राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राफेल में भरी उड़ान, अंबाला एयरबेस पर रचा इतिहास

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने फ्रांस निर्मित राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरकर इतिहास रच दिया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने वायुसेना की ड्रेस में राफेल की उड़ान भरी। राष्ट्रपति ने ये उड़ान हरियाणा में स्थित अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से भरी। यह पहली बार हुआ है कि राष्ट्रपति ने राफेल से उड़ान भरी। बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर हैं। इस नाते वह तीनों सेनाओं की कमांडर भी हैं।

राष्ट्रपति सुबह अंबाला एयरबेस पहुंचीं। राफेल में उड़ान भरने से पहले अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने स्वागत किया। एयरफोर्स के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया।

अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से ऐतिहासिक उड़ान

राष्ट्रपति ने हरियाणा में स्थित अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से ऐतिहासिक उड़ान भरी। उड़ान के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने हाथ हिलाकर उपस्थित लोगों का अभिवादन किया। राष्ट्रपति की इस उड़ान ने आज भारतीय वायुसेना के साथ-साथ पूरे देश को गौरव से भर दिया है।

सुखोई-30 लड़ाकू विमान में भी भर चुकीं हैं उड़ान

इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 8 अप्रैल 2023 को असम के तेजपुर वायुसेना स्टेशन से सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी। ऐसा करने वाली वह देश की तीसरी राष्ट्रपति बन गई थीं.पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम और प्रतिभा पाटिल ने क्रमशः 8 जून, 2006 और 25 नवंबर, 2009 को पुणे के पास लोहेगांव वायुसेना स्टेशन से सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी।

साइक्लोन मोंथा से आंध्र प्रदेश और ओडिशा में तबाही, यूपी-बिहार तक आफत

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चक्रवात मोन्था ने मंगलवार रात आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भारी तबाही मचाई। बंगाल की खाड़ी से उठा यह तूफान बुधवार रात करीब सात बजे आंध्र प्रदेश तट से टकराया। करीब 90-100 से की किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यह तूफान आंध्र में घुसा। आंध्र और ओडिशा इससे थरथरा से गए। गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में तट से टकराने के बाद इसने दक्षिण भारत के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया।

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मोंथा तूफान मंगलवार को आंध्र प्रदेश तट के मछिलीपट्टनम और कालींगपट्टनम के बीच काकीनाडा के पास जमीन से टकराया। उस समय हवा की रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जो 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई। तटीय इलाकों में समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठीं और कई जगहों पर पेड़ व बिजली के खंभे गिर गए। तूफान का असर ओडिशा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ से लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार तक दिखाई देने लगा है।

आंध्र प्रदेश में एक बुजुर्ग महिला की मौत

आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में चक्रवात मोंथा की वजह से मंगिनापुडी समुद्र तट पर तेज हवाओं का असर तट पर देखा गया। कोनसीमा जिले में तूफान के कारण एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई, जब तेज़ हवाओं से गिरा पेड़ उसके घर पर जा गिरा। इसी जिले में तेज़ हवाओं के चलते नारियल के पेड़ गिरने से एक लड़का और एक ऑटो चालक घायल हो गए। मोंथा तूफान की वजह से विशाखापत्तन में तट पर ऊंची लहरें उठने लगीं. वहीं मोंथा के प्रभाव के बीच चेन्नई में मछुआरे अलर्ट दिखे

हेल्पलाइन नंबर जारी

आंध्र प्रदेश में चक्रवात मोंथा से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं। हेल्पलाइन नंबर चित्तूर (08572-242777, 9491077325), नेल्लोर (0861-2331261, 7995576699), काकीनाडा (0884-2356801), बापटल (0863-2234014), गुंटूर (0864-3220226) और वाईएसआर कडपा (08562-246344) हैं।

ओडिशा के गजपति में कई जगहों पर भूस्खलन

ओडिशा के गजपति की जिला अधिकारी मधुमिता ने बताया कि प्रशासन ने रातभर काम किया, ताकि किसी तरह की जनहानि न हो। उन्होंने कहा, लगातार बारिश की वजह से कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। हमने सुबह उन जगहों को खाली कर दिया। शून्य जनहानि का लक्ष्य पाने के लिए 10 हजार लोगों को संवेदनशील इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

