उससे हम नहीं मिलेंगे।

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एक घर को छोड़कर सब कुछ पार्टी को करेंगे दान

बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद मौनव्रत कर हार का प्रायश्चित करने के बाद पीके ने मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों तक वह अपनी आय का 90 प्रतिशत पार्टी को दान देंगे। उन्होंने कहा, पिछले 20 वर्षों में जो भी चल-अचल संपत्ति अर्जित की है, दिल्ली में स्थित एक घर को छोड़कर, सब कुछ जन सुराज पार्टी को दान करूंगा।

अब पीके से मिलने के लिए देनें होंगे पैसे

मीडिया को संबोधित करते हुए पीके ने साफ कहा कि बिहार की गरीब जनता की आशा को आर्थिक बाधाएं नहीं रोक पाएंगी। पैसे की वजह से यह आंदोलन रुकने नहीं दूंगा। चाहे इसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े। पीके ने आगे कहा कि अब आगे उन्हीं लोगों से मिलेंगे, जो जन सुराज पार्टी को कम से कम एक हजार रुपया दान देंगे। अगर एक करोड़ लोग भी 1-1 हजार रुपया दे तो काफी होगा। इस प्रकार अगर एक करोड़ लोग 1-1 हजार रुपया जन सुराज को देंगे तो कुल 10 अरब रुपये जमा हो जाएंगे।

15 जनवरी से बिहार संकल्प यात्रा की घोषणा

दरअसल, जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिवसीय मौन अनशन के बाद घोषणा की है कि वे 15 जनवरी से बिहार संकल्प यात्रा की शुरुआत करेंगे। इस यात्रा के दौरान वे राज्य के 1 लाख 18 हजार वार्डों में उन महिलाओं से मुलाकात करेंगे, जिन्हें सरकार द्वारा 10 हजार रूपये की राशि मिली है। इसके साथ ही उन्हें बिहार सरकार की ओर से दिए जाने वाले 2 लाख के लाभ के लिए फॉर्म भरवाने का कार्य भी करेंगे।

दिल्ली ब्लास्ट में बड़ा खुलासा, विस्फोटक तैयार करने के लिए आटा चक्की का इस्तेमाल करता था आतंकी डॉक्टर

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दिल्ली ब्लास्ट केस की जांच जितनी आगे बढ़ रही है, उतने ही चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियों को बड़ा सुराग मिला है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार आरोपी मुजम्मिल शकील विस्फोटक तैयार करने के लिए आटा चक्की और इलेक्ट्रिकल मशीनों का इस्तेमाल किया था। एनआईए की टीम ने फरीदाबाद और धौज गांव से जो सामग्री बरामद की, उसने पूरे मॉड्यूल का सच सामने ला दिया। 

लाल किला ब्लास्ट मामले की जांच में ये बात सामने आई है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा निवासी मुजम्मिल शकील गनई फरीदाबाद में किराए के कमरे में आटा चक्की की मदद से यूरिया को बारीक पीसता था और फिर इलेक्ट्रिकल मशीन से उसे रिफाइन करके केमिकल तैयार करता था। 9 नवंबर को पुलिस ने इसी जगह से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की थी। 

अल-फलाह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर था मुजम्मिल

पूछताछ के दौरान आरोपी गनई ने स्वीकार किया कि वह लंबे समय से इसी तरीके से अमोनियम नाइट्रेट को यूरिया से अलग कर विस्फोटक तैयार कर रहा था। इसके बाद अल फलाह यूनिवर्सिटी की लैब से चोरी किए गए केमिकल इस पाउडर में मिलाए जाते थे। यही मिश्रण आगे चलकर घातक विस्फोटक बन जाता था। बता दें कि मुजम्मिल शकील फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर था।

टैक्सी ड्राइवर के घर में मिले उपकरण

एनआईए की टीम ने फरीदाबाद के उस टैक्सी ड्राइवर को भी हिरासत में लिया है, जिसके घर से यह उपकरण बरामद हुए। ड्राइवर ने बताया कि उसकी मुलाकात गनई से लगभग चार साल पहले हुई थी, जब वह अपने बेटे का इलाज कराने अल-फलाह मेडिकल कॉलेज गया था। यहीं से बातचीत शुरू हुई और धीरे-धीरे ड्राइवर उसके संपर्क में आने लगा। इसी बीच मुजम्मिल एक दिन आटा चक्की और मशीनें उसके घर रख गया। ड्राइवर को शक न हो, इसलिए उसने इसे ‘दहेज’ बताया।

बौद्ध धर्म मानने वाला हूं लेकिन सभी धर्मों में विश्वास, सुप्रीम कोर्ट में अपने आखिरी दिन बोले सीजेआई गवई

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चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) बीआर गवई ने गुरुवार को एक फेयरवेल प्रोग्राम में कहा, मैं बौद्ध धर्म को मानने वाला हूं, लेकिन वास्तव में एक सेक्युलर (धर्मनिरपेक्ष) व्यक्ति हूं। हिंदू, सिख, इस्लाम समेत सभी धर्मों में विश्वास रखता हूं।उन्होंने अपने पिता से ये चीजें सीखी हैं, जो खुद एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति थे और डॉ. भीमराव अंबेडकर के सच्चे अनुयायी थे।

