झारखंड स्थापना के 25 गौरवशाली वर्ष के अवसर पर "रन फॉर झारखंड" कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का संबोधन
झारखंड स्थापना के 25 गौरवशाली वर्ष के अवसर पर "रन फॉर झारखंड" कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का संबोधन
झारखंड स्थापना के 25 गौरवशाली वर्ष के अवसर पर "रन फॉर झारखंड" कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का संबोधन
झारखंड स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर "रन फॉर झारखंड" कार्यक्रम मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने दिखाई हरी झंडी
रांची: झारखंड राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज बापू वाटिका, मोरहाबादी मैदान, रांची से "रन फॉर झारखंड" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने एकता, ऊर्जा और उत्साह के साथ इस कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और झारखंड रजत जयंती कार्यक्रमों एवं धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती कार्यक्रमों के श्रृंखला की शुरुआत की।
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु:
- मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्यवासियों को झारखंड स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई दी।
- "रन फॉर झारखंड" के माध्यम से राज्य के प्रति अपनत्व, एकता और विकास की भावना को मजबूती देने का आह्वान किया।
- राज्य स्थापना की रजत जयंती 15 नवम्बर को पूरे उत्सवपूर्ण माहौल में मनाई जाएगी।
- इस अवसर पर मंत्री श्री सुदिव्य कुमार सोनू, राज्यसभा सांसद श्रीमती महुआ माजी, विधायक श्री सी. सिंह, विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, सचिव श्री मनोज कुमार समेत प्रशासनिक पदाधिकारी, विद्यार्थी, खिलाड़ी और आम नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की विशेषताएं:
- "रन फॉर झारखंड" कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।
- कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड का यह 25वां वर्ष गौरव, संकल्प और विकास का प्रतीक है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि "रन फॉर झारखंड" के माध्यम से हम राज्य के प्रति अपनत्व, एकता और विकास की भावना को मजबूती देना चाहते हैं।
झारखंड स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर "रन फॉर झारखंड" कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने दिखाई हरी झंडी
रांची: झारखंड राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज बापू वाटिका, मोरहाबादी मैदान, रांची से "रन फॉर झारखंड" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने एकता, ऊर्जा और उत्साह के साथ इस कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और झारखंड रजत जयंती कार्यक्रमों एवं धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती कार्यक्रमों के श्रृंखला की शुरुआत की।
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु:
- मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्यवासियों को झारखंड स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई दी
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- "रन फॉर झारखंड" के माध्यम से राज्य के प्रति अपनत्व, एकता और विकास की भावना को मजबूती देने का आह्वान किया।
- राज्य स्थापना की रजत जयंती 15 नवम्बर को पूरे उत्सवपूर्ण माहौल में मनाई जाएगी।
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- इस अवसर पर मंत्री श्री सुदिव्य कुमार सोनू, राज्यसभा सांसद श्रीमती महुआ माजी, विधायक श्री सी. सिंह, विधायक श्रीमती कल्पना सोरेन, मुख्य सचिव श्री अविनाश कुमार, सचिव श्री मनोज कुमार समेत प्रशासनिक पदाधिकारी, विद्यार्थी, खिलाड़ी और आम नागरिक उपस्थित रहे।
