मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण की प्रगति की समीक्षा की

SIR के दौरान किसी भी स्तर पर लापरवाही तथा आयोग के निर्देशों की अवहेलना पाये जाने पर कठोर कार्यवाही की जायेगी



लखनऊ। यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने प्रदेश में हो रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (Special Intensive Revision) को लेकर 06 नवम्बर, 2025 को सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर प्रगति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा SIR को लेकर दिए गए दिशा-निर्देशों,  कार्यक्रमों और इसकी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि SIR के दौरान कहीं से भी गड़बड़ी की शिकायत नहीं आनी चाहिए। मतदाता सूची में नाम जोड़ने या हटाने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी हो। कोई भी अपात्र व्यक्ति मतदाता सूची में शामिल न होने पाए। सभी पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में सम्मिलित हो सके, इसके लिए पूरी सतर्कता बरती जाए।
समीक्षा में यह पाया गया कि सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा राजनैतिक दलों के साथ बैठक करके उन्हें SIR की प्रक्रिया और आयोग के निर्देशों की जानकारी दे दी गई है। साथ ही सभी राजनैतिक दलों से बूथ लेबल एजेंट (BLA) नियुक्त करने का अनुरोध भी किया गया है, जो पुनरीक्षण कार्यों में बीएलओ का सहयोग करेंगे।
समीक्षा में यह पाया गया कि सभी जनपदों द्वारा गणना प्रपत्र की छपाई का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। वितरण में धीमी प्रगति वाले जनपदों को वितरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। जनपदों को निर्देशित किया गया कि अपने बूथ लेवल अधिकारी को यह निर्देश जारी कर दें कि वे बीएलओ ऐप का एडवांस वर्जन 8.7 प्ले स्टोर से डाउनलोड कर लें तथा जिन मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित किया जा रहा है उनको बीएलओ  ऐप पर मार्क करते रहें, जिससे कि वितरण की प्रगति ऑनलाइन अपडेट हो सके।
जिन मतदाताओं के नाम वर्ष 2003 की मतदाता सूची में शामिल है उनकी वर्तमान मतदाता सूची से मैपिंग के कार्य को अगले तीन दिनों के भीतर पूर्ण किए जाने के निर्देश मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा दिये गये। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं की सुविधा के दृष्टिगत “बुक ए कॉल विद बीएलओ” की सुविधा प्रदान की गई है, जिसके अन्तर्गत कोई भी मतदाता voters.eci.gov.in पोर्टल के माध्यम से बुक ए कॉल की सुविधा के अन्तर्गत अपने बीएलओ से बात करने की रिक्वेस्ट डाल सकता है। जिसे बीएलओ को अगले 48 घंटों के भीतर आवेदक से सम्पर्क कर निस्तारण करना है। “बुक ए कॉल” सुविधा का वोटर हेल्पलाइन 1950 की ही भांति प्रचार-प्रसार करते हुए क्रियाशील रखने के निर्देश सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिए गए।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा संचालित राष्ट्रीय सम्पर्क केन्द्र  की भांति विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के दौरान सभी जनपदों में जिला सम्पर्क केन्द्रों का संचालन कराए जाने के निर्देश भी दिए गए। इन केन्दों पर प्राप्त होने वाले सभी कॉल्स को दर्ज कर मतदाताओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया जाएगा। जिला सम्पर्क केन्द्रों का संचालन सभी कार्य दिवसों में किया जायेगा। किसी भी जनपद के जिला सम्पर्क केन्द्र में कॉल करने के लिए उस जनपद के एसटीडी कोड के साथ 1950 डायल करना होगा। इसका समुचित प्रचार-प्रसार कराये जाने का निर्देश सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिए गए।
सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) के दौरान दिन-प्रतिदिन की प्रगति को मीडिया के साथ साझा किया जाए तथा अपने सोशल मीडिया हैण्डल्स से भी इसको प्रसारित किया जाए।
आज की बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी, शामली के बिना सूचना के अनुपस्थित रहने पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनका स्पष्टीकरण मांगे जाने के निर्देश दिये गये, साथ ही सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) के दौरान किसी भी स्तर पर कार्य में लापरवाही तथा दिये गये निर्देशों की अवहेलना पाये जाने पर कठोर कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने सभी राजनैतिक दलों और मतदाताओं से विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान में सक्रिय सहयोग करने की अपील की है।
*उप्र : जिला कारागार ललितपुर में विचाराधीन बंदी के पास मोबाइल बरामद, तीन अधिकारी निलंबित*

