सिर्फ 10 महीनों में ही स्‍कोडा ऑटो इंडिया की सालाना बिक्री ने बनाया नया रिकॉर्ड

अक्टूबर में दर्ज की अब तक की सर्वाधिक मासिक बिक्री

• जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच 61,607 कारों की बिक्री दर्ज

• 2022 में दर्ज 53,721 यूनिट्स के पिछले वार्षिक रिकॉर्ड को तोड़ा

• अक्टूबर 2025 में 8,252 से अधिक यूनिट्स की बिक्री, अब तक की सबसे बड़ी मासिक उपलब्धि

स्‍कोडा ऑटो इंडिया के लिए ऐतिहासिक रहा है — कंपनी ने भारत में अपने 25 साल पूरे किए हैं। इसी वर्ष के अक्टूबर महीने में ब्रांड ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की, देश में अपनी अब तक की सर्वाधिक वार्षिक बिक्री का आंकड़ा पार किया।

जनवरी से अक्टूबर 2025 के बीच स्‍कोडा ऑटो इंडिया ने 61,607 वाहनों की बिक्री दर्ज की। यह उपलब्धि कंपनी के अब तक के सर्वश्रेष्ठ तिमाही और अर्धवार्षिक प्रदर्शन के बाद आई है। अक्टूबर 2025 में 8,252 से अधिक यूनिट्स की बिक्री के साथ स्‍कोडा ऑटो इंडिया ने अपनी अब तक की सबसे बड़ी मासिक बिक्री भी दर्ज की है।

इस शानदार वृद्धि के पीछे सबसे बड़ी भूमिका रही स्‍कोडा ऑटो इंडिया की पहली सब-4 मीटर एसयूवी ‘काइलैक’ की, जिसकी बिक्री निरंतर मज़बूती से बढ़ रही है। इसके साथ ही, ब्रांड की फ्लैगशिप लक्ज़री 4x4 कोडियाक, लोकप्रिय कुशाक और स्‍लाविया मॉडलों का योगदान भी लगातार बना हुआ है। वहीं, उच्च-प्रदर्शन वाली ऑक्‍टैविया आरएस लॉन्च के केवल 20 मिनट के भीतर ही पूरी तरह बिक गई।

इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बारे में आशीष गुप्ता, ब्रांड डायरेक्टर, स्‍कोडा ऑटो इंडिया, ने कहा, “हमने वर्ष 2025 की शुरुआत भारत में ब्रांड को मज़बूती से आगे बढ़ाने और नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के संकल्प के साथ की थी। यह ‘अब तक की सबसे बड़ी बिक्री’ हमारे स्पष्ट दृष्टिकोण, दृढ़ संकल्प और तेज़ कार्यान्वयन का प्रमाण है — इन्हीं ने भारत में हमारी प्रगति को नई गति दी है। हमारा नए और आकर्षक मॉडलों की पेशकश, भारतीय ग्राहकों से जुड़ती हमारी संवाद शैली, 318 ग्राहक टचप्वाइंट्स तक विस्तारित नेटवर्क और नए भौगोलिक क्षेत्रों में उपस्थिति, ये सभी हमारे 25वें वर्ष को भारत में अब तक का सबसे सफल वर्ष बनाने में निर्णायक रहे हैं।”

प्रासंगिकता और प्रगति का वर्ष

स्‍कोडा ऑटो इंडिया के लिए यह वर्ष उसके उत्पाद नवाचार और नेटवर्क विस्तार रणनीति की सफलता से प्रेरित रहा है। ब्रांड की पहली सब-4 मीटर एसयूवी ‘काईलैक’ लॉन्च के बाद से ही ग्राहकों की पहली पसंद बन गई है - अब तक इसकी 40,000 से अधिक यूनिट्स बिक चुकी हैं।

कुशाक और स्‍लाविया के लिमिटेड एडिशन मॉडलों ने ग्राहकों के लिए ब्रांड के मूल्य प्रस्ताव को और आकर्षक बनाया है, जबकि फ्लैगशिप 4x4 कोडियाक ने लक्ज़री अनुभव को नई ऊँचाई दी है।

ऑटो प्रेमियों के लिए प्रतिष्ठित ओक्‍टैविया आरएस ने परफॉर्मेंस और ड्राइविंग का रोमांच फिर से जीवंत कर दिया है।

स्‍कोडा ने अब भारत में स्थानीय रूप से निर्मित स्‍लाविया, कुशाक और काइलैक मॉडलों की 2,00,000 से अधिक कारों की बिक्री का महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है। कंपनी का नेटवर्क अब 180 शहरों में 318 ग्राहक टचप्वाइंट्स तक फैल चुका है।

काइलैक, कुशाक और कोडियाक के साथ स्‍कोडा अब हर आकांक्षा के अनुरूप एसयूवी विकल्प प्रदान करती है, जबकि स्‍लाविया और ऑक्‍टैविया आरएस की वापसी के साथ अपने प्रतिष्ठित सेडान सेगमेंट की विरासत को भी आगे बढ़ा रही है।