झारखंड राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ पर "रन फॉर झारखंड" का फ्लैग ऑफ कार्यक्रम
रांची: झारखंड राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के सुअवसर पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन द्वारा कल दिनांक 11 नवम्बर 2025 को "रन फॉर झारखंड" का फ्लैग ऑफ कार्यक्रम प्रातः 8 बजे संपन्न किया जाएगा।
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कार्यक्रम के मुख्य बिंदु:
- दिनांक: 11 नवम्बर 2025
- स्थान: बापू वाटिका, मोरहाबादी, रांची
- समय: प्रातः 8:00 बजे
- कार्यक्रम: "रन फॉर झारखंड" का फ्लैग ऑफ
- मुख्य अतिथि: मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन
कोयला तस्करी में मुख्यमंत्री,पुलिस अधिकारी और उग्रवादी संगठन का गठजोड़....बाबूलाल मरांडी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज राज्य में हो रहे कोयले की अवैध तस्करी पर राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा।
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श्री मरांडी ने कहा कि झारखंड में मुख्यमंत्री, पुलिस अधिकारी और उग्रवादी संगठन आपसी गठजोड़ बनाकर बनारस की मंडियों में कोयला तस्करी करा रहे हैं।
कहा कि कोयला का काला खेल अब सिर्फ धनबाद, बोकारो और रामगढ़ तक में सीमित नहीं, बल्कि पलामू और लातेहार जैसे जिलों में भी अपने पांव पसार चुका है।
कहा कि ख़बरों के मुताबिक़ प्रतिदिन हजारों टन कोयला सिर्फ़ एक पलामू के रास्ते बिहार के डेहरी और उत्तर प्रदेश के बनारस पहुंचाया जा रहा है, जिससे प्रतिमाह होने वाली 15 करोड़ रुपये की अवैध कमाई का बँटवारा मुख्यमंत्री, उग्रवादी संगठन और पुलिस अधिकारियों के बीच होता है।
कहा कि अगर पूरे राज्य के अलग-अलग रास्ते से गुज़रने वाले चोरी के कोयले से होने वाली काली कमाई की बात करें तो यह अनुमान लगाया जा सकता है कि रोज़ाना कितने करोड़ की काली कमाई की जा रही है?
कहा कि शायद झारखंड ही ऐसा राज्य हो, जहां अपराधी, पुलिस और सत्ता की सांठगांठ से प्रदेश के संसाधनों को खुलेआम लूटा जा रहा है। न जाने कैसे-कैसे दिन दिखाएगी हेमंत सोरेन जी की भ्रष्टाचारी सरकार?
बैल के सींग की मार झेलने को तैयार रहे हेमंत सरकार.....आदित्य साहू
मुख्यमंत्री की नजरों में जो बैल है वह लाखों जनता के द्वारा चुना हुआ जन प्रतिनिधि है।
आदिवासी समाज का अगुआ है
भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने आज मुख्यमंत्री के बैल वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
श्री साहू ने कहा कि बैल गांव,गरीब,किसान की पहचान है। करोड़ों लोगों के पेट भरने में सहयोगी है। लेकिन बहुत ऐसे लोग होते हैं जो बैल से काम लेने के बाद उसके महत्व को भूल जाते हैं। मालिक होने का अहंकार सिर चढ़कर बोलने लगता है।
श्री साहू ने कहा कि गांव,गरीब ,किसान जनता केलिए बैल ही उपयोगी है इसलिए आज जनता उसी बैल के साथ खड़ी है।
कहा कि लेकिन आज बैल गुस्से में है, आक्रोशित है और जनता उसी के साथ खड़ी है।
कहा कि मुख्यमंत्री जी जिसको बैल बोलकर अपमानित करते हैं वह राज्य का पूर्व मुख्यमंत्री है, आदिवासी समाज का अगुआ है,लाखों जनता का लंबे समय से जन प्रतिनिधि है।
श्री साहू ने कहा कि बैल के अपमान का बदला जनता लेने को तैयार है।हेमंत सरकार को बैल के सिंग की मार झेलने को तैयार रहना चाहिए।
कहा कि जनता लूट और झूठ से ऊब चुकी है। आम आदमी परेशान है। स्वास्थ्य ,शिक्षा, जैसी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। बालू, पत्थर,खान खनिज को लूट मची है। युवा शक्ति हताश और निराश है।महिलाएं भयभीत हैं।
कहा कि राज्य की बेटियां अब विद्यालयों में भी असुरक्षित हो गई हैं।
कहा ऐसे हालत से राज्य को उबारने केलिए जनता कमर कस चुकी है।