*कारागार प्रशासन ने बरती सख्ती, लापरवाही पर हुई त्वरित कार्रवाई*

लखनऊ। जिला कारागार ललितपुर में नियमित तलाशी अभियान के दौरान विचाराधीन बंदी ज्ञानेन्द्र ढाका पुत्र कृष्णपाल के कपड़ों से एक कीपैड मोबाइल फोन बरामद किया गया। जेल परिसर के भीतर मोबाइल फोन की बरामदगी को सुरक्षा एवं अनुशासन की दृष्टि से गंभीर मामला माना गया है।

घटना की सूचना मिलते ही कारागार प्रशासन सक्रिय हुआ और मामले की प्रारंभिक जांच का आदेश पुलिस उपमहानिरीक्षक कारागार, कानपुर परिक्षेत्र को सौंपा गया। जांच में यह पाया गया कि संबंधित बंदी के पास मोबाइल फोन पहुंचने की घटना में जेल कर्मियों की सतर्कता में भारी कमी रही। जांच रिपोर्ट के अनुसार, जीवन सिंह (जेलर), प्रिन्स बाबू (उप कारापाल) एवं आकाश कुशवाहा (जेल वार्डर) ने अपने दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही एवं शिथिलता बरती।जांच निष्कर्षों के आधार पर तीनों अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है तथा उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही संस्थित की गई है।

कारागार प्रशासन ने कहा है कि जेलों में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा तथा भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए नियमित निरीक्षण और कड़ी निगरानी की जाएगी।
सेवामित्र समिति की गवर्निंग बॉडी की सातवीं बैठक संपन्न