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मैं धर्मनिरपेक्ष हूं-सीजेआई

सीजेआई सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स-ऑन-रिकॉर्ड एसोसिएशन द्वारा आयोजित विदाई समारोह में बोल रहे थे। सीजेआई गवई 23 नवंबर को रिटायर होने वाले हैं और शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में उनका आखिरी कार्यदिवस होगा। इसी दौरान एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, बौद्ध पृष्ठभूमि के बावजूद मैं धर्मनिरपेक्ष हूं और सभी धर्मों हिंदू, सिख, इस्लाम और ईसाई धर्म में विश्वास करता हूं। उन्होंने कहा-मैं बौद्ध धर्म का पालन करता हूं, लेकिन किसी भी धार्मिक अध्ययन में मेरी गहरी रुचि नहीं है। मैं सचमुच धर्मनिरपेक्ष हूं और हिंदू, सिख, इस्लाम और ईसाई धर्म... हर चीज में विश्वास करता हूं।

सभी धर्मों का सम्मान करते हुए बड़ा हुआ-सीजेआई

लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन ने सीजेआई बी आर गवई के रिटायरमेंट से पहले फेयरवेल का आयोजन किया था, जहां उन्होंने ये बातें कहीं। सीजेआई बी आर गवई ने कहा, मेरे पिता भी धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति थे। वह डॉ. भीमराव अंबेडकर के सच्चे अनुयायी थे और मैंने बचपन में हमेशा देखा है कि जब भी वह राजनीतिक कार्यक्रमों में जाते थे और उनके दोस्त उनसे कहते थे- सर यहां चलो, यहां बहुत प्रसिद्ध दरगाह है, यहां का गुरुद्वारा प्रसिद्ध है। तो मैं इस तरह सभी धर्मों का सम्मान करते हुए बड़ा हुआ हूं।

रविवार को पूरा हो रहा कार्यकाल

चीफ जस्टिस बीआर गवई का आज आखिरी वर्किंग डे है। हालांकि, उनका कार्यकाल रविवार 23 नवंबर को पूरा हो रहा है। यानी कि सीजेआई सुप्रीम कोर्ट से रविवार को रिटायर होंगे। चूंकि कोर्ट शनिवार और रविवार को बंद रहता तो आज उनका आखिरी वर्किंग डे रहेगा। इसलिए ही सुप्रीम कोर्ट परिसर में उनके फेयरवेल का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

धुंधला हुआ दिल्ली-एनसीआर, AQI 450 पार, सबसे 'जहरीला' फरीदाबाद

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दिल्ली और एनसीआर में गहरे वायु प्रदूषण की चपेट में है। दिल्ली-एनसीआर में धुंध की मोटी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। नवंबर के महीने में अभी तो सर्दी शुरुआती दौर में है, लेकिन अभी से ही राजधानी में प्रदूषण के चलते लोगों को परेशानी होने लगी है। कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार हो गया है।

शुक्रवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर गहरे काले चादर से ढंकी हुई थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीबीसीबी) की आज सुबह की रिपोर्ट के अनुसार राजधानी के ज्यादातर इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। रोहिणी, मुंडका, बवाना समेत कई स्थानों पर एक्यूआई 400 से ऊपर पहुंच गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।

राजधानी दिल्ली में कहां कितना एक्यूआई

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, आज सुबह राजधानी दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 416, अशोक विहार में 412, आया नगर में 343, बवाना में 431, बुराड़ी में 404, डीटीयू में 417, द्वारका में 369, आईटीओ में 381, जहांगीरपुरी में 433, मुंडका 434, नजफगढ़ में 353, पंजाबी बाग में 381, रोहिणी 423, आरकेपुरम 402, वजीरपुर में 442 दर्ज किया गया है। आज सुबह इंडिया गेट और कर्तव्य पथ के आस-पास के इलाके में जहरीले स्मॉग की एक परत छाई हुई थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, इलाके के आस-पास एक्यूआई 331 दर्ज किया गया है, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है।

देश के 5 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर फरीदाबाद

भारत के 5 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों के आंकड़े डराने वाले हैं। फरीदाबाद का एक्यूआई इस वक्त देश में सबसे ज्यादा (624) है। इसके बाद दूसरे नंबर पर गाजियाबाद (617) है। तीसरे नंबर पर रोहतक (587) तो वहीं चौथे नंबर पर नोएडा (560) है। पांचवे नंबर पर कैराना (542) है।