दिल्ली के कई इलाकों में हुई क्लाउड-सीडिंग, अब बारिश का इतंजार

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देश की राजधानी में दिवाली के बाद वायु प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है, जो कि कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इससे कारण आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार ने आज क्लाउड सीडिंग यानी कृत्रिम बारिश कराने का फैसला लिया था। दिल्ली में क्लाउड सीडिंग हो गई है। अब बारिश का इंतजार है।

दिल्ली ने मंगलवार को अपना पहला क्लाउड सीडिंग ऑपरेशन पूरा कर लिया है। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि मंगलवार को दिल्ली के खेकड़ा, बुराड़ी, नॉर्थ करोल बाग, मयूर विहार, सादकपुर और भोजपुर इलाकों में क्लाउड सीडिंग का ट्रायल सफलतापूर्वक किया गया।

कुछ घंटों में आर्टिफिशियल बारिश होने की उम्मीद

क्लाउड सीडिंग ट्रायल के बाद, मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक बयान में कहा कि अगले कुछ मिनटों से चार घंटों में आर्टिफिशियल बारिश होने की उम्मीद है। दिल्ली के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, दिल्ली में क्लाउड सीडिंग IIT कानपुर ने सेसना एयरक्राफ्ट के ज़रिए किया। एयरक्राफ्ट मेरठ की तरफ से दिल्ली में दाखिल हुआ। इसके तहत खेकड़ा, बुराड़ी, नॉर्थ करोल बाग, मयूर विहार कवर किए गए। क्लाउड सीडिंग में 8 फ्लेयर्स का इस्तेमाल किया गया। हर फ्लेयर का वज़न 2-2.5 kg है...इन फ्लेयर्स ने बादलों में कंटेंट छोड़ा। बादलों में 15-20% ह्यूमिडिटी थी। यह प्रोसेस आधे घंटे तक चला और इस दौरान एक फ्लेयर 2-2.5 मिनट तक चलता रहा...एयरक्राफ्ट अब मेरठ में लैंड कर चुका है।

क्लाउड सीडिंग क्या है

क्लाउड सीडिंग, जिसे कृत्रिम वर्षा के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसी वैज्ञानिक प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य बादलों में विशेष रसायनों का छिड़काव करके वर्षा कराना है। यह तकनीक उन क्षेत्रों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जहाँ प्राकृतिक रूप से वर्षा की मात्रा कम होती है। क्लाउड सीडिंग का सीधा संबंध प्रदूषण को कम करने से नहीं है, बल्कि यह अप्रत्यक्ष रूप से वायु गुणवत्ता में सुधार लाने में सहायक हो सकती है।

क्लाउड सीडिंग कैसे होती है

क्लाउड सीडिंग की प्रक्रिया में, बादलों में सिल्वर आयोडाइड, पोटेशियम आयोडाइड या शुष्क बर्फ (ठोस कार्बन डाइऑक्साइड) जैसे रसायनों का छिड़काव किया जाता है। ये रसायन बादलों में मौजूद जलवाष्प को आकर्षित करते हैं, जिससे वे पानी की बूंदों या बर्फ के क्रिस्टल में बदल जाते हैं। जब ये बूंदें या क्रिस्टल पर्याप्त भारी हो जाते हैं, तो वे वर्षा के रूप में पृथ्वी पर गिरते हैं। इस प्रक्रिया के लिए उपयुक्त प्रकार के बादल और वायुमंडलीय परिस्थितियाँ अत्यंत आवश्यक हैं।

प्रशांत किशोर दो राज्यों के मतदाता! बिहार और पश्चिम बंगाल के वोटर लिस्ट में नाम

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प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में मैदान में है। जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। इस बीच प्रशांत किशोर पर दो-दो जगहों पर मतदाता सूची में नाम होने का आरोप लग रहे हैं। चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर का नाम बिहार और पश्चिम बंगाल दोनों राज्यों की मतदाता सूची में है।

बंगाल की वोटर लिस्ट में पीके का पता

पीटीआई-भाषा के मुताबिक, एक निर्वाचन अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार पश्चिम बंगाल में मतदाता के रूप में पंजीकृत किशोर का पता 121, कालीघाट रोड के रूप में दर्ज है, जो कोलकाता के भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस मुख्यालय का पता है। भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी का निर्वाचन क्षेत्र है।

बता दें कि प्रशांत किशोर ने 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की चुनावी रणनीति तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी। उस दौरान वे टीएमसी के राजनीतिक सलाहकार के रूप में काम कर रहे थे।

बिहार में रोहतास जिले के भी मतदाता हैं प्रशांत

निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि किशोर का नाम बिहार में रोहतास जिले के सासाराम संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत करगहर विधानसभा क्षेत्र में पंजीकृत है। उनका मतदान केंद्र मध्य विद्यालय, कोनार है।

नहीं कर सकते एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्र में पंजीकरण

इस मामले पर बात करते हुए चुनाव अधिकारी ने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 17 का उल्लेख किया, जिसके तहत कोई भी व्यक्ति एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता के रूप में पंजीकृत नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा, वहीं, धारा 18 एक ही निर्वाचन क्षेत्र में एक से ज़्यादा प्रविष्टियों पर रोक लगाती है। मतदाताओं को निवास बदलने पर अपना नामांकन स्थानांतरित करने के लिए फॉर्म-8 भरना जरूरी है।

चक्रवाती तूफान 'मोंथा' आज ले सकता है भयंकर रूप, 5 राज्यों में भारी बारिश का रेड अलर्ट

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चक्रवात ‘मोंथा’ की आंध्र प्रदेश के तट से टकराने की शुरुआत हो गई है। जैसे-जैसे यह तूफान जमीन के पास पहुंचेगा और तेज होता जाएगा। आज इसके चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। चक्रवाती तूफान आज शाम या रात में एक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में काकीनाडा के पास आंध्र प्रदेश के तट को पार कर सकता है। चक्रवाती तूफान के असर से देश के कई तटीय राज्यों में भारी बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।

आज सुबह 5.30 बजे तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदला

मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान 'मोंथा' पिछले छह घंटों में 15 kmph की स्पीड से उत्तर से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और मंगलवार सुबह 5.30 बजे तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया। मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवाती तूफान मोंथा के उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते रहने और मंगलवार शाम और रात के दौरान काकीनाडा के पास मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच आंध्र प्रदेश तट को पार करने की संभावना है। इस दौरान यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में रहेगा, जिसकी अधिकतम हवा की स्पीड 90-100 kmph होगी। मौसम विभाग ने मोंथा के असर से दक्षिणी राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है।

तमिलनाडु और ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट

तमिलनाडु के चेन्नई, तिरुवल्लूर, रानीपेट और कांचीपुरम में सोमवार को भारी बारिश हुई। चेन्नई और तिरुवल्लूर में तो स्कूलों की छुट्टियां कर दी गई हैं। वहीं ओडिशा में भी हाई अलर्ट लागू है। ओडिशा के मलकागिरी, कोरापुट, नबरंगपुर, गजपति, गंजम, कालाहांडी, कंधमाल जैसे जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट है। प्रभावित जिलों से हजारों लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर स्थानांतरित किया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 140 के करीब टीमें तैनात की गई हैं और स्कूलों और आंगनबाड़ी में 30 अक्तूबर तक छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।

दक्षिण मध्य रेलवे ने रद्द की 72 ट्रेनें

चक्रवात मोंथा को देखते हुए दक्षिण मध्य रेलवे ने 72 ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है। चक्रवात से आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और ओडिशा में कई जगहों पर असर पड़ने की आशंका है, इसलिए साउथ सेंट्रल रेलवे (एससीआर) ने 28 और 29 अक्टूबर को चलने वाली ट्रेनों को कैंसिल कर दिया है। इसके 28 अक्टूबर की शाम को मछलीपट्‌टनम और कलिंगपट्‌टनम के बीच, काकीनाड़ा के पास, एक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में पहुंचने की आशंका है। 29 अक्टूबर तक तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज हवाओं के पूर्वानुमान को देखते हुए, यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे इस दौरान तभी यात्रा करें जब बहुत जरूरी हो।

देशभर में उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ महापर्व का समापन, पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं

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देश भर में चार दिनों से मनाए जा रहे लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन मंगलवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही हो गया। छठ पर्व पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। बिहार से लेकर दिल्ली तक, घाटों पर अलग ही रौनक देखी गई। झारखंड और उत्तर प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में घाटों पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। पारंपरिक गीतों और पूजा के बीच माहौल आस्थामय नजर आया।

पीएम मोदी ने देशवासियों को दी छठ की शुभकामना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को चार दिवसीय छठ पूजा के शुभ समापन पर देशभर के लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। साथ ही पीएम मोदी ने सभी श्रद्धालुओं की भलाई और समृद्धि की प्रार्थना की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में पीएम मोदी ने सूर्य देव और छठी मैया की पूजा के लिए समर्पित त्योहार के सफल समापन पर अपनी खुशी व्यक्त की। पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, 'आज भगवान सूर्य देव को प्रातःकालीन अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही छठ के महापर्व का पावन समापन हो गया। इस चार दिवसीय अनुष्ठान के दौरान, हमने छठ पूजा की अपनी भव्य परंपरा की दिव्य झलक देखी।

सीएम नीतीश ने अर्पित किया 'उषा अर्घ्य'

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी छठ मईया की भक्ति में डूबे नजर आए। सीएम नीतीश ने छठ पूजा के अंतिम दिन पटना स्थित अपने आवास पर उगते सूर्य को 'उषा अर्घ्य' अर्पित किया।

चिराग पासवान ने भी अपने पटना आवास से की छठ पूजा

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपने पटना स्थित आवास से छठ पूजा की। इस दौरान उन्होंने कहा, "छठी मैया ने बिना मांगे इतना कुछ दिया है लेकिन हां मैं ये मानता हूं जिस विकसित बिहार की हम कल्पना करते हैं और उस विकसित परिवार तथा उस विकसित बिहार में हर परिवार में खुशियां और समृद्धि आए। यही कामना की है कि छठी मैया का ये आर्शीवाद बिहार और देश के हर व्यक्ति और परिवार को मिले। छठ पर्व के साथ लोकतंत्र का महापर्व भी चल रहा है ऐसे में आज जब हम लोग छठ का उगते सूर्य को अर्घ्य देकर इस पर्व को पूर्ण किया। एक महापर्व समाप्ति की ओर है तो दूसरी ओर लोकतंत्र का दूसरा महापर्व वो अपनी चरम सीमा पर अपने पूर्णरूप में आएगा। आज से हम लोग प्रचंड प्रचार की शुरुआत करेंगे और जो भी परिणाम आएंगे हम जानते हैं हमारे पक्ष में आएंगे लेकिन वो परिणाम बिहार और बिहारवासियों के लिए सुखद होंगे।"

चुनाव आयोग का बड़ा ऐलान, दूसरे फेज में 12 राज्यों में शुरू होगा SIR

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चुनाव आयोग ने देशव्यापी एसआईआर को लेकर बड़ा एलान किया है। दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि दूसरे फेज में देश के 12 राज्यों में एसआईआर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। चुनाव आयोग के अनुसार, एसआईआर में मतदाता सूची में सुधार, नए मतदाताओं का समावेश और सूची में त्रुटियों का निवारण किया जाएगा।

दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्तज्ञानेशकुमार ने कहा, आज हम यहां स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) के दूसरे चरण की शुरुआत के ऐलान के लिए मौजूद हैं। मैं बिहार के मतदाताओं को शुभकामनाएं देता हूं और उन 7.5 करोड़ मतदाताओं को नमन करता हूं, जिन्होंने इस प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाई और इसे सफल बनाया। उन्होंने कहा कि आयोग ने देश के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के चुनाव अधिकारियों से मुलाकात कर प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की।

बिहार के लोगों ने एसआईआर पर भरोसा जताया- ज्ञानेश कुमार

सीईसी ज्ञानेश कुमार ने आगे कहा कि बिहार के लोगों ने एसआईआर पर भरोसा जताया है। ज्ञानेश कुमार ने आगे कहा कि अब चयनित 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में एसआईआर का दूसरा चरण शुरू किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य योग्य मतदाताओं को सूची में जोड़ना और अयोग्य या दोहराए गए नामों को हटाना है।

मतदाता सूची फ्रीज, आज से शुरू होगा SIR का अगला चरण

मुख्य चुनाव आयुक्त ने आगे कहा कि जिन राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण होने वाला है, वहां की मतदाता सूची आज रात 12 बजे फ्रीज कर दी जाएगी। हर बूथ पर एक बीएलओ और हर विधानसभा क्षेत्र में एक ईआरओ तैनात रहेगा। आज ही सभी मतदाताओं के लिए इन्यूमेरेशन फॉर्म प्रिंट किए जाएंगे। प्रत्येक बीएलओ कम से कम तीन बार हर घर जाकर जानकारी जुटाएंगे। जो मतदाता अपने क्षेत्र से बाहर हैं, वे यह फॉर्म ऑनलाइन भी भर सकेंगे। इस प्रक्रिया के दौरान किसी अतिरिक्त दस्तावेज या फॉर्म की आवश्यकता नहीं होगी।

21 साल पहले किया गया था आखिरी एसआईआर

इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि देश में 21 साल पहले आखिरी विशेष गहन पुनरीक्षण किया गया था। उन्होंने साफ किया कि एसआईआर में सभी योग्य मतदाताओं को जोड़ा जाएगा और अयोग्य मतदाताओं को वोटर लिस्ट से बाहर किया जाएगा। सीईसी ने आगे कहा कि चुनावों से पहले एसआईआर किया जाना सबसे ज्यादा जरूरी है।

जस्टिस सूर्यकांत होंगे भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश, सीजेआई बीआर गवई ने सरकार से की सिफारिश

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भारत के मुख्य न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई का रिटायरमेंट नजदीक है। इस कारण अगले सीजेआई के चुने जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सीजेआई गवई ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर जस्टिस सूर्यकांत का नाम आगे बढ़ाया है। गवई अगले महीने 23 नवंबर को रिटायर हो जाएंगे। जिसके बाद जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर को देश के 53वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण कर सकते हैं।

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23 अक्टूबर से ही नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू

केंद्र सरकार ने 23 अक्टूबर को ही नए मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी थी और सीजेआई गवई से उनके उत्तराधिकारी का नाम सुझाने का अनुरोध किया था। संविधान के तहत न्यायाधीशों की नियुक्ति की प्रक्रिया ‘मेमोरेंडम ऑफ प्रोसिजर’ से तय होती है, जिसके अनुसार सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश को, अगर वे उपयुक्त माने जाएं, मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया जाता है।

कैसे होती है सीजेआई की नियुक्ति

परंपरा के अनुसार, कानून मंत्रालय मुख्य न्यायाधीश से उनकी सेवानिवृत्ति से लगभग एक महीने पहले उनके उत्तराधिकारी का नाम मांगता है। इसके बाद वर्तमान चीफ जस्टिस औपचारिक रूप से पद छोड़ने से लगभग 30 दिन पहले, सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ जज को 'पद धारण करने के लिए उपयुक्त' मानते हुए उनकी सिफारिश करते हैं।

23 नवंबर को रिटायर हो रहे सीजेआई गवई

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई 23 नवंबर को रिटायर होंगे।न्यायमूर्ति सूर्यकांत भारत के मुख्य न्यायाधीश के बाद सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं और भारतीय न्यायपालिका के प्रमुख बनने की कतार में अगले स्थान पर हैं। नियुक्ति के बाद, न्यायमूर्ति सूर्यकांत 24 नवंबर को अगले मुख्य न्यायाधीश बनेंगे और 9 फरवरी, 2027 तक लगभग 15 महीने तक इस पद पर बने रहेंगे।

हरियाणा के रहने वाले हैं जस्टिस सूर्यकांत

जस्टिस सूर्यकांत का जन्म 10 मई 1962 को हरियाणा के हिसार में एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने 1981 में हरियाणा के हिसार स्थित सरकारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 1984 में महार्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक से एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने 1984 में हिसार जिला न्यायालय से अधिवक्ता के रूप में अपने करियर की शुरुआत की और अगले वर्ष पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय, चंडीगढ़ में कामकाज शुरू किया। साल 2000 में वह हरियाणा के महाधिवक्ता बने और साल 2001 में उन्हें सीनियर एडवोकेट के रूप में नामित किया गया। वह उसी साल पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने। इसके बाद वह साल 2018 में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने। 2019 में उन्हें उच्चतम न्यायालय में पदोन्नत किया गया।

कई ऐतिहासिक फैसलों की कर चुके हैं सुनवाई

पिछले दो दशकों में अपने न्यायिक करियर के दौरान उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, लोकतंत्र, भ्रष्टाचार, पर्यावरण, लैंगिक समानता और अनुच्छेद 370 से जुड़े कई ऐतिहासिक फैसले सुनाए हैं। वे उस पीठ का हिस्सा थे, जिसने औपनिवेशिक काल के राजद्रोह कानून (सिडिशन लॉ) को निलंबित किया था। उन्होंने चुनाव आयोग को बिहार में मतदाता सूची से बाहर किए गए नामों का विवरण सार्वजनिक करने का निर्देश दिया था और बार एसोसिएशनों में महिलाओं के लिए एक-तिहाई आरक्षण सुनिश्चित करने का आदेश भी दिया था। जस्टिस सूर्यकांत उन पीठों में भी शामिल रहे हैं जिन्होंने पेगासस जासूसी मामले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा चूक, और वन रैंक-वन पेंशन जैसे अहम मामलों की सुनवाई की थी।

ICU में एडमिट हैं श्रेयस अय्यर, सिडनी के अस्पताल में चल रहा इलाज, जानें क्या है मामला

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भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को सिडनी के अस्पताल में भर्ती किया गया है और उन्हें आईसीयू में रखा गया है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे वनडे मैच के दौरान टीम इंडिया के उपकप्तान श्रेयस अय्यर को गंभीर चोट लग गई। रिपोर्ट्स के अनुसार, श्रेयस को पसलियों में चोट लगी जिसके चलते उनके अंदरूनी हिस्से में खून का रिसाव हुआ है। जिसके बाद उन्हें तुरंत सिडनी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में रखा है।

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कैसे चोटिल हुए श्रेयस?

श्रेयस अय्यर को बाईं पसली में चोट लगी थी। श्रेयर को ये चोट तब लगी थी जब वह ऑस्ट्रेलिया के एलेक्स कैरी को आउट करने के लिए बैकवर्ड पॉइंट से पीछे की ओर दौड़ते हुए कैच लपका था। कैच लेने के बाद वह नीचे गिर गए थे। नीच गिरते हुए अय्यर चोट से कराह उठे थे। इस के बाद फौरन उन्हें मैदान से बाहर ले जाया गया।

फिलहाल अस्पताल में रहना होगा

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक श्रेयस अय्यर को 2 से 7 दिन तक अस्पताल में रहना पड़ सकता है। इंर्टनल ब्लिडिंग होने के कारण संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में उन्हें कम से कम एक सप्ताह तक अस्पताल में रखा जाएगा। इस पूरे मामले पर बीसीसीआई के डॉक्टरों की भी पैनी नजर रहेगी। मैच के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने श्रेयस की हेल्थ पर जानकारी दी थी और बताया था कि इस बल्लेबाज को अस्पताल ले जाया गया है जहां उनका उपचार चल रहा है।

वापसी में लग सकता है ज्यादा समय

पहले उम्मीद थी कि अय्यर तीन हफ्ते में फिट होकर वापसी कर लेंगे, लेकिन अब स्थिति गंभीर होने के चलते यह समय बढ़ सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक अंदरूनी रक्तस्राव पूरी तरह रुक नहीं जाता और संक्रमण का खतरा खत्म नहीं होता, तब तक वे मैदान पर वापसी नहीं कर पाएंगे। सूत्र ने कहा फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि वह कब लौटेंगे। उन्हें आराम और पूर्ण रिकवरी की जरूरत है।

तीसरे वनडे मैच के दौरान हुए थे चोटिल

बता दें कि श्रेयस को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वनडे टीम के लिए उपकप्तान के लिए चुना गया था, जहां शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया को सीरीज में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। पहले वनडे मैच में खराब प्रदर्शन के बाद अय्यर ने दूसरे वनडे में एडिलेड में कमबैक किया था और अर्धशतकीय पारी खेली थी, लेकिन टीम को फिर भी दूसरे वनडे में हार का सामना करना पड़ा। तीसरे और आखिरी वनडे मैच में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को 9 विकेट से हराया। उस मैच में अय्यर को बैटिंग करने की जरूरत नहीं पड़ी, क्योंकि रोहित शर्मा और विराट कोहली ने मैच विनिंग पारियां खेली और टीम को जीत दिलाई। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच जो कि सिडनी में खेला गया था, उस मैच में श्रेयस अय्यर इंजर्ड हो गए थे। कंगारू टीम ने 33.3 ओवर के खेल तक 3 विकेट के नुकसान पर 184 रन बना लिए थे।

डंकी रूट से गए थे अमेरिका, हरियाणा के 50 युवक डिपोर्ट, बेड़ियों में बांधकर लाया गया दिल्ली

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोबारी वापसी के बाद से ही अवैध प्रवासियों पर सख्त हैं। अमेरिकी प्रशासन ने एक बार फिर सख्तू दिखाते हुए अवैध भारतीयों को डिपोर्ट किया। डंकी रूट के जरिये अमेरिका पहुंचने वाले 50 युवाओं को अमेरिका ने शनिवार देर रात डिपोर्ट कर भारत भेज दिया। डिपोर्ट किए गए लोगों में हरियाणा के 50 युवक शामिल हैं।

बेड़ियों में बांधकर लाया गया

विशेष विमान द्वारा इन युवाओं को दिल्ली एयरपोर्ट पर बेड़ियों में बांधकर लाया गया। अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों ने इन्हें आधिकारिक प्रक्रिया के तहत भारतीय इमिग्रेशन अधिकारियों के हवाले किया। एयरपोर्ट पर हरियाणा पुलिस की विशेष टीमें पहले से मौजूद थीं। जिन युवाओं के खिलाफ आपराधिक और गिरोह से जुड़े मामलों की जानकारी थी, उन्हें मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। बाकी युवाओं को कागजी कार्रवाई के बाद उनके गृह जिलों में भेज दिया गया।

किस जिले से कितने युवा लौटे

शनिवार देर शाम अमेरिका के एक विशेष विमान में ये सभी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट उतरे। सूचना पाकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची हरियाणा की स्थानीय पुलिस को उनके-उनके जिले के निवासी लोगों को सौंपा गया। कैथल से 16, करनाल से 16 और अंबाला से पांच युवकों को डिपोर्ट किया गया है। यमुनानगर के चार, कुरुक्षेत्र के पांच, जींद के तीन, रोहतक व पानीपत का एक-एक युवक शामिल है। सभी की उम्र 18 से 42 साल के बीच है। ये सभी डंकी रूट से अमेरिका गए थे। वहां छह महीने से लेकर डेढ़ साल तक विभिन्न जेलों में रहे और अब बेड़ियों में वतन लौटे हैं।

लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य लाखा भी लौटा

वहीं इनमें सबसे बड़ा मामला कैथल के गांव तितरम निवासी लखविंद्र उर्फ लाखा का है। लाखा लॉरेंस बिश्नोई और अनमोल बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य है और 2022 से अमेरिका में बैठकर हरियाणा-पंजाब के व्यापारियों से फिरौती मांगने के नेटवर्क का संचालन कर रहा था। हरियाणा एसटीएफ की अंबाला यूनिट ने गैंगस्टर लॉरेंस के करीबी लखविंद्र उर्फ लाखा को गिरफ्तार कर लिया। कैथल के अलावा अन्य जिलों में भी उस पर फिरौती मांगने जैसे कई मामले दर्ज हैं।

मोस्ट वांटेड सुनली सरधानिया भी डिपोर्ट

इसके अलावा डिपोर्ट होकर आए दूसरे मोस्ट वांटेड सुनली सरधानिया का नाम भी शामिल हैं। जो हत्या सहित 24 आपराधिक वारदातों में वांछित है। सुनील को भिवानी में एक हत्या के केस में उम्र कैद और पंचकूला में डकैती के मामले में 10 साल की सजा हुई थी। दोनों मामलों में कोर्ट से जेल से जमानत आने के बाद उसने फर्जी पते पर अपना पासपोर्ट बनवाया था। इसके बाद 2024 में है विदेश भाग गया था। अमेरिका द्वारा रिपोर्ट किए गए युवकों में से एसटीएफ में दोनों आरोपियों तुरंत हिरासत में ले लिया। अब दोनों पुलिस रिमांड पर लिया है।

ट्रंप की अमेरिका फर्स्ट नीति

इस साल जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद, देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। ट्रंप ने चुनावों के दौरान अमेरिका की जॉब्स पहले अमेरिकी नागरिकों को देने का वादा किया था। ट्रंप समर्थकों का मानना है कि अवैध तरीके से आए प्रवासी अमेरिकियों की नौकरियां छीन रहे हैं।