घर बैठे एक ही काल पर घरेलू सेवायें उपलब्ध हो सकेंगी
-प्रमुख सचिव

लखनऊ। सेवामित्र व्यवस्था को और अधिक उपयोगी बनाये जाने के संबंध में इस व्यवस्था के संचालन हेतु गठित सेवामित्र समिति की गवर्निंग बॉडी की सातवीं बैठक प्रमुख सचिव, श्रम एवं सेवायोजन डा एमके शन्मुगा सुन्दरम की अध्यक्षता में प्रशिक्षण निदेशालय के सभागार में बैठक आहूत की गयी।
     बैठक में सम्पन्न हुई पिछली बैठक की अनुपालन आख्या पर चर्चा की गयी, जिसमें विचार-विमर्श उपरांत महत्वपूर्ण निर्णय लिए गयें। बैठक में ओएनडीसी नेटवर्क पर सेवामित्र को ऑनबोर्ड किये जाने संबंध में अवगत कराया गया कि पंजीकरण/ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया के विवरण के लिये https://portal.ondc.org/  पर व्यवस्था है। इसके अतिरिक्त, ओएनडीसी नेटवर्क का हिस्सा बनने के लिये सेवामित्र को नेटवर्क भागीदारी पर हस्ताक्षर कर ओएनडीसी नेटवर्क नीतियों का अनुपालन करना होगा।  ओएनडीसी व्यापार वाणिज्य शर्तों को निर्धारित नहीं करता है, जैसे कि Sellers, buyers and involved apps (Buyer app, Seller App etc)  व अपने व्यापार की शर्तंे निर्धारित करने के लिये स्वतंत्र है तथा इनमें कमीशन, सदस्यता या अन्य शुल्क शामिल हो सकते हैं। ओएनडीसी  नेटवर्क को इन व्यावसायिक शर्तों के निरंतर विकास को सक्षम करने के लिये डिजाइन किया गया है तथा ओएनडीसी ऑनबोर्डिंग/पंजीकरण के लिये कोई भी शुल्क नहीं लेता है।
  ओएनडीसी नेटवर्क पर सेवामित्र को इन्टीग्रेट किये जाने की अनुमति प्रदान करते हुये अग्रिम कार्यवाही के निर्देश दिये गयें। सेवामित्र व्यवस्था के फाइनेन्शियल ऑडिट एवं टेक्निकल ऑडिट के संबंध में अवगत कराया गया कि ऑडिट सम्बन्धी पत्रावली सीए को दिया जा चुका है। ऑडिट रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है। टेक्निकल आडिट कार्यदायी संस्था अपट्रॉन पावरट्रानिक्स लि0 के माध्यम से समय-समय पर किया जाता है। सेवामित्र व्यवस्था के फाइनेन्शियल आडिट के संबंध में निर्देश दिया गया कि दिनांक 13.11.2025 तक सीए से आडिट रिपोर्ट प्राप्त कर लिया जाए।
सेवामित्र व्यवस्था के अंतर्गत अधिक से अधिक कुशल कामगारों को इस व्यवस्था का लाभ प्राप्त हो सके तथा स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन में वृद्धि के दृष्टिगत सेवामित्र व्यवस्था का व्यापक प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया, प्रिन्ट मीडिया एवं अन्य माध्यमों से कराये जाने हेतु सूचना एवं जनसंपर्क,विभाग में इम्पैनल्ड संस्थाओं में से चयन कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गयें। सेवामित्र का ट्वीटर, फेसबुक, इन्स्टाग्राम इत्यादि के माध्यम से भी व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाने के निर्देश दिये गये।
    सेवायोजन विभाग में संचालित सेवायोजन पोर्टल, रोजगार संगम पोर्टल एवं सेवामित्र पोर्टल को जनसामान्य हेतु सुलभ उपयोग किये जाने के दृष्टिगत सेवायोजन विभाग का एक समेकित वेबपेज बनाया जाने के संबंध में अवगत कराया गया कि इस संबंध में डमी पेज तैयार कर लिया गया है। इस संबंध में निर्देशित किया गया कि सेवायोजन विभाग का एक समेकित वेबपेज  15.11.2025 तक लाईव कर दिया जाए।
सरकारी विभागो मे सेवामित्र के माध्यम से  कार्य कराये जाने हेतु वित्त विभाग से शासनादेश निर्गत कराने के संबंध में विचार-विमर्श में अवगत कराया गया कि सेवामित्र पोेर्टल द्वारा आम नागरिकों हेतु दिन प्रतिदिन की तत्कालीन आवश्यकताओं के अन्तर्गत अल्प समय की सेवायें यथा- अप्लायंस रिपेयर, एसी सर्विस, इलेक्ट्रीशियन, प्लम्बर, कारपेन्टर, आईटी हार्डवेयर एण्ड सर्विसेस, आरओ सर्विसेस इत्यादि उपलब्ध है। उपरोक्त प्रकार की सेवायें जेम पोर्टल से प्राप्त करने हेतु जेम पोर्टल पर सेवा क्रय संबंधी आवेदन करना होता है। अनुपलब्धता की स्थिति में जेम से प्राप्त प्रमाण पत्र के आधार पर उपरोक्त दैनिक एवं तत्कालीन आवश्यकताओं के अन्तर्गत अल्प समय की सेवायें सेवामित्र पोर्टल से लिया जाना प्रस्तावित है।
      विचारोपरान्त यह निर्णय लिया गया कि सरकारी विभागो द्वारा जो कार्य जेम पोर्टल के माध्यम से नहीं कराया जा रहा है उनको अनिवार्य रूप से सेवामित्र व्यवस्था के माध्यम से कराने हेतु वित्त विभाग से शासनादेश उपरोक्तानुसार व्यवस्था के दृष्टिगत जारी करा लिया जाए। श्री अवनीन्द्र कुमार शुल्क, संयुक्त सचिव, श्रम द्वारा अवगत कराया गया कि वित्त विभाग द्वारा सेवामित्र के संबंध में शासनादेश जारी कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है, जिसे शीघ्र ही सम्पन्न करा ली जायेगी। सेवामित्रों की पहचान एवं प्रमाणीकरण के दृष्टिगत यूनीफॉर्म (टीशर्ट एवं कैप) उपलब्ध कराने हेतु गवर्निंग बाडी समिति की बैठक में सेवामित्रों को टीशर्ट एवं कैप उपलब्ध कराये जाने पर सहमति प्रदान की गयी। बैठक में सेवमित्र व्यवस्था को और प्रभावशाली बनाने हेतु समिति द्वारा सुझाव दिया गया कि डॉगवाकर, बेबीशीटर, इवेन्ट प्लानर, केयर गीवर, ड्राईवर इत्यादि सेवाओं को सेवामित्र पोर्टल से जोड़ने के निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन डा. एमके शन्मुगा सुन्दरम ने सदस्यों को निर्देशित करते हुए कहा कि कार्यक्रम का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। ताकि कौशल प्राप्त अभ्यर्थियों को स्थानीय स्तर पर रोजगार एवं जनसामान्य को घर बैठे एक ही काल पर घरेलू सेवायें जैसे इलेक्ट्रीशियन, कारपेंटर, माली, लोहार, रसोइया, राजमिस्त्री आदि की सेवायें उपलब्ध हो सके।
बैठक में नेहा प्रकाश, निदेशक, सेवायोजन, पूजा यादव, सचिव, बीओसी बोर्ड लखनऊ, सुशील कुमार, विशेष सचिव, न्याय, महेश कुमार भट्ट, विशेष सचिव, वित्त, नीलेश कुमार सिंह, विशेष सचिव, श्रम, देवेश मिश्र संयुक्त सचिव, कार्मिक, अवनीन्द्र कुमार शुक्ल, संयुक्त सचिव, श्रम, राज कुमार गुप्ता, वित्त नियंत्रक, सेवायोजन निदेशालय, पीके पुण्डीर, अपर निदेशक, सेवायोजन, राजेन्द्र प्रसाद, अपर निदेशक, प्रशिक्षण, करूणा सचान, उप निदेशक, सेवायोजन, डॉ. एमके सिंह, सहायक निदेशक, यूपीएस डीएम उपस्थित रहे।

आबकारी राजस्व लक्ष्य को प्राप्त न करने पर अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई: नितिन अग्रवाल
*प्रदेश में 63 हजार करोड़ आबकारी राजस्व लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश*

लखनऊ। प्रदेश के आबकारी एवं मद्यनिषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने विभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 में आबकारी विभाग को 63 हजार करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य प्राप्त करना है, जिसे हर हाल में हासिल किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्धारित मासिक राजस्व लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त किया जाए। जिन जनपदों का प्रदर्शन अक्टूबर माह में कमजोर रहा है या लगातार अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं है, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री ने बताया कि अप्रैल 2025 से अक्टूबर 2025 तक विभाग ने 32,500 करोड़ रुपये के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 30,657.54 करोड़ रुपये की प्राप्ति की है, जो 94.33 प्रतिशत है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की समान अवधि में प्राप्त 26,330.87 करोड़ रुपये की तुलना में 4,326.67 करोड़ रुपये अधिक है। इस प्रकार विभाग ने गतवर्ष की तुलना में 116.43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। आबकारी मंत्री ने अधिकारियों को आगामी महीनों में राजस्व वृद्धि के हर संभव प्रयास करने तथा वर्षांत तक 63 हजार करोड़ रुपये के लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

प्रदेश के सीमावर्ती और असेवित क्षेत्रों में नई शराब दुकानों की संभावनाओं का सर्वे कर 15 दिन में प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा गया। मंत्री ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अब तक किसी भी जनहानि जैसी अप्रिय घटना नहीं हुई है। उन्होंने अधिकारियों को और अधिक सतर्क रहकर प्रवर्तन कार्य संचालित करने के निर्देश दिए ताकि भविष्य में भी ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

अवैध मदिरा के निर्माण, परिवहन और बिक्री पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए। साथ ही अन्य राज्यों की शराब की अवैध बिक्री पर पूर्ण रोक लगाने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने को कहा गया। कच्ची शराब के निर्माण एवं बिक्री पर पूर्ण नियंत्रण हेतु ठोस कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि विभागीय अधिकारियों, निरीक्षकों एवं फील्ड स्टाफ के लिए समय-समय पर कार्यशालाएं आयोजित की जाएं, ताकि उन्हें कानूनों, नीतियों और नवाचारों की जानकारी अद्यतन रूप में मिलती रहे। शराब माफिया एवं अवैध गिरोहों के खिलाफ समन्वित अभियान चलाकर उनके समूल उन्मूलन का भी संकल्प दोहराया गया।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती वीना कुमारी, आबकारी आयुक्त डॉ. आदर्श सिंह, विशेष सचिव अभिषेक आनंद, अपर आयुक्त (प्रशासन) नवनीत सेहारा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि जनपदीय अधिकारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े।
सारनाथ: मूलगंध कुटी विहार की वर्षगांठ पर निकली भगवान बुद्ध की शोभायात्रा, हजारों अनुयाई हुए शामिल

*सारनाथ के प्रति बढ़ती वैश्विक रुचि दर्शाती है उत्तर प्रदेश आज भी बौद्ध पर्यटन का प्रमुख केंद्र : जयवीर सिंह*
लखनऊ। सारनाथ स्थित मूलगंध कुटी विहार की 94वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को दर्शनार्थ रखा गया। देश-विदेश से पहुंचे हजारों बौद्ध श्रद्धालुओं ने तथागत के पवित्र अस्थि अवशेषों के दर्शन किए। कल 5 नवंबर, 2025 कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें भारत के विभिन्न राज्यों सहित थाईलैंड, कंबोडिया, वियतनाम, म्यांमार, श्रीलंका, भूटान, नेपाल और लाओस से आए बौद्ध श्रद्धालु सम्मिलित हुए।

यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि सारनाथ में हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेष दर्शन के लिए रखे जाते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु एवं तीर्थयात्री सम्मिलित होते हैं। इस वर्ष तीन दिवसीय (03 से 05 नवंबर) आयोजन में पिछले वर्ष से करीब दोगुना श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। बौद्ध धर्म में आस्था रखने वाले देशों के अलावा कोलकाता, गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश, लद्दाख और हिमालयी क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु सारनाथ पहुंचे। यह आयोजन महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया, सारनाथ केंद्र और वियतनामी बौद्ध संघ के सहयोग से आयोजित किया गया।

  पर्यटन मंत्री ने बताया कि सारनाथ में कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा। विशेष शोभा यात्रा और पूजा-अर्चना के बीच देश-विदेश से आए 22,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने भगवान बुद्ध के पावन अस्थि अवशेषों के दिव्य दर्शन कर आध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त की। विदेशी श्रद्धालुओं में श्रीलंका और वियतनाम से सबसे अधिक आगंतुकों ने सहभाग किया। उन्होंने बताया, कि सारनाथ वही पुण्य भूमि है जहां भगवान बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश धर्मचक्र प्रवर्तन दिया था।

जयवीर सिंह ने बताया कि भगवान बुद्ध के पवित्र पिपरहवा अवशेष के भारत वापसी ने बौद्ध श्रद्धालुओं में नई आस्था और उत्साह का संचार किया है। सारनाथ में महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया के प्रधान भिक्षु भंते सुमिथानंद थेरो ने इसे अत्यंत हर्ष और आध्यात्मिक गौरव का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों से 127 साल बाद यह संभव हुआ। इस ऐतिहासिक वापसी के स्वागत में इस वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालु सारनाथ पहुंचे और पवित्र अवशेषों के दर्शन कर स्वयं को धन्य पाया।
सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है यूपी सरकार : एके शर्मा

दोहरीघाट में विकास की नई इबारत, मंत्री ने 36 करोड़ की 79 परियोजनाओं का किया लोकार्पण व शिलान्यास

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने अपने मऊ भ्रमण के दौरान आदर्श नगर पंचायत दोहरीघाट में सरयू नदी के तट पर आयोजित एक भव्य जनसमारोह में 36 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 79 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।इन परियोजनाओं में वंदन योजना, दीनदयाल नगर विकास योजना तथा अन्य नगर विकास योजनाओं के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं -जैसे पेयजल आपूर्ति नेटवर्क का विस्तार, जल निकासी एवं नाली निर्माण, सड़क सुदृढ़ीकरण, ओपन जिम, पार्क एवं हरित क्षेत्र विकास, सॉलिड वेस्ट प्रबंधन, स्ट्रीट लाइटिंग, सार्वजनिक शौचालय और नगर सौंदर्यीकरण के कार्य।

इस दौरान मंत्री एके शर्मा ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि विकास जनता की सेवा का माध्यम है, इसे रुकने नहीं देंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। विकास कार्य जनता की सेवा का सबसे सशक्त माध्यम है। यह सरकार न तो कार्य से पीछे हटती है और न ही जिम्मेदारी से। हमारा लक्ष्य है कि प्रत्येक नगर, प्रत्येक मोहल्ला और प्रत्येक नागरिक को बेहतर जीवन-स्तर और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में नगर विकास विभाग ने ‘स्वच्छ नगर – स्वस्थ नागरिक – सशक्त प्रदेश’ के संकल्प को लेकर कार्य प्रारंभ किया है। हर नगर में पेयजल, जल निकासी, सड़क, नाली, स्ट्रीट लाइट और स्वच्छता जैसी बुनियादी सुविधाएँ तेजी से विकसित की जा रही हैं। सरकार का उद्देश्य केवल ईंट और सीमेंट से निर्माण कराना नहीं है, बल्कि लोगों के जीवन में वास्तविक सुधार लाना है। हर नागरिक को सुविधाजनक, सुरक्षित और सम्मानजनक शहरी जीवन देना हमारी प्राथमिकता है।उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है — “सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास”, और इसी भावना के साथ सरकार गांवों से लेकर नगरों तक विकास की अलख जगा रही है।

मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि जनता की भागीदारी के बिना कोई भी योजना पूर्ण नहीं हो सकती। नगरों के विकास में नागरिकों की सक्रिय भूमिका बहुत आवश्यक है। सरकार योजनाएं बनाती है, लेकिन उन्हें सफल तभी बनाया जा सकता है जब जनता उन्हें अपनी जिम्मेदारी समझे। दोहरीघाट के नागरिकों ने जिस समर्पण से स्वच्छता और विकास में योगदान दिया है, वह पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणादायक है।

उन्होंने स्थानीय अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि प्रत्येक कार्य में गुणवत्ता, पारदर्शिता और समयबद्धता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।

कार्यक्रम में जनप्रतिनिधिगण,संबंधित अधिकारी एवं भारी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। लोगों ने मंत्री श्री शर्मा का गर्मजोशी से स्वागत किया और सरकार की विकासपरक नीतियों की सराहना की। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने कहा कि इन परियोजनाओं से नगर का कायाकल्प होगा और नागरिकों को वर्षों से चली आ रही समस्याओं से राहत मिलेगी।

*कार्तिक पूर्णिमा पर काशी के घाटों पर उमड़ा आस्था का सैलाब*

कार्तिक पूर्णिमा पर काशी में आस्था का महा उत्सव, श्रद्धा और संस्कृति ही हमारी असली शक्ति - जयवीर सिंह

लखनऊ। कार्तिक पूर्णिमा पर वाराणसी में गंगा घाटों पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र नदी में आस्था की डुबकी लगाई। अस्सी घाट से राजघाट तक और गंगा-गोमती के संगम पर भी स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। बुधवार तड़के से ही लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा नदी की ओर प्रस्थान करने लगे। सूर्य की पहली किरण के साथ गंगा में पूर्णिमा का स्नान आरंभ हुआ। देश-विदेश से आए लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित किया। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा की पहली किरण के साथ ही घाटों पर श्रद्धा और भक्ति का सैलाब देखने को मिला। गूंजते मंत्रों, आरती और दीपों की ज्योति से वातावरण दिव्यमय हो उठा। पर्यटन विभाग की ओर से देव दीपावली के आयोजन के लिए भव्य तैयारियां की गई हैं। मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में इस वर्ष देव दीपावली को और अधिक भव्य, सुव्यवस्थित और आकर्षक स्वरूप देने के लिए विशेष प्रबंधन किए गए हैं। घाटों से लेकर नगर की प्रमुख सड़कों तक रोशनी, सजावट और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का विस्तृत खाका तैयार किया गया है।

जयवीर सिंह ने बताया कि वाराणसी के विभिन्न घाटों पर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस दौरान विदेशी पर्यटकों ने भी पवित्र गंगा में विधि-विधान के साथ डुबकी लगाकर आस्था व्यक्त की। घाटों पर आयोजित गंगा आरती, भजन-कीर्तन और दीपदान के दृश्य ने उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया। मंत्री ने बताया कि वाराणसी की आध्यात्मिक-सांस्कृतिक गरिमा दुनियाभर के लोगों को आकर्षित करती है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर यह अपने चरम पर दिखाई दिया।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह काशी की जीवंत आध्यात्मिक विरासत को भी दर्शाता है। प्रति वर्ष लाखों श्रद्धालु काशी पहुंचते हैं और आस्था की डुबकी लगाते हैं। कार्तिक पूर्णिमा (देव दीपावली) के दिन दुनिया के सबसे प्राचीन शहरों में एक काशी उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि का वैश्विक प्रतीक बन जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया था। महादेव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था। इस दिन किया गया दान कई यज्ञों के बराबर फल देता है। काशी की देव दीपावली विश्वविख्यात है।

"वंदे मातरम्” केवल गीत नहीं बल्कि भारत की आत्मा की आवाज: भूपेन्द्र चौधरी

150 वर्ष पूरे होने पर मनाया जाएगा राष्ट्रव्यापी उत्सव

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने आज लखनऊ स्थित भाजपा राज्य मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा की आवाज है। यह वह स्वर है जिसने गुलामी की बेड़ियों में जकड़े भारत को आज़ादी की राह दिखाई। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यह गीत हर आंदोलन और बलिदान का प्रेरणास्रोत रहा और आज भी यह हर भारतीय के हृदय में नई ऊर्जा, साहस और एकता का संचार करता है।

प्रदेश अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि “वंदे मातरम्” में केवल मातृभूमि की स्तुति नहीं, बल्कि राष्ट्र के प्रति श्रद्धा, त्याग और समर्पण की भावना निहित है। यह गीत हमें याद दिलाता है कि हमारा राष्ट्र केवल सीमाओं से नहीं, बल्कि साझा संस्कृति, भावनाओं और कर्तव्यबोध से निर्मित हुआ है।

उन्होंने बताया कि “वंदे मातरम्” की रचना वर्ष 1875 में श्री बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय ने की थी और इसका प्रथम वाचन वर्ष 1896 में रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा कोलकाता में किया गया। वर्ष 1950 में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने इसे राष्ट्रगीत का दर्जा प्रदान किया। स्वतंत्रता संग्राम में यह गीत राष्ट्रवाद, एकता और ब्रिटिश शासन के विरुद्ध प्रतिरोध का प्रतीक बना।

चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने 1 अक्टूबर 2025 को “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में राष्ट्रव्यापी उत्सव मनाने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में भाजपा ने भी विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 7 नवम्बर 2025 को 18 स्थानों पर 150 कार्यकर्ताओं द्वारा सामूहिक “वंदे मातरम्” गायन और सभाओं का आयोजन होगा। इसके बाद 8 से 15 नवम्बर तक सभी जिला मुख्यालयों, विधानसभा और मण्डल स्तर पर भी सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में कार्यक्रम होंगे, जिनमें आमजन की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।

अभियान के अंतर्गत तिरंगा यात्राएँ, प्रभात फेरियाँ, बाइक रैलियाँ, प्रदर्शनियाँ और साहित्यिक गतिविधियाँ आयोजित की जाएंगी। विद्यालयों व महाविद्यालयों में निबंध, कविता एवं चित्रकला प्रतियोगिताएँ कराई जाएंगी, ताकि नई पीढ़ी राष्ट्रगीत की प्रेरणा और उसके महत्व से परिचित हो सके।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि “वंदे मातरम्” नवभारत के उस संकल्प का प्रतीक है, जिसमें हर नागरिक भारत माता के प्रति श्रद्धा, सेवा और समर्पण की भावना को जीवित रखे — यही भावना भारत को “वसुधैव कुटुम्बकम्” के संदेशवाहक के रूप में विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करती है।

8 से 11 नवंबर तक यूपी में नहीं होगी जमीन की रजिस्ट्री

*सर्वर ट्रांसफर के चलते ऑनलाइन कार्य रहेगा बाधित*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में 8 नवंबर से 11 नवंबर तक जमीनों की रजिस्ट्री का कार्य नहीं होगा। उत्तर प्रदेश महानिरीक्षक निबंधन (IG Registration) आईएएस नेहा शर्मा ने इस संबंध में सभी सहायक महानिरीक्षकों को आदेश जारी किए हैं।

पत्र के अनुसार, स्टांप एवं पंजीकरण विभाग के ऑनलाइन पोर्टल को NIC द्वारा संचालित मेघराज क्लाउड सर्वर से नेशनल गवर्नमेंट क्लाउड (NGC) पर ट्रांसफर किया जा रहा है। इस तकनीकी प्रक्रिया के चलते इन चार दिनों के दौरान ऑनलाइन लेखपत्र पंजीकरण और उससे संबंधित सभी आवेदन कार्य अस्थायी रूप से बाधित रहेंगे।

विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे इन तिथियों के दौरान रजिस्ट्री संबंधी कार्य की योजना न बनाएं और आवश्यक कार्य 8 नवंबर से पहले या 11 नवंबर के बाद करवाएं।
बहराइच-लखनऊ हाई-वे पर दर्दनाक हादसा, ट्रेलर की चपेट में आने से चार की मौत


लखनऊ/बहराइच। बुधवार सुबह बहराइच-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर मदन कोठी चौराहे के पास बड़ा हादसा हो गया। फखरपुर की ओर से आ रहा गिट्टी से भरा ट्रेलर अचानक अनियंत्रित हो गया और सामने से आ रही बाइक में जा टकराया।
हादसा इतना भीषण था कि बाइक सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में एक वर्ष का मासूम बच्चा भी शामिल है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सभी की मौत ट्रेलर के पहिए के नीचे आने से हुई है। घटना के बाद ट्रेलर चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
फिलहाल मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।