अगले 6 दिन ऐसा रह सकता है AQI

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि इससे पहले बुधवार को औसत एक्यूआई 392, मंगलवार को 374 और सोमवार को 351 था। आने वाले दिनों में दिल्ली का एक्यूआई और भी खराब होकर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने की संभावना है। ये अगले छह दिनों तक ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में बना रहने की आशंका है। सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार, गुरुवार को 38 चालू केंद्रों में से 18 में एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया। इनमें चांदनी चौक, आनंद विहार, डीटीयू, बवाना, मुंडका, नरेला और वजीरपुर स्टेशन शामिल हैं। यहां एक्यूआई 400 से अधिक रहा।

पीएम मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका रवाना, ट्रंप नहीं होंगे शामिल

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में G20 समिट में शामिल होने के लिए रवाना हो गए हैं। वो 21-23 नवंबर के बीच अफ्रीका दौरे पर रहेंगे। इस समिट में कई कई ग्लोबल मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। 20वें G20 लीडर्स समिट के दौरान वो दुनिया के कई बड़े नेताओं से मुलाकात करेंगे।

अपनी इस यात्रा के लिए रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि वे यहां ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ और ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ वाली सोच को आगे बढ़ाने वाले भारत के दृष्टिकोण को मजबूती से सामने रखेंगे। पीएम ने बताया कि यह यात्रा दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के औपचारिक निमंत्रण पर हो रही है। जोहान्सबर्ग में आयोजित यह 20वां G20 समिट ऐतिहासिक भी माना जा रहा है क्योंकि पहली बार अफ्रीका इसकी मेजबानी कर रहा है।

पीएम मोदी ने बताया ये समिट क्यों है खास

पीएम मोदी ने याद दिलाया कि भारत की अध्यक्षता वाले जी20 में ही अफ्रीकी संघ को स्थायी सदस्य बनाया गया था, इसलिए यह आयोजन भारत और अफ्रीका दोनों के लिए भावनात्मक रूप से खास है। उन्होंने कहा कि समिट में इस साल की थीम ‘एकजुटता, समानता और स्थिरता’ रही है, जिस पर दक्षिण अफ्रीका ने भारत और ब्राजील के पिछले समिटों के नतीजों को आगे बढ़ाया है।

भारतीय प्रवासियों से भी करेंगे मुलाकात

समित के अलावा पीएम मोदी 6वें आईबीएसए (इंडिया, ब्राजील, साउथ अफ्रीका) समिट में भी हिस्सा लेंगे और कई देशों के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। इसके अलावा वे दक्षिण अफ्रीका में बसे भारतीय समुदाय से भी मुलाकात करेंगे, जो दुनिया के सबसे बड़े भारतीय प्रवासी समुदायों में से है।

डीआरडीओ और डीजीए, फ्रांस ने डिफेंस सहयोग बढ़ाने के लिए टेक्निकल एग्रीमेंट पर किए हस्‍ताक्षर

अमरेश द्विवेदी

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नई दिल्ली । डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) और डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ आर्मामेंट्स (डीजीए), फ्रांस के बीच डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट में सहयोग बढ़ाने के लिए एक टेक्निकल एग्रीमेंट पर साइन किए गए हैं। डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस आर एण्‍ड डी के सेक्रेटरी और डीआरडीओ के चेयरमैन डॉ. समीर वी कामत और नेशनल आर्मामेंट्स डायरेक्टर, डीजीए फ्रांस लेफ्टिनेंट जनरल गेल डियाज डी तुएस्टा ने गुरुवार को नई दिल्ली में डीआरडीओ भवन में इस एग्रीमेंट पर हस्‍ताक्षर किए। 

इस स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप का मकसद भविष्य की डिफेंस चुनौतियों के लिए नए सॉल्यूशन डेवलप करने के लिए दोनों देशों/एंटिटी की मिली-जुली एक्सपर्टीज और रिसोर्स का फायदा उठाना है। यह डिफेंस आर एण्‍ड डी में स्किल और नॉलेज बढ़ाने के लिए जॉइंट रिसर्च और ट्रेनिंग प्रोग्राम, टेस्टिंग एक्टिविटी, जानकारी के एक्सचेंज, वर्कशॉप, सेमिनार वगैरह के ऑर्गनाइजेशन के लिए एक फॉर्मल फ्रेमवर्क देता है। 

एग्रीमेंट के तहत, दोनों देशों को इक्विपमेंट, नो-हाउ और टेक्नोलॉजी का ट्रांसफर मिलेगा। इस एग्रीमेंट में बताए गए सहयोग के मुख्य एरिया में एरोनॉटिकल प्लेटफॉर्म, बिना ड्राइवर वाली गाड़ियां, डिफेंस एप्लीकेशन के लिए एडवांस्ड मटीरियल, साइबर सिक्योरिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्पेस, नेविगेशन, एडवांस्ड प्रोपल्शन, एडवांस्ड सेंसर, क्वांटम टेक्नोलॉजी, अंडरवाटर टेक्नोलॉजी और आपसी फायदे के दूसरे एरिया शामिल हैं।

दोनों पक्षों ने भरोसा जताया कि यह सहयोग नेशनल सिक्योरिटी और ग्लोबल डिफेंस टेक्नोलॉजी में तरक्की में काफी मदद करेगा।