ब्रांड की विशिष्ट पहचान

स्‍कोडा ने अपने ब्रांड संचार को अर्थपूर्ण कहानियों और संवेदनशील संदेशों के माध्यम से एक विशिष्ट पहचान देने पर ध्यान केंद्रित किया है। भारत, स्‍कोडा ऑटो का दुनिया का पहला बाज़ार बन गया है जिसने अपने पूरे नेटवर्क का 100% रीब्रांडिंग नई कॉर्पोरेट आइडेंटिटी और डिज़ाइन के साथ पूरा किया है। लोकप्रिय ‘आई लव माई डोडा’ अभियान ने ग्राहकों को कहानी के केंद्र में रखकर स्‍कोडा की ‘मालिक नहीं, प्रशंसक’ वाली भावना को शानदार ढंग से प्रस्तुत किया।

भरोसा और संबंध मज़बूत करना

स्‍कोडा ऑटो इंडिया ग्राहकों के अनुभव और सेवा उत्कृष्टता पर लगातार ध्यान केंद्रित कर भरोसा मज़बूत कर रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि 2025 के अंत तक अपने सेल्स और आफ्टरसेल्स नेटवर्क में कर्मचारियों की संख्या 50% बढ़ाकर 7,500 से अधिक कर दी जाए। इसके साथ ही, 25,000 से अधिक ट्रेनिंग डे में निवेश कर आफ्टरसेल्स गुणवत्ता और ग्राहक संतुष्टि को और ऊँचा उठाया जाएगा।

ब्रांड की यह प्रतिबद्धता केवल सेवाओं तक सीमित नहीं है — यह ग्राहकों के साथ एक सशक्त समुदाय निर्माण की दिशा में उठाया गया कदम भी है। हाल ही में हुए ‘फैन्‍स ऑफ स्‍कोडा’ कैंपेन के तहत, 60 से अधिक स्‍कोडा प्रशंसकों ने 28 कारों के काफिले के साथ 19,024 फीट ऊँचाई पर स्थित उमलिंग ला तक ड्राइव कर भारत और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराया, जो ब्रांड और उसके प्रशंसकों के बीच गहरे संबंध का प्रतीक है।

नई बहादुरी का अध्याय शुरू: ‘बॉर्डर 2’ से वरुण धवन का फर्स्ट लुक हुआ रिलीज़

* पोस्टर में वरुण धवन के एक दमदार और परिवर्तित अवतार की झलक दिखाई दे रही है, जब वे भारत की सबसे प्रतिष्ठित युद्ध फिल्म ‘बॉर्डर 2’ की दुनिया में कदम रख रहे हैं। फिल्म 23 जनवरी 2026 को रिलीज़ होगी।

सनी देओल के फर्स्ट पोस्टर को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया के बाद, अब फिल्म के निर्माता टी-सीरीज़ और जेपी फिल्म्स ने वरुण धवन का बहुप्रतीक्षित फर्स्ट लुक जारी कर दिया है, जो भारत की सबसे बड़ी देशभक्ति फिल्म में एक नई पीढ़ी के साहस का प्रतीक है।

पोस्टर में वरुण धवन एक भारतीय सैनिक के रूप में दिखाई दे रहे हैं — हाथ में बंदूक लिए, जोश और एक्शन से भरपूर अंदाज़ में। उनके चेहरे का भाव दृढ़ संकल्प, शक्ति और देशभक्ति की भावना को दर्शाता है। सेना की वर्दी में सजे वरुण का यह नया लुक उन्हें एक बिल्कुल अलग और प्रभावशाली अवतार में पेश करता है।

यह नया खुलासा ‘बॉर्डर 2’ की भावनात्मक यात्रा में एक और प्रेरणादायक अध्याय जोड़ता है — एक ऐसी कहानी जो साहस, भाईचारे और बलिदान की उस विरासत को आगे बढ़ाती है जिसने एक पीढ़ी को परिभाषित किया था, और अब अगली पीढ़ी को प्रेरित करेगी। वरुण धवन के इस प्रभावशाली पहले लुक के साथ, ‘बॉर्डर 2’ 2026 की सबसे प्रतीक्षित फिल्मों में से एक बनने के लिए तैयार है।

अनुराग सिंह के निर्देशन में बनी इस फिल्म में सनी देओल, वरुण धवन, दिलजीत दोसांझ, अहान शेट्टी, मेधा राणा, मोना सिंह और सोनम बाजवा जैसे कलाकार नज़र आएंगे। फिल्म का निर्माण भूषण कुमार, जे.पी. दत्ता और निधि दत्ता ने किया है। यह फिल्म 23 जनवरी 2026 को रिलीज़ होगी, जो गणतंत्र दिवस के सप्ताहांत पर दर्शकों के लिए देशभक्ति से भरा अनुभव लेकर आएगी।

‘बॉर्डर 2’ को गुलशन कुमार और टी-सीरीज़ प्रस्तुत कर रहे हैं, जेपी दत्ता की जे.पी. फिल्म्स के सहयोग से। फिल्म का निर्माण भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, जे.पी. दत्ता और निधि दत्ता द्वारा किया गया है, जबकि निर्देशन अनुराग सिंह ने संभाला है। यह फिल्म भारतीय सैनिकों के साहस और अटूट जज़्बे को सलाम करती है और दर्शकों को देशभक्ति, पराक्रम और बलिदान की एक रोमांचक यात्रा पर ले जाएगी।

लिंक: https://www.instagram.com/p/DQqb8NWjAIl/?igsh=bHJtMmhmenA1Zno1

तैयार हो जाइए इस भव्य और भावनात्मक गाथा के लिए — क्योंकि ‘बॉर्डर 2’ 23 जनवरी 2026 को सिनेमाघरों में धूम मचाने आ रही है।

डीलशेयर ने कंज़्यूमर फर्स्ट, वैल्यू ई-कॉमर्स रिलॉन्च के साथ जयपुर में अपने कदम मजबूत किए

भारत के होमग्रोन वैल्यू ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, डीलशेयर ने आज कोलकाता, लखनऊ और दिल्ली-एनसीआर के कुछ हिस्सों (गाजियाबाद और गुरुग्राम) में विस्तार के बाद जयपुर में अपनी सेवाएं शुरू कीं। इसके साथ ही कंपनी ने अगले दिन डिलीवरी सेवाओं के मुकाबले ग्राहकों पर केंद्रित, ज्यादा बचत प्रदान करने वाले ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के रूप में काम करना शुरू कर दिया है। यह मॉडल शहर में बचत पसंद करने वाले परिवारों की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाईन किया गया है।कंपनी ने ये सेवाएं भारत में ई-कॉमर्स क्षेत्र में मौजूद एक बड़ी कमी को देखकर शुरू की हैं। जहाँ क्विक कॉमर्स और प्रीमियम ग्रोसरी प्लेटफॉर्म ग्राहकों को सुविधा तो प्रदान कर रहे हैं, लेकिन इसके बदले में ग्राहकों को अपनी बचत और पारदर्शिता से समझौता करना पड़ता है। भारत में लाखों परिवार हर खरीद करने से पहले मूल्यों की तुलना करते हैं, बजट देखते हैं और योजना बनाते हैं। इसलिए मूल्यों के मामले में कोई भी समझौता नहीं किया जा सकता है। डीलशेयर का लक्ष्य अप नी सेवाओं का विस्तार करके इस वंचित वर्ग को सेवाएं प्रदान करना है। उस भारत को सेवाएं देना है, जो बचत को बहुत ज्यादा महत्व देता है। इसलिए यह प्लेटफॉर्म बिना समझौते के किफायती होने के लिए डिज़ाईन किया गया है।

डीलशेयर 2.0 इस विश्वास पर केंद्रित है कि बचत से कोई भी समझौता नहीं किया जा सकता है क्योंकि इससे सशक्तीकरण होता है। इस नए मॉडल में स्थानीय सप्लायर, प्राईवेट लेबल और क्षेत्रीय ब्रांड्स को शामिल किया गया है, ताकि अन्य के मुकाबले 20 से 30 प्रतिशत कम मूल्य में उत्पाद उपलब्ध कराए जा सकें। यह एक अपग्रेडेड, टेक्नोलॉजी-इनेबल्ड सप्लाई चेन है। 2 घंटे के डिलीवरी प्रॉमिज़ द्वारा भारत के ग्राहकों को बेहतर मूल्य के साथ सुविधा भी प्राप्त होती है।डीलशेयर के सीईओ, कमलदीप सिंह ने कहा, ‘‘हम डीलशेयर में एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं, जो भारत में सबसे बड़े विकासशील बाजार, यानी मध्यम वर्ग पर केंद्रित है। हमारे नेटवर्क, टेक्नोलॉजी, प्रक्रियाओं में संशोधन कर तथा प्राईवेट लेबल एवं क्षेत्रीय व स्थानीय ब्रांड्स को मजबूत करके हम न केवल कम मूल्य में उत्पाद उपलब्ध कराना चाहते हैं, बल्कि बेहतरीन क्वालिटी के साथ विश्वास भी बढ़ाना चाहते हैं। हमारा उद्देश्य है कि भारतीय परिवारों के लिए दैनिक शॉपिंग ज्यादा सरल, स्मार्ट और फायदेमंद बने।’’

ग्रोसरी, दैनिक सामग्री और पारिवारिक वस्तुओं में प्राईवेट लेबल ब्रांड्स का डीलशेयर का बढ़ता पोर्टफोलियो इस मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह प्लेटफॉर्म ग्राहकों को बेहतर मार्जिन के साथ किफायती और उच्च क्वालिटी के उत्पाद उपलब्ध कराएगा, जिससे उनका विश्वास मजबूत होगा।’’अनुभवी लीडरशिप टीम और अनुशासित ऑपरेशंस के साथ कंपनी सस्टेनेबल विस्तार और हितधारकों के आत्मविश्वास पर केंद्रित है। सशक्तीकरण, इनोवेशन और सस्टेनेबल विकास पर ध्यान केंद्रित करके कंपनी का उद्देश्य भारत में शॉपिंग के तरीके में परिवर्तन लाना है। कंपनी स्मार्ट मूल्यों, मजबूत सप्लाई चेन और ब्रांड के वादे के साथ दैनिक लाभ प्रदान करना चाहती है।

ग्राहकों पर केंद्रित रहते हुए डीलशेयर ने अपना लेटेस्ट ब्रांड कैम्पेन, ‘‘मेहनत की कमाई, हक से बचाओ’’ शुरू किया है। इस फिल्म में प्लेटफॉर्म का ‘किफायती रहने’ का वादा दिखाया गया है। इस फिल्म में बचत करने के अधिकार और गर्व के साथ अपनी कमाई बचाने पर जोर दिया गया है।

धीरेन्द्र शास्त्री की यात्रा से भाई चारा का खतरा है तो क्या मनु स्मृति जलाने से भाई चारा बढ़ेगा : कविता तिवारी

लखनऊ । आज के दौर में सनातन का सबसे ज्यादा विरोध हिन्दू स्वयं ही कर रहे हैं आस्तिक या नास्तिक होना अपनी विचारधारा है किंतु इस तरह का विरोध सनातन का अपमान ही नहीं अपितु देश की संप्रभुता पर भी सवाल उठाती है ऐसे कई नेता हैं जो सनातन का विरोध करते हैं आए हैं किंतु दामोदर यादव जी कुछ ज्यादा ही कर रहे हैं वह भी फेमस होने के लिए।

दामोदर जी ने पहले तो धीरेन्द्र शास्त्री की सनातन पद यात्रा यानी हिंदू जोड़ो यात्रा का राष्ट्रपति जी को पत्र लिखकर किया जब वहां भी सुनवाई नहीं हुई तो कोर्ट जाने की धमकी दी जब इतने से भी लोगों के द्वारा प्रसिद्ध नहीं हो पाए तो अब मनुस्मृति का एक पोस्टर बनाया और सड़क पर खड़े होकर कुछ लोगों के समूह के साथ जला दिया। पोस्टर जलाओ या मनुस्मृति जलाओ बात सिर्फ सनातन के विरोध की है। दामोदर यादव जी लगातार धीरेन्द्र शास्त्री जी की यात्रा को लेकर कहते रहे हैं कि इससे देश की संप्रभुता और भाईचारे के लिए खतरा है ।

मै कविता तिवारी राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत राष्ट्रीय प्रचारक पूछना चाहती हूं कि धीरेन्द्र शास्त्री जी की यात्रा से देश की संप्रभुता और अखंडता , भाईचारे को खतरा है तो मनुस्मृति जलाने से देश में भाईचारा बढ़ेगा। दामोदर यादव जी देश की शांति भंग करने का कार्य सनातन धर्म के अपमान के द्वारा कर रहे हैं ।सरकार से मांग करती हूं कि करोड़ों लोगों की आस्था से खिलवाड़ करने वाले लोगों पर अंकुश लगाया जाए क्योंकि आजकल कुछ नेता धर्म विरोधी बातें एवं कार्य करके स्वयं को मसीहा बनाने की फ़िराक़ में हैं।

आईसीआईसीआई प्रु लाइफ ने ग्राहकों को जीएसटी लाभ दिया, जिससे बीमा सस्ता हुआ

दिल्ली।टर्म इंश्योरेंस किसी भी व्यक्ति की वित्तीय योजना का एक अहम् हिस्सा होता है। यह परिवार के लिए आय के विकल्प के रूप में काम करता है, ताकि यदि कमाने वाला सदस्य अब न रहे तो भी परिवार अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा किया जा सके। हाल ही में भारत सरकार ने एक बड़ा सुधार लागू किया है, जिसके तहत सभी बीमा पॉलिसीज़ को जीएसटी से मुक्त कर दिया गया है। पहले ग्राहकों को प्रीमियम राशि पर 18% जीएसटी देना पड़ता था। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यक्ति की प्रीमियम 100 रुपए थी, तो उस पर 18 रुपए अतिरिक्त जीएसटी देना होता था। अब इस छूट के बाद व्यक्ति को सिर्फ 100 रुपए ही चुकाने होंगे। इससे जीवन बीमा और टर्म इंश्योरेंस दोनों योजनाएँ सस्ती हो गई हैं। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस ने अपने ग्राहकों को इस जीएसटी छूट का पूरा लाभ दिया है, जो कंपनी की “ग्राहकों को सर्वोत्तम मूल्य देने” की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे बीमा योजनाएँ अब और भी किफायती और हर भारतीय परिवार के लिए सुलभ हो गई हैं। अब देखते हैं कि इसका टर्म इंश्योरेंस की कीमतों पर क्या असर हुआ है। पहले 30 वर्ष के एक पुरुष (गैर-धूम्रपान करने वाले) को 1 करोड़ रुपए के जीवन कवर और 30 वर्ष की अवधि के लिए 825 रुपए मासिक प्रीमियम (जीएसटी सहित) देना पड़ता था। अब उसी व्यक्ति को केवल 699 रुपए मासिक प्रीमियम देना होगा। इसी तरह, 30 वर्ष की महिला (गैर-धूम्रपान करने वाली) के लिए पहले यह राशि 697 रुपए (जीएसटी सहित) थी, जो अब घटकर सिर्फ 594 रुपए रह गई है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर, श्री विकास गुप्ता ने कहा, “हमारा मानना है कि सच्चा मूल्य वही है, जो ग्राहक के हित में हो। हम अपने ग्राहकों को जो भी बचत लौटाते हैं, वह न केवल भरोसा बढ़ाती है, बल्कि बीमा को और किफायती बनाती है। इससे हम उस लक्ष्य के और करीब पहुँचते हैं, जहाँ गुणवत्तापूर्ण बीमा हर व्यक्ति की पहुँच में हो। यह हमारे उस प्रयास को भी आगे बढ़ाता है जिसके तहत हम देश में सुरक्षा कवरेज का दायरा बढ़ाना चाहते हैं, ताकि अधिक से अधिक लोग अपने भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में कदम बढ़ाएँ।” दरअसल, टर्म इंश्योरेंस एक वित्तीय सुरक्षा कवच है, जो यह सुनिश्चित करता है कि व्यक्ति के न रहने पर भी उसके अपने सुरक्षित रहें। इसलिए यह जरूरी है कि ऐसे सुरक्षा उत्पाद सभी के लिए किफायती हों। कम प्रीमियम से बीमा कवरेज का दायरा और गहराई बढ़ेगी, जिससे लाखों भारतीयों के जीवन में वित्तीय सुरक्षा लाने के राष्ट्रीय लक्ष्य को मजबूती मिलेगी।
हुनर और स्वाद के महासंग्राम- 'बुंदेली शेफ सीज़न 3' में 14 महिला प्रतिभागी क्वार्टर फाइनल की रेस में

पहले और दूसरे ऑडिशन से चुनी गईं 14 होनहार प्रतिभागी अगले राउंड में दिखाएँगी अपने स्वाद का दमखम 

14 दिसंबर, 2025 को छतरपुर स्थित द रुद्राक्ष होटल में होगा फिनाले  

छतरपुर : महिलाओं के लिए देश की पहली बुंदेली पाक कला पर आधारित ऑनलाइन प्रतियोगिता 'बुंदेली शेफ' ने अपने तीसरे संस्करण के साथ एक बार फिर पूरे बुंदेलखंड को स्वाद, सुगंध और संस्कृति के रंगों में रंग दिया है। रसोई से उठती देसी खुशबू अब क्वार्टर फाइनल की ओर बढ़ चली है, जहाँ महिलाएँ अपने स्वाद के हुनर के साथ ही अपनी अलग पहचान की नई कहानी भी लिख रही हैं।

पहले ऑडिशन राउंड में चयनित 7 महिला प्रतिभागियों के बाद दूसरे ऑडिशन राउंड में भी 7 प्रतिभाशाली महिलाओं ने अपने हुनर से जजेस और दर्शकों का दिल जीत लिया। ऐसे में, अब 14 प्रतिभागी आगे की रेस में अपने हुनर का जादू चलाएँगी। बताते चलें, प्रतिभागियों के हुनर को परखने के लिए अनुभवी जज पैनल में बुंदेली शेफ सीज़न 1 की विजेता समिता, सीज़न 2 की विजेता ज़हीदा परवीन और आतिथ्य क्षेत्र में 20 वर्षों का अनुभव रखने वालीं मेघना शर्मा शामिल हैं, जो स्वाद, प्रस्तुति और नवाचार तीनों का बारीकी से आकलन कर रही हैं। 

बुंदेलखंड 24x7 के चैनल हेड, आसिफ पटेल ने कहा, "इस ऑनलाइन कुकिंग प्रतियोगिता के पहले दो सीज़न की लोकप्रियता ने तीसरे सीज़न को और भी खास बना दिया। इस प्रतियोगिता का बुंदेलखंड में इतना बोलबाला है कि लोग महीनों पहले से इसका इंतज़ार करने लगते हैं। मूल रूप से बुंदेलखंड से आने वाली महिलाएँ देशभर के किसी भी कोने से प्रतियोगिता का हिस्सा बन सकती हैं, इसकी यही बात इसे तमाम प्रतियोगिताओं से जुदा करती है। सभी 14 प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ ।"

हमीरपुर की रीना सचान द्वारा बनाई गई ब्राउनी; सागर की दो प्रतिभागी: रानू झा की खुमाद खीर और गीतांजलि साहू द्वारा बनाए गए मैथी की भाजी के पकौड़े; झाँसी की तीन प्रतिभागी- शाजिदा आमिर द्वारा पेश किए गए दहीबड़े, हेमा गुप्ता के बुंदेली थोपा, पल्लवी जैन द्वारा पेश की गई बुंदेली थाली; पन्ना की नैंसी शिवहरे द्वारा बनाए गए गुंजा को दूसरे ऑडिशन राउंड में 5 नवंबर को होने वाले क्वार्टर फाइनल के लिए चुना गया। हुनर और स्वाद के इस महासंग्राम में उतरने के बाद स्वाद का कारवाँ 19 नवंबर को सेमीफाइनल और 14 दिसंबर को फिनाले तक पहुँचेगा, जो कि छतरपुर की द रुद्राक्ष होटल में आयोजित होगा।

गौरतलब है कि बुंदेलखंड 24x7 द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता को रुद्राणी कलाग्राम का सहयोग प्राप्त है। उत्तर भारत की मशहूर पब्लिक रिलेशन्स एजेंसी 'पीआर 24x7' पीआर पार्टनर के रूप में, 'अफ्फी स्पोर्ट्स' ट्रॉफी पार्टनर और 'तारुका इको' गिफ्टिंग पार्टनर, 'द रुद्राक्ष होटल' वैन्यू पार्टनर और के रूप में '2030 का भारत' बतौर सोशल पार्टनर प्रतियोगिता से जुड़े हैं।

ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (टीसीआई) ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में मजबूत वृद्धि दर्ज की

दिल्ली : ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (टीसीआई), जो भारत की अग्रणी एकीकृत मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन सॉल्यूशन्स प्रदाता कंपनी है, ने 30 सितंबर, 2025 को समाप्त दूसरी तिमाही (वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही) के वित्तीय परिणामों की घोषणा की।

वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही के प्रमुख वित्तीय अंश:

• राजस्व: ₹12,174 मिलियन, जो पिछले वर्ष की समान अवधि (₹11,314 मिलियन) की तुलना में 8% वृद्धि दर्शाता है।

• एबिट्डा (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय): ₹1,624 मिलियन, जो पिछले वर्ष के ₹1,519 मिलियन की तुलना में 7% की वृद्धि है।

• पीएटी (करोत्तर लाभ): ₹1,135 मिलियन, जो पिछले वर्ष के ₹1,073 मिलियन की तुलना में 6% की वृद्धि है।

समेकित

प्रदर्शन की मुख्य विशेषताएँ: वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही बनाम वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही समेकित (₹ मिलियन में)

प्रदर्शन की मुख्य विशेषताएँ: वित्त वर्ष 26 की छमाही बनाम वित्त वर्ष 25 की छमाही समेकित (₹ मिलियन में)

विवरण 30.09.2025 30.09.2024 वृद्धि % विवरण 30.09.2025 30.09.2024 वृद्धि %

राजस्व 12174 11314 7.6% राजस्व 23680 21874 8.3%

एबिट्डा 1624 1519 6.9% एबिट्डा 3144 2877 9.3%

पीएटी 1135 1073 5.8% पीएटी 2207 1989 11.0%

 

स्टैंडअलोन

प्रदर्शन की मुख्य विशेषताएँ: वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही बनाम वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही स्टैंडअलोन (₹ मिलियन में)

प्रदर्शन की मुख्य विशेषताएँ: वित्त वर्ष 26 की छमाही बनाम वित्त वर्ष 25 की छमाही स्टैंडअलोन (₹ मिलियन में)

विवरण 30.09.2025 30.09.2024 वृद्धि % विवरण 30.09.2025 30.09.2024 वृद्धि %

राजस्व 10652 10120 5.3% राजस्व 20990 19959 5.2%

एबिट्डा 1303 1228 6.1% एबिट्डा 2932 2675 9.6%

पीएटी 878 825 6.4% पीएटी 2120 1872 13.2%

प्रबंधन की टिप्पणी:

कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री विनीत अग्रवाल ने कहा, “हमें दूसरी तिमाही में स्थिर प्रदर्शन की रिपोर्ट करते हुए खुशी हो रही है, जो ऑटो, एफएमसीजी और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में मजबूत माँग से प्रेरित है, जो हमारी रणनीति, परिचालन दक्षता और प्रभावी कार्यान्वयन की मजबूती को दर्शाता है। सभी उत्पाद खंडों/डिवीजन्स ने संतोषजनक प्रदर्शन किया है।

जीएसटी 2.0 के कार्यान्वयन ने अनुपालन में स्पष्टता और कराधान को सरल बनाया है, जिससे लॉजिस्टिक्स संचालन अधिक सुचारू हुए हैं। बेहतर सामर्थ्य और तेजी से पूर्ति के शुरुआती संकेत पहले से ही दिखाई दे रहे हैं, जिसे प्रमुख उपभोग श्रेणियों में त्यौहारी सीजन की माँग से और बल मिल रहा है।

हमने अपने वेयरहाउसिंग नेटवर्क का विस्तार किया है और ऑटोमेशन व स्मार्ट मल्टीमॉडल संपत्तियों में निवेश जारी रखा है। हमारी रेल और तटीय मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स सेवाएँ उच्च क्षमता वाली, पर्यावरण-अनुकूल और कुशल परिवहन प्रणाली प्रदान कर रही हैं।स्थिरता के मोर्चे पर, हम वैकल्पिक ईंधन तकनीकों के परीक्षण के साथ अपने ग्रीन फ्लीट में निवेश कर रहे हैं। साथ ही स्वच्छ ऊर्जा, कचरा प्रबंधन और मोडल शिफ्ट जैसी पहलों पर भी काम जारी है।

टीसीआई- आईआईएम बैंगलोर पहल के तहत विकसित लैब के परिवहन उत्सर्जन माप उपकरण (टीईएमटी) को अब उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा औपचारिक रूप से अपना लिया गया है और इसकी आधिकारिक वेबसाइट (https://dpiit.freightemissions.com/ ) पर उपलब्ध करा दिया गया है, जिससे एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है।

जैसे-जैसे भारत का लॉजिस्टिक्स परिदृश्य तेज़ी से विकसित हो रहा है, टीसीआई एकीकृत, तकनीक-सक्षम और पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ सप्लाई चेन समाधान प्रदान करने के अपने संकल्प पर कायम है।“

पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करे प्रदेश सरकार:एनयूजे इंडिया उतर प्रदेश

प्रयागराज के पत्रकार एल एन सिंह हत्याकांड को लेकर एनयूजे इंडिया उ प्र ने मुख्यमंत्री योगी को दी ज्ञापन

दिवगंत पत्रकार एल एन सिंह के परिवार को दस लाख आथिॅक सहायता की मांग की

नेशनल यूनियन आँफ जर्नलिस्टस इंडिया के उतर प्रदेश अध्यक्ष बीरेद्र सक्सेना के नेतृत्व मे एनयूजे इंडिया के उतर प्रदेश इकाई के एक प्रतिनिधी मंडल उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से मिलकर बीते दिनो प्रयागराज मे पत्रकार एल एन सिंह के हत्या को लेकर ज्ञापन दिया। अपने ज्ञापन मे पत्रकार एल एन सिंह को प्रयागराज में चाकुओं से गोद का हत्या कर दी गई। पत्रकार एलएन सिंह प्रयागराज  में पूरी ईमानदारी व निष्ठा से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे थे , परंतु कुछ अराजक तत्वों ने गुरुवार की रात चाकुओं से गोदकर उनकी निर्मम हत्या कर दी। आपको स्मरण करना है कि गत लोकसभा चुनाव के दौरान भी जौनपुर में हमारे एक पत्रकार साथी की निर्मम हत्या की गई थी। इसी प्रकार के कई अन्य गंभीर उत्पीड़न के मामले भी होते रहे हैं और उनके संबंध में हम आपको निरंतर अवगत भी कराते रहे हैं, परंतु अफसोस की बात यह है कि इस तरह की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं और अराजक तत्व दिन पर दिन बेखौफ होते जा रहे हैं। देश व प्रदेश के पत्रकार इस घटना को लेकर काफी आक्रोशित है और इस घटना पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।

      नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स लगातार पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाए जाने की निरंतर मांग कर रही है लेकिन हमारी इस मांग पर भी प्रदेश सरकार ने चुप्पी साध रखी है । अपनी इस मांग को आज हम पुनः इस आशा के साथ दोहरा रहे हैं कि राज्य सरकार शीघ्र ही प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून को लागू करे ताकि पत्रकारों की सुरक्षा की जा सके और वह निर्भीक होकर अपने कार्य को अंजाम दे सकें। हमारी यह भी मांग है की पत्रकार एलएन सिंह के परिवार को 10 लख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए ताकि उनके परिवार का जीवन यापन सुविधा पूर्वक हो सके। ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधी मंडल मे सवॅश्री बीरेद्रं सक्सेना प्रदेश अध्यक्ष(पूवॅ सूचना आयुक्त उतर प्रदेश सरकार ) राषट्रीय संगठन मंत्री प्रमोद गोस्वामी(प्रदेश ब्यूरो प्रमुख पी टी आई तथा उ प्र मान्यता प्राप्त संवाददाता समीति के पूवॅ अध्यक्ष)राषट्रीय उपाध्यक्ष अजय कुमार (स्टेट हेड माया प्रेस ) प्रदेश संरक्षक सुरेद्रं दूबे(पूवॅ प्रदेश ब्यूरो प्रमुख यूएनआई) प्रदेश संरक्षक के बख्श सिंह (के टी वी न्यूज चैनल सलाहकार सम्पादक)तथा प्रदेश कायॅकारिणी के अन्य पदाधिकारी और सदस्य थे।

एसबीआई लाइफ की ‘थैंक्स-ए-डॉट’ पहल ने बनाया गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स®, स्तन स्वास्थ्य को घर-घर की बातचीत का विषय बनाया

मुंबई : एक अग्रणी पहल के तहत भारत की सबसे भरोसेमंद बीमा कंपनियों में से एक, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने स्तन स्वास्थ्य को “हर घर की बातचीत” बनाने के अपने संदेश को वैश्विक स्तर पर मजबूत किया है। कंपनी ने गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स® बनाकर यह उपलब्धि हासिल की है। इस दौरान 1,191 ‘हग ऑफ लाइफ’ हॉट वॉटर बैग्स से बना सबसे बड़ा मोज़ेक तैयार किया गया, जिस पर लिखा था — “टेक ए ब्रेस्ट सेल्फ-एग्जाम विथ थैंक्स-ए-डॉट।” इस प्रयास ने न केवल शुरुआती पहचान और आत्म-देखभाल के महत्व को दोहराया, बल्कि भारत में महिलाओं के स्वास्थ्य पर खुलकर बातचीत को सामान्य बनाने की दिशा में एक अहम कदम रखा।

इस रिकॉर्ड को श्री अमित झिंगरन, एम डी एवं सीईओ, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस; सुश्री महिमा चौधरी, अभिनेत्री और स्तन कैंसर सर्वाइवर; श्री रवींद्र शर्मा, चीफ ऑफ ब्रांड, कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन एवं सीएसआर, एसबीआई लाइफ; और श्री स्वप्निल डांगरिकर, आधिकारिक निर्णायक, गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स® सहित अन्य सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति में दर्ज किया गया।

भारत में स्तन कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है, जो कुल कैंसर मामलों में से लगभग हर चार में से एक का कारण है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 60% से अधिक स्तन कैंसर के मामलों का पता तब चलता है जब बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है, जिससे उपचार कठिन और सफलता की संभावना कम हो जाती है। जबकि अगर समय रहते जांच हो जाए, तो स्तन कैंसर के लगभग 90% मामले ठीक किए जा सकते हैं। लेकिन समाज में झिझक, कलंक और परिवार को स्वयं से पहले रखने की सोच के कारण महिलाएं अक्सर अपने स्वास्थ्य की अनदेखी करती हैं।

एसबीआई लाइफ की ‘थैंक्स-ए-डॉट’ पहल 2019 में शुरू हुई थी, इसका उद्देश्य इन बाधाओं को तोड़ना है - ताकि महिलाएं स्तन स्वास्थ्य पर खुलकर बात करें और अपनी जांच और सेहत को अपनी दिनचर्या का सामान्य हिस्सा बना सकें।

2023 में एसबीआई लाइफ ने ‘हग ऑफ लाइफ’ हॉट वॉटर बैग लॉन्च किया। यह दुनिया का पहला ऐसा बैग है जिसमें 3डी गांठें हैं, ताकि महिलाएं सुरक्षित और आत्मविश्वास के साथ स्तन स्व-परीक्षण करना सीख सकें। इस रिकॉर्ड बनाने वाले मोज़ेक में कर्मचारियों, साझेदारों और स्वयंसेवकों ने मिलकर एक साधारण वस्तु को जागरूकता और सशक्तिकरण का प्रतीक बना दिया।

इस पहल पर श्री रवींद्र शर्मा, चीफ ब्रांड, कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन एवं सीएसआर, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने कहा: “यद्यपि महिलाएं परिवारों के पालन-पोषण में केंद्रीय भूमिका निभाती हैं, लेकिन वे अक्सर अपने स्वास्थ्य को लेकर फिक्रमंद नहीं रहती हैं। ‘थैंक्स-ए-डॉट’ के माध्यम से, हम न केवल महिलाओं को अपने स्तर पर ही स्तन परीक्षण के लिए प्रेरित कर रहे हैं, बल्कि एक ऐसा आंदोलन शुरू कर रहे हैं जो आत्म-देखभाल को घर और समाज की साझा बातचीत का हिस्सा बनाता है। हमारा मानना है कि सच्चा स्वास्थ्य स्वयं की देखभाल से शुरू होता है। हम स्व-देखभाल को एक बड़ी जिम्मेदारी के हिस्से के रूप में देखते हैं, जहाँ अपने प्रियजनों की देखभाल स्वयं की देखभाल से शुरू होती है। गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स® हासिल करना सिर्फ एक उपलब्धि नहीं, बल्कि महिलाओं को आत्म-देखभाल को प्राथमिकता देने और स्तन स्व-परीक्षण को नियमित आदत बनाने की प्रेरणा है।”

महिमा चौधरी, अभिनेत्री और स्तन कैंसर सर्वाइवर ने कहा: “एसबीआई लाइफ की ‘थैंक्स-ए-डॉट’ पहल से जुड़ना मेरे दिल के बहुत करीब है, क्योंकि यह शुरुआती पहचान के महत्व को बढ़ावा देती है। मैंने खुद स्तन कैंसर का सामना किया है, इसलिए मैं जानती हूं कि समय पर जांच कितनी जरूरी है और नियमित स्व-परीक्षण जीवन बदल सकता है। आज भी ऐसे विषयों पर खुली बातचीत कम होती है, लेकिन एसबीआई लाइफ की यह गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स® पहल उन चर्चाओं के द्वार खोलती है - जिससे महिलाएं सीखें, कदम उठाएं और आत्मनिर्भर बनें।”

यह पहल एसबीआई लाइफ के मूल सिद्धांत “अपने लिए, अपनों के लिए” को मजबूत करती है। नवाचार, सहानुभूति और उद्देश्य के साथ, कंपनी का लक्ष्य है कि स्तन स्व-परीक्षण झिझक नहीं, बल्कि आदत बने ताकि महिलाएं अपने स्वास्थ्य को अपनी वित्तीय सुरक्षा जितनी ही प्राथमिकता दें।

संभल में बड़ा सड़क हादसा टला: भाजपा सरकार में बफ्फ विकास निगम के डायरेक्टर इमरान अहमद तुर्की की कार को रोडवेज बस ने मारी टक्कर, बाल-बाल बचे

संभल। भाजपा सरकार में बफ्फ विकास निगम के डायरेक्टर इमरान अहमद तुर्की बुधवार दोपहर लगभग 3 बजे मुरादाबाद से संभल की ओर अपनी ब्रेजा कार से आ रहे थे। जैसे ही वे सिरसी बुध बाजार के पास पहुंचे, तभी पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार रोडवेज बस ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार सड़क के एक साइड से दूसरी साइड जा पहुंची।

गनीमत यह रही कि हादसे में इमरान अहमद तुर्की और उनके बेटे दोनों सुरक्षित रहे, उन्हें कोई चोट नहीं आई। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए और रोडवेज ड्राइवर को पकड़कर सिरसी चौकी पुलिस के हवाले कर दिया।

क्षेत्रीय जनता ने ड्राइवर को दोषी ठहराते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हालांकि, इमरान अहमद तुर्की ने शालीनता और संयम का परिचय देते हुए जनता को समझाया और पुलिस से अनुरोध कर बस व ड्राइवर को छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने ड्राइवर को नसीहत देते हुए कहा कि आगे से वाहन चलाते समय पूरी सावधानी और जिम्मेदारी बरते।स्थानीय लोगों ने इमरान अहमद तुर्की की इस दरियादिली और समझदारी की सराहना की और कहा कि उन्होंने मानवीय संवेदना का उदाहरण पेश किया।