यूपी में 45 हजार से अधिक होमगार्ड की भर्ती को हरी झंडी

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में 45 हजार से ज्यादा होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती की प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है। राज्य सरकार ने भर्ती को मंजूरी देते हुए शासनादेश जारी कर दिया है। इसके साथ ही भर्ती से जुड़ी गाइडलाइन भी तय कर दी गई है।भर्ती की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड को सौंपी गई है। बोर्ड जिलों से रिक्त पदों का प्रस्ताव मिलने के बाद एनरोलमेंट की प्रक्रिया शुरू करेगा। इसके बाद अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी।

भर्ती के लिए उम्मीदवार की आयु 18 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए

जारी आदेश के अनुसार, होमगार्ड स्वयंसेवक के पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवार की आयु 18 से 30 वर्ष के बीच होनी चाहिए। लिखित परीक्षा के बाद मेरिट सूची तैयार की जाएगी। सफल उम्मीदवारों को शारीरिक मानक परीक्षण, दस्तावेज़ सत्यापन और शारीरिक दक्षता परीक्षा से गुजरना होगा। सभी चरणों में सफल रहने वाले अभ्यर्थियों के नाम अंतिम चयन सूची में शामिल किए जाएंगे।
प्रमुख सचिव (होमगार्ड) राजेश कुमार सिंह के अनुसार, यह भर्ती प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की दिशा में बड़ा कदम है।
प्रदेश में अग्निशमन विभाग में 922 पदों पर होगी भर्ती

लखनऊ । उत्तर प्रदेश पुलिस के अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग में जल्द ही 922 नए पदों पर भर्ती की जाएगी। विभाग के पुनर्गठन के बाद तीन नई इकाइयों का गठन किया गया है रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम, एक्सप्रेसवे एक्सीडेंट एंड ट्रॉमा सेंटर, और स्पेशियली ट्रेंड रेस्क्यू ग्रुप। इन इकाइयों के माध्यम से प्रदेश में सड़क और हवाई मार्ग दोनों पर आपात सेवाओं को सशक्त किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी ने यह दिया है निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि सभी एक्सप्रेसवे पर हर 100 किलोमीटर की दूरी पर एक फायर टेंडर और प्रशिक्षित स्टाफ तैनात किया जाए। इसके लिए 244 कर्मियों की जरूरत होगी। वहीं, प्रत्येक रीजन में कमांडो जैसी विशेष रेस्क्यू यूनिट बनाई जाएगी, जिसके लिए 183 कर्मियों की आवश्यकता है। ये यूनिट्स केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल हादसों के साथ सुपर हाईराइज बिल्डिंग्स और अन्य आपात स्थितियों से निपटने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित की जाएंगी।

एयरपोर्ट्स के लिए 420 कर्मियों की आवश्यकता

इसके अलावा, प्रदेश सरकार ने भारत सरकार के साथ एमओयू कर नौ क्षेत्रीय एयरपोर्ट्स पर फायर सेफ्टी के लिए जनशक्ति उपलब्ध कराने का समझौता किया है। इनमें कुशीनगर, आजमगढ़, श्रावस्ती, कानपुर नगर, अयोध्या, अलीगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट और सोनभद्र एयरपोर्ट शामिल हैं। इन एयरपोर्ट्स के लिए 420 कर्मियों की आवश्यकता होगी। फिलहाल इन स्थानों पर जिलों से कर्मियों की अस्थायी तैनाती की गई है।

पदों का ब्योरा इस प्रकार है:

अग्निशमन अधिकारी – 14 पद

अग्निशमन द्वितीय अधिकारी – 46 पद

लीडिंग फायरमैन – 144 पद

फायर सर्विस चालक – 144 पद

फायरमैन – 438 पद

लीडिंग फायरमैन (लेखा) – 75 पद

चतुर्थ श्रेणी (आउटसोर्सिंग) – 61 पद

नई नियुक्तियों के बाद प्रदेश में अग्निशमन और आपात सेवाएं और अधिक सुदृढ़ होंगी, जिससे सड़क, हवाई और औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
बाकी सबको आरक्षण और अनगिनत योजनाएं, सवर्णों को "बंटोगे तो कटोगे" का डर : सूरज प्रसाद चौबे