नीरज सिंह हत्याकांड: संजीव सिंह ने जताई पीड़ा, कहा- मेरे जीवन की सबसे बड़ी पीड़ा है यह आरोप
धनबाद: अपने ही चचेरे भाई व धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के आरोप में आठ साल जेल में बिताने वाले झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह ने पहली बार मीडिया को मुखातिब हुए। उन्होंने बताया कि, "जिस भाई नीरज के साथ बचपन से जवानी तक का समय बीता, उसकी इस तरह हत्या होना ही मेरे लिए सदमा है। साथ ही, उसकी हत्या का आरोप मेरे ऊपर लग जाना मेरे जीवन की सबसे बड़ी पीड़ा है।"
सीबीआई जांच की मांग
संजीव सिंह ने कहा कि उन्होंने शुरुआत से ही इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके। इसके लिए उन्होंने वर्ष 2019 में न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। वर्ष 2023 में अदालत ने जब राज्य सरकार से जवाब मांगा, तो सरकार ने सीबीआई जांच की आवश्यकता से इनकार कर दिया।
न्यायालय के फैसले पर संतोष
संजीव सिंह ने कहा कि सच्चाई सामने आने में अत्यधिक देर हुई, परंतु अंततः न्यायालय ने उन्हें बरी कर न्याय किया। उन्होंने कहा कि उनकी राजनीतिक संस्कृति संघर्ष से उपजी है, और जनसेवा उनके परिवार की मूल पहचान रही है।
नगर निगम चुनाव पर टिप्पणी
नगर निगम चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि फिलहाल वे स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं और पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद ही आगे की राजनीतिक रणनीति तय करेंगे।
निजी रंजिश केलिए जनता पर फर्जी मुकदमा कर रही झारखंड पुलिस....बाबूलाल मरांडी
जैसा मुख्यमंत्री वैसी उनके सरकार की पुलिस
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा निशाना साधा है।
श्री मरांडी ने कहा कि झारखंड में कुछ पुलिस अधिकारी कानून को अपनी निजी रंजिशें निकालने का माध्यम बना चुके हैं। कोई अधिकारी बिहार में अपने पारिवारिक ज़मीन विवाद को लेकर विपक्ष पर झारखंड में झूठा मुकदमा दर्ज कर रहा है, तो कोई मुफ्त में मीट न देने पर दुकानदार पर फर्जी केस थोप रहा है।
कहा कि पतरातू में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां मीट दुकान संचालित करने वाले राजेश साव जी पर पुलिस पदाधिकारियों को मुफ्त में मीट न देने के कारण कथित रूप से आर्म्स एक्ट का झूठा मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया।
कहा कि इस मामले में आरोपी की पत्नी जांच की मांग कर रही है, जबकि पुलिस का दावा है कि युवक को रात में ‘योजना बनाते’ हुए पकड़ा गया।
कहा कि राजेश साव की पत्नी का कहना है कि उसके पति को फोन कर थाने बुलाया गया था। ऐसे विरोधाभासी बयान खुद पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।
कहा कि हेमंत सोरेन जी द्वारा विरोधियों पर फर्ज़ी केस लगाकर जेल भेजने की जो कुप्रथा शुरू हुई थी, लगता है अब उसे पुलिस अधिकारियों ने भी अपनाना शुरू कर दिया है।
कहा कि घोटाले के मामले में लगभग 6 महीने जेल काट चुके हेमंत जी को शायद यह समझ आ चुका होगा कि सेर को सवा सेर जरूर मिलता है और दूसरों के लिए गड्ढा खोदने का परिणाम क्या होता है… लेकिन पुलिस अधिकारियों को अब तक यह सीख समझ नहीं आ पाई है।
कहा कि रामगढ़ पुलिस उक्त मामले में पीड़िता के आवेदन के आधार पर थाना परिसर की CCTV फुटेज और कॉल डिटेल्स की तुरंत जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई करे।
उन्होंने माननीय उच्च न्यायालय से भी निवेदन किया कि पिछले छह वर्षों के दौरान झारखंड में दर्ज हुए आर्म्स एक्ट, NDPS एक्ट, राजद्रोह तथा SC/ST एक्ट के सभी मामलों की जांच रिपोर्ट की समीक्षा की जाए, ताकि फर्ज़ी केस के माध्यम से आम जनता को प्रताड़ित किए जाने की भयावह सच्चाई उजागर हो सके।
Nov 11 2025, 17:48
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