लखनऊ । सवर्ण आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे,आज मथुरा पहुंचने पर सवर्ण समाज के लोगों ने स्वागत अभिनंदन किया राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी प्रमुख गोपाल जी पांडेय भी रहे ,स्टेशन पर इजी भावेश कौशिक , जिला अध्यक्ष मथुरा , राष्ट्रीय सचिव रामखिलौना शर्मा, प्रदेश सचिव प्रभुदायल गौतम , के साथ जिला कार्यकारिणी के लोग रहे ,जिला स्तरीय कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में बोलते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने कहा कि राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी भारत सवर्ण का मात्र संगठन है जो बिना किसी राजनेता एवं राजनैतिक दबाव में समाज हित में कार्य कर रहा है सवर्ण आयोग , आर्थिक आधार पर आरक्षण ,समान कानून , भ्रष्टाचार मुक्त भारत,छात्र आयोग ,बेराजगारी अधिनियम, ब्राह्मण संवर्धन एक्ट ईशा निन्दा कानून प्रमुख मांग है सवर्ण अगर ठान लिया तो कोई भी राजनैतिक पार्टी हो घुटनों पर आ जाएगी,सवर्ण की सबसे बड़ी समस्या वो एक ही पार्टी को वोट करते आ रहे हैं जिससे पार्टियां गुलाम समझती है जिला अध्यक्ष इजी भावेश कौशिक ने कहा कि जिला मथुरा में सवर्ण को जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है जब भी जिले में कही भी समाज के साथ अन्याय हुआ है वहां पर अपनी टीम के साथ मजबूती से जिला प्रशासन के समकक्ष पक्ष को रखा गया है राष्ट्रीय सचिव रामखिलौना ने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में प्रदेश सचिव प्रभुदायल गौतम के साथ मिलकर जल्दी ही बिस्तर किया जाएगा राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी प्रमुख गोपाल जी पांडेय ने जिला अध्यक्ष सहित सभी को संगठन के विस्तार हेतु आवश्यक निर्देश दिया एवं समाज को कैसे जोड़ा जाय आदि विषय पर बृहद स्तर पर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने की बात कही अंत में राष्ट्रीय सवर्ण आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरज प्रसाद चौबे ने सभी पदाधिकारियों कार्यकर्ता को धन्यवाद देते हुए कहा कि सवर्ण वाकी सबको आरक्षण और अनगिनत योजनाओं सवर्णों को बांटोगे तो काटोगे का डर।

लखनऊ : पंचायत चुनाव में फर्जी वोटिंग पर लगेगी लगाम, आयोग बनाएगा स्पेशल मोबाइल ऐप

लखनऊ। आगामी पंचायत चुनाव को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने बड़ी तैयारी शुरू कर दी है। आयोग अब ऐसा स्पेशल मोबाइल एप तैयार कर रहा है, जिसके जरिए हर मतदाता की पहचान सुनिश्चित की जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक, इस मोबाइल एप का इस्तेमाल मतदान केंद्रों पर मौजूद चुनाव कर्मियों द्वारा किया जाएगा। हर मतदाता की वोट डालने से पहले फोटो ली जाएगी, जो सीधे आयोग के सर्वर पर अपलोड होगी। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी व्यक्ति एक से अधिक बार मतदान न कर सके।

यह कदम खास तौर पर फर्जी वोटिंग और बूथ कैप्चरिंग की घटनाओं को रोकने के लिए उठाया जा रहा है। ऐप के माध्यम से बूथ पर आने वाले प्रत्येक मतदाता की रीयल-टाइम फोटो रिकॉर्ड में रहेगी, जिसे आवश्यकता पड़ने पर सत्यापन के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा।

आयोग का मानना है कि इस तकनीक के इस्तेमाल से मतदान प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी होगी तथा मतदाता सूची में किसी भी गड़बड़ी की संभावना लगभग समाप्त हो जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग इस ऐप का ट्रायल चरण अगले कुछ हफ्तों में शुरू कर सकता है, ताकि पंचायत चुनाव से पहले सभी व्यवस्थाएँ पूरी तरह से दुरुस्त की जा सकें।
सवर्ण समाज के लोगों आखिर कब तक मौन रहेंगे : सुरज प्रसाद चौबे


लखनऊ । आखिर क्या अपराध की कोई सवर्ण  के घर  पैदा हो गया? ये कैसी समानता का अधिकार है कि जिस सीट पर दलित लड़ेगा उस पर पर सवर्ण नहीं लड़ेगा लेकिन जिस सीट पर सवर्ण लड़ेगा उस पर दलित भी लड़ेगा ये अन्याय है,सत्ता बदली,समीकरण बदले पर सवर्ण भी प्रश्नचिन्ह है ?सवर्ण का कौन है। इस देश में पिछड़ा की बात होती,दलित की बात होती,अति पिछड़ा की बात होती,महादलित की बात होती,सवर्ण की बात कोई नहीं करता है।क्यों नहीं करता सवर्ण विचार करें । सवर्ण समाज के लोग आखिर आप कब तक  मौन रहेंगे,आप के अधिकार वोट की लालच में राजनीतिक दलों द्वारा जा रहा है,अधिकारों के लिए अपने हक के लिए सभी दलों से सवाल कीजिए सवर्ण का कौन है बिहार चुनाव में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें मोदी जी अपने परिवार गिनवा रहे हैं इसमें एक भी सवर्ण या सामान्य जाति को उन्होंने अपने परिवार में नहीं गिना और इधर ब्राह्मण बनिया राजपूत अपने नाम में " मोदी का परिवार" लिखे मरे जा रहे हैं दम हिलाते रहो ताकि  आपकी पहचान हो सके आप कैन हो? सपा पीडीए को परिवार मानती है ।
बेरहम माता-पिता दस लाख में बेटी का किया सौदा


लखनऊ। मां दर्द सह कर बेटी को जन्म दिया। गोद में सुलाया तो पिता कंधे पर बैठाकर उछल कूद कराया , लेकिन चंद रुपयों ने उन्हें हैवान बना दिया।  ऐसा ही एक मामला ठाकुरगंज क्षेत्र का सामने आया, जहां एक किशोरी अपने ही घर में कष्ट झेल रही 19 वर्षीय किशोरी भागकर ठाकुरगंज थाने की दहलीज पर कदम रख पुलिस से आप बीती बताई तो थोड़ी देर के लिए पुलिसकर्मी भी सन्न रह गए।

पीड़िता ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया  कि उसके माता-पिता ने उसे एक आदमी के हाथों बेचने के लिए दस लाख रुपए में सौदा किया है। यही नहीं आरोप है कि उसे देह व्यापार के धंधे में भी धकेलने की कोशिश की जा रही थी। विरोध करने पर उसके माता-पिता उसकी पीट-पीटकर जख्मी कर दिया।पुलिस पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।

बताया जा रहा है कि ठाकुरगंज क्षेत्र में रहने वाली एक किशोरी पिछले कुछ दिनों से अपने ही घर में तमाम तरह की तकलीफों का सामना कर रही थी, लेकिन हद तो तब पार हो गई, जब उसकी मां और पिता मिलकर चंद रुपयों के खातिर उसका एक आदमी के साथ बेचने का सौदा कर डाला।

इसकी भनक लगते ही नाबालिग बेटी  किसी तरह वह उस दरिंदे माता-पिता के चंगुल से भाग निकली और थाने पहुंची।बेबस बेटी पुलिस को आप बीती सुनाई तो आम आदमी तो पुलिस के भी रोंगटे खड़े हो गए। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की गहनता से जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
सारनाथ: मूलगंध कुटी विहार की 94वीं वर्षगांठ पर भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों के होंगे दर्शन - जयवीर सिंह

लखनऊ। सारनाथ स्थित मूलगंध कुटी, विहार की 94वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों के सार्वजनिक दर्शन हेतु विधिवत अनावरण किया जाएगा। आगामी 03 से 05 नवंबर तक भगवान बुद्ध के पवित्र अस्थि अवशेषों को बौद्ध श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखा जाएगा। सारनाथ वही पुण्य भूमि है, जहां भगवान बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश ’’धर्मचक्र प्रवर्तन’’ दिया था।
यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।

उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी अस्थि अवशेष दर्शन के लिए बड़ी संख्या में बौद्ध श्रद्धालु आए थे। इस वर्ष पूर्व से भी बड़ी संख्या में बौद्ध भिक्षुओं और आस्थावानों के पहुंचने का अनुमान है। बौद्ध भिक्षु-भिक्षुणियां विभिन्न देशों जैसे- श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड, कंबोडिया, नेपाल तथा कोलकाता, गुजरात, बिहार, उत्तर प्रदेश, लद्दाख और हिमालयी क्षेत्रों से सारनाथ पहुंच रहे हैं। यह आयोजन महाबोधि सोसायटी ऑफ इंडिया, सारनाथ केंद्र और वियतनामी बौद्ध संघ के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
भगवान बुद्ध के अवशेषों को साल में दो बार बुद्ध पूर्णिमा और कार्तिक पूर्णिमा पर सार्वजनिक दर्शन हेतु रखा जाता है। इस दौरान देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु भगवान बुद्ध के अस्थि अवशेषों के दर्शन करते हैं। भगवान बुद्ध के अवशेषों और उससे जुड़े आस्था की यात्रा भी उतनी ही प्राचीन है। लगभग 2,600 वर्ष पूर्व भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के उपरांत उनके अवशेषों को श्रद्धापूर्वक आठ भागों में विभाजित कर सम्पूर्ण भारत में बने स्तूपों में रखा गया। कालांतर में सम्राट अशोक ने इन पवित्र अवशेषों को पुनः खोजकर अपने विशाल साम्राज्य के विविध स्थलों पर पुनर्स्थापित कराया।
मूलगंध कुटी बिहार में बुद्ध के दो अस्थि अवशेष सुरक्षित हैं। इनमें से एक अवशेष गांधार (तक्षशिला) क्षेत्र के एक प्राचीन स्तूप से प्राप्त हुआ था, जिसे भारत सरकार ने 1956 में भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के 2,500वें वर्ष पर महाबोधि सोसायटी को भेंट किया था। दूसरा अवशेष, दक्षिण भारत के नागार्जुनकोंडा से प्राप्त हुआ था, जो एक पात्र में सुरक्षित रखा गया। इन दोनों अवशेषों के दर्शन वर्ष में दो बार होते हैं। दर्शन के बाद अवशेषों को विधिवत बुद्ध प्रतिमा के नीचे स्थापित किया जाता है।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि सारनाथ भारत के आध्यात्मिक मानचित्र पर विशिष्ट स्थान रखता है। यही वह पावन भूमि है जहां भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्ति के बाद अपना प्रथम उपदेश दिया था। आज भी यह स्थल विश्व भर से आने वाले श्रद्धालुओं और विद्वानों को आकर्षित करता है। वर्ष 2016 में उत्तर प्रदेश के बौद्ध स्थलों पर लगभग 28 लाख पर्यटक आए थे, जबकि 2024 तक यह संख्या बढ़कर 84 लाख से अधिक हो गई, जो लगभग 200 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाती है। वर्ष 2025 की पहली छमाही में केवल सारनाथ में ही लगभग 5 लाख पर्यटकों का आगमन हुआ, जो इसे बौद्ध स्थलों में विशिष्टता प्रदान करता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार लगातार बौद्ध सर्किट के विकास, सुविधाओं के विस्तार और बेहतर संपर्क व्यवस्था पर कार्य कर रही है।
लौह पुरुष सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ने किया श्रद्धांजलि अर्पित*

*सरदार पटेल न होते तो अखंड भारत का यह स्वरूप नहीं होता: एके शर्मा

लखनऊ। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने अपने मऊ प्रवास के दौरान शुक्रवार को बलिया मोड़ स्थित लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी, सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी एवं नागरिक उपस्थित रहे।

इसके उपरांत मंत्री श्री शर्मा ने डॉ. भीमराव अंबेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम, मऊ में आयोजित सरदार पटेल की 150वीं जयंती समारोह में भाग लिया। उन्होंने दीप प्रज्वलित कर “रन फॉर यूनिटी” कार्यक्रम का शुभारंभ किया।कार्यक्रम में भारी संख्या में विद्यार्थी, एनसीसी कैडेट्स, स्काउट्स, स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्य एवं नागरिक शामिल हुए। सभी ने एकता दौड़ में उत्साहपूर्वक भाग लेकर राष्ट्रीय एकता, अखंडता और भाईचारे का संदेश दिया।

अपने प्रेरणादायक संबोधन में मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि लौह पुरुष सरदार पटेल ने भारत की स्वतंत्रता और एकीकरण में ऐतिहासिक भूमिका निभाई। उन्होंने आजादी के बाद 563 रियासतों का एकीकरण कर भारत को अखंड स्वरूप प्रदान किया। उन्होंने कहा, “अगर सरदार पटेल न होते, तो आज का भारत इस रूप में नहीं होता। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल न केवल भारत के लौह पुरुष थे बल्कि वे राष्ट्र की एकता, दृढ़ इच्छा शक्ति और राष्ट्र निष्ठा के प्रतीक थे। सरदार पटेल देश की एकता, साहस और संकल्प शक्ति के प्रतीक हैं।”

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का “एक भारत श्रेष्ठ भारत” का संकल्प, सरदार पटेल के स्वप्नों को साकार करने का माध्यम है। प्रधानमंत्री द्वारा सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय, देश में एकता, अखंडता और राष्ट्रप्रेम की भावना को सशक्त करता है। मंत्री श्री शर्मा ने सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाए जाने के प्रधानमंत्री के निर्णय के प्रति आभार जताया।

कार्यक्रम के दौरान मंत्री श्री शर्मा ने वहां उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। उन्होंने सभी से यह संकल्प लेने का आह्वान किया कि वे जाति, धर्म, क्षेत्र या भाषा के भेदभाव से ऊपर उठकर देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।इस अवसर पर आयोजित फ्लैग मार्च में अधिकारी, विद्यार्थी, स्वयंसेवक एवं नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। पूरे कार्यक्रम में “जय एकता, जय भारत” के नारों से वातावरण गूंज उठा।मंत्री श्री शर्मा ने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरदार पटेल के आदर्शों को अपनाकर राष्ट्र निर्माण में अपनी ऊर्जा और उत्साह का योगदान दें। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति ही भारत को विश्वगुरु बनाने की दिशा में सबसे बड़ी ताकत है।
सर्वाेदय विद्यालयों में सरदार पटेल को श्रद्धांजलि, छात्रों ने ली राष्ट्रीय एकता की शपथ
लखनऊ। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित प्रदेश भर के जय प्रकाश नारायण सर्वाेदय विद्यालयों में शुक्रवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 150वीं जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सभी विद्यालयों में एकता, अखंडता और समरसता का संदेश देते हुए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सरदार पटेल जी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई। इस बाद सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य, शिक्षक और छात्र-छात्राओं ने एकता और अखंडता के संदेश को आत्मसात करते हुए राष्ट्रीय एकता की शपथ ली। विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा भाषण, निबंध और देशभक्ति गीतों के माध्यम से राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया गया। शिक्षकों ने भी विद्यार्थियों को देश की एकता, सद्भाव और समरसता के महत्व पर प्रेरक विचार साझा किए। प्रधानाचार्य ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए सरदार पटेल के जीवन से जुड़ी ऐतिहासिक जानकारियां साझा की।
एएनटीएफ की बड़ी सफलता: उड़ीसा से गांजा लेकर आ रहे सात अंतरराज्यीय तस्कर गिरफ्तार, दो कुंतल से अधिक माल बरामद, कीमत 1 करोड़ से ज्यादा


लखनऊ । उत्तर प्रदेश की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) को एक बड़ी सफलता मिली है। एएनटीएफ थाना गाजीपुर की टीम ने उड़ीसा से अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी करने वाले सात अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार कर भारी मात्रा में गांजा बरामद किया है। पकड़े गए अभियुक्तों के कब्जे से दो कुंतल दो किलो 500 ग्राम अवैध गांजा मिला है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग एक करोड़ एक लाख रुपये आंकी गई है। इसके अलावा पुलिस ने दो चारपहिया वाहन, छह एंड्रॉइड मोबाइल फोन, एक एटीएम कार्ड और नकदी भी जब्त की है।

ये लंबे समय से उड़ीसा ला रहे थे गांजा

यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश, अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) और अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध) के निर्देशन तथा पुलिस महानिरीक्षक एएनटीएफ लखनऊ के मार्गदर्शन में की गई। एएनटीएफ की गाजीपुर इकाई ने यह सफलता प्राप्त करते हुए तस्करों के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है।गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचान ललित कुमार (मथुरा), श्याम देशवाल (अलीगढ़), योगेश (अलीगढ़), हरेन्द्र कुमार (मथुरा), आदर्श चौधरी (अलीगढ़), रिशीपाल (अलीगढ़) और ब्रजलाल (अलीगढ़) के रूप में हुई है। ये सभी लंबे समय से उड़ीसा से अवैध रूप से गांजा लाकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में खपाने का काम कर रहे थे।

यूपी के विभिन्न शहरों में करते हैं सप्लाई

पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे एक व्यक्ति के कहने पर यह माल उड़ीसा से लेकर आ रहे थे। उस व्यक्ति ने उन्हें चार लाख रुपये अग्रिम भुगतान किया था और बाकी रकम माल बिकने के बाद देने का वादा किया था। तस्करों ने स्वीकार किया कि वे कम कीमत में गांजा खरीदकर यूपी के शहरों में ऊंचे दामों पर बेचते हैं और उससे होने वाले मुनाफे को आपस में बांट लेते हैं।गिरफ्तारी 30 अक्तूबर 2025 को कुकुडीपुर दरवेशपुर मोड़, थाना जलालपुर, जनपद जौनपुर से की गई। उस समय अभियुक्त अपनी गाड़ियों में माल लेकर आगे बढ़ रहे थे और रास्ते में आराम करने के लिए रुके थे, तभी एएनटीएफ टीम ने उन्हें घेर लिया।

इनके अन्य नेटवर्क की जुटाई जा रही जानकारी

पुलिस ने इस प्रकरण में थाना जलालपुर, जनपद जौनपुर में मु.अ.सं. 401/25, धारा 8/20/29/60 एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। टीम में एएनटीएफ थाना गाजीपुर प्रभारी निरीक्षक सुरेन्द्र नाथ सिंह के नेतृत्व में पुलिसकर्मी शामिल रहे।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार अभियुक्तों से जुड़े नेटवर्क की जानकारी जुटाई जा रही है और इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में एएनटीएफ की कई टीमें सक्रिय हैं। आगामी दिनों में इस नेटवर्क के और तार खुलने की संभावना जताई जा